सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jul 2022 · 1 min read आओ कुछ बात करें ***आओ कुछ बात करें*** ********************** आओ सखी कुछ बात करें, बातें हमीं दिन- रात करें। क्या-क्या हुआ है संग बता, खुलकर कहो शुरुआत करें। कैसे कटे पल हाल सुना, सांझे... Hindi · ग़ज़ल 144 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jul 2022 · 1 min read गिरधर की मीरा प्यारी * गिरधर की मीरा प्यारी * ********************* गिरधर की है मीरा प्यारी। लगन लागी मोहन सारी। प्रेम मगन हो ऐसे डूबी, प्रीत रीत में खुद को भूली। चढ़ी अजब इश्क... Hindi · गीत 159 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2022 · 1 min read दिल को बहलाना आ गया दिल को बहलाना आ गया ********************** दिल को बहलाना आ गया, गम में मुलकाना आ गया। खुल कर हम बेशक हंसते, हद में शरमाना आ गया। काले बादल छाये मगर,... Hindi · ग़ज़ल 150 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2022 · 1 min read है ! ईश्वर ****** हे ! ईश्वर ****** ******************** हे ! ईश्वर सदा महान है, तेरा इंसान नादान है। मन मंदिर शक्ति भर देना, अनंत सी भक्ति भर देना, दुनिया बहुत बेईमान है।... Hindi · गीत 67 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jul 2022 · 1 min read हो सके तो प्यार करो *हो सके तो प्यार करो* ******************* हो सके तो प्यार करो, ना कभी तकरार करो। जान नजरों से दूर हुई, बेवफाई मत यार करो। मन पटल बेचैन मगर, प्रेम तुम... Hindi · ग़ज़ल 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jul 2022 · 1 min read प्रभु - लीला ** प्रभु-लीला (भजन)) ** ********************* प्रभु जी तेरे कई नाम हैं। बिगड़े बनते सभी काम है। तेरी लीला अपरंपार है, तू सब का पालनहार है, तेरा नही कोई दाम है।... Hindi · गीत 131 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Jul 2022 · 1 min read महबूबा है चाँद सी ******** महबूबा है चाँद सी ******** ********** दोहवली ************** महबूबा है चाँद सी, गोरे - गोरे गाल। सूरज सी चमके सदा,रेशमी काले बाल।। शरबती तिरे नैन हैं , मतवाली है... Hindi · दोहा 262 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2022 · 1 min read चलकर खुद चंद आया है ***चलकर खुद चाँद आया है*** ************************** दर पर चल खुद ही चाँद आया है, तब से दिल पर उन्माद छाया है। देखो तो पल-भर तुम उठा नजरें, झोला भर कर... Hindi · ग़ज़ल 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2022 · 1 min read oसंसार चाहिए ******हसीं घर बार संसार चाहिए****** ********************************* तेरे सिवा नहीं कोई हमें उपहार चाहिए, हीरों जड़ा सदा आपाद प्यारा हार चाहिए। जिंदा रहे वही स्वप्न सदा ही देखता रहा, मजबूत प्यार... Hindi · ग़ज़ल 170 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2022 · 1 min read खिलता गुलाब हो तुम ******** खिलता गुलाब हो तुम ******* ********************************* सीधे सवाल का उल्टा सा जवाब हो तुम, सीधी समझ न आए उलझी किताब हो तुम। खिलती कली जहाँ कोई भंवरा टपकता, फूलों... Hindi · ग़ज़ल 168 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2022 · 1 min read चली आओ सनम ****चली आओ सनम**** ********************** चली आओ सनम बाँहों में, समा जाओ लिपट सांसों में। हमीं हैं आपके सुन लो तुम, खड़े कब से अथक राहों में। कली से फूल खिलते... Hindi · ग़ज़ल 169 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2022 · 1 min read दोहवली रंग ढ़ंग *********** दोहवली ************ ******************************* बदले-बदले दिख रहे, जीवन के हैं रंग। पहले भांति नहीं रहे, तौर-तरीके ढंग।। नशे में हैं झूम रहे, पी कर भर-भर भंग। हुड़दंग हैं मचा रहे,बन... Hindi · दोहा 283 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2022 · 1 min read नही कोई शिकायत आपसे ******* नहीं कोई शिकायत आपसे ******** ************************************* 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 तुम बेवफा बेशक नहीं कोई शिकायत आपसे,... Hindi · ग़ज़ल 265 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2022 · 1 min read मुखिया गिरफ्तार सखा परी प्रेम प्रीत में मुखिया गिरफ्तार ******************************* सखा परी प्रेम प्रीत में मुखिया गिरफ्तार, न जाने कब थे मिले कोमल प्रेम के तार। चुनाव अभियान यान में बैठा था... Hindi 120 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2022 · 1 min read हर शख्स दीवाना है ****** हर शख़्श दीवाना है ******* ****************************** चाँद सा रोशन चेहरा मस्ताना है, देख कर जिसको हर शख्स दीवाना है। प्यार है जलिम रोग तन-मन में लगता, खुद भरी महफ़िल... Hindi · ग़ज़ल 275 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2022 · 1 min read सरकार और परिवार ********सरकार और परिवार******** ******************************** एक तरफ परिवार था एक तरफ सरकार, सिर ऊपर लटकी हुई थी तीखी तलवार। उलझन से बाहर निकल किया पलटवार, परिवार को छोड़ महोदय थी चुनी... Hindi 75 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2022 · 1 min read हम वफ़ा डेंगे ****** हम वफ़ा डेंगे ****** *********************** दे दो हमे दगा हम वफ़ा देंगे, कर दो हमे नशा हम दवा देंगे। परवाह क्यों करूँ मैं जमाने की कह दो हमे बुरा... Hindi · ग़ज़ल 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2022 · 1 min read बिटिया रानी बिटिया रानी मनसीरत को अवतरण दिवस की हार्दिक बधाई ***** बिटिया रानी ***** ********************* बिटिया रानी प्यारी-प्यारी, लाड़-लड़ाती ह्रदय दुलारी। बाल न बांका हो आभारी, खेले जीवन लंबी पारी, सुंदरता... Hindi · ग़ज़ल 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2022 · 1 min read बन्दर-बाँट **** बन्दर-बाँट ***** ****************** शुरू हुई बन्दर - बाँट है, हर तरफ सांठ-गांठ है। जो जितना चतुर चालक, उसके उतने ठाठ-बाट है। देश के विकास का नारा, पंगत ज्यादा फ़टे... Hindi · ग़ज़ल · बन्दर-बाँट 160 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2022 · 1 min read राजनीति घिनोना खेल * राजनीति घिनोना खेल * ********************* राजनीति घिनोना खेल है, होती रहती धक्कम पेल है। बेटा बाप पर भारी है सदा, चले उतना जितना तेल है। बदलता रहता माहौल सदा,... Hindi · ग़ज़ल 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2022 · 1 min read नसीब हो जाओ *नसीब हो मेरा तुम नसीब बन जसो* ***************************** नसीब हो मेरा तुम नसीब हो जाओ, किसी बहाने से कुछ करीब हो जाओ। पड़े रहो हरदम हमदम तुम सांसों में, बहुत... Hindi · ग़ज़ल 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jul 2022 · 1 min read प्रेम का भंवर उड़ता जाए **प्रेम का भंवर उड़ता फए** *********************** प्रेम का भंवर उड़ता जाए, प्यार का पंछी पकड़ा जाए। काम रुत बदहाली फैलाए, फाँक में प्रेमी मिटता जाए। खेल इश्किया बेकाबू होता, रंग... Hindi · ग़ज़ल 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2022 · 1 min read तुम्हारे बिना हैं अधूरे **तुम्हारे बिना हैं अधूरे** ******************** हम तुम्हारे बिना हैं अधूरे, कौन जाने कब होंगे पूरे। दिल्लगी जब से है लगाई, नींद आंखों में नहीं आई, इतने भी नहीं हैं हम... Hindi · ग़ज़ल 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2022 · 1 min read दिल की हसरत है मेरी ******* दिल की हसरत है मेरी ******** ********************************** दिल की हसरत है मेरी तेरा तन मन मैं पाऊं तुम्हीं हो जाओ मेरी और मैं तेरा हो जाऊं। शायराना तान छिड़ी... Hindi · ग़ज़ल 162 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2022 · 1 min read दिल की हसरत पूरी होने दो दिल की हसरत पूरी होने दो ********************** दिल की हसरत पूरी होने दो, दर पर हज़रत पूरी होने दो। ईशारों ही इशारों में बातें, प्यारी हरकत पूरी होने दो। घड़ियाँ... Hindi · ग़ज़ल 1 1 122 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2022 · 1 min read जिंदा हुन यारो जी लेने दो **जिंदा हूँ यारो जी लेने दो** ********************** जिंदा हूँ यारों जी लेने दो, जी भर के दारू पी लेने दो। दम घुटता घुटता घुट जाता है, मरना है जालिम पी... Hindi · ग़ज़ल 90 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2022 · 1 min read पल दो पल सही बात करें **** पल दो पल सही बात करें **** ***************************** पल दो पल ही सही कोई बात करें, दिल की दिल से सखी कोई बात करें। मुद्दत होने लगी फिर से... Hindi · ग़ज़ल 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read प्रेम दोहवली ********** प्रेम - दोहावली ********** ********************************* देख तेरी तस्वीर को , रख लेते हैं धीर। टूटे दिल की है भला,समझ सके जो पीर।। टूटी - फूटी झोंपड़ी , दिल के... Hindi · दोहा 1 1 121 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read प्रेम दोहवली ********** प्रेम - दोहावली ********** ********************************* देख तेरी तस्वीर को , रख लेते हैं धीर। टूट दिल कौन जो भला,समझ सके है पीर।। टूटी - फूटी झोंपड़ी , दिल के... Hindi · ग़ज़ल 119 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read मुस्कान जन्मदिन की बधाई मुस्कान को जन्मदिन की हार्दिक बधाई ****************************** तुम जियो हजारों साल, दुआ सलामत सदका ढाल, जो भी हो सपने तेरे मुस्कान, पूरे करेंगे प्रभु जी हर हाल। माँ बाप को... Hindi · ग़ज़ल 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read पलकें बिछाए बैठें हैं **** पलकें बिछाए बैठें हैं **** ************************** हम तो पलकें बिछाए बैठें हैं, कब से सपनें सजाए बैठें हैं। जी भर जो जो सनम करनी बातें, अंबर बातें बनाए बैठें... Hindi · ग़ज़ल 1 1 124 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2022 · 1 min read बैठों पलको की छांव मे ***बैठो पलको की छांव में*** ************************ आओ तुम पलको की छांव में, बैठों तुम सपनो की नाव में। छन छन करती आंगन में चलो, पहनों तो तुम झांझर पांव में।... Hindi · ग़ज़ल 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2022 · 1 min read सूनी सुनी राहें ****** सूनी-सूनी राहें ******* ************************* सूनी - सूनी सुंदर राहें हैं, बिछड़ी खुद से खुद की आहें हैं। चलती जाओ पग रख पथ मेरे खोली कब से अपनी बाँहें हैं।... Hindi · ग़ज़ल 240 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2022 · 1 min read होठों के जाम बनूँ ***** होठों के जाम बनूँ ***** ************************** तेरे प्यासे होठों का जाम बनूँ, सूने आंगन का तेरा नाम बनूँ। काली रातों में बदली रोज बने, पगली राधा का मैं घनश्याम... Hindi · ग़ज़ल 131 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2022 · 1 min read लौट बिना बारात गई *लौट बिना बारात गई* ******************* बीत हसीं वो रात गई, लौट बिना बारात गईं। हाथ मिरे खाली ही रहे। यार फिसल सौगात गई। आँख खुली बीमार नही, खूब बरस बरसात... Hindi · ग़ज़ल 83 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2022 · 1 min read कोई बात नही ****** कोई बात नहीं ****** ************************ हो न गर राजी कोई बात नहीं, हार तुम बाजी कोई बात नहीं। जब मियां बीबी राजी राज यही, क्या करे काजी कोई बात... Hindi · ग़ज़ल 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2022 · 1 min read अधूरे हैं हम ***** अधूरे हैं हम ****** ********************* बिन तुम्हारे अधूरे हैं हम, मिल जाओ तो पूरे हैं हम। मेरी खुशी का देखो असर, फूले जैसे भटूरे हैं हम। कौन चल पाया... Hindi · ग़ज़ल 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2022 · 1 min read अधूरे हैं हम ***** अधूरे हैं हम ****** ********************* बिन तुम्हारे अधूरे हैं हम, मिल जाओ तो पूरे हैं हम। मेरी खुशी का देखो असर, फूले जैसे भटूरे हैं हम। कौन चल पाया... Hindi 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read जम जाती है धूल ******* जम जाती है धूल ****** **************************** जब घर आंगन में जम जाती है धूल, समझो घर वालों से होती बड़ी भूल। कोई सज्जन पवनपुत्र बनकर आए, साथ उड़ा ले... Hindi · ग़ज़ल 1 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read दिल से याद आती है **** दिल से याद आती है **** ************************* बिछड़ों की दिल से याद आती है, कीमत जाने के बाद आती है। छोड़े जब दामन मन अकेला सा, मौके पर ही... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read गिरफ्त में हर सांस है *गिरफ्त में हर सांस है* ****************** कितने दिल के पास हैं, आये क्या हम रास हैं। तुम ही मंदिर हो खुदा, चरणों के हम दास हैं। होना ना पथ से... Hindi · ग़ज़ल 82 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2022 · 1 min read मीठी मीठी बात हुई **मीठी मीठी बात हुई** ******************* अप्सरा जब साक्षात हुई, मीठी - मीठी बात हुई। प्यासे दो जब नैन मिले, फूलों की बरसात हुई। होठों से जब होंठ मिले, मधुरिम सी... Hindi · ग़ज़ल 77 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read आँखों मे शर्म तो है **आँखों मे शर्म तो है** ******************* आँखों मे शर्म तो है, स्वभाव कुछ नर्म तो है। रखते हैं उसी पर आशा, मन का ये वहम तो है। खुश हो झूमते... Hindi · ग़ज़ल 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read गली गली में चोर है *गली गली में चोर है* ***************** गली - गली में चोर है, सुना जहां में शोर है। कहीं नहीं नजरें मिली, नज़र हुई कमज़ोर है। डगर बहुत ही दूर है,... Hindi · ग़ज़ल 265 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read हर जन्म तेरा साथ मिले ****हर जन्म तेरा साथ मिले**** ************************** हर जन्म में सदा तेरा साथ मिले, हाथ मेरे सदा तेरा हाथ मिले। है दुआ ये खुदा उन से बात बने, बाद में भी... Hindi · ग़ज़ल 1 111 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2022 · 1 min read मैं तुम हम होंगे *** मैं तुम हम होंगें *** ******************* मैं तुम जब भी हम होंगे, बाकी से ना कम होंगें। कैसा होगा वो लम्हा, बातों में तब रम होंगे। वो हंसीं होगी... Hindi · ग़ज़ल 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2022 · 1 min read दिल तो दीवाना है दिल तो दीवाना है *************** दिल तो दीवाना है, पागल मस्ताना है। दिल का है रोगी जो, समझो बेगाना है। जी भर के देखा तो, जालिम परवाना है। मौसम बदला... Hindi 2 1 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2022 · 1 min read रूठों को मनाने आये हैं * रूठों को मनाने आये हैं * ********************* रूठों को मनाने आये हैं, हक़ अपना जताने आये हैं। जो दिल में रही बातें बाक़ी, वो बातें बताने आये हैं। होती... Hindi · ग़ज़ल 1 76 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2022 · 1 min read हवस में फंसी नस्ल **** हवस में फंसी नस्ल है ***** *************************** सहरा ए हवस में फंसी नस्ल है, चाहत की फसल में धंसी अक्ल है। बाजारी चकाचक गुमराही भरी है, फैशन की चौंध... Hindi · ग़ज़ल 1 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2022 · 1 min read ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਵਿਚ ਮਿੱਟੀ *** ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਵਿਚ ਮਿੱਟੀ *** ********************** ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਵਿਚ ਮਿੱਟੀ ਹੋਇਆ, ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਵਿਚ ਹੀ ਹੈ ਖੋਇਆ, ਕੁੱਝ ਨੀ ਹਾਸਿਲ ਸਾਰੀ ਉਮਰੇ, ਹਰ ਦਮ ਹਰਪਲ ਹੈ ਰੋਇਆ। ਹੋਰਾਂ ਲਈ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 181 Share Previous Page 19 Next