Ajit Kumar "Karn" 601 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 12 Next Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( इस जीवन का हाल ) "मुक्तक"- ( इस जीवन का हाल ) ????????? इस जीवन का हाल मैं क्या कहूॅं ! बात - बात में जहर पीकर रहूॅं ! जो आज है वो कल तो... Hindi · मुक्तक 5 2 331 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read हसीं ख़्वाबों में ! हसीं ख़्वाबों में ! """""""""""""""""" आज मुझे मन नहीं लग रहा ! याद मुझे है कोई कर रहा ! मन मेरा बहुत कुछ कह रहा ! न जाने ये कहाॅं-कहाॅं... Hindi · कविता 6 2 462 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- पल वो कितना अजीब था ! "मुक्तक"-- पल वो कितना अजीब था ! """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""" पल वो कितना अजीब था। जब मैं उसके करीब था । दिन-रात देखता सपने , वो तो मेरा नसीब था ।। _... Hindi · मुक्तक 4 463 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बच्चों का भविष्य अधर में ! बच्चों का भविष्य अधर में ! """"""""""""""""""""""""""""""" इस कोरोना महामारी ने , कितना उत्पात मचाया है ! बच्चों का सुनहरा भविष्य ही , बहुत ही अधर में डाला है !!... Hindi · कविता 9 4 963 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 2 min read प्रतियोगिता का प्रथम स्थान ! प्रतियोगिता का प्रथम स्थान ! """"""""""""""""""""""""""""""""" जिसने दिखाई हो करतब , लगा दी हो अपनी जान ! जो भी हों शब्दों से विद्वान ! शब्दों को अलंकृत करके , जिसने... Hindi · कविता 8 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बहुत संघर्ष किया हम सब ने ! बहुत संघर्ष किया हम सब ने ! """""""""""""""""""""""""""""""""" बहुत संघर्ष किया हम सब ने। हर नियम का पालन किया हमने। भले सफलता मिले या ना मिले.... पर धैर्य और साहस... Hindi · कविता 8 2 850 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 1 min read ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच ! ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच ! """"""""""""""""""""""""""""""" बैठा था इक दिन शांत में.... खोया हुआ था अरमान में.... इसमें इतना डूब चुका था.... जो ले गया मुझे आसमान में !!... Hindi · कविता 12 5 671 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 2 min read शर्तों पे आधारित प्यार.... शर्तों पे आधारित प्यार.... """""""""""""""""""""""""""" प्यार के देखे हमने रंग हज़ार ! ना कभी देखा शर्तों पे आधारित प्यार ! ईश्वर ना बनाएं कभी ऐसे ऐसे यार ! जो थोपे... Hindi · कविता 10 7 817 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ज़िंदगी का ये सफ़र.... "मुक्तक"-- ज़िंदगी का ये सफ़र.... """""""""""""""""""""""""""""""""""""" ज़िंदगी का ये सफ़र तो है बड़ा ही सुहाना । हर पल जिसमें बनता आया हो इक फ़साना। देखें , आगे ये ले जाती... Hindi · मुक्तक 6 496 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 2 min read आश्चर्य तो तब होता है जब.... आश्चर्य तो तब होता है जब.... """"""""""""""""""""""""""""""""" आश्चर्य तो तब होता है जब.... लोग किसी अदने को पलकों पे बिठा लेते ! पर किसी ख़ास को ही नज़रों से गिरा... Hindi · कविता 10 4 705 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- मेरे सपनों में.... "मुक्तक"-- मेरे सपनों में.... """"""""""""""""""""""""""""" मेरे सपनों में कोई आया । खूबसूरत से खिलौने लाया । और उठा कर ले गया उस जगह , जहाॅं खुद को अकेला ही पाया... Hindi · मुक्तक 7 434 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read जीवन समर ! जीवन समर ! """"""""""""""" बहुत डर लगता है मुझे ! इतना पता था किसे ? कि महामारी आ जाएगी ! दुनिया ये उजड़ जाएगी !! स्थिति बहुत ही विकराल है... Hindi · कविता 8 2 759 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""" ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! हर किसी को लगता है कि वो ही सही! सामने वाले की कोई सुनता ही नहीं !... Hindi · कविता 9 632 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 2 min read ग़रीबी एक अभिशाप है ! ग़रीबी एक अभिशाप है ! """""""""""""""""""""""""""" ग़रीबी एक अभिशाप है ! ग़रीबी एक संताप है ! ग़रीबों का जीवन बड़ा ही दु:खमय ! इसका हमें आभास है !! ग़रीबी की... Hindi · कविता 9 2 685 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ( खेतों में हरियाली ) "मुक्तक"-- ( खेतों में हरियाली ) """"""""""""""""""""""""""""""""""" खेतों में बड़ी हरियाली है , सचमुच यहाॅं पे दीवाली है। दीपों में नहीं है तेल व घी , यह तो फसल की... Hindi · मुक्तक 6 562 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- पढ़-लिखकर भी.... "मुक्तक"-- पढ़-लिखकर भी.... """""""""""""""""""""""""""""""""" पढ़ - लिखकर भी कितने बेरोजगार यहाॅं , आज की शिक्षा-व्यवस्था में चमत्कार कहाॅं। आज बेरोजगार दर - दर भटक रहे हैं , पर सरकारों को... Hindi · मुक्तक 8 696 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read आहिस्ता-आहिस्ता.... आहिस्ता-आहिस्ता.... """"""""""""""""""""""""" आहिस्ता,आहिस्ता ही सही , गतिशील रहें नव चेतन से ! बनालें जीवन की राह अपनी , प्रगतिशील रहें अन्वेषण से !! जीवन में सदा आगे बढ़ते रहने में... Hindi · कविता 10 874 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- आज का ये मौसम ! "मुक्तक"- आज का ये मौसम ! """"""""""""""""""""""""""""""""" आज का ये मौसम बहुत खुशगवार है, हल्की सी धूप में बारिश की फुहार है । सब मिलकर ये सुंदर सा नज़ारा देखें... Hindi · मुक्तक 8 672 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" """"""""" गरीबों की यह दुर्दशा, देखी नहीं जाती , दिल में छुपी जो बातें हैं, कही नहीं जाती ! गर ऐसा ही हाल रहा कुछ दिन इस देश का,... Hindi · मुक्तक 7 2 626 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक" : पहली मुलाकात ! "मुक्तक" : पहली मुलाकात ! """""""""""""""""""""""""""""""" पहली मुलाक़ात में जो हम जान गये होते , अच्छी तरह एक-दूसरे को पहचान गये होते ! कितनी मशक्कत से यह प्यार पाया था... Hindi · मुक्तक 8 2 433 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... ) ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... ) """""""""""""""""""""""""""""""""""" किसने सोचा था कि देश का ऐसा बुरा हाल होगा। कोरोना से हर ज़िंदगी यहाॅं इतना बदहाल होगा ।। यहाॅं से वापस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 1k Share Ajit Kumar "Karn" 11 Jun 2021 · 1 min read जगी आशा की किरण.... जगी आशा की किरण.... """"""""""""""""""""""""""""" जगी आशा की किरण , आगे बरक़रार रहेंगी ! निराशा जो छाई थी , अब दरकिनार रहेंगी !! सपने जो अधूरे हैं... अवश्य पूरे होंगे... Hindi · कविता 9 2 794 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Jun 2021 · 1 min read आईना झूठा है ! आईना झूठा है ! """""""""""""""""" जो सच-सच ना तस्वीर दिखलाता , गोरे चेहरे को भी मलीन कर जाता , पर्दें के पीछे की भी तस्वीर है लाता , "वो आईना... Hindi · कविता 8 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 11 Jun 2021 · 2 min read रस "काव्य की आत्मा" है ! रस "काव्य की आत्मा" है ! """"""""""""""""""""""""""""" काव्यात्मक रचना या कवि की कृति जो छन्दों की श्रृंखलाओं में.... विधिवत बाॅंधी जाती ! पर यह काव्य रचना किसी रस के बिना... Hindi · कविता 7 5 2k Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read मैं तो पराया हूॅं ! मैं तो पराया हूॅं ! """"""""""""""""" मैं तो पराया हूॅं ! इक मुलाकात, कर नहीं सकता ! लाख चाहकर भी आपसे , दिल की बातें, कह नहीं सकता !! आप... Hindi · कविता 6 504 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read नया ज़माना आ गया ! नया ज़माना आ गया ! """"""""""""""'"""""""""" नया ज़माना आ गया ! मौसम सुहाना आ गया ! बाहर निकलके देखा तो.... होश ही ठिकाना आ गया !! आपस की ही लड़ाई... Hindi · कविता 11 4 772 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक" ( बारिश ) "मुक्तक" ( बारिश ) """"""""""""""""""""" *बारिश* इस कदर बरसी मानो आसमाॅं ही फट गया। बिजलियाॅं इतनी ज़ोर कड़की कि डर से ही मर गया। कितना मनोरम दृश्य है, इन्द्रधनुष निकले... Hindi · मुक्तक 7 532 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक" ( जो तुम ज़ुदा न होते ) "मुक्तक" ( जो तुम ज़ुदा न होते ) """""""""""""""""""""""""""""""""" जो तुम ज़ुदा न होते तो हम फिदा न होते, वैसे सच तो यह है कि हम बेवफा होते । बड़ी... Hindi · मुक्तक 9 303 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक" ( नेता के बोल ) "मुक्तक" ( नेता के बोल ) """'"""""""""""""""""""""""" नेता के बोल की उतनी कीमत न होती , देश की जनता की शोषण ना हुई होती। गली - मोहल्ले में सब नेता... Hindi · मुक्तक 7 2 382 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 1 min read वो कौन थी...? वो कौन थी...? """""""""""""""" वो कौन थी...? आई और चली गई ! दिल को मेरे... ठेस पहुॅंचा गई ! अचानक ही जज़्बातों से मेरे टकड़ा गई ! वो कौन थी...?... Hindi · कविता 9 2 623 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम ) ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम ) """"""""""""""""""""""""""""""" असर ये बारिश का मेरा दिल ही मचल जाए । धरती की हरियाली देख मन ही बहल जाए ।। घनघोर सी काली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 4 900 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 2 min read अपने ख़्वाबों को सजा लें ! अपने ख़्वाबों को सजा लें ! उड़ चलें.... आसमाॅं में उड़ चलें ! सजा लें.... अपने ख़्वाबों को सजा लें ! क्या पता.... वक्त कहीं ना निकल जाए ! हम... Hindi · कविता 8 6 727 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jun 2021 · 1 min read कहाॅं चली गई छोड़ कर तू ! कहाॅं चली गई छोड़ कर तू ! कहाॅं चली गई छोड़ कर तू , क्यों गई मुझ पर बिफर तू , कुछ तो होती लगाई अकल तू, ना करती मुझे... Hindi · कविता 8 1k Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jun 2021 · 1 min read क्या मुझे भूल जाएगी वो? क्या मुझे भूल जाएगी वो? बिछुड़ गये दोस्त बदल गई दुनियाॅं ना चाहकर भी... सिमट गई दुनियाॅं ! बिछुड़ गये दोस्त !! थी बड़ी भोली-भाली अंदाज़ की मतवाली ना मैं... Hindi · कविता 9 2 835 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Jun 2021 · 1 min read मैं टूट चुका हूॅं ! मैं टूट चुका हूॅं ! हर तरफ हो रहे अत्याचार देखकर अभद्र से व्यवहार चारों दिशाओं के बॅंटाधार मैं टूट चुका हूॅं, मैं टूट चुका हूॅं ! देख - देखकर... Hindi · कविता 8 2 639 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Jun 2021 · 2 min read क्या हम ख़ुश हैं ?? क्या हम ख़ुश हैं ?? दिन-रात हम मेहनत करते ज़िंदगी में कशमकश करते आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु चारों तरफ़ दौड़-भाग करते जब खुशनुमा माहौल देखते हम भी ख़ुशी से झूम... Hindi · कविता 7 2 838 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jun 2021 · 1 min read जान साॅंसत में है ! जान साॅंसत में है ! जान साॅंसत में है ! पाॅंव दलदल में है ! दुर्दिन का कोलाहल है ! मचा हलचल भी है !! पिछले कुछ महीनों से ,... Hindi · कविता 9 712 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Jun 2021 · 2 min read अनुशासन अनुशासन बहुत ही महत्व है कहीं पर अनुशासन का ! बिन इसके कोई मोल नहीं इस जीवन का ! बचपन से ही सदा सीख यही लेता आया हूॅं ! बड़ो... Hindi · कविता 8 2 837 Share Ajit Kumar "Karn" 1 Jun 2021 · 1 min read शब्द कम नहीं पड़ेंगे ! शब्द कम नहीं पड़ेंगे ! ________________ शब्द कम नहीं पड़ेंगे ! हम यूॅं ही लिखते रहेंगे !! पुस्तकों से लगाव है मुझे इतना ! कि शब्दों में दिखता मुझे सपना... Hindi · कविता 7 817 Share Ajit Kumar "Karn" 31 May 2021 · 1 min read काश, मैं इक छोटी सी.... काश, मैं इक छोटी सी.... ___________________ काश,मैं इक छोटी सी कविता लिख पाता ! पढ़कर पाठक गण जिससे प्रसन्न हो जाते ! दु:ख , क्लेश सभी का कुछ तो बाॅंट... Hindi · कविता 7 743 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read " विवाह " " विवाह " _______ विवाह है सामाजिक प्रक्रिया व धार्मिक संस्कार ! जहाॅं सुयोग्य वर थामते एक कन्या का हाथ ! स्थापित करता अधिकारों और दायित्वों को यह ! होता... Hindi · कविता 9 2 682 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read " धैर्य " " धैर्य " ______ जो कोई इंसान कहीं करते हों जैसा भी काम ! पूर्ण त्याग और समर्पण से ही करें वो काम ! कर्त्तव्य-पथ पर ना रहे कहीं और... Hindi · कविता 8 2 997 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 1 min read कवि की कविता ! कवि की कविता ! _____________ शब्द - शब्द , रच - रच , कविता बनाता , कवि ! पंखुड़ियों से , सज - सज , कलियाॅं खिलाता , कवि !... Hindi · कविता 7 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 1 min read वो अपनापन ही तो है ! वो अपनापन ही तो है ! ---------------------------- वो अपनापन ही तो है------- जो प्यार से, किसी ने मुझे पुकारा ! कितना प्यारा था वो पल------ जो दोस्त समझ, किसी ने... Hindi · कविता 7 647 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 1 min read उतना प्यार ना दें ! उतना प्यार ना दें ! _____________ किसी को उतना प्यार ना दें.... कि वो सर पे ही चढ़ जाए ! फिर जब कोई बात कहें उसे.... तो सुन के भी... Hindi · कविता 6 938 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read रिश्ते का मोह ! रिश्ते का मोह ! ___________ कितना बड़ा अवरोध है ये ! अपनों से रिश्ते का मोह.... जो एक सीमा से आगे बढ़ने ही नहीं देता ! मार्ग ही आगे का... Hindi · कविता 7 4 977 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read बाॅंट लेंगे ख़ुशियाॅं ! बाॅंट लेंगे ख़ुशियाॅं ! ______________ कोई मेरी राह रोके है खड़ा ! मुझे है जाना पर्वत के उस पार !! पर्वत के पार मंज़िल है दिख रही ! जिसका मुझे... Hindi · कविता 8 686 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read जायेगा ये पर..... जायेगा ये पर.... =========== जायेगा ये पर.... थोड़ा तांडव मचाके ! मानेगा ये पर.... सबको वैक्सीन लगवाके !! प्रभावित कर रहा ये , जगत की दिशा को ! बेहाल कर... Hindi · कविता 7 622 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read माॅं तू जो होती ! माॅं तू जो होती ! =========== माॅं तू जो होती ! तो बात ही कुछ और होती ! तुझसे बातें भी होती ! ऑंसू भी मेरे तू पोंछ लेती !!... Hindi · कविता 11 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 2 min read "बड़ाई" "बड़ाई" _______ कुछ लोग खुद की बड़ाई करते नहीं थकते ! पर वे महानुभाव कभी ये नहीं समझ सकते ! कि इससे उनका छिछोरापन ही झलकता है ! उनके अंदर... Hindi · कविता 8 4 933 Share Previous Page 12 Next