Minal Aggarwal 1149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next Minal Aggarwal 15 Jul 2021 · 1 min read दुनिया में दुनिया दुनिया में दुनिया उस दुनिया में फिर एक और दुनिया जितने लोग उतनी दुनिया जितने जीव उतनी दुनिया जितने रिश्तों के उलझे भंवर उतनी दुनिया जितने मन में उठते भाव... Hindi · कविता 3 206 Share Minal Aggarwal 15 Jul 2021 · 1 min read दिल से प्यार जिन्दा भी नहीं मुर्दा भी नहीं इस संसार में विचर रहे आदमी को फिर आखिरकार चाहिए क्या जिन्दा का दिल तोड़ते हैं जब वह मर जाये तो फिर दुनिया को... Hindi · कविता 2 438 Share Minal Aggarwal 14 Jul 2021 · 1 min read मुस्कुराहट की बहारों का दरिया कुछ तो सच में बहुत ही खास है जो एक नहीं तीन तीन देवियों के चेहरों पर फैला मुस्कुराहटों का जाल है और यह मुस्कुराहट की बहारों का दरिया तो... Hindi · कविता 2 485 Share Minal Aggarwal 14 Jul 2021 · 1 min read अपने पराये पहले जो अपने थे अब पराये हैं पहले जो अजनबी थे अब हमसफर हैं हमकदम हैं हमसाये हैं अपने चमन में तो फूल खिलाते हैं दूसरों के बाग बगीचों को... Hindi · कविता 1 392 Share Minal Aggarwal 14 Jul 2021 · 1 min read इंसानों का हाल यह घर की बैठकों के एक कोने में गुलदस्तों में सजे प्लास्टिक के फूल हैं इन्हें कोई पानी नहीं देता इनपर धूल की परतें जमती रहती हैं उसे कोई साफ... Hindi · कविता 1 575 Share Minal Aggarwal 13 Jul 2021 · 1 min read मिट्टी में ही मिलना था तो मिट्टी में ही मिलना था तो एक इंसान के रूप में जन्म क्यों लिया इस संसार में आकर किसी ने क्या पाया इस दुनिया को प्रभु ने क्या सोचकर बनाया... Hindi · कविता 3 362 Share Minal Aggarwal 13 Jul 2021 · 2 min read ऐसे रिश्तों के बिना तुम्हीं से दोस्ती तुम्हीं से बैर तू आता है पास तो झगड़ा शुरू तू जाता है दूर तो एक पल को दिल को मिलता नहीं सुकूं कुछ रिश्ते जीवन में... Hindi · कविता 1 401 Share Minal Aggarwal 13 Jul 2021 · 1 min read कर्मफल यह किस्मत की लकीर बन रही है या मिट रही है इस समय जो लग रहा है गलत क्या उसका भविष्य उज्जवल है वर्तमान में जो घटित हो रहा है... Hindi · कविता 2 353 Share Minal Aggarwal 12 Jul 2021 · 1 min read झूठी सच से लग रहे झूठ को सच साबित करने की कतार में खड़ा एक गवाह और मारा गया कितना बड़ा बोझ उतरा एक झूठी के सिर से सच का आवरण... Hindi · कविता 2 305 Share Minal Aggarwal 12 Jul 2021 · 1 min read उस औरत के जो लोग मरते जा रहे हैं उनसे उस औरत के सम्बन्ध जुड़ते जा रहे हैं जिसने जीते जी कभी न किये उनके दर्शन उनकी तस्वीरों से ही उसके दरो दीवार... Hindi · कविता 1 1 305 Share Minal Aggarwal 11 Jul 2021 · 1 min read जीने की ख्वाहिश यह जिन्दगी कैसे एक पल सी गुजर गई पता ही नहीं पड़ा आने वाली जिन्दगी के समय तू थोड़ा धीरे चल तन अभी जवान है एक पल नहीं मन अभी... Hindi · कविता 1 447 Share Minal Aggarwal 11 Jul 2021 · 1 min read हर दिन हर रोज एक नये दिन की शुरुआत के साथ ही जीवन की भी हर दिन नये सिरे से ही शुरुआत करें अपना अतीत एक बुरे सपने की तरह भुला दें... Hindi · कविता 1 291 Share Minal Aggarwal 11 Jul 2021 · 1 min read कुछ ख्वाबों को एक गुलाबी झीनी झीनी सी परत के ऊपर सुनहरे मोतियों से छिटके ख्वाब एक बंद पलक से पर्दा हटाती खुलती पलक ने पलकों की चिलमन से चुनकर कुछ ख्वाबों को... Hindi · कविता 427 Share Minal Aggarwal 10 Jul 2021 · 1 min read दिल का पोखर दिल का पोखर यूं तो रहता है अक्सर शांत पर यह इंसान है कोई संत नहीं महात्मा नहीं परमात्मा नहीं लाख कोशिश कर ले फिर भी कोई अभद्र व्यवहार या... Hindi · कविता 3 269 Share Minal Aggarwal 9 Jul 2021 · 1 min read मौत का सामान यह बारिश की बूंदों की बौछार नहीं अंगारों में लिपटे तीरों की बौछार है यह जो मीठी बोली है इसमें मिला है जहर यह जो प्रेम का इजहार है यह... Hindi · कविता 2 1 366 Share Minal Aggarwal 9 Jul 2021 · 1 min read मौत का फरमान अपने मां बाप की अनदेखी और उन्हें तिल तिल करके मारना मौत के घाट उतारना यह गुनाह तो माफी के काबिल नहीं इसे इंसान तो क्या खुदा भी माफ नहीं... Hindi · कविता 1 1 443 Share Minal Aggarwal 8 Jul 2021 · 1 min read दावानल हर सांस में मेरी आग लगाओगे जीवन को मेरे दावानल बनाओगे तो मेरे लिए तो फिर इस तरह से जीना मुश्किल होगा असहज होगा असम्भव होगा इस दुनिया को तो... Hindi · कविता 1 1 451 Share Minal Aggarwal 8 Jul 2021 · 1 min read एक झाड़ कांटों भरा चेहरे पर चेहरे और फिर हर चेहरे के न जाने कितने रंग यह सब करते करते ऐ इंसान तू होता नहीं तंग तू कहीं से भी कोई फूल तो है... Hindi · कविता 1 1 271 Share Minal Aggarwal 7 Jul 2021 · 1 min read दर्द को जैसा खुद का दिल है दूसरे का भी होता है जैसे खुद का धड़कता है दूसरे का भी धड़कता है जैसे खुद का तड़पता है दूसरे का भी तड़पता है... Hindi · कविता 328 Share Minal Aggarwal 7 Jul 2021 · 1 min read दस रावण पांव गर्म थे रेत ठंडी रेत गर्म थी पांव ठंडे जब पड़ा बुरा वक्त वह भले बन गये जब आया जीवन में अच्छा समय वह बुरे बन गये इंसान के... Hindi · कविता 451 Share Minal Aggarwal 6 Jul 2021 · 1 min read मरने की दुआ हर किसी की जो सलामती की दुआ करे वह शख्स गर किसी की हर पल मरने की दुआ करे तो सोचा जा सकता है कि वह आदमी कितना बुरा होगा... Hindi · कविता 427 Share Minal Aggarwal 6 Jul 2021 · 1 min read आदतें आदमी इस दुनिया से विदा हो जाता है पर उसकी आदतें मरते दम तक नहीं बदलती एक बार जो मुंह लग जायें वह सारी उम्र एक गले पड़ी औरत की... Hindi · कविता 1 402 Share Minal Aggarwal 5 Jul 2021 · 1 min read दिल के सागर में यह दिल के सागर में जो भंवर उठते रहते हैं उनका किनारा क्या है यह दुनिया के लोग या भगवान का सहारा यह लोग जीवन नैया पार लगायेंगे किसी मंजिल... Hindi · कविता 2 2 277 Share Minal Aggarwal 5 Jul 2021 · 2 min read बर्थडे गिफ्ट मैं हमेशा से ही अपने बर्थडे पर बड़ी उत्साहित रहती आई हूं और कोशिश करती हूं कि यह दिन अच्छे से मन जाये। यह उन दिनों की बात है जब... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 5 410 Share Minal Aggarwal 4 Jul 2021 · 4 min read फैक्ट्री का भूत शाम का समय था। मैं पापा के आफिस के बाहर अकेली खेल रही थी। पापा के आफिस से फैक्ट्री धुर अंदर तक दिखती थी। हल्का हल्का अंधेरा होने लगा था।... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 733 Share Minal Aggarwal 3 Jul 2021 · 4 min read डर पर विजय कोरोना काल में मां के आकस्मिक निधन ने जैसे मुझे झकझोर के रख दिया था। यह समय चुनौतीपूर्ण था और उसपर यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन मृत्यु पर तो किसी का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 253 Share Minal Aggarwal 3 Jul 2021 · 3 min read अंडा मैं बचपन से ही बहुत शरारती थी। घर में टिक कर नहीं बैठती थी। मौका पाते ही आंख बचाकर अड़ोस पड़ोस में खेलने के लिए भाग जाती थी। उस शाम... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 5 650 Share Minal Aggarwal 2 Jul 2021 · 1 min read दुख के सागर में तंग जो करते हैं लोग अपने परिवार वालों को उनका जीवन आराम से कैसे कटता है भगवान भी उन्हें सुधारने का कोई यत्न नहीं करते जो करते हैं जुर्म और... Hindi · कविता 233 Share Minal Aggarwal 2 Jul 2021 · 4 min read हमारी सहाय आंटी सहाय आंटी हमारे पड़ोस में रहती थी। हम बच्चों के लिए तो वह आंटी क्या बल्कि हमारी दादी और नानी समान ही थी। दिखने में बेहद खूबसूरत और रोबीली। ठसके... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 3 720 Share Minal Aggarwal 1 Jul 2021 · 4 min read डर पर विजय कोरोना काल में मां के आकस्मिक निधन ने जैसे मुझे झकझोर के रख दिया था। यह समय चुनौतीपूर्ण था और उसपर यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन मृत्यु पर तो किसी का... Hindi · कहानी 547 Share Minal Aggarwal 18 Jun 2021 · 1 min read फूलों की बातें कर लेते हैं फूलों की बातें कर लेते हैं जो फूलों के बाग में जा न सकें फूल से महबूब के फूलों से महकते ख्वाब सजा लेते हैं जो हकीकत में उसे पा... Hindi · कविता 2 282 Share Minal Aggarwal 17 Jun 2021 · 1 min read रिश्तों को तो रिश्तों को तो फूल सा खिला और महकता होना चाहिए किसी पत्ते सा सूखा और बेजान नहीं या फिर रिश्ता होना ही नहीं चाहिए रेगिस्तान की तरह बस चारों तरफ... Hindi · कविता 3 2 319 Share Minal Aggarwal 16 Jun 2021 · 1 min read यह आसमान का कंचई नीला रंग यह आसमान का कंचई नीला रंग एक शीशे की परत सा उतर आया मेरी आंखों की झील में काले पर्दे पर जैसे सफेद बादलों के परिन्दे से लहरा गये मुझे... Hindi · कविता 2 1 284 Share Minal Aggarwal 15 Jun 2021 · 1 min read जीवन के प्रति दृष्टिकोण यह घर छोड़ो यह दुनिया छोड़ो ऐसे बीमार मानसिकता वाले लोगों तुम पहले अपना दिल फिर दिमाग फिर आत्मा फिर नजरिया फिर जीवन के प्रति दृष्टिकोण बदलो। मीनल सुपुत्री श्री... Hindi · कविता 2 522 Share Minal Aggarwal 14 Jun 2021 · 1 min read दिल के घर में मैं तो अपने दिल के घर में रहती हूं दिल के घर में विचरती हूं दिल के घर की चारदीवारी के भीतर बंद हूं मुझे कोई क्या कैद करेगा इन... Hindi · कविता 2 2 507 Share Minal Aggarwal 13 Jun 2021 · 1 min read तुम पधारे मेरे घर तुम पधारे मेरे घर आकर बैठे मेरे पहलू में पल दो पल कुछ आराम मिला तुम चले गये जब वापिस अपने घर अब उस कल का उस पल का मुझे... Hindi · कविता 1 510 Share Minal Aggarwal 12 Jun 2021 · 1 min read एक गुलाब का फूल यह बंद किताब में इसके पन्नों के बीच दबा पड़ा एक गुलाब का फूल कभी तुम्हारी ही बगिया का फूल था यह किसी अपने की भीनी भीनी याद का एक... Hindi · कविता 1 1 431 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2021 · 1 min read प्यार की ज्योत जलाकर मुझे इंसानों से प्यार है उसे दुनियावी चीजों से उसमें भटकाव है मेरे में ठहराव मैं दिल में प्यार की ज्योत जलाकर जीती हूं वह दिल में बुरी प्रवृत्तियों के... Hindi · कविता 2 340 Share Minal Aggarwal 10 Jun 2021 · 1 min read इस दुख की घड़ी में जिन लोगों के हालात खुद ही इतने बिगड़े हुए हैं विचार हैं तंग और सोच है नकारात्मक वह भला इस दुख की घड़ी में मुझे क्या सम्भालेंगे जब भी मुंह... Hindi · कविता 3 1 321 Share Minal Aggarwal 9 Jun 2021 · 1 min read रिश्तों का खून रिश्तों का खून करते करते वह थका नहीं यह सब करके वह पाना क्या चाहता था इसका भी उसको पता नहीं सबको पागल समझता था और खुद को होशियार अपने... Hindi · कविता 1 2 433 Share Minal Aggarwal 8 Jun 2021 · 1 min read कोयल सा मीठा जहर भरा हुआ मन में कोयल सा मीठा पर कूकती है दिन रात बांधकर गले में प्यार का झूठा फंदा वह पल पल मेरे मरने का इंतजार करती है। मीनल... Hindi · कविता 2 488 Share Minal Aggarwal 7 Jun 2021 · 1 min read इस घर में ऐसा लग रहा है कि इस घर में कोई मौत नहीं हुई बल्कि किसी उत्सव का जश्न बड़े ही जोरों शोरों से मनाया जा रहा है मिलना किसी के दुख... Hindi · कविता 324 Share Minal Aggarwal 6 Jun 2021 · 1 min read इंसान नहीं राक्षस किसी की मौत का भी जो लोग उत्सव मनाते हैं एक पल को भी जो न शोक मनाते हैं वह इंसान नहीं राक्षस कहलाते हैं। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार... Hindi · कविता 2 1 309 Share Minal Aggarwal 5 Jun 2021 · 1 min read आह कभी किसी की आह मत लेना यह आग का काम करती है एक बार जो लगनी शुरू होती है तो पानी से या खुदा की मेहर से भी नहीं बुझती... Hindi · कविता 352 Share Minal Aggarwal 4 Jun 2021 · 1 min read गम एक पहरेदार सा खुशियां जो मनाते हैं दूसरों को बर्बाद करके एक दिन गम फिर उनके दरवाजे पर आकर एक पहरेदार सा जमकर बैठ जाता है कभी न वापिस जाने के लिए। मीनल... Hindi · कविता 2 1 365 Share Minal Aggarwal 3 Jun 2021 · 1 min read ऐसे लोगों से कभी किसी के हाथ धोकर इतना पीछे पड़ना और कभी दिखना ही नहीं एकदम से जड़ से गायब हो जाना ऐसे लोगों से बचकर रहना चाहिए यह अक्सर होते हैं... Hindi · कविता 2 2 429 Share Minal Aggarwal 2 Jun 2021 · 1 min read मतलब की दुनिया इस मतलब की दुनिया से अपनी जान छुड़ाओ और अपने जीवन को सार्थक बनाने की कोशिश करते किसी काम में दिलोजान से जुट जाओ यह लोग कभी न काम आये... Hindi · कविता 1 1 610 Share Minal Aggarwal 1 Jun 2021 · 1 min read तुम मेरे ही पेड़ हो एक जड़ एक तना एक टहनी एक फल एक फूल एक पत्ता एक घोंसला एक चिड़िया एक जमीन एक आसमान एक मिट्टी एक बादल एक रास्ता एक मंजिल एक शोर... Hindi · कविता 3 2 372 Share Minal Aggarwal 31 May 2021 · 1 min read कांच का मरुस्थल यह कांच का मरुस्थल कांच के दानों से बना चमक रहा एक शीशे सा पांव जो इसपर पड़ा तो यह चटका और मेरा पांव इसमें धंसा जख्मी कर दिया इसकी... Hindi · कविता 380 Share Minal Aggarwal 30 May 2021 · 1 min read जीवन की डोर जीवन एक अनसुलझी पहेली उसे समझने की कोशिश करने का सीधा सीधा अर्थ यह है कि एक सुलझे हुए आदमी का जीवन की डोर में बेवजह उलझना खुद को एक... Hindi · कविता 1 1 794 Share Previous Page 19 Next