लक्ष्मी सिंह 1035 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 Next लक्ष्मी सिंह 16 Jun 2017 · 2 min read मैं एक बूढ़ा लाचार गरीब किसान ?????? मैं हूँ इक बूढ़ा लाचार बहुत ही गरीब किसान.... हाय ओ दाता कितनी विपदा कैसे करें निदान। घर में मुट्ठीभर दाना नहिं सूखा खेत-खलिहान।। कागज के पन्नों को रंगते,... Hindi · गीत 1 471 Share लक्ष्मी सिंह 13 Jun 2017 · 1 min read तू दुर्गा , तू पार्वती है । तू दुर्गा ,तू ही पार्वती है। तू दुनिया की पराशक्ति है। हे देवी तू आद्य शक्ति है। प्रकृति में सहज प्राकृति शक्ति है। तू सारा ब्रम्हांड , तू पूरी सृष्टि... Hindi · कविता · नारी शक्ति 610 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jun 2017 · 2 min read ?गर्मी की छुट्टी? ? ? ? ? ? ? आया मौसम गर्मी की छुट्टी का , बच्चो के रुचिपूर्ण मस्ती का। ?????? ये मौसम बड़ा है रुखा , पर हम बच्चो को भाता।... Hindi · गीत · बाल कविता 511 Share लक्ष्मी सिंह 7 Jun 2017 · 2 min read स्त्रित्व की रक्षा ???? कहते है की - पुत्र कुपुत्र हो सकता है , पर माता कुमाता नहीं होती। तो फिर वह स्त्री कौन है ? जो गर्भ में ही बेटी होने पर... Hindi · कविता · नारी शक्ति · माँ 1 1 470 Share लक्ष्मी सिंह 5 Jun 2017 · 1 min read चीख-चीख कह रही धरा ???? चीख-चीख कह रही धरा, मुझको रखो हरा - भरा। विनाश का बादल मंडरा रहा, वृक्ष लगाओ ज्यादा से ज्यादा। सारा वायुमंडल हो रहा है गर्म, अब तो मानव करो... Hindi · कविता 1 490 Share लक्ष्मी सिंह 5 Jun 2017 · 1 min read कितना सुंदर जमाना था ???? कितना सुंदर जमाना था, तब मौसम बड़ा सुहाना था। पेड़-पौधों से भरी धरा, साथ हरियाली का खजाना था। शुद्ध पानी, शुद्ध हवा, शुद्ध खाने का हर दाना था। वन-उपवन... Hindi · कविता 643 Share लक्ष्मी सिंह 4 Jun 2017 · 1 min read नारी पुरूष की शक्ति ????? नर व नारी एक-दूसरे का पूरक, नारी पुरूष की शक्ति का उर्वरक। नारी बिना पुरूष जीवन अपूर्ण, नारी ही पुरूषों को करती पूर्ण। नारी पुरूष शक्ति की जीवन सुधा... Hindi · कविता · नारी शक्ति 1 661 Share लक्ष्मी सिंह 3 Jun 2017 · 1 min read आईसक्रीम ???? तीखी धूप, चिलचिलाती गर्मी, आईसक्रीम देख मुँह में आये पानी। ? बूढ़े-बच्चे सभी आईसक्रीम के प्रेमी। चाहे हो स्टोबेरी या वेनिला चेरी। ? नई-नई किस्में मैंगो,पिस्ता अंजीर। गर्मी के... Hindi · कविता · बाल कविता 1 504 Share लक्ष्मी सिंह 1 Jun 2017 · 1 min read हमारे गांव की पनिहारन हमारे गांव की पनिहारन , नित गगरी में भरती सावन। ????? देश की संस्कृति झलकती , जब पनघट पर पानी खींचती। पेड़-पौधों को वो रोज सींचती, राही-बटोही की प्यास बुझती।... Hindi · कविता 569 Share लक्ष्मी सिंह 31 May 2017 · 1 min read माँ ????? माँ होती बेहद सामान्य महिला, जो बच्चों से नहीं करती गिला। माँ का दिल होता बहुत ही बड़ा, प्रेम,त्याग,वात्सल्य से पूर्ण भरा। आत्म शक्ति से भरी एक महिला, सिखाती... Hindi · कविता · माँ 768 Share लक्ष्मी सिंह 30 May 2017 · 1 min read नारी दिव्य स्वरूप (1) नारी में दिव्य स्वरूप का दर्शन, उन्नति प्रगति कल्याण का साधन। नारी समाज की एक निर्मात्री शक्ति, ये धारण,पोषण,संवर्द्धन और भक्ति। स्वयं महामाया प्रकृति रूप में सृष्टि, नारी पर... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 621 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2017 · 1 min read माता-पिता ईश्वर के समान ???? वृद्धाआश्रम में छोड़ गया, ये कैसा संतान। माता-पिता की फिर भी, बसती है इन्हीं में जान। ? माता-पिता तो रूप हैं ईश्वर के समान। फिर भी मंदिर में ढूंढतें,... Hindi · कविता 734 Share लक्ष्मी सिंह 24 May 2017 · 1 min read पापा की बिटिया ???? गर्मी की छुट्टी ढेर सारी मस्ती। जिन्दगी फूलों सी खिल खिला उठी। नये-नये करतब, नये-नये कलाकारी। कभी खूब शरारतें, कभी खातिरदारी। कभी कांधे पे चढ़ती, कभी पीठ की सवारी।... Hindi · कविता · बाल कविता · बेटी/बेटियां 1 710 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2017 · 1 min read प्रातःकाल ???? प्रातःकालीन प्रथम सूर्य किरण, मंत्र मुग्ध बंधा मन का हिरण। अचेत सृष्टि थी गहनता के कारण, फैला प्रकाशपूँज किया तम हरण। रूप,रस,गंध व नवीनता का वरण, ईश्वरीय कलाकृति आलौकिक... Hindi · कविता 932 Share लक्ष्मी सिंह 21 May 2017 · 1 min read तुने जो लिखे थे खत तुने जो लिखे थे खत, उसे आज भी पढ़ती हूँ। तेरे संग गुजरे जो पल, सदा याद किया करती हूँ। जब भी अपने जूड़े में, मैं कोई फूल लगाती हूँ।... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 511 Share लक्ष्मी सिंह 20 May 2017 · 1 min read सकारात्मक सोच ???? नकारात्मक लोग, नकारात्मक बाते, नकारात्मक सोच,नकारात्मक आदतें, जिन्दगी पर नकारात्मक असर छोड़ती है। जिनकी सोच और रवैया सकारात्मक हो, ऐसे ही लोग जिन्दगी में आगे बढ़ने के लिये प्रेरित... Hindi · मुक्तक 632 Share लक्ष्मी सिंह 19 May 2017 · 1 min read जो होता है आज ही होता है जो होता है, आज ही होता है। यहाँ तक कि आनेवाला कल भी आज के रूप में ही सामने आता है। बेहतरी की सभी कोशिशें आज में ही होता है।... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 511 Share लक्ष्मी सिंह 18 May 2017 · 2 min read विक्लांगता नहीं कोई अभिशाप ???? विक्लांगता नहीं कोई अभिशाप। ना ही पूर्वजन्म का कोई पाप। ना ही ईश्वर का कोई श्राप, संसार का श्रेष्ठ प्राणी हैं आप। लोगों की अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत,... Hindi · कविता 507 Share लक्ष्मी सिंह 17 May 2017 · 1 min read माँ बनकर मैं खुद को जानी माँ बनकर मैं खुद को जानी, माँ का पूरा रूप पहचानी। ईश्वर से पाकर दो बेटी, बचपन जी रही हूँ, मैं फिर से अपनी। कुछ अधूरे सपने थे अपनी, बेटी... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 617 Share लक्ष्मी सिंह 16 May 2017 · 1 min read मेरी बेटी.. मेरे आँगन में... ???? मेरी बेटी जब तू गोद में आई, बहार आई है मेरे आँगन में... तेरी नन्हें-नन्हें कदमों के पड़ते ही, फूल बिखरे हैं मेरे आँगन में... मेरी बेटी तू चाँद... Hindi · गीत · बेटी/बेटियां 1k Share लक्ष्मी सिंह 15 May 2017 · 1 min read जिन्दगी दूसरों से नहीं खुद से मुकाबला करने का नाम होता है। ???? हमें खुद से अपना श्रेष्ठ निकलने के लिए संघर्ष करना आनंद देता है। ये संघर्ष एक गहरी संतुष्टि, जिन्दगी में वास्तविक संतोष देता है। सचमुच जिन्दगी दूसरों से नहीं,... Hindi · मुक्तक 555 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2017 · 2 min read माँ (मदर्स डे पर) ???? आम आदमी या ईश्वर अवतार, माँ के दूध का सब कर्जदार। माँ के छाती से निकला दूध, जीवनदायिनी अमृत की बूँद। ? माँ जीवन की शुरुआत पहली, माँ ही... Hindi · कविता · माँ 912 Share लक्ष्मी सिंह 13 May 2017 · 1 min read माँ मेरी माँ ???? माँ मेरी माँ, मुझे छोड़ के मत जाओ कुछ दिन तो मेरे साथ बिताओ। माँ मैं तुम बिन अकेली हो जाती हूँ, जब तुम साथ होती है तो ,... Hindi · कविता · माँ 2 815 Share लक्ष्मी सिंह 12 May 2017 · 1 min read छोड़ के कंचन महल अटारी ???? छोड़ के कंचन महल अटारी, जोगन रूप सजाऊंगी...... वृन्दावन की कुन्ज गली में, अपनी कुटी बनाऊंगी..... ? लट चिपकाऊ,भस्म रमाऊं, लोकलाज बिसराऊंगी...... मन में तेरी मोहनी सुरत, ले करताल... Hindi · कविता 495 Share लक्ष्मी सिंह 11 May 2017 · 1 min read कुत्ते और बंदर की दोस्ती ???? अनोखी चीजें सदा ही चौकाती, कुछ चीजें तो अद्भुत हो जाती। देखो कुत्ते और बंदर की दोस्ती, है बड़ा अजूबा बड़ी अनोखी। कभी बंदर कुत्ते को चिढ़ाता, कभी प्यार... Hindi · कविता 1 780 Share लक्ष्मी सिंह 10 May 2017 · 1 min read महात्मा बुद्ध ????? बुद्ध ने सब दाव पर लगा दिये, कठोर तपस्या पूर्ण जीवन जीये। जिस दिन देखें कि मृत्यु है, जिस दिन देखें कि बुढापा है, जब देखें कि जीवन में... Hindi · कविता 885 Share लक्ष्मी सिंह 9 May 2017 · 1 min read मुल्क के शत्रु ???? कहीं अपने संगों के दंश हैं, तो कही प्रजातंत्र में सियासत के वंश हैं। मुल्क के शत्रु कहीं मुल्ला,कहीं महंत हैं, दोनो परिवर्तन के दुश्मन अतीत के अंश हैं।... Hindi · मुक्तक 808 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2017 · 1 min read माता-पिता ???? पाल-पोस कर बड़ा किया, जिसे अपना खून पिलाया। आज उसी औलाद ने, वृद्धाआश्रम पहुंचाया। ? पहली बार वो तब मरे जब बच्चों की तेज हुई आवाज। रही-सही भी खत्म... Hindi · कविता 653 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2017 · 1 min read जब बच्चे जवाब देते हैं ???? जब बच्चे जवाब देते हैं, जीवन के हर तार टूटते हैं। शब्दों के प्रहार से , तन पे कितने बाण चलते हैं। घायल मन ,मन के अंदर में, फिर... Hindi · कविता 1 1 470 Share लक्ष्मी सिंह 6 May 2017 · 1 min read मुस्कुराने से ???? मुस्कुराने से उम्र मेरी बढ़ती है , दुःख-दर्द और बीमारियां घटती है। जिंदगी पल-पल ढलती है , रेत की तरह मुठ्ठी से फिसलती है। ना जाने जिन्दगी का कौन... Hindi · मुक्तक 558 Share लक्ष्मी सिंह 5 May 2017 · 1 min read खुद के प्रति प्रतिबद्धता खुद के लिए फैसला लेना, और फिर उसका सम्मान करना, हमें सिखना होगा। जो खुद के लिए नहीं लड़ सकता, उसके लिए कोई भी नहीं लड़ेगा। जब हम अपनी राय... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 816 Share लक्ष्मी सिंह 4 May 2017 · 1 min read सफलता उसी को मिलता है ???? सफलता उसी को मिलता है, जो मौके पर कदम उठाता है। सभी के चेतना का अपना एक स्तर होता है। जो हमें काम करने के लिए, सही फैसला लेना... Hindi · मुक्तक 542 Share लक्ष्मी सिंह 3 May 2017 · 1 min read उठो सैनिकों वार करो ????? ????? उठो सैनिकों वार करो, स्वयं युद्ध की रणनीति तैयार करो। दिल्ली के आदेशों का, अब ना वीरों तुम इन्तज़ार करो। थाम बागडोर हाथों में, स्वयं युद्ध का अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 12k Share लक्ष्मी सिंह 3 May 2017 · 1 min read सरहद के वीर शहीदों को मेरा शत-शत नमन ?????? सरहद के वीर शहीदों को,मेरा शत-शत नमन। खुद को मिटाकर जो,कर गये सुरक्षित वतन। ? खबरदार ऐ सरहद पार,कश्मीर है हमारा चमन। ललकार हमें मत ऐ कायर,अब नहीं होता... Hindi · कविता 954 Share लक्ष्मी सिंह 2 May 2017 · 1 min read तुम और मैं ???? तू शिव है, तेरी शक्ति हूँ मैं। तेरी जीवन की, हर एक भक्ति हूँ मैं। ? तेरे अंग में समायी, तेरी अर्धांगिनी हूँ मैं। तेरे संग-संग चलूँ, तेरी संगनी... Hindi · कविता · प्रेम 578 Share लक्ष्मी सिंह 1 May 2017 · 1 min read मेहनतकश मजदूर (मजदूर दिवस पर) ???? जुझारू,मेहनतकश एक शक्ति क्रांतिकारी। हर उद्योग में मजदूरों की अपरिहार्य भागीदारी। ? मजदूरों पर देश की समस्त आर्थिक उन्नति टिकी। मजदूर सभी प्रकार के क्रियाकलापों की है धूरी। ?... Hindi · कविता 577 Share लक्ष्मी सिंह 30 Apr 2017 · 1 min read कोई जन्म से कवि नहीं होता है ???? कोई जन्म से कवि नहीं होता है। हर व्यक्ति में कहीं एक कवि छिपा होता है। ? कोई घटना या दृश्य मन की भावनाओं को छू जाता है। वही... Hindi · कविता 1 426 Share लक्ष्मी सिंह 29 Apr 2017 · 1 min read मित्रता का बीज मित्रता का बीज दो क्यारियों में एक ही वेग से उगता है, और एक ही वसंत में खिलता है। मित्र में कौन छोटा ? कौन बड़ा ? यह प्रश् न?... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 832 Share लक्ष्मी सिंह 28 Apr 2017 · 1 min read खुशी ???? खुशी आत्मा की उपज है। सबको मिलती नहीं सहज है। ? कोई एक गुलाब से भी खुश हो जाता है। कोई मँहगा तोफा पाकर भी आँसू बहाता है। ?... Hindi · कविता 436 Share लक्ष्मी सिंह 27 Apr 2017 · 1 min read प्रतिबद्ध मन मकसद है, दूरदर्शिता है, योजना भी है, मंजिल तक पहुँचने की। कमी होती है तो बस लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध मन की। आधे-अधूरे मन से काम करने की प्रवृत्ति हमें... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 797 Share लक्ष्मी सिंह 26 Apr 2017 · 1 min read न्याय की देवी ???? बाँधआँखों पर काली पट्टी अंधी बनी न्याय की देवी। न्याय तराजू हाथ की मुट्ठी, सबूत तौलती सच्ची-झूठी। एक हाथ तलवार दोधारी, फिर भी बेबस बनी बेचारी। संविधान की ओट... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 25 Apr 2017 · 1 min read प्यार इश्क को लोग खुदा मानते हैं, इश्क करनेवाले को बुरा मानते हैं। पत्थर पे सर झुकाकर दुआ मागते हैं, दो प्यार करनेवाले को जुदा करते हैं। खुद में जादू की... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 625 Share लक्ष्मी सिंह 24 Apr 2017 · 1 min read गंगा महिमा (1)?गंगा महिमा भारत की गरिमा जाने दुनिया ? (2)?स्वर्ग की नदी धरा पर उतरी ब्रह्मा की पुत्री? (3)?भीष्म की माता निर्मल जलधारा अतिविशाला? (4)?पवित्र नदी प्रथम पूज्य देवी सदैव रही?... Hindi · हाइकु 1 431 Share लक्ष्मी सिंह 23 Apr 2017 · 1 min read मैं पत्थर हूँ ???? मैं पत्थर हूँ, चुपचाप खड़ी रहती हूँ, ना चीखती हूँ, ना चिल्लाती हूँ। बस एक बूत सी बनी रहती हूँ। ना रोती हूँ, ना तड़पती हूँ। बस खड़ी मुस्कुराती... Hindi · कविता 598 Share लक्ष्मी सिंह 23 Apr 2017 · 1 min read इन्सानियत गरीबी में ही पलती है ???? इन्सानियत गरीबी में ही पलती है। थोड़ी सी ही खुशी मिल बाट ले, अमीरों को इतनी फुर्सत कहाँ मिलती है। थोड़ा में ही सही मिल बाट के खाए, ये... Hindi · मुक्तक 342 Share लक्ष्मी सिंह 22 Apr 2017 · 1 min read धीरे-धीरे धरती बन रहा है आग का गोला ???विश्व पृथ्वी दिवस??? ??? धीरे-धीरे धरती बन रहा है आग का गोला। ये विश्व समुदाय के लिए बड़ा गम्भीर मुद्दा। ? वायुमंडल में बढ़ती कार्बनडाईआॅक्सािड की मात्रा। तरह-तरह के बीमारियों... Hindi · कविता 540 Share लक्ष्मी सिंह 22 Apr 2017 · 1 min read मैं मजदूर नौजवान ????? हिन्दू, सिख, ईसाई ना ही मुसलमान। मैं हूँ एक मेहनतकश मजदूर नौजवान। ? मेहनत मेरा धर्म है,मेहनत मेरी ईमान। नित कर्मयोगी,परिश्रमी है मेरी पहचान। ? मैं करता हूँ नित... Hindi · कविता 439 Share लक्ष्मी सिंह 21 Apr 2017 · 1 min read सुख की पहचान ???? काश सुख की होती पहचान। होता उसका भी एक दुकान। ? खुश होता फिर हर इन्सान। फिर ना होता कोई परेशान। ? काश होता सुख का कोई पेड़। तोड़... Hindi · कविता 439 Share लक्ष्मी सिंह 20 Apr 2017 · 1 min read सिर्फ तेरी चाहत है ???? सिर्फ़ तेरी चाहत है, मेरी दिल की गहराई में.. ढूंढती रही तुम्हें, अपनी ही परछाई में.... सोचती रही तुम्हें, यादों में तन्हाई में... वफा तलाशती रही, तेरी हर एक... Hindi · मुक्तक 1 2 418 Share लक्ष्मी सिंह 19 Apr 2017 · 1 min read कभी सावन कभी वसंत दोस्ती ????? कभी सावन,कभी वसंत दोस्ती। पतझड़ में भी रहे संग दोस्ती। सागर के संग तरंग दोस्ती। जीवन में भर दे उमंग दोस्ती। इन्द्रधनुष के सातों रंग दोस्ती। मन को महका... Hindi · कविता 794 Share Previous Page 18 Next