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16 Jul 2021 · 1 min read

मेरे प्रभु

जीवन के दरिया के
दो किनारे
सुख और दुख
मेरे जीवन के
एक तुम ही सहारे
मेरे जन्मदाता
मेरे पालनहार
मेरी आवाज
मेरी पुकार
मेरा तन
मेरा मन
मेरी आत्मा
मेरे मन की नदी में
बहते
मेरे अन्तर्मन के अक्स
मेरी नस नस में प्रवाहित
मेरी हर सांस में बसे
कण कण में विराजमान
मेरे अपने
मेरे सब कुछ
मेरे प्रभु।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
2 Likes · 281 Views
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