लक्ष्मी सिंह 1035 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 17 Next लक्ष्मी सिंह 11 Aug 2017 · 1 min read प्यार ???? अब नींद कहाँ आती है,पर सोना ही पड़ता है दर्द हद से गुजर जाये,तो रोना ही पड़ता है। जब प्यार किया है तो रीत निभाना ही पड़ता है। रात... Hindi · मुक्तक 715 Share लक्ष्मी सिंह 11 Aug 2017 · 1 min read दिवाने ???? हम दिवाने हैं,अक्सर तन्हाई से बातें करते हैं। सारी दुनिया से बेखबर ख्यालों में खोये रहते हैं। अपने महबूब की याद में ही मर-मर कर जीते हैं - इस... Hindi · मुक्तक 466 Share लक्ष्मी सिंह 11 Aug 2017 · 1 min read सास बिना ससुराल ना होता ???? सास बिना ससुराल ना होता, सुना बंगला खंडहर सा होता। सास से समाज मे है मर्यादा, ये तो घूँघट है बहु के सर का। जो बहु की हर एक... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 11 Aug 2017 · 1 min read वादा ????? अपने वास्तविकता को पहचाने और खुद से करें एक वादा। जीवन में उत्थान,रचनात्मकताऔर बौद्धिकता को दे बढावा। प्रतिपल नया रचे गूढ़ ज्ञान प्राप्ति के लिए स्वयं को प्रेरित करे... Hindi · मुक्तक 479 Share लक्ष्मी सिंह 10 Aug 2017 · 1 min read नारी जननी जन्मदायनी , नारी तू नारायणी। हर रूप पूजनीय , तेरा स्थान सर्वोपरी।। ????? मिली नहीं बराबरी , पुरुष प्रधान संस्कृति। उपेक्षित सदा रही , विडंबना ये सबसे बड़ी।। ?????... Hindi · कविता · नारी शक्ति 708 Share लक्ष्मी सिंह 10 Aug 2017 · 1 min read तू दुर्गा , तू पार्वती है तू दुर्गा, तू पार्वती है । तू दुनिया की पराशक्ति है। हे देवी तू आद्य शक्ति है। प्रकृति में सहज प्राकृति शक्ति है। तू सारा ब्रह्माण्ड, तू पूरी सृष्टि है... Hindi · कविता · नारी शक्ति 461 Share लक्ष्मी सिंह 6 Aug 2017 · 1 min read मित्रता (मित्रता दिवस पर) ?????? मित्र हो तो कृष्ण की तरह हो जो भले ही मित्र लिए लड़े नहीं, पर सुनिश्चित करें कि मित्र जीत जाये। या तो फिर मित्र कर्ण की तरह हो... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 818 Share लक्ष्मी सिंह 5 Aug 2017 · 1 min read भँवरा-मुक्तक माला (1) गुन-गुन करता आया भँवरा। फूल-फूल मँडराया भँवरा। बाग-बाग में घूम-घूम कर- प्रीत का गीत सुनाया भँवरा। (2) बंद कली को खिलाया भँवरा। पुष्प - पराग बिखराया भँवरा। ये निर्मोही,... Hindi · मुक्तक 317 Share लक्ष्मी सिंह 5 Aug 2017 · 3 min read माँ ????ॐ नमःशिवाय???? लघु कथा , आज दुर्गा बहुत परेशान है।रात के दो बज रहे है।धरती -आकाश सब सो चूके है।पर,उसके आँखों में नींद कहाँ,गला दर्द से रूँध गया था।सीने के... Hindi · लघु कथा 1 1 788 Share लक्ष्मी सिंह 4 Aug 2017 · 1 min read मैं रंग भरे... (1) ?मैं रंग भरे जिन्दगी के तराने गुनगुनाऊँ? (2) ?पंख ख्वाबों के गगन में फैलाये मैं उड़ जाऊँ? (3) ?फूलों के संग इन्द्रधनुषी रंग में रंग जाऊँ ? (4) ?सागर... Hindi · हाइकु 642 Share लक्ष्मी सिंह 4 Aug 2017 · 1 min read दुश्मन जमाना बेटी का ???? जग बैरी होता रहा, बेटी का हर बार। क्यों पहले ही जन्म के, बेटी देता मार। जीने का अधिकार दो।। 1 यहाँ मौत के बाद तो , सभी चिता... Hindi · दोहा · बेटी/बेटियां 909 Share लक्ष्मी सिंह 4 Aug 2017 · 1 min read क्यों परदेशी होती है बिटिया ???? बाबुल के आँगन की चिड़िया, क्यों परदेशी होती है बिटिया। बाबुल आँगन फूल सी खिलती, महकाती फिर दूसरी बगिया। बाबुल आँगना से कोसों दूर, बसती उसकी असली दुनिया। बाबुल... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 841 Share लक्ष्मी सिंह 2 Aug 2017 · 1 min read शिव महिमा ???? सावन माह हे शिव भक्त करे पुकार तेरा। जयकारे की गूँज से, गूँज रहा संसार तेरा। झूठी दुनिया, झूठे रिश्ते-नाते सब सिर्फ़ सच्चा एक दरबार तेरा। हे शिव शंकर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 364 Share लक्ष्मी सिंह 2 Aug 2017 · 1 min read स्त्री की शक्ति स्त्री के गर्भ से ही शुरू हो जाती है एक संघर्ष बेजुबानियाँ। ताउम्र सहती परंपरा,रीति-रिवाज के नाम कितनी ही रूढियाँ। अपने भीतर की आवाज को दबाकर ओढ लेती हैं चुप्पियाँ।... Hindi · कविता · नारी शक्ति 1 615 Share लक्ष्मी सिंह 29 Jul 2017 · 1 min read वक्त ????? वक्त एक ऐसा गुरू, बिना कहे दे ज्ञान। जीवन में जीता वही, जिसे वक्त का भान।। 1 वक्त बेवक्त वक्त में, ऐसा वक्त दिखाय। जीवन भर भूले नहीं, वो... Hindi · दोहा 787 Share लक्ष्मी सिंह 27 Jul 2017 · 1 min read राख ?????? तन पे राख लपेट कर , बसहा बैल सवार। शिव के दम पे है खड़ा, ये पूरा संसार।। 1 दुर्बल नारी जान के, मत करना अपमान। चिंगारी है राख... Hindi · दोहा 2 1k Share लक्ष्मी सिंह 24 Jul 2017 · 1 min read भोला भंडारी ???? वो भोला पी हाला मतवाला डमरू वाला हृदय विशाला जग का रखवाला पहने सर्प का माला तन बाधम्बर छाला पीये भंग का प्याला गल मुण्ड माला दीन दयाला तीखाभाला... Hindi · कविता · वंदना 1 2 867 Share लक्ष्मी सिंह 23 Jul 2017 · 1 min read बंद तालों में ???????? है लगा तालों में जंग अभी तराशना है मृत से रिश्ते को प्रेम व विश्वास से सहेज कर रखना इन्सानियत के पौधे तभी रिश्तों के बीच खत्म होगी दूरी... Hindi · कविता 618 Share लक्ष्मी सिंह 22 Jul 2017 · 2 min read अहंकार ????? अहंकार मन में भरा, केवल एक विचार। इसमें रहता ही नहीं, कभी छुपा कुछ सार।। १ अहंकार मानव हृदय, सकारात्मकअभाव। जिसको होता है सदा, नकारात्मक लगाव।। २ घटे अहं... Hindi · दोहा 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 22 Jul 2017 · 1 min read बजरंगबाला (1) ❇हे प्रतिपाला गले बैजन्ती माला, बड़ा निराला❇ (2) ❇दीनदयाला माँ अंजनी के लाला है रखवाला❇ (3) ❇पर्वत वाला लाल लंगोटी वाला है मतवाला ❇ (4) ❇विपदा टाला कष्ट मिटाने... Hindi · हाइकु 567 Share लक्ष्मी सिंह 21 Jul 2017 · 1 min read हर हर महादेव ???? सब देवों के देव, सारे जग में स्वमेव , उमापति महादेव, हर हर महादेव। शिव ही कर्ता हैं, शिव ही भर्ता हैं, शिव ही धर्ता संहार करें। हर हर... Hindi · गीत · भजन · वंदना · स्तुति 411 Share लक्ष्मी सिंह 20 Jul 2017 · 1 min read बुढ़ापे में प्यार ???? कौन कहता है कि बुढ़ापा में प्यार नहीं होता है । सच तो ये है कि किसी को ऐतबार नहीं होता है। बुढ़ापे का प्यार बड़ा ही खतरनाक होता... Hindi · कविता 2 2 4k Share लक्ष्मी सिंह 19 Jul 2017 · 1 min read फिर से मैं छोटी-सी बच्ची बन जाती ???? काश एक जादू की छड़ी मिल जाती। फिर से मैं छोटी-सी बच्ची बन जाती।। गुड्डा-गुड़िया का फिर से ब्याह रचाती। फिर से झूठी-मूठी का बारात सजाती।। फिर से वही... Hindi · कविता · बाल कविता 626 Share लक्ष्मी सिंह 18 Jul 2017 · 2 min read मैं और मेरी परछाई ???? मैं कमरे में बैठी कर रही थी अकेलेपन से लड़ाई। सोच रही थी क्या यही है इस जीवन की सच्चाई। सब छोड़ जाते हैं सिर्फ़ साथ रह जाती है... Hindi · कविता 2 4k Share लक्ष्मी सिंह 16 Jul 2017 · 1 min read तेरी मेरी यारी- मुक्तक माला ???? कागज गौर वर्ण का जैसे राधाप्यारी है। स्याहीयुक्त कलम जैसे कृष्णमुरारी है। सदा ही नवरस रूपी नवरंग की निष्पाती, बरसाना गाँव जैसा तेरी मेरी यारी है।1। खुशियाँ चाहे कोई... Hindi · मुक्तक 387 Share लक्ष्मी सिंह 15 Jul 2017 · 1 min read शिव भजन ?????? हे माई इतना हम जानते कि शिव शंकर मुझे ठगेगे तो, हो जाता मैं श्री राम गुलाम। हे माई..... बीस भुजा,दस शीश चढ़ाये, आक, धतुरा और भाँग। संगम से... Hindi · गीत · भजन · वंदना · स्तुति 581 Share लक्ष्मी सिंह 15 Jul 2017 · 1 min read भक्ति रस ???? भक्ति रस से भरे हृदय में सदा ईश्वर रहें समाई। है कल्याण उसी का जिसने ये ज्योति जलाई। भक्ति रस से निकले वाणी कर्णप्रिय सुखदाई। भक्ति रस का प्याला... Hindi · कविता 3 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 14 Jul 2017 · 2 min read यात्रा संस्मरण पिछले साल मैं वैष्णव देवी गई थी। माँ के दर्शन के बाद दिल्ली वापस आ रही थी। ट्रेन शाम की थी। वैष्णव देवी की चढाई के बाद मैं काफी थक... Hindi · लघु कथा 2 535 Share लक्ष्मी सिंह 14 Jul 2017 · 1 min read रिश्ते और रास्ते (1) ?एक सिक्के के ये रिस्ते और रास्ते दो पहलू हैं? (1) ?कभी रास्ते में रिश्ते बन जाते हैं कभी टूटते? (3) ?रिश्ते निभाते कभी रास्ते खो जाते तो कभी... Hindi · हाइकु 499 Share लक्ष्मी सिंह 12 Jul 2017 · 1 min read आतंकवाद ????? आतंकवाद सभ्य समाज और मानवता के लिए कलंक, सम्पूर्ण मानव जाति के लिए बहुत बड़ा खतरा है आतंक। गोलियों, बंदूकों, बारूदों से नित सजते हैं यहाँ बाजार, विश्व भर... Hindi · कविता 376 Share लक्ष्मी सिंह 11 Jul 2017 · 1 min read बेटी - मुक्तक ???? बेटी किस कसूर, किस अपराध की सजा पाती है। कभी गर्भ, कभी दहेज के नाम मारी जाती है। घर-बाहर कहीं भी सुरक्षित नहीं है बेटियाँ - दुष्ट-दरिंदों-गिद्ध की निगाहें... Hindi · बेटी/बेटियां · मुक्तक 1 1 611 Share लक्ष्मी सिंह 11 Jul 2017 · 1 min read दूरियाँ ???? समाज और परिवार में घट रही नजदीकियां, टूट रही है भरोसा व विश्वास की हर कड़ियाँ। रिश्तों में तनाव, मतभेद ला देती है दूरियां, विश्वास और भरोसे पर चलती... Hindi · कविता 2 701 Share लक्ष्मी सिंह 11 Jul 2017 · 1 min read लुटेरा ???? चोर और डाकू तो सिर्फ धन लूटते हैं। उससे बड़े अपराधी धन, तन लूटते हैं। पर श्रद्धा के लुटेरे सबसे बड़ा लुटेरा - ये तन, मन, धन, के साथ... Hindi · मुक्तक 439 Share लक्ष्मी सिंह 10 Jul 2017 · 1 min read बेटी की पुकार ???? बेटा बेटी एक समान बता क्यूँ नहीं देते? जमाने के आँखों से ये पर्दा हटा क्यूँ नहीं देते? बेटों से कभी कम नहीं है बेटियाँ, इसे भी बराबरी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बेटी/बेटियां 1 391 Share लक्ष्मी सिंह 10 Jul 2017 · 1 min read गुरु पूर्णिमा ??? (1) ✴गुरु पूर्णिमा गुरू ही है पूर्ण माँ पूर्ण आसमाँ ✴ (2) ✴प्रथम गुरु प्रथम पाठशाला माँ है शिवाला✴ (3) ✴प्रथम प्यार प्रथम आलिंगन माँ है जीवन ✴ (4)... Hindi · हाइकु 890 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2017 · 1 min read गुरु महान ??? (1) ?गुरू महान देते हमको ज्ञान विद्या का दान? (2) ?हैं भगवान गुरू गुणों के खान सर्वोच्च स्थान ? (3) ?प्रथम गुरु होती हमारी माता जीवन दाता ? (4)... Hindi · हाइकु 424 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2017 · 1 min read रोटी, कपड़ा और मकान ???? आम आदमी के तीन अरमान मिले रोटी, कपड़ा और मकान। जग में तीनों चीजें बड़ी महान, जिनकी उंगली पर नाचे इन्सान। भूख गरीबी से होकर परेशान, देखो फाँसी पर... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 8 Jul 2017 · 1 min read संदेश ???? सखी रे नहीं,आया संदेश। पिया मेरे जाय बसे हैं विदेश। लिख-लिख पाती,रोज पठाऊँ, दिन-भर उनको, फोन लगाऊँ। घर-बाहर कहुँ चैन न पाऊँ, हाल ज हाय सखी कैसे उन्हें बताऊँ।... Hindi · गीत · विरह · विरह गीत 491 Share लक्ष्मी सिंह 6 Jul 2017 · 1 min read तेरे आने से ???? तेरे आने से आज एक खता हो गयी । मैं शबभर जलती एक समा हो गयी। रात भर बरसता रहा बादल लगातार, मेरे दर्द-ए-दिल की दवा हो गयी ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 636 Share लक्ष्मी सिंह 6 Jul 2017 · 1 min read बचपन और बारिश ???? आज सुबह से ही मौसम बड़ा है अच्छा, ढ़ूढ़े मेरा मन बावरा वो छोटा-सा बच्चा। वहीं सुहाने दिन, वो बचपन, वो बारिश, जवाँ हो रही थी हर तमन्ना हर... Hindi · कविता · बचपन · बरसात 1 1 984 Share लक्ष्मी सिंह 3 Jul 2017 · 1 min read सुन मन मेरे ???? सुन मन मेरे चल आज कुछ करें मन की मन में न रहे चल कुछ करे सुन्दर प्रकृति बड़े कितने रंग बिखेरे पड़े चल खुद में रंग भरे निखर-सँवर... Hindi · कविता 2 1 548 Share लक्ष्मी सिंह 1 Jul 2017 · 1 min read घूँघट के पार ???? नारी हाथों में रही,सकल सृष्टि पतवार। काफी कुछ है नारियाँ,इस घूँघट के पार। घर-आँगन रौशन करे,ये सूरज दमदार। स्नेह, ममता, त्याग की,शक्ति रूप साकार । दुर्गा, काली अंबिका,लक्ष्मी का... Hindi · गीत 2 695 Share लक्ष्मी सिंह 30 Jun 2017 · 1 min read बचपन मुक्तक - ४ 1) ???? बचपन होता है रंग-रंगीला-सा। लगे सुबह सुहाने, शाम सजीला-सा ना कोई फिक्र,ना ही कोई चिन्ता - फूलों-सा चेहरा है खिला-खिला-सा। 2) मुस्कुराता, इठलाता,लगे बचपन प्यारा-प्यारा है जीवन की... Hindi · मुक्तक 737 Share लक्ष्मी सिंह 29 Jun 2017 · 1 min read भाग्य जानने की उत्सुकता ???? भाग्य को जानने की आदिम उत्सुकता। देश की परम्परा कहो या आधुनिकता। जो कल था,वह आज भी है,कुछ ना बदला। वही लोग, वही पंडित और वही विचारधारा। आज भाग्य... Hindi · कविता 1 650 Share लक्ष्मी सिंह 28 Jun 2017 · 1 min read आषाढ़ माह की प्रथम वर्षा ???? आषाढ़ माह की प्रथम वर्षा, खिली प्रकृति सर्व जग हर्षा। नभ से वर्षा अमृत की धारा, पीकर तृप्त हुआ जग सारा। पूर्ण हुआ कृषक की लालसा, कविकालिदास की महत्वकांक्षा।... Hindi · गीत · बरसात 701 Share लक्ष्मी सिंह 26 Jun 2017 · 1 min read चाँद ईद और करवाचौथ पर रहता है चाँद का जलवा। बाकियों दिन वह घटता - बढ़ाता रहे, किसे है परवाह। चाँद जिसे निहारने के लिए साल में दो बार, दो सम्प्रदाय... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 764 Share लक्ष्मी सिंह 25 Jun 2017 · 1 min read मेरा साया ???? खामोश एहसासों में एक धुंधला सा चेहरा उभरता है। तू जिन्दगी है मेरी, आके हाउले से मेरी कानों में कहता है। उसकी एक छुअन से, मेरा रोम-रोम सिहरता है।... Hindi · कविता 394 Share लक्ष्मी सिंह 21 Jun 2017 · 1 min read योग (योग दिवस पर) ????? नित्य उठ करे प्राणायाम व योग, शरीर रहेगा सदा स्वस्थ निरोग। ? योग प्रकृति से जुड़ी सुन्दर विद्या, बढ़ाता बौद्धिक,शारीरिक क्षमता। ? योग सर्वोच्च ब्रह्माण्डमय सिद्धांत, योग से होता... Hindi · कविता 580 Share लक्ष्मी सिंह 18 Jun 2017 · 1 min read मेरे पापा ???? मैं आपका ही रंग रूप हूँ , मैं हूँ आपका आकार पापा। मेरा जीवन है, आप का ही आशीर्वाद पापा। मैं जो बच्चों को देती हूँ वो आपका ही... Hindi · कविता 1 617 Share लक्ष्मी सिंह 18 Jun 2017 · 1 min read पापा (पितृदिवस पर) ???? हे ईश्वर तेरा मैं ध्यान करूँ। मैं अपने पापा का गुणगान करूँ। इस पितृ दिवस के अवसर पर, मैं दोनों पिता को याद करूँ। एक जन्मदाता किया कन्यादान, एक... Hindi · कविता 534 Share Previous Page 17 Next