शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) Language: Hindi 896 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Dec 2017 · 1 min read ****निर्भीक पथिक= सदा विजय**** निर्भीक पथिक कंटक पथ पर बढ़कर संत्रस्त नहीं होता है, क्षुधा भी उसका करती क्या ? जब वह लक्ष्य साध लेता है, कंटक पथ परवर्तित हो जाता है फूलों की... Hindi · कविता 513 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Nov 2017 · 1 min read ✍✍याद= आत्मा की पुकार या मोह की दीवार✍✍ छिड़ गई छिड़ गई वो बात जो मुझे याद न थी, आ गई उनकी वो याद जो मुझे याद न थी।।1।। फाँसला-ए-ग़म है बड़े दूर का हम में उनमें, फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 339 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Nov 2017 · 2 min read ***माँ पद्मावती=बलिदान की सजीव मूर्ति**** तिमिरा रजनी भी जिस माता के शौर्य गीत को गाती है, जिस वसुधा पर उत्सर्ग किया वह पुण्यभूमि कहलाती है, गाथा सुनकर उस माता की,मृत उर में रोमाञ्च कूँद जाता... Hindi · कविता 609 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Nov 2017 · 1 min read ??श्रीश्री बाबा नीम करौरी स्तुति(तोटक छ्न्द में)?? जय लक्ष्मण दास नमामि हरे, जय लीला कृपा आगार हरे। जय जन्म सिद्ध सर्व व्याप्त, परम प्रेम जय जय अच्युत। हनुमत स्वरुप जय श्री मान, जय श्रीबासक जय कृपानिधान। हे... Hindi · कविता 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Nov 2017 · 1 min read ***तिनके के बोल, ये मानव आँखें खोल*** तृण कहता अजब कहानी, खुद की पीड़ा, खुद की जुबानी, मुझमें नर में अन्तर कैसा, जो नर हो पशुबुद्धि जैसा, मैं तो पेट भरूँ पशुओं का, करता छाया हर घर-घर... Hindi · कविता 374 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Nov 2017 · 1 min read ?? चलो बढ़े भारत माता सिर मुकुट सजा दें?? ज्यों विपिन में सिंह गर्जना होती है, ज्यों फणि पर मणि कान्ति चमकती है, स्वश्रम से कुछ ऐसे ही निज संस्कृति पर दीप्ति सजा दें, चलो बढ़े भारत माता सिर... Hindi · कविता 301 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Oct 2017 · 2 min read मेरा विद्यालय-शिक्षा का बदलता स्वरुप साम नाद का वह स्वर जो अरण्य से कानों में आता था, तत्व ज्ञान विज्ञान की शिक्षा को जो हमको सिखलाता था, ऐसी बहुमुखी शिक्षा का कत्ल भला क्यों कर... Hindi · कविता 9k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Oct 2017 · 1 min read ??हनुमनू निक ताको मेरी ओर?? हनुमनू निक ताको मेरी ओर, राम चरन सुनिबे को रसिया, पुलके अंग अंग छोर, ज्ञानिन में श्रेष्ठ हो बजरंग अचरज लीला तोर, पवन तनय के मुख कूँ ताकें मेरी अँखिया... Hindi · कविता 276 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Oct 2017 · 1 min read ??विश्व धरा के जन जन को दीपोत्सव मंगलमय हो ?? धवल प्रकाश विखेरे दीपक धरनी पर, अलंकार ज्यों शोभित होते तरुणी पर, नव तरुणी सी शोभा लेकर अपनी पावन संस्कृति हो, विश्व धरा के जन जन को दीपोत्सव मंगलमय हो... Hindi · कविता 277 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Oct 2017 · 1 min read ‼‼ बजरंगी मेरे मन की पीर हरो ‼‼ सभी सुहृदों को हनुमत जन्म महोत्सव की अग्रिम शुभ कामना, हनुमान जी सभी सद्बुद्धि देवें तथा रघुपति चरणों में प्रेम बृद्धि करें। जय हनुमान बजरंगी मेरे मन की पीर हरो,... Hindi · कविता 668 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Oct 2017 · 1 min read ??बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान?? बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान, भ्रमर गूँज सुनिबे में आवे, ताते बडहिं न मान, योग न बनहिं न भजन बनावहिं कैसेहुँ धरहुँ जापे सान, क्षण-क्षण बीते भारी विपति में, काज... Hindi · कविता 387 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Oct 2017 · 1 min read ✍✍✍हौंसले सहस्त्र होंगे, जब ध्येय की हक़ीकत होगी✍✍✍ हौंसले सहस्त्र होंगे, जब ध्येय की हक़ीकत होगी, श्रम बिन्दु जब दृश्य होंगे, विजय भी सजीव होगी, विजय ख़ुशी की महक, सुगन्धित इत्र सी लगेगी, प्रश्न चिन्ह भी हट जाएगा,... Hindi · कविता 328 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Oct 2017 · 1 min read ***हनुमत दूरि करो कठिनाई *** हनुमत दूरि करो कठिनाई, निशि दिन ध्यावत टेरि लगावत अश्रु गिरे झरराई, क्रूर निरशिया घेरे मोकूँ टेढि मार्ग उपजाई, ध्यान धरूँ प्रभु रघुवर को तबहुँ नहीं कदराई, भेद उपाजै मन... Hindi · कविता 522 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 29 Sep 2017 · 1 min read ***हिन्दी भारत की शान है***(कुछ मुक्तक) हिन्दी दिवस पर कुछ मुक्तक बने, जो रह गए थे, जो निम्नवत हैं। मुक्तक संख्या-01 संस्कृति का अवगाहन हिन्दी,भारत की शान है हिन्दी, उद्यम और बलिदान है हिन्दी,साहस का संचार... Hindi · कविता 503 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Sep 2017 · 2 min read ****तूफान भी क्यों न रुक उठेगा?**** प्रायः देखा गया है कि परिश्रमी व्यक्तियों को अचानक निराशा घेर लेती है। सामाजिक विद्रुप का सामना भी उस व्यक्ति को करना पड़ता है,ऐसे व्यक्ति को शायद मेरी छोटी सी... Hindi · कविता 520 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Sep 2017 · 2 min read ****कौन भला विश्वास करेगा**** निम्नवत पहले दो पदों में मासूम गोल कपोल बच्चे प्रद्युम्न के लिए, जिसे जाने क्यों अकारण मार दिया जाता है। (उस अबोध को भावभरी श्रद्धांजलि) इस सन्देश के साथ कि... Hindi · कविता 511 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Sep 2017 · 2 min read ***अबला नारी, बेचारी इसे सहन कर जाती है*** कौतूहल का विषय बना डाला है नारी को, गर्व भरा मस्तक जिसका उस सुकुमारी को, नीच भावना मानव की कुत्षित दृष्टि जमाती है, अबला नारी, बेचारी इसे सहन कर जाती... Hindi · कविता 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Sep 2017 · 1 min read ??गगन वीथिका से उतरी क्या सौम्य परी हो तुम??? गगन वीथिका से उतरी क्या सौम्य परी हो तुम? या फिर सूर्य किरण का गुच्छ जो गिरा धरा पर, ओज बिखेरे हर कण पर, मानस मन पर भी, चित्र उकेरे... Hindi · कविता 272 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 29 Aug 2017 · 1 min read ✍✍?एक बार फिर याद आया?✍✍ इक कलाम मस्ती का फिर याद आया, वो हमसे चश्म पोशी करते हैं क्यों, यह फिर याद आया ।।1।। निगाहें तरसती हैं उन्हें, देखने के लिए, देखें कैसे, फिर वही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Aug 2017 · 1 min read ?? वज्र सा फिर एक प्रहार चाहिए??(पद संचलन गीत) वज्र सा फिर एक प्रहार चाहिए, प्रहार चाहिए, हुँकार चाहिए, पुनः गांडीव की टंकार चाहिए, टंकार चाहिए, झन्कार चाहिए।।1।। अब काश्मीर में शान्ति चाहिए, शांति चाहिए, अब क्रान्ति चाहिए, क्रान्ति... Hindi · गीत 405 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Aug 2017 · 2 min read ****भारत माँ का नाम बड़े शान से लिखूँ**** इंकलाब से लिखूँ, अपने ईमान से लिखूँ, अपने दिल से लिखूँ , अपनी जान से लिखूँ, शहीदों की शहीदी से लिखूँ, दुश्मन के कत्लेआम से लिखूँ, आफताब पर भी भारत... Hindi · कविता 624 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Aug 2017 · 1 min read ***काश्मीर का मूल्य बहुत है*** पुष्प अपुष्प खिले बहुतेरे, पर गुलाब की महक बहुत है, भ्रष्ट हुई है सोच हमारी, आज मानवता तंग बहुत है ॥1॥ कलरव करते पक्षी जह-तहँ,पर कोयल की कूक बहुत है,... Hindi · मुक्तक 559 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Aug 2017 · 1 min read ****हनुमान चिन्तन=श्रेष्ठ परिणाम**** स्वर्ण जैसी कान्ति लिए हैं मेरे हनुमान, मन में विशाल रूप धरि के तो देखिए।।1।। अंजनी के लाल के गाल हैं जो लाल-लाल, उदित रवि के रंग सूँ मिलान कर... Hindi · मुक्तक 576 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Aug 2017 · 1 min read ***भारत देश अनूठा,अनुपम*** नव चिन्तन, नव मनन किया जब, यह विचार अंकुरित हुआ, अपना भारत देश अनूठा,अनुपम, जिसकी परम पावन वसुंधरा। इस भूमि पर जन्म मिलेगा कब, देव सदैव ही ताके रहते, कैसे... Hindi · कविता 796 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Aug 2017 · 2 min read **विश्वासघात = पाकिस्तान** विश्वासघात न करो जग में, यह पाप बड़ा कहलाता है, पड़ता वह तिर्यक योनि में, जो इस दुर्गुण को अपनाता है।।1।। जुड़ता मानव, मानव से, वह विश्वास ही तो कहलाता... Hindi · कविता 801 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Aug 2017 · 1 min read ‼‼ याद करो भई हनुमत गर्जन ‼‼ अनायास जब संकट घेरें, शत्रु बढ़े और मति फेरें, और सतायें दुर्गुण का भय, याद करो भई हनुमत गर्जन ।1। कोई काज न जब बन पाये, प्रति क्षण चिन्ता दें... Hindi · मुक्तक 441 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Jul 2017 · 1 min read ⛈⛈⛈दामिनी गिरी नीम वृक्ष पर जब⛈⛈⛈ भीषण कोलाहल हुआ गगन में, जब घिरी घनघोर घटायें। दामिनी गिरी नीम वृक्ष पर जब, वह मानष का जोश घटायें। हुआ कोलाहल दामिनी का, जब दसों दिशायें डोल उठी थीं।... Hindi · कविता 499 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Jul 2017 · 1 min read ??वीर पुरुष ही वीर पुकारे?? जग में न कोई सानी हो उस वीर पुरुष की बुद्धि का। मातृभूमि की रक्षा के हित पालन करें जो निज शक्ति का। निज गौरव को ताक पर रख के... Hindi · कविता 762 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Jul 2017 · 1 min read ????गुल ए गुलज़ार कर???? आती रहे तेरी याद कुछ ऐसे क़रार कर, करता हूँ इन्तजार अब न बेक़रार कर।। आती रहे.................. इतने दिनों से तेरी रहमत पर जी रहा हूँ, इतने दिनों से अश्कों... Hindi · कविता 329 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Jul 2017 · 1 min read ☠☠नियत नहीं है साफ तो☠☠ नियत नहीं है साफ तो, सुन लो मेरे भाया, होती जो गति वस्त्र की, ज्यों काँटन उलझाया। काँटन में उलझाया वस्त्र के चिथड़े हो जाते, धागे चुइ चुइ गिरें, पर... Hindi · मुक्तक 353 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 Jul 2017 · 1 min read ✍✍इस तरह आपसे मेरी मुलाकात हो✍✍ इस तरह आपसे मेरी मुलाकात हो, खाँमोशियाँ हों ख़तम, दिल में जज़्बात हों। नज़र भरकर आपको मैं देखता ही रहूँ, रूह मेरी ख़ुशी से उछलती रहें ।।1।। इस तरह ........................ Hindi · कविता 324 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Jul 2017 · 1 min read ???सूर्य अधार सब सृष्टि दिखे ??? तप अधार जग सृष्टि सजे,जिव्हा के अधार निकसति है वानी। भोजन पचत अम्ल अधार, प्राणवायु के अधार जीवत हैं प्रानी। अति प्रेम अधार मिले ईश्वर, भजन अधार उर ज्ञान है... Hindi · कविता 307 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Jul 2017 · 1 min read ****सहानुभूति की बातें कर लो **** गिरा नीर नयन से झर-2 सुख हो या फिर दुःख से, हृदय तल से उठा है भाव, दृश्य दिखा जो पल से ॥1॥ दृश्य समन्वय की आशा थी, किया अवलोकन... Hindi · कविता 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Jul 2017 · 1 min read ??अवधूत बना बैठा यह मन ?? अवधूत बना बैठा यह मन, करता नहीं चिन्तन विमल -विमल निर्लज्ज वेश धारण करके, करता यह कैसी उथल पुथल ।।1।। ठगता यह मानव मन को, करके यह उसकी बुद्धि भ्रमित,... Hindi · कविता 398 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Jul 2017 · 2 min read **जहाँ विज्ञान की इति, वहीं अध्यात्म प्रारम्भ** जहाँ सांसारिक विज्ञान का अन्त होता है, वहीं अध्यात्म विज्ञान प्रारम्भ हो जाता है। क्यों कि सांसारिक विज्ञान का उपयोग करते-2 एक समय ऐसा आता है कि व्यक्ति उससे बैचेन... Hindi · कविता 820 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Jul 2017 · 1 min read ????राह- ए-उलफ़त गर न मिला तो ???? बे-नज़र गर किया तो ये चिराग बुझ जाएगा। राह-ए-उलफ़त गर न मिला तो ये कहाँ जाएगा। बे-नज़र गर किया तो ये.................. सैकड़ों लोग आते जाते है इस जहाँ में हर... Hindi · कविता 339 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Jun 2017 · 1 min read ॥माँसाहार मानव भोजन नहीं॥ हाइकु माँसाहार का, प्रभाव होता बुरा, शरीर पर ॥1॥ नर हुआ है, दानव निरा भूखा खाता जीवों को॥2॥ सूझता नहीं, उसे कुछ,मारता, बेक़सूरों को॥3॥ पेट भरना, कैसे भी हो अपना, हिंसक... Hindi · हाइकु 402 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Jun 2017 · 1 min read ✍✍वैभवशाली भारतीय संस्कृति✍✍ सुन्दर उपवन, अंवराई की छाया में, एक सुकुमार बैठा, शंका के साया में, वह सोच रहा है, क्या होगा मेरे प्यारे देश का, इसकी संस्कृति और वेश का, विचारों में... Hindi · कविता 572 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Jun 2017 · 1 min read ✍✍?दो कौडी की राजनीति?✍✍ दलित शब्द की गूँज का मचा है हाहाकार, मीरा को टक्कर देगी, कोविंद की तलवार। कोविंद की तलवार, सुनो भई कान लगाकर। सेंके रोटी नेता दलित पर, देखें सब ध्यान... Hindi · कविता 333 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Jun 2017 · 1 min read ??✌✌मंजिल शनास बन??✌✌ मंजिल आसान होती है, मेहनत के पसीने से, ज़िन्दगी जीना सीखो, सादगी के तरीके से ।। मंजिल आसान होती है........................... इतिहास लिख अपने नेकी भरे कारनामों से, इसके के लिए... Hindi · कविता 410 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Jun 2017 · 1 min read ??✍✍चल हक़ीकत से रु -ब-रु हो जा✍✍?? चल हक़ीकत से रू-ब-रु हो जा, अब जल्दी से शुरू हो जा। इतना समय दिया खुदा ने सम्भलने के लिए, चल अब बे-आबरू हो जा। चल हक़ीकत से रू-ब-रु हो... Hindi · कविता 403 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 Jun 2017 · 1 min read ??केसरी किशोर कृपा करो अब?? केसरी किशोर निक कृपा की छोर, जा दास पे दिखा क्यों न देत हो। नित ध्यान धरूँ, नाम जपूँ,योग करूँ, परि सुधि काहे न लेत हो। सन्त सिरोमणि, ऐसी का... Hindi · कविता 326 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Jun 2017 · 1 min read ??? योद्धा की परीक्षा तथा कर्तव्य ?? ? योद्धा की वीरता का परिचय बस रण में ही होता है, जब उसकी चमकती तलवार पर शत्रु का सिर होता है। और धधकती हृदय अग्नि को शर वर्षा के शान्त... Hindi · कविता 599 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Jun 2017 · 1 min read बात की बात करूँगा बात की बात करूँगा आदमी हूँ आदमी से आदमियत का ही इज़हार करूँगा। और उनसे ही तो मैं ऐसे बात करूँगा। आदमी हूँ आदमी..................... फ़र्जी नक़ाब पहने रखते हैं कुछ... Hindi · कविता 781 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Jun 2017 · 1 min read योद्धा का पराक्रम हुँकार रहा, हुँकार रहा रणबीच धनुर्धर हुँकार रहा, शत्रुपक्ष से घिरा ब्याल, महि पर जैसे फुफकार रहा। शत्रु हृदय को विदीर्ण करेगी उसकी शोणित तलवार, और करेगी रक्तपान, करके उस... Hindi · कविता 905 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Jun 2017 · 1 min read वीर पुरुष की गम्भीरता। उत्तुंग शिखर, राहें जटिल, घना अरण्य, घनघोर विभावरी, सिंह गर्जन और शृगाल ध्वनि। क्या वीर पुरुष को भीरु बना सकते है? शूल मार्ग, राहें विशाल, विषम ब्याल क्रूर अरि, करुण... Hindi · कविता 578 Share Previous Page 18