Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2017 · 1 min read

हमारे गांव की पनिहारन

हमारे गांव की पनिहारन ,
नित गगरी में भरती सावन।
?????
देश की संस्कृति झलकती ,
जब पनघट पर पानी खींचती।
पेड़-पौधों को वो रोज सींचती,
राही-बटोही की प्यास बुझती।
बूँद-बूँद देती है जीवन,
हमारे गांव की पनिहारन…….
?????
चमके बिंदिया ,लचके कमरिया,
छलकत जाये माथे की गगरिया।
भींगत जाये तन की चुनरिया ,
छम-छम बाजे पाँव पायलिया।
खन-खन खनके हाथ में कंगन ,
हमारे गांव की पनिहारन…….
?????
बालो में सोहे फूल का गजरा।
चित चंचल,नैनो में कजरा।
एक माथे,एक कमर पे मटका।
नया रूप है निखरा-निखरा ,
भर लायी मीठा अमृत पावन,
हमारे गांव की पनिहारन…….
?????
नार नवेली,है एक पहेली
घूमे अकेली,संग न सहली।
काले-घने बाल सर्पीली ,
गांव की गोरी कुछ शर्मीली।
रसीली रूप बड़ा मनभावन ,
हमारे गांव की पनिहारन…….
?????
घर-घर गगरी भर पहुँचती ,
पनघट पर गीत रूहानी गाती।
साँस-ननद की हंसी ठिठोली ,
कुछ शिकवे शिकायते भी होती।
कहीं दूर से आती हमरे आँगन ,
हमारे गांव की पनिहारन…….
?????
हमारे गांव की पनिहारन ,
नित गगरी में भरती सावन।
– लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
530 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया
वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया
Pramila sultan
तुम नहीं आये
तुम नहीं आये
Surinder blackpen
सतत् प्रयासों से करें,
सतत् प्रयासों से करें,
sushil sarna
ज़िंदगी तेरी किताब में
ज़िंदगी तेरी किताब में
Dr fauzia Naseem shad
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
मधुमास
मधुमास
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
Dheerja Sharma
आज भगवान का बनाया हुआ
आज भगवान का बनाया हुआ
प्रेमदास वसु सुरेखा
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
Ranjeet kumar patre
मोहब्बत का मेरी, उसने यूं भरोसा कर लिया।
मोहब्बत का मेरी, उसने यूं भरोसा कर लिया।
इ. प्रेम नवोदयन
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
।।आध्यात्मिक प्रेम।।
।।आध्यात्मिक प्रेम।।
Aryan Raj
उत्साह का नव प्रवाह
उत्साह का नव प्रवाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
■ एक लफ़्ज़ : एक शेर...
■ एक लफ़्ज़ : एक शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-334💐
💐प्रेम कौतुक-334💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
समाज सेवक पुर्वज
समाज सेवक पुर्वज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
gurudeenverma198
"स्वामी विवेकानंद"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
कोरा रंग
कोरा रंग
Manisha Manjari
3263.*पूर्णिका*
3263.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुश्किल है कितना
मुश्किल है कितना
Swami Ganganiya
“बदलते भारत की तस्वीर”
“बदलते भारत की तस्वीर”
पंकज कुमार कर्ण
तुम हो तो मैं हूँ,
तुम हो तो मैं हूँ,
लक्ष्मी सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
जब मैं मंदिर गया,
जब मैं मंदिर गया,
नेताम आर सी
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...