Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2017 · 1 min read

योद्धा का पराक्रम

हुँकार रहा, हुँकार रहा रणबीच धनुर्धर हुँकार रहा,
शत्रुपक्ष से घिरा ब्याल, महि पर जैसे फुफकार रहा।
शत्रु हृदय को विदीर्ण करेगी उसकी शोणित तलवार,
और करेगी रक्तपान, करके उस की ग्रीवा को पार।
हुँकार रहा, हुँकार रहा ………………….
शत्रुपक्ष के इन्द्रजाल को करदेगा वह चकनाचूर,
काँप उठेगी नस-नस अरि की, जब देखेंगी साहस भरपूर।
आज निमज्जन कर लेगा वह शत्रुपक्ष के रक्त से,
दे देगा वह उनको शिक्षा निज पराक्रम के बल से।
हुँकार रहा हुँकार रहा…………………………..
उसके साहस को कम आँकना आज महँगा पड़ जाएगा।
रक्त पिएगा जब वह उनका और काल मँडराएगा।
सोच उठेंगे गलती कर दी, इस वीर पुरुष से भिड़कर,
जाएँ कहाँ अब बुद्धिभ्रम हुआ, काटेगा यह इक-इक कर।
हुँकार रहा हुँकार रहा…………………………..
देखेंगे जब वह उसका साहस, निज साहस को कोसेंगे,
आया इसमें अतुल बल कैसे, खुद से ही वह पूछेंगे।
जब न मिलेगा कोई उत्तर, अपनी जान बचाने को,
कर देंगे वह आत्म समर्पण, उससे यूँ ही बच जाने को।
हुँकार रहा हुँकार रहा…………………………..
##अभिषेक पाराशर##(9411931822)

Language: Hindi
841 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
***
*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
3265.*पूर्णिका*
3265.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नन्हीं बाल-कविताएँ
नन्हीं बाल-कविताएँ
Kanchan Khanna
रात का रक्स जारी है
रात का रक्स जारी है
हिमांशु Kulshrestha
श्रीमद्भगवद्‌गीता का सार
श्रीमद्भगवद्‌गीता का सार
Jyoti Khari
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
उसकी एक नजर
उसकी एक नजर
साहिल
संत नरसी (नरसिंह) मेहता
संत नरसी (नरसिंह) मेहता
Pravesh Shinde
सर्वंश दानी
सर्वंश दानी
Satish Srijan
ज़िंदगी की ज़रूरत के
ज़िंदगी की ज़रूरत के
Dr fauzia Naseem shad
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
हौसला
हौसला
डॉ. शिव लहरी
*आदत*
*आदत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मत रो मां
मत रो मां
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-556💐
💐प्रेम कौतुक-556💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
■ प्रणय के मुक्तक
■ प्रणय के मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
Rj Anand Prajapati
प्रस्तुति : ताटक छंद
प्रस्तुति : ताटक छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बात शक्सियत की
बात शक्सियत की
Mahender Singh
"एक बड़ा सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
Shweta Soni
तब मानोगे
तब मानोगे
विजय कुमार नामदेव
Loading...