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28 Jun 2022 · 1 min read

प्रेम दोहवली

********** प्रेम – दोहावली **********
*********************************

देख तेरी तस्वीर को , रख लेते हैं धीर।
टूटे दिल की है भला,समझ सके जो पीर।।

टूटी – फूटी झोंपड़ी , दिल के सदा अमीर।
हाल ए दिल करें बयां,हम तो संत फकीर।।

प्रेम पर भरोसा नहीं, जैसे चले समीर।
चैन निज संग ले उड़े, हालत हो गंभीर।।

मैना बैठी डाल पर , नैनो में भर नीर।
तोते से मन की कहे , मैं तेरी हूँ हीर।।

मनसीरत रत प्रेम में , सीना छलनी तीर।
जन्म – जन्म का साथ हो,जैसे दूध पनीर।।
*********************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 101 Views
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