Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2024 · 1 min read

ज़िंदगी की ज़रूरत के

ज़िन्दगी की ज़रूरत के
कहां रोग हमने पाले हैं ।
ख़्वाहिशों के सभी धागे
हमने उधेड़ डालें है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इंतिज़ार
इंतिज़ार
Shyam Sundar Subramanian
दोहे- शक्ति
दोहे- शक्ति
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
फ़ितरत
फ़ितरत
Manisha Manjari
गुज़रते वक्त ने
गुज़रते वक्त ने
Dr fauzia Naseem shad
राम
राम
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
रेखा कापसे
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
Rj Anand Prajapati
ऐसे नाराज़ अगर, होने लगोगे तुम हमसे
ऐसे नाराज़ अगर, होने लगोगे तुम हमसे
gurudeenverma198
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
💐प्रेम कौतुक-268💐
💐प्रेम कौतुक-268💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ सावधान...
■ सावधान...
*Author प्रणय प्रभात*
सच सोच ऊंची उड़ान की हो
सच सोच ऊंची उड़ान की हो
Neeraj Agarwal
मन मेरे तू सावन सा बन....
मन मेरे तू सावन सा बन....
डॉ.सीमा अग्रवाल
लोककवि रामचरन गुप्त मनस्वी साहित्यकार +डॉ. अभिनेष शर्मा
लोककवि रामचरन गुप्त मनस्वी साहित्यकार +डॉ. अभिनेष शर्मा
कवि रमेशराज
स्पर्श
स्पर्श
Ajay Mishra
परिवार के लिए
परिवार के लिए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कभी नहीं है हारा मन (गीतिका)
कभी नहीं है हारा मन (गीतिका)
surenderpal vaidya
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
प्रकृति प्रेमी
प्रकृति प्रेमी
Ankita Patel
I am Me - Redefined
I am Me - Redefined
Dhriti Mishra
3031.*पूर्णिका*
3031.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम अभी आना नहीं।
तुम अभी आना नहीं।
Taj Mohammad
"प्रेम सपन सलोना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या हक़ीक़त है ,क्या फ़साना है
क्या हक़ीक़त है ,क्या फ़साना है
पूर्वार्थ
मिलकर नज़रें निगाह से लूट लेतीं है आँखें
मिलकर नज़रें निगाह से लूट लेतीं है आँखें
Amit Pandey
जिस सनातन छत्र ने, किया दुष्टों को माप
जिस सनातन छत्र ने, किया दुष्टों को माप
Vishnu Prasad 'panchotiya'
“देवभूमि क दिव्य दर्शन” मैथिली ( यात्रा -संस्मरण )
“देवभूमि क दिव्य दर्शन” मैथिली ( यात्रा -संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
Loading...