Ajit Kumar "Karn" 601 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 Next Ajit Kumar "Karn" 26 Jul 2021 · 1 min read मन में उठे अरमानों को संजोएं ! मन में उठे अरमानों को संजोएं ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जब मन भरमाता है तो रुक जाता हूॅं ! फिर थोड़ा हिम्मत करके चल पड़ता हूॅं ! रुकने, चलने का सिलसिला... Hindi · कविता 6 2 662 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jul 2021 · 1 min read सत्य का साथ कभी ना छोड़ें ! सत्य का साथ कभी ना छोड़ें ! •••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ना जाने दुनिया में कैसे - कैसे लोग हैं ! छोटी - छोटी बातों पर अकुला जाते हैं ! न आगे... Hindi · कविता 9 2 789 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jul 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( तेरे दिल का राज़ ) "मुक्तक"- ( तेरे दिल का राज़ ) ••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कभी तुम कहती हो कि पास चले आओ। कभी तुम कहती हो कि दूर चले जाओ । पता ही नहीं चलता... Hindi · मुक्तक 6 2 482 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jul 2021 · 1 min read विचारों में भिन्नता हो सकती है ! विचारों में भिन्नता हो सकती है ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इसमें कुछ भी , कहीं भी ग़लत नहीं है ! कि किसी मुद्दे पर आप जो भी सोचते हैं ! पर... Hindi · कविता 6 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jul 2021 · 1 min read "वो मुलाक़ात थी बिल्कुल ही नई" "वो मुलाक़ात थी बिल्कुल ही नई" ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ वो मुलाक़ात थी बिल्कुल ही नई। दोनों ने कही मन की बात कई । हृदय में कितने अनुराग छुपे थे , कुछ... Hindi · मुक्तक 8 636 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jul 2021 · 1 min read "शेर"- ( तुम मुझे छोड़कर.... ) "शेर"- ( तुम मुझे छोड़कर.... ) •••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकते । हम तेरे दिल में जगह बना सकते ।। अजित कुमार "कर्ण" ✍️ किशनगंज ( बिहार... Hindi · शेर 5 303 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jul 2021 · 1 min read "शेर"- ( तेरी तक़दीर अब.... ) "शेर"- ( तेरी तक़दीर अब.... ) •••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ तेरी तक़दीर अब मुझसे ही जुड़ी है। तेरे बिन मेरी दास्तां ही अधूरी है ।। अजित कुमार "कर्ण" ✍️ किशनगंज ( बिहार... Hindi · शेर 6 308 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jul 2021 · 1 min read ये आसमां ही झुक गया ! ये आसमां ही झुक गया ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ लगता है कि आगे जाकर ये आसमां ही झुक गया। बहुत ऊंचाइयों पे चलके मानो अब वो रुक गया ।। अजित कुमार "कर्ण"... Hindi · शेर 6 272 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jul 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( अरमां जग रही.... ) "मुक्तक"- ( अरमां जग रही.... ) •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अरमां जग रही उनसे मिलने को ! चाहत जाग रही सुंदर दिखने को ! पर चाहकर भी करूॅं तो क्या करूॅं, ये... Hindi · मुक्तक 5 602 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jul 2021 · 1 min read "तेरे हाथ का भोजन" "तेरे हाथ का भोजन" ∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆ तेरे हाथ का भोजन बड़ा ही स्वादिष्ट होता है। जब भी खाता हूॅं मन अति आनंदित होता है।। इन भोजन की खुशबू से घर सुरभित... Hindi · कविता 8 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read तू कितना बदनाम निकला ! तू कितना बदनाम निकला ! •••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इंसान के रूप में तुझे भगवान समझा था ! तू तो छद्म वेश में बहुत बड़ा हैवान निकला !! तेरी काबिलियत पे भरोसा... Hindi · कविता 7 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( आईना सच्ची तस्वीर.... ) "मुक्तक"- ( आईना सच्ची तस्वीर.... ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आईना सच्ची तस्वीर दिखलाता है। संग स्वच्छ रहना भी हमें सिखलाता है। भले वह शीशे का ही क्यों ना बना हो, पर... Hindi · मुक्तक 6 948 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( देश तेज़ रफ़्तार से.... ) "मुक्तक"- ( देश तेज़ रफ़्तार से.... ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ देश तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है । हर क्षेत्र में चहुॅंमुखी विकास हो रहा है। हर जन अपना भरपूर... Hindi · मुक्तक 7 2 383 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read ये ज़िंदगी इक कड़ा इम्तिहान है ! ये ज़िंदगी इक कड़ा इम्तिहान है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ सही मायने में ये ज़िंदगी इक कड़ा इम्तिहान है ! इस पृथ्वी पर जन्म से मरण तक सब परेशान है !... Hindi · कविता 8 2 895 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read ज़िंदगी यूॅं ही चलती जाती है ! ज़िंदगी यूॅं ही चलती जाती है ! ••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ज़िंदगी यूॅं ही चलती जाती है ! वक्त की सूई कब रुक पाती है ! इस वक्त की नज़ाकत को समझें,... Hindi · मुक्तक 5 800 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jul 2021 · 2 min read अब मुझे जाने दो ! अब मुझे जाने दो ! ×××××××××××× समझ गया मैं.... मेरी कितनी जरूरत है तुझे ! अगर मैं ना रहूॅं इस दुनिया में , तो भी अच्छे से जीवन जी लेगी... Hindi · कविता 9 2 993 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Jul 2021 · 1 min read क्या कुछ आगे भी प्रयास किया जाये.... क्या कुछ आगे भी प्रयास किया जाये.... ×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•× हॅंसकर भी देखा, रोकर भी देखा, बात नहीं बनी ! तैरकर भी देखा, डूबकर भी देखा, बात नहीं बनी ! गाकर भी... Hindi · कविता 5 872 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jul 2021 · 1 min read हम ग़लत को बर्दाश्त नहीं करते हैं ! हम ग़लत को बर्दाश्त नहीं करते हैं ! ✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓ हम सब कुछ ही देख रहे हैं, ग़लत पर नज़र भी रख रहे हैं, पर कुछ भी नहीं कह रहे हैं,... Hindi · कविता 7 660 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- कितनी भोली प्यारी है.... "मुक्तक"-- कितनी भोली प्यारी है.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कितनी भोली प्यारी है वो नन्ही-सी परी। परंतु बातें करतीं वो कितनी बड़ी-बड़ी । सभी चकित हैं उसकी प्यारी बातें सुनके, मेरी भी उससे... Hindi · मुक्तक 5 721 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read वो तो सच में ही है एक फूल वो तो सच में ही है एक फूल ???????? वो तो सच में ही है एक फूल । गई थी वो तो मुझको भी भूल। पर उसूल की इतनी पक्की... Hindi · मुक्तक 5 659 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read पाठकों की कब क्या हो पसंद.... पाठकों की कब क्या हो पसंद.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ पाठकों की कब क्या हो पसंद , मुझे कुछ पता ही नहीं चल पाता ! कर लेते हैं ऑंखें वो अपनी बंद ,... Hindi · कविता 5 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 28 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ( छात्र-जीवन ) "मुक्तक"-- ( छात्र-जीवन ) ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ संघर्षरत छात्र को भविष्य के लिए एक ही सुझाव है। छात्र-जीवन उनके कैरियर का महत्वपूर्ण पड़ाव है। जो इस मोड़ पे लगन व मेहनत से... Hindi · मुक्तक 5 597 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Jun 2021 · 1 min read कौन सही, कौन ग़लत ! कौन सही, कौन ग़लत ! =============== कौन सही है, और कौन ग़लत , इसका फैसला ना लें इतनी जल्द ! जब कभी हो जाए अच्छे से फुरसत , तो कर... Hindi · कविता 6 736 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2021 · 1 min read कहाॅं गई बाज़ार की वो चमक धमक ! कहाॅं गई बाज़ार की वो चमक धमक ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कहाॅं गई बाज़ार की वो चमक धमक। जब से कोरोना ने दी है इक दस्तक । व्यवसायी की हालत तो अभी... Hindi · मुक्तक 4 467 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2021 · 2 min read अपनों के करीब आ जाओ न ! अपनों के करीब आ जाओ न ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इतना क्यों घबराते हो.... शांत भी हो जाओ न ! सभी तो अपने ही हैं यहाॅं , अपनों के करीब आ जाओ... Hindi · कविता 8 4 691 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2021 · 1 min read कितना गुरूर है तेरे अबोध भक्तों को ! कितना गुरूर है तेरे अबोध भक्तों को ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हे ईश्वर ! हे ईश्वर !! कितना गुरूर है तेरे अबोध भक्तों को तू ही अब उसे कुछ समझाओ ना !!... Hindi · कविता 6 2 747 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- एक ऐसा वक्त तो आएगा ! "मुक्तक"-- एक ऐसा वक्त तो आएगा ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ एक ऐसा वक्त तो आएगा । वक्त का उत्तर वक्त दे जाएगा । मुझे उसी दिन का इंतज़ार है , वक्त का... Hindi · मुक्तक 9 495 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read फ़र्क कथनी और करनी में फ़र्क कथनी और करनी में बहुत बड़ा फ़र्क होता सबकी कथनी और करनी में ठीक उसी तरह जितना अंबर और अवनि में गर हमें आस्था है इतनी अपनी सभ्यता, संस्कृति... Hindi · कविता 10 731 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read जंगल का दृश्य ही अलग था ! जंगल का दृश्य ही अलग था ! *********************** कल एक ख़ास पल आया ! मुझे ऐसा कुछ याद आया ! जो मुझे जंगल में ले गया ! डर से पूरा... Hindi · कविता 8 441 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jun 2021 · 2 min read विषय कुछ ख़ास हो ! विषय कुछ ख़ास हो ! ***************** गर कोई नई कविता लिखें भाव पर ध्यान संकेंद्रित रखें उसी भाव के इर्द-गिर्द ही रहें सिर्फ़ शब्दों का जमावड़ा न करें। शब्दों की... Hindi · कविता 10 8 862 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं..... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कितने लाचार होते हैं वो झेलके कितनी उलझन और दुष्वारियाॅं सपने साकार करते हैं वो । कैसे बताऊं पिता... Hindi · कविता 10 4 987 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read काश, जीवन का वो रहस्य.... काश, जीवन का वो रहस्य.... *********************** क्या है मेरी मजबूरियाॅं... तुम नहीं जान सकते ! मुझसे अपनी दूरियाॅं... तुम नहीं माप सकते !! हम किसी से कितने दूर हैं, या... Hindi · कविता 7 2 854 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- चाॅंद पे जाऊॅंगा.... "मुक्तक"-- चाॅंद पे जाऊॅंगा.... ?⭐?⭐?⭐?⭐ आज हमने सोचा था कि चाॅंद पे जाऊॅंगा। जाऊॅंगा और लौट के ना कभी आऊॅंगा । सचमुच,कितनी सारी खुशियाॅं होंगी वहाॅं पे, वहाॅं सितारों संग... Hindi · मुक्तक 6 605 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- जीवन का संगीत.... "मुक्तक"-- जीवन का संगीत.... ?⭐?⭐?⭐?⭐? जीत के हार जाना भी एक जीत है। इसी अदा से दुनिया में बची मीत है। कुछ पाने को कुछ खोना भी पड़ता है, इसी... Hindi · मुक्तक 8 2 926 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ऐसी तेरी ज़िद है.... "मुक्तक"-- ऐसी तेरी ज़िद है.... ?⭐?⭐?⭐?⭐? ऐसी तेरी ज़िद है , पूरे गर कर दूॅं ! ख़्वाबों में तेरे चाॅंद सितारे भर दूॅं ! पर ऐसी ज़िद सदैव अच्छी नहीं... Hindi · मुक्तक 7 494 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read किसी से छुपी नहीं.... किसी से छुपी नहीं.... ?⭐?⭐?⭐ किसी से छुपी नहीं है तेरी बातें ! बीते दिनों की वो अहम मुलाकातें ! बीते सारे लम्हे कितने हसीन थे , अब तो रह... Hindi · मुक्तक 8 721 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read हमसे ना होगा ! हमसे ना होगा ! ************* इस तरह सहन करना हमसे ना होगा । अनैतिकता का वहन करना हमसे ना होगा ।। दर-दर भटकना हमसे ना होगा । पर जमके ज़हर... Hindi · कविता 9 2 586 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jun 2021 · 1 min read दादा और नाना का दीवाना ! दादा और नाना का दीवाना ! *********************** क्या ख़ास है उस तथाकथित नाना में ! जो लोग टूट पड़े हैं अनजान ख़ज़ाना में ! दादाजी पर तो लोग इतना ध्यान... Hindi · कविता 6 766 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jun 2021 · 1 min read पहले इजाज़त तो मिले ! पहले इजाज़त तो मिले ! ******************* लौटूंगा एक दिन.... याद मुझे करना ! जो रूठ गया तो.... प्यार मुझे करना !! इतने चन्द दिनों का अनुभव अच्छा रहा ! भले... Hindi · कविता 8 3 722 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read मन का "महल" मन का "महल" *********** मन में अपनी महल एक ऐसी तैयार करें.... जो इतनी ऊंची हों , ऊंची-ऊंची उड़ानें भरकर ही उस ऊंचाइयों तक पहुॅंचा जा सके !! फिर खूबसूरत... Hindi · कविता 10 2 925 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- नमन इस अवनि को ! "मुक्तक"- नमन इस अवनि को ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज ये धरती क्यों इतनी रो रही । प्राकृतिक धरोहरें भी हैं खो रही । अब से सचेत हो ही जाऍं हम सब... Hindi · मुक्तक 9 527 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- योग, प्राणायाम.... "मुक्तक"- योग, प्राणायाम.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ योग , प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। व्यर्थ चिंतन, दवाब तो मानसिक रूप से जहर है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता, स्वास्थ्य... Hindi · मुक्तक 9 598 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 2 min read पिता की यादें.... पिता की यादें.... ⭐⭐⭐⭐⭐ जब जब आती मुझे पिता की याद ! बस घूट के रह जाता हूॅं मैं चुपचाप ! चाह के भी तो कुछ कर नहीं सकता !... Hindi · कविता 9 6 941 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल """""""" थोड़ा सा पीछे हूॅं , पर लौट के आना है । एक बार छाया तो वापस नहीं जाना है।। बस पाठक की अपेक्षा पर खड़े उतर जाएं। फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 2 480 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- मैंने जो पूछा.... "मुक्तक"- मैंने जो पूछा.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैंने जो पूछा उसका हाल । उसने चल दी इक ऐसी चाल । मुझे तो कुछ समझ नहीं आया , उसने निकाले बाल की खाल... Hindi · मुक्तक 7 2 484 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- बचपन की याद.... "मुक्तक"- बचपन की याद.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ बचपन की याद मुझे जब आती है। बचपन में ही मुझको ले जाती है । यूॅं ही बचपन को नहीं भूल सकता , इस उम्र... Hindi · मुक्तक 7 723 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- अरमां संग ले गई ! "मुक्तक"- अरमां संग ले गई ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ तुम क्यों मुझसे यूॅं ही खफ़ा हो गई। बीच राह में इस तरह ज़ुदा हो गई । तू साथ होती, बात कुछ और... Hindi · मुक्तक 7 333 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कल जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! उस पर आज पछताना क्या ! ना करें कोई भी गलती अभी से , जान -... Hindi · कविता 8 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 2 min read हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! जाता था दोस्तों संग उसमें नहाने ! सप्ताह में एक दिन रुख करता था ,... Hindi · कविता 12 7 933 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( अल्हड़ बचपन ) "मुक्तक"- ( अल्हड़ बचपन ) ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अल्हड़ बचपन था मेरा, क्या बताऊॅं हाल। ना कोई ढंग था और ना ही कोई चाल । यूॅं ही दोस्तों संग मस्ती करता फिरता... Hindi · मुक्तक 5 2 744 Share Previous Page 11 Next