Minal Aggarwal 1149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 Next Minal Aggarwal 1 Aug 2021 · 1 min read उम्मीद सूरज की हर सुबह एक किरण उगे मेरे मन में भी हर रोज उम्मीद की एक जलती उज्जवल लौ लहराकर मेरे गले मिले जब तक मेरा जीवन है यह उम्मीद... Hindi · कविता 1 1 440 Share Minal Aggarwal 31 Jul 2021 · 1 min read आंखें आंखें डालकर आंखों में कहते हैं एक बात ख्वाबों में हकीकत को भी ख्वाबों का रंग देंगे खुलने न देंगे रात की किताब का अगला पन्ना सुबह का हो गई... Hindi · कविता 318 Share Minal Aggarwal 31 Jul 2021 · 1 min read शर्त चलो शर्त लगी कि वह मान जायेगी जिन्दगी भर के लिए मेरी हमराज बनेगी मेरा हाथ अपने हाथ में थामेगी और चांद के पार मेरे साथ सैर पर जायेगी चलो... Hindi · कविता 204 Share Minal Aggarwal 31 Jul 2021 · 1 min read बारिश बारिश की बूंदे गिरें छम छम जैसे पैरों में बंधी पायल के घुंघरू करें रुनझुन रुनझुन न कोई गायक गा रहा न कोई नृत्यांगना नृत्य कर रही न कोई राग... Hindi · कविता 1 525 Share Minal Aggarwal 30 Jul 2021 · 1 min read उसकी मुस्कुराहट उसकी मुस्कुराहट एक आसमान में चमकती किसी बिजली सी है वह मुस्कुराती कुछ ज्यादा ही है लगता है उस गुलाब की पंखुड़ियों की रेशमी काया की परतों में लपेटकर वह... Hindi · कविता 1 1 484 Share Minal Aggarwal 30 Jul 2021 · 1 min read भ्रम भ्रम भ्रम से पैदा होता है लोग अक्सर ही डालते हैं खुद के फायदे के लिए दूसरों की आंखों पर पर्दे यह पर्दे वह कभी हटने देते ही नहीं इस... Hindi · कविता 1 1 393 Share Minal Aggarwal 30 Jul 2021 · 1 min read सवेरा सवेरा होते ही होता है एक नई जिन्दगी का आगाज हर पल अच्छा गुजरे तो होता है भीतर ही भीतर एक जीत हासिल करने का अहसास हर सवेरा एक उगते... Hindi · कविता 1 1 360 Share Minal Aggarwal 29 Jul 2021 · 1 min read प्यार के कांच का खिलौना यह इंसान जो कभी भूले भटके दोस्त बनने की कोशिश करेगा तो इससे दुश्मनी और बढ़ जायेगी कई बार कुछ लोगों के साथ रहते हुए भी सारा जीवन लाख कोशिशों... Hindi · कविता 451 Share Minal Aggarwal 29 Jul 2021 · 1 min read एक विचित्र प्राणी सब कुछ खत्म हो गया फिर भी उसे अपने परिवार का ख्याल नहीं आया अब न जाने किस का अंत करना रह गया है शेष यह आदमी किस तरह की... Hindi · कविता 258 Share Minal Aggarwal 29 Jul 2021 · 1 min read मेरे हाथों की लकीरों में मेरे हाथों की लकीरों में भी कोई चित्रकारी तो है बहुत ज्यादा नहीं पर किस्मत की रेखाओं से मेरी थोड़ी थोड़ी यारी तो है अभी तो मेरी हथेलियां रंगहीन हैं... Hindi · कविता 1 428 Share Minal Aggarwal 28 Jul 2021 · 1 min read यह मग यह मग मैंने खरीदा था कभी यह सोचकर कि पहले बनाकर फिर इसमें डालकर मैं गरमा गरम चाय या कॉफी पीया करूंगी यह तो किसी कारणवश एक टेबल के कोने... Hindi · कविता 1 379 Share Minal Aggarwal 28 Jul 2021 · 1 min read मेरी माला के दो मोती मेरी माला के दो मोती एक सूरज एक चांद एक सफेद एक पीला यह दोनों स्थाई हैं एक मोती अस्थाई भी है वह एक चमकते जुगनू सा बैंगनी आसमान में... Hindi · कविता 2 289 Share Minal Aggarwal 28 Jul 2021 · 1 min read गुलमोहर का पेड़ गुलमोहर के पेड़ पर कभी पतझड़ में पत्ते तक नहीं होते कभी हरे हरे मखमली एक नरम बिछौने से पत्ते तो होते हैं पर लाल लाल नारंगी नारंगी धधकतेअंगारों से... Hindi · कविता 1 357 Share Minal Aggarwal 27 Jul 2021 · 1 min read आसमान तरसता रह जाता है आसमान में कभी बादल छा जाते हैं कभी यह बादलों के आवरण के बिना है बादल जब बरसते हैं धरती को भिगोते हैं आसमान को भी तब गीला कर देते... Hindi · कविता 1 192 Share Minal Aggarwal 27 Jul 2021 · 1 min read बारिश की एक एक बूंद बारिश की एक एक बूंद जैसे एक एक पल जैसे एक एक सदी जैसे एक एक यादों का मोती जैसे समय की धार जैसे सीने को चीरती कोई कटार जैसे... Hindi · कविता 290 Share Minal Aggarwal 27 Jul 2021 · 1 min read बिना पत्तों का एक एक करके पेड़ के पत्ते झड़ रहे हैं ऐसा ही होता रहा तो यह पेड़ तो एक दिन बिना पत्तों का हो जायेगा इसने अपनी आंखों की शरम एक... Hindi · कविता 2 381 Share Minal Aggarwal 26 Jul 2021 · 1 min read यह व्यक्ति तो पैदा ही हुआ है यह व्यक्ति तो पैदा ही हुआ है जीवन में किसी मकसद को पाने के लिए इसे एक हवा के वेग की तरह बहने दो इसका रास्ता मत रोको कमरे की... Hindi · कविता 1 245 Share Minal Aggarwal 26 Jul 2021 · 1 min read सागर के तट को एक भाव लहर की तरह आता है वापिस चला जाता है सागर के तट पर यह रुकता कहां है पर सागर के तट को अपने पानी की बौछार से नहला... Hindi · कविता 1 427 Share Minal Aggarwal 26 Jul 2021 · 1 min read बिजली की करंट से झटके पहले मुंह से बातें करी फिर हवा से बातें करने लगी उसका काम ही है बातें मिलाना और किसी की एक न सुनना ऐसे ही ठोकरें खा खाकर बीतेगी जिन्दगी... Hindi · कविता 1 347 Share Minal Aggarwal 25 Jul 2021 · 1 min read बिना कांटे का फूल जो व्यक्ति प्रेम से भरा है प्रेम का असीम भंडार है वहां भी यह दुनिया के लोग उसमें घृणा जैसे भाव ही तलाश रहे हैं बिना कांटे का फूल है... Hindi · कविता 1 471 Share Minal Aggarwal 25 Jul 2021 · 1 min read यह जीवन का खेल एक गुब्बारे से खेलने के लिए उसमें हवा भरी हवा में उसे उछाला धीरे धीरे वह ढीला पड़ने लगा और उसकी हवा निकल गई अब मैं किसके साथ खेलूं तेरा... Hindi · कविता 1 233 Share Minal Aggarwal 25 Jul 2021 · 1 min read दिल के बक्से में अपने दिल के बक्से में भर लूं मैं प्रेम तेरा और लगा दूं उसपर ताला तू भी खोले तो उसे खोलने न दूं लगा दूं तेरी आंखों पर मरीचिका के... Hindi · कविता 1 1 378 Share Minal Aggarwal 24 Jul 2021 · 1 min read मेरा प्रेम पाने के लिए एक फूल तोड़कर लाने को कहा था तुम तो पूरा पौधा ही उखाड़ लाये मेरा प्रेम पाने के लिए ऐसे बसे बसाये उपवन उजाड़ोगे तो मेरे हृदय में अपने प्रति... Hindi · कविता 2 1 261 Share Minal Aggarwal 24 Jul 2021 · 1 min read खुद की यात्रा खुद तक मैं कहूंगी तुम सुनो मैं कहती रहूंगी तुम सुनते रहो तुम कुछ कहना चाहोगे तो मैं नहीं सुनूंगी यह रिश्ता तो फिर एक तरफा हुआ ना स्वार्थ से भरा जो... Hindi · कविता 1 1 486 Share Minal Aggarwal 24 Jul 2021 · 1 min read यह आसमान की जमीन भी आसमान तक पहुंचकर मुझे उसके बादलों संग उड़ना नहीं बल्कि उसकी एक अदृश्य आंखों से ओझल बादलों के पीछे जमीन को ढूंढकर उसपर चलना है कितना रोती होगी ना यह... Hindi · कविता 1 339 Share Minal Aggarwal 23 Jul 2021 · 1 min read प्रेम के रिश्ते को यह फल पेड़ पर लटका लटका ही सूख गया न इसे किसी ने तोड़ा न खाया न हवा ने इसे जमीन पर गिराया न फिर उठाकर इसे किसी ने बाजार... Hindi · कविता 1 248 Share Minal Aggarwal 23 Jul 2021 · 1 min read सचमुच का सन्यासी यह दिल पान का पत्ता होना चाहिए था पीपल का पत्ता कैसे हो गया दुनिया के रंग में रंगना चाहिए था इसे यह एक जोगी बनकर मंदिरों से घिरे गंगा... Hindi · कविता 1 299 Share Minal Aggarwal 23 Jul 2021 · 1 min read उस बूढ़े पेड़ के तने से जैसे जैसे समय बीत रहा है मेरे तो मन के धागे उस बूढ़े पेड़ के तने से और अधिक तेजी से लिपटे जा रहे हैं मेरे प्रेम का रंग तो... Hindi · कविता 1 234 Share Minal Aggarwal 22 Jul 2021 · 1 min read गलत अंदाजा बिना जाने बिना परखे बिना बातचीत मैं उसे बुरा समझ रही थी जब उसका हाल जाना तो समझ आया कि मैं कितनी गलत थी वह एक अच्छा इंसान था जो... Hindi · कविता 2 1 360 Share Minal Aggarwal 22 Jul 2021 · 1 min read जख्म पर जख्म वह जख्म पर जख्म दिये जा रहे हैं हम अपने होठों को खामोशी के साथ सिलते चले जा रहे हैं दरिंदगी की सारी हदें पार करके भी वह खुद को... Hindi · कविता 1 524 Share Minal Aggarwal 22 Jul 2021 · 1 min read कांटों के जंगल हम अक्सर ही पाल लेते हैं गलतफहमियां दिलों में बो लेते हैं कांटे जिस जगह उगाने होते हैं फूल इसका नतीजा यह होता है कि फूलों के उपवन की जगह... Hindi · कविता 1 325 Share Minal Aggarwal 21 Jul 2021 · 1 min read यह पतंग अभी कुछ देर और उड़ सकती थी यह पतंग आसमान में अभी कुछ देर और उड़ सकती थी बिना कटे यह कटी नहीं इसे जानबूझकर काट दिया गया पतंगबाजी से मन भर गया था और जिन्दगी और... Hindi · कविता 2 1 263 Share Minal Aggarwal 21 Jul 2021 · 1 min read आदत से मजबूर बातें चाहे लाख मीठी कर लो पीठ पीछे वह उसमें जहर तो घोलेंगे खाना चाहे कितनी मेहनत से ही क्यों न बनाया हो आंख बचाकर दबे पांव रसोईघर में जाकर... Hindi · कविता 1 573 Share Minal Aggarwal 21 Jul 2021 · 1 min read नाराज तो नाराज तो हर कोई होगा मुझसे गर मैं उसके मन के मुताबिक न नाचूं अब मैं कोई मनोरंजन का साधन नहीं कि एक टीवी चैनल की तरह मुझे लगा लिया... Hindi · कविता 241 Share Minal Aggarwal 20 Jul 2021 · 1 min read रिश्ता कबूल नहीं तू मुझे फूल दे तो भी मुझे नापसंद तू मुझे कांटा दे तो भी मुझे मंजूर नहीं तू पूरा गुलशन मेरे नाम कर दे तो भी मैं नाखुश सच तो... Hindi · कविता 235 Share Minal Aggarwal 20 Jul 2021 · 1 min read एक दिल का बंटवारा दिल धड़कता कुछ के लिए सबके लिए नहीं यह एक इंसान में एक दिल होता है या इससे ज्यादा वह कौन सी रंजिश है वह कौन है आखिर जिसने किसी... Hindi · कविता 451 Share Minal Aggarwal 20 Jul 2021 · 1 min read इतने सितम तो अपनों को जमीन पर गिराया गैरों को आसमान में बिठाया इतने सितम तो कुदरत भी नहीं ढाती हे भगवान यह कुछ इंसानों को तूने राक्षस से भी बदतर बनाया। मीनल... Hindi · कविता 291 Share Minal Aggarwal 19 Jul 2021 · 1 min read खंडहर होती अपनी जिन्दगी की कहानी की अंतिम सांस तक किताब भी कलम भी दवात भी जज्बात भी खाली पन्नों की एक बारात भी डोली में दुल्हन पर न बैठे नहीं होगी वह अपना घर छोड़ कहीं किसी के लिए... Hindi · कविता 1 353 Share Minal Aggarwal 19 Jul 2021 · 1 min read तेरी यादों की एक लकीर बार बार मैं देखूं तेरी तस्वीर दिल में उभर आती है तेरी यादों की एक लकीर तू नहीं कोई एक धुंधली जंजीर तू तो मेरे दिल की गली में सदियों... Hindi · कविता 1 399 Share Minal Aggarwal 19 Jul 2021 · 1 min read साक्षात एक दर्शन देते प्रभु से जब तुम समक्ष थे मेरे सामने नहीं थे अब मेरी नजरों से ओझल तो मेरे हृदय में विराजमान साक्षात एक दर्शन देते प्रभु से मेरे रोम रोम में बसते मेरे... Hindi · कविता 2 240 Share Minal Aggarwal 18 Jul 2021 · 1 min read समय भागता जा रहा समय भागता जा रहा बहुत ही तेज गति से थोड़ा आहिस्ता चल मैं तेरे पीछे पीछे अब इतना तेज न भाग पाऊंगी तू दिन पर दिन होता जा रहा है... Hindi · कविता 2 1 271 Share Minal Aggarwal 18 Jul 2021 · 1 min read सोहबत हे प्रभु मुझे कुछ सांसों की मोहलत देना जीवन में जो करना है लक्ष्य हासिल उसे पूरा करने की ताकत देना अपना हाथ मेरे सिर पर हमेशा बनाये रखना निरंतर... Hindi · कविता 2 271 Share Minal Aggarwal 18 Jul 2021 · 1 min read रिश्तों के सफर में सांसे खींच लीं हैं मेरी कुछ दरिंदों ने यूं तो मेरे अपने होने के दावे ठोकते हैं जब उनके करीब होने से दिल को कोई सुकून न मिले तो रिश्तों... Hindi · कविता 1 298 Share Minal Aggarwal 17 Jul 2021 · 1 min read सांसों के खेल के साथ वजह हो तो भी न हो तो भी दिल को भारी मत करो सांसों के खेल के साथ बहुत अधिक दुश्वारी मत करो कोई साथ न मिले तो खुद के... Hindi · कविता 2 252 Share Minal Aggarwal 17 Jul 2021 · 1 min read आदमी से ज्यादा तो आदमी से ज्यादा तो उसके सामान की उम्र लम्बी होती है खाली घर रह जाता है लोगों के चले जाने से उनकी कमी तो हरदम ही अखरती है। मीनल सुपुत्री... Hindi · कविता 1 249 Share Minal Aggarwal 17 Jul 2021 · 1 min read आसमान का साया आसमान हो सूरज का या बिना सूरज का चांद का या बिना चांद का सितारों का या बिना सितारों का बादलों का या बिना बादलों का बारिश का या बिना... Hindi · कविता 2 413 Share Minal Aggarwal 16 Jul 2021 · 1 min read घातक वह जब भी कोई बात करेंगे तो हृदय में कांटे ही चुभायेंगे बहुत ही घातक है जानलेवा है ऐसे लोगों से वास्ता कहीं दूर से भी आते दिखें तो अपनी... Hindi · कविता 1 405 Share Minal Aggarwal 16 Jul 2021 · 1 min read प्रभु का आशीर्वाद नहीं जब तन है तब मन नहीं जब मन है तब तन नहीं जब तन है मन है साधन नहीं जब तन है मन है साधन है सेवा नहीं जब तन... Hindi · कविता 2 647 Share Minal Aggarwal 16 Jul 2021 · 1 min read मेरे प्रभु जीवन के दरिया के दो किनारे सुख और दुख मेरे जीवन के एक तुम ही सहारे मेरे जन्मदाता मेरे पालनहार मेरी आवाज मेरी पुकार मेरा तन मेरा मन मेरी आत्मा... Hindi · कविता 2 305 Share Minal Aggarwal 15 Jul 2021 · 1 min read एक पत्ता उड़कर एक पत्ता हवा के संग उड़कर जा रहा न जाने कहां अरे फिर कहीं भटक न जाये इसे रोककर कोई इसको इसके ठिकाने का जरा पता बता देना। मीनल सुपुत्री... Hindi · कविता 1 392 Share Previous Page 18 Next