महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1060 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Apr 2021 · 3 min read इंसानियत दंगे के विरोध में मोहल्ले के चार घनिष्ठ मित्र एकजुट हुए। संयोग से चारों मित्र अलग-अलग धर्मों के मानने वाले थे। उन्होने एक बैनर बनवाया, जिस पर लिखा था --... Hindi · लघु कथा 1 4 420 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Apr 2021 · 3 min read जीवन संध्या लड़कपन खेल में खोया, जवानी नींद भर सोया बुढ़ापा देखकर रोया, वही किस्सा पुराना है ................ सजन रे झूठ मत बोलो, खुदा के पास जाना है ........ रेडियो पर फ़िल्मी... Hindi · लघु कथा 1 4 724 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Apr 2021 · 2 min read मकड़ी शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल। मरी-गिरी चाल में आवाज़ करते हुए बाबा आदम के ज़माने के भारी भरकम पंखे सुस्त गति से अपनी सेवाएँ निरंतर प्रदान कर रहे थे,... Hindi · लघु कथा 1 2 419 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Apr 2021 · 1 min read भीख दुल्हन की विदाई के समय एक भिखारी न जाने कहाँ से कार के समीप जा पंहुचा। कपड़ों के नाम पर चीथड़े झूल रहे थे और दुर्गन्ध आ रही थी उसके... Hindi · लघु कथा 1 2 750 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Apr 2021 · 2 min read अपशब्द "यार एक बात समझ में नहीं आई?" पशोपेश में पड़े राकेश ने सिर खुजाते हुए कहा। "क्या?" गोपाल ने ठण्डे दिमाग़ से पूछा। "भला एक छोटी-सी बात पर महाभारत का... Hindi · लघु कथा 2 2 732 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 4 Apr 2021 · 1 min read लॉकडाउन 2122 + 2122 + 2122 लग गया है यार फिर से अपने टाउन लॉकडाउन, लॉकडाउन, लॉकडाउन लग गया है...... मर गए कुछ, मर रहे हैं, लोग आगे रिश्ते-नाते तोड़कर सब... Hindi · गीत 1 2 286 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 29 Mar 2021 · 8 min read श्री साईं के सत्रह भजन (भजन एक) ईश्वर है, अल्लाह है, तू ही मेरा राम सुन ले साईं राम तू, सुन ले साईं राम जब उभरे कष्ट कोई, तूने कष्ट हरा है जिसपे कृपा तेरी,... Hindi · कविता 1 1 399 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 29 Mar 2021 · 3 min read संवेदना "एक ज़बरदस्त टक्कर लगी और सब कुछ ख़त्म …" अपने मोबाइल से हवलदार सीताराम ने इंस्पेक्टर पुरुषोत्तम को ठीक वैसे ही और उसी अंदाज़ में कहा, जैसाकि उसने एक प्रत्यक्षदर्शी... Hindi · कहानी 1 467 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 29 Mar 2021 · 1 min read सोच! सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त आदमी को देखकर भीड़ तरह-तरह की बातें बना रही थी — "हाय राम! कितनी बेदर्दी से कुचल गया है ट्रक वाला इसे, शायद ही बचेगा।" "आग लगा... Hindi · लघु कथा 2 450 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 29 Mar 2021 · 4 min read परोपकार पुराण "दद्दू आपके पास तो कहानियों का जख़ीरा, भण्डार है। कुछ सुनाइये न।" लाइट जाने के बाद बोर होते हुए उनके पोते मोनू ने कहा, "पहले पता होता बत्ती गुल हो... Hindi · कहानी 1 305 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Mar 2021 · 1 min read आया होली पर्व सुहाना 22 + 22 + 22 + 22 भीग रहा मन हो दीवाना आया होली पर्व सुहाना झाँझ बजे है और मंजीरा थोड़ा तुम भी ढोल बजाना मन झूमे है तन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 494 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Mar 2021 · 3 min read जायज़ घटना सन 2006 ई., नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की है। काफ़ी बहस के बाद कूली सौ रूपये में राज़ी हुआ तो मेरे 'साले' फौजी सतपाल सिंह के चेहरे पर हर्ष... Hindi · लघु कथा 1 6 356 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Mar 2021 · 6 min read नई परिभाषा "अस्सलाम वालेकुम, भाईजान!" उसने बड़े अदब से कहा। "वालेकुम अस्सलाम!" आलम ने मुस्कुराते हुए अपरिचित का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा। "भाईजान मेरा नाम रहमान है। मैंने सुना है कि... Hindi · कहानी 1 3 683 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Mar 2021 · 19 min read जीतनराम: एक दुःखद स्मृति "पहचाना साहब!" सामान उठाते हुए नौजवान कुली ने कहा। वह अचानक सुबह की ताज़ी हवा के तेज झोंके की तरह सामने आ खड़ा हुआ था। लम्बी-घनी दाढ़ी-मूँछ और चेहरे को... Hindi · कहानी 1 1 622 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Mar 2021 · 1 min read यूँ मधुर कोई कल्पना ढूँढ़ो 2122 + 1212 + 22 ज़िन्दगी में संभावना ढूँढ़ो यूँ मधुर कोई कल्पना ढूँढ़ो ये महायुद्ध ज़िन्दगी का है तीर ज़ख़्मों से मत सना ढूँढ़ो वक़्त फिर लौट के न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 305 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Mar 2021 · 13 min read पत्नियों द्वारा पतियों की पिटाई... खुदा ख़ैर करे! अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी आँचल में है दूध और आँखों में पानी राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त जी ने जब ये पंक्तियाँ रची, तब तक यह आलेख प्रकाश में नहीं... Hindi · लेख 1 4 562 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Mar 2021 · 1 min read दूर करो दुःख-संकट सारे // मत्तगयन्द सवैया छन्द* में विष्णु-हरि भगवान की कृष्ण रूप में आरती // २११ + २११ + २११ + २११ + २११ + २११ + २११ + २२ ओ मधुसूदन,... Hindi · मुक्तक 2 312 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Mar 2021 · 1 min read सदा ही पूज्य राम प्रतीक, मन की कामनाओं के 1222 + 1222 + 1222 + 1222 सदा ही पूज्य राम प्रतीक, मन की कामनाओं के निरंतर भक्ति से उत्पन्न, प्रतिपल आस्थाओं के इन्हें ही मानते हैं रब, इन्हें ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 209 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Mar 2021 · 1 min read खुदा हैं हुस्न वाले ये, इन्हें सब याद करते हैं 1222 + 1222 + 1222 + 1222 खुदा हैं हुस्न वाले ये, इन्हें सब याद करते हैं हमारे दिल की बस्ती को, यही आबाद करते हैं अजब तूने ग़ज़ब ढाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 210 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Mar 2021 · 1 min read प्रीत गहरी फ़क़ीर समझेगा 2122 + 1212 + 22 प्रीत गहरी फ़क़ीर समझेगा बहते अश्क़ों की पीर समझेगा चदरिया झीनी-झीनी रे जिसकी रंग पक्का कबीर समझेगा जाने घायल की गति को ही प्रेमी कृष्ण... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 228 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Mar 2021 · 1 min read बेहतर था हम अकेले मस्त रहते 2122 + 2122 + 2122 बेक़रारी ही मिली है इश्क़ करते बेहतर था हम अकेले मस्त रहते क्या कहें अब ग़म के मारे यार तुमसे लाख अच्छा तो ये होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 211 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Mar 2021 · 1 min read इश्क़ में दुनिया दिवानी हो गई है 2122 + 2122 + 2122 आपको ये खुश-बयानी हो गई है इश्क़ में दुनिया दिवानी हो गई है दास्ताने-इश्क़ में जो आप आये खूबसूरत ये कहानी हो गई है खिलखिलाएँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 Mar 2021 · 1 min read वफ़ा की दास्तां से ऊबे हम 1222 + 1222 + 12 तिरी यादों में तड़पे डूबे हम वफ़ा की दास्तां से ऊबे हम न कह पाए कहानी यूँ कभी बनाते रह गए मंसूबे हम मिली मंज़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 350 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Mar 2021 · 1 min read इश्क़ का दस्तूर हूँ ख़्याल यारो हुस्न का मैं, इश्क़ का दस्तूर हूँ ज़िन्दगी है खूबसूरत, इसलिए मगरूर हूँ लोग झूठे, ख़्वाब टूटे, यार रूठा, प्यार भी बक रहा हूँ जाने क्या-क्या, दिल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 296 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 14 Mar 2021 · 1 min read फिर गई है उनकी नज़र 2121 + 2212 फिर गई है उनकी नज़र बढ़ गया है दर्दे जिगर बेवफ़ाई शरमा गई झुक गई हया से नज़र साँस कैसे लूँ मैं यहाँ घुल गया फ़िज़ाँ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 291 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 13 Mar 2021 · 1 min read क्यों हुई अजनबी ज़िन्दगी 212 + 212 + 212 रह गई क्या कमी ज़िन्दगी क्यों हुई अजनबी ज़िन्दगी खो गई है जमा-भाग में रात दिन दौड़ती ज़िन्दगी दूर से ही लिपट जाती थी आशना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 391 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 11 Mar 2021 · 1 min read शब्द घातक वार सा है शब्द घातक वार सा है तेज़ ये हथियार सा है इश्क़ का दस्तूर यारो वक़्त की ये मार सा है चेहरा ये झूठ सच का बेवफ़ा के प्यार सा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 293 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 11 Mar 2021 · 2 min read शिव दोहा एकादशी हरदम ही जपते रहो, क्या दिवस सुबह-शाम डमरू वाले देव श्री, शिव-शंकर का नाम //1.// शिव-शंकर के नाम से, मुक्ति मिले हर धाम सब देवों में देव यह, पूजो आठों... Hindi · दोहा 3 2 2k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 10 Mar 2021 · 4 min read हंगामा है क्यों बरपा उत्तराखण्ड की विधानसभा में आजकल जो तूफ़ान (अंदरुनी कलह) बरपा है। उससे सभी लोग हैरान थे। हमेशा शान्त रहने वाले त्रिवेन्द्र, जो अचानक मुख्यमंत्री के रूप में प्रकट हुए थे—इस... Hindi · लेख 1 280 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 8 Mar 2021 · 1 min read महिला दिवस दोहा नवमी आया फिर महिला दिवस, उपजा जी में हर्ष तुझसे समझा ज़िन्दगी, पल-पल है संघर्ष मैंने ना देखी कभी, चेहरे पे थकान नारी ने हर रूप में, बांटी है मुस्कान संस्कारों... Hindi · दोहा 4 6 655 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 6 Mar 2021 · 3 min read सुरेन्द्र मोहन पाठक की जीवनी, उन्हें साहित्य की दुनिया में स्थापित करेगी हिन्दी के लोकप्रिय जासूसी उपन्यासकार सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा के दो खण्ड "ना बैरी ना कोई बेगाना" (भाग एक/प्रकाशक: वेस्टलैण्ड); "हम नहीं चंगे, बुरा न कोय" (भाग दो/प्रकाशक: राजकमल);... Hindi · लेख 1 782 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Mar 2021 · 1 min read आप रूठे तो दिल मचलता है 2122 + 1212 + 22 ख़्वाब टूटे तो दिल ये जलता है आप रूठे तो दिल मचलता है आप भोले हो, आप क्या जानो रिश्ते सड़ जाएँ, प्यार गलता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 235 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Mar 2021 · 1 min read आई'ना देखूँ तो हैराँ हू-ब-हू तू होश में कैसे रहूँ जब रू-ब-रू तू आई'ना देखूँ तो हैराँ हू-ब-हू तू रूह मेरी और तेरी एक है यूँ मुझसे मेरी होने वाली गुफ़्तुगू तू इस कदर छाया हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 333 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Mar 2021 · 1 min read ज़रा बैठो निहारें, आज हम नज़दीक से 1222 + 1222 + 1222 + 12 नज़र में रहते हो, मिलते नहीं क्यों ठीक से ज़रा बैठो निहारें, आज हम नज़दीक से कभी तो बोलिये, वो बात जो दिल... Hindi · मुक्तक 1 241 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Mar 2021 · 1 min read हालात पे रो न सके हालात पे रो न सके ताउम्र ही सो न सके जो डूबे विरह में हम फिर तुझको खो न सके ये खेत रहा बन्जर जी में वफ़ा बो न सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 218 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Feb 2021 · 1 min read आदमी हो तो आदमी मानूँ 2122 + 1212 + 22 मैं तो हिन्दू न मुसलमां जानूँ आदमी हो तो आदमी मानूँ बैर जग में किसी से रखना क्यों कोई भी रार ना जी में ठानूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 260 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Feb 2021 · 1 min read बज़्म में छा जाता हूँ 22 + 22 + 22 बज़्म में छा जाता हूँ जब शे'र सुनाता हूँ मुँह फेरे है दुनिया शीशा जो दिखाता हूँ हैं क़ैद कई यादें जिनमें खो जाता हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Feb 2021 · 1 min read सन्त कवि रैदास पर दोहा एकादशी संतों में इक सन्त है, अजर-अमर रविदास सीधे साधे सन्त पर, सबको है विश्वास //१.// होती सभ्य समाज की, कर्मों से पहचान जाति-पाति में क़ैद हैं, क्यों मानव नादान //२.//... Hindi · दोहा 3 4 688 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Feb 2021 · 1 min read इश्क़ अपना सफ़र तय यूँ करता रहा 212 + 212 + 212 + 212 कोई सपना महब्बत का बुनता रहा इश्क़ अपना सफ़र तय यूँ करता रहा तुम परी हो मुझे ये यक़ीं हो चला दिल की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 487 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Feb 2021 · 1 min read ज़ख़्म देने वाले को हमदर्द ही कहते रहे ज़ख़्म देने वाले को हमदर्द ही कहते रहे ओढ़ लीं ख़ामोशियाँ हर दर्द यूँ सहते रहे जो मुझे हासिल नहीं, क्या वो तुम्हारा इश्क़ था आँसुओं के समन्दर उम्रभर बहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 228 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Feb 2021 · 1 min read मैं दुखों में जी रहा हूँ 2122 + 2122 दर्द को अब पी रहा हूँ मैं दुखों में जी रहा हूँ ओढ़ ली खामोशियाँ अब होंठ अपने सी रहा हूँ भीड़ थी जिसमें हरदम मैं अकेला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 291 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 24 Feb 2021 · 6 min read उत्तराखण्डी भाषाओं के प्रहरी थे भगवती प्रसाद नौटियाल...... 10 मई, 1931 ई. को पौड़ी जिले के गौरीकोट गांव, इडवालस्यूँ, पौड़ी गढ़वाल में जन्मे भगवती प्रसाद नौटियाल अपने समय के प्रसिद्ध समालोचक व साहित्यकार थे। साहित्य में उन्होंने उल्लेखनीय... Hindi · लेख 1 3 465 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 22 Feb 2021 · 1 min read खून पीके ही जो जीते हैं जहां में 2122 + 2122 + 2122 खून पीके ही जो जीते हैं जहां में वो घड़ी भर ही तो रहते हैं जहां में अर्थ कुछ होने से उनके नहीं जो जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Feb 2021 · 1 min read कहने को ज़िन्दगी का मेला है 2122 + 1212 + 22 कहने को ज़िन्दगी का मेला है भीड़ में हर कोई अकेला है डर उसे जान जाने का नहीं कुछ इश्क़ का खेल जो भी खेला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 245 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Feb 2021 · 1 min read रौशनी यारब कहीं दिखती नहीं 2122 + 2122 + 212 ज़िन्दगी अच्छी मुझे लगती नहीं रौशनी यारब कहीं दिखती नहीं अंत तक है भागना ही ज़िन्दगी दौड़ से फ़ुरसत कभी मिलती नहीं हो खुशामद, कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 234 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Feb 2021 · 1 min read जग में अपना अस्तित्व बचाये रक्खो 22 + 22 + 22 + 22 + 22 + 2 कुछ सच, कुछ झूठ यहाँ फैलाये रक्खो जग में अपना अस्तित्व बचाये रक्खो होता आया था जो, हो रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 195 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Feb 2021 · 1 min read ये वादा किया जान मतवारी रात में 122 + 12 2(11) + 122 + 12 2(11) ये वादा किया जान, मतवारी रात में कि दोनों न बिछड़ें, कभी इस हयात में है नेमत खुदा की, ये आदम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 320 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Feb 2021 · 1 min read शा'इर ग़ालिब सबसे आला 22 + 22 + 22 + 22 शा'इर ग़ालिब सबसे आला चाचा का हर शेर निराला याद हमें दीवाने-ग़ालिब उस्तादे-अदब* से पड़ा पाला है कठिन बहुत ग़ज़लें कहना शे'र नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 206 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Feb 2021 · 1 min read इश्क़ समन्दर समझ न आया इश्क़ समन्दर समझ न आया जितना डूबा उतना पाया दरपन देखूँ दीखे तू ही मुझमें तेरा इश्क़ समाया तुझको सोचूँ तो धड़के दिल रब ही जाने, ये सब माया सच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 182 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Feb 2021 · 1 min read तब तेरे पहलू में आये कितने तीर नज़र के खाये तब तेरे पहलू में आये मुझको जादू में बाँध दिया कितनी प्यारी हो तुम हाये जब-जब छवि में देखूँ तोरी तब-तब मोरा जी ललचाये प्रेम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 206 Share Previous Page 14 Next