Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2023 · 1 min read

वंदेमातरम

अब आज निभाई है किसी ने,शौर्य सम्पदा की गाथा!
अब हर भारतवंशी टेकेगा भारत मा के चरणो मे माथा!!
हम सनातन संस्कँति के रखवाले क्यू यह अपमान सहे?
चँदन-वंदन से सुप्रभात,राम-कृष्ण के आगे टेकै माथा!!
“वंदेमातरम” की गूज अब हर गली-मौहल्लौ मे गूजेगी!
“वसुधैव कुटुम्कम” के स्वर से ही चौडा हो जाए माथा!!
अपनै भीतर का ब्रह्म जगाओ,कहँ| खो गया इतिहास?
तुम्हारे पूर्वज थे सनातन अनुयायी,तो झुक जाए माथा!!

सर्वाधिकार सुरछित मौलिक रचना
बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट ,कवि,पत्रकार
202 नीरव निकुज,सिकन्दरा,आगरा-282007
,9412443093

2 Likes · 415 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Bodhisatva kastooriya
View all
You may also like:
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Annu Gurjar
जागे हैं देर तक
जागे हैं देर तक
Sampada
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
Kumar lalit
इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर
इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर
आकाश महेशपुरी
अजीब हालत है मेरे दिल की
अजीब हालत है मेरे दिल की
Phool gufran
जिंदगी का ये,गुणा-भाग लगा लो ll
जिंदगी का ये,गुणा-भाग लगा लो ll
गुप्तरत्न
👌ग़ज़ल :--
👌ग़ज़ल :--
*Author प्रणय प्रभात*
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
सत्य कुमार प्रेमी
रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
Anil chobisa
*मर्यादा*
*मर्यादा*
Harminder Kaur
*घर*
*घर*
Dushyant Kumar
आऊं कैसे अब वहाँ
आऊं कैसे अब वहाँ
gurudeenverma198
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
The Saga Of That Unforgettable Pain
The Saga Of That Unforgettable Pain
Manisha Manjari
****मतदान करो****
****मतदान करो****
Kavita Chouhan
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ये गजल बेदर्द,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ये गजल बेदर्द,
Sahil Ahmad
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
कहीं  पानी  ने  क़हर  ढाया......
कहीं पानी ने क़हर ढाया......
shabina. Naaz
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शक्कर की माटी
शक्कर की माटी
विजय कुमार नामदेव
आखिर क्यूं?
आखिर क्यूं?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
Shweta Soni
समझे वही हक़ीक़त
समझे वही हक़ीक़त
Dr fauzia Naseem shad
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
Sarfaraz Ahmed Aasee
3280.*पूर्णिका*
3280.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
Subhash Singhai
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Loading...