RAMESH SHARMA 927 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next RAMESH SHARMA 30 Jun 2018 · 1 min read घटा न कण भर प्यार प्रिय: वर्ष इकतीस वे,.....पूर्ण हुए हैं आज I वैवाहिक विश्वास का, जब पहना था ताज II हुए वर्ष इकतीस पर,लगती कल की बात I लाया था अनजान को,…..लेकर फेरे सात... Hindi · दोहा 1 514 Share RAMESH SHARMA 27 Jun 2018 · 1 min read नारी का किरदार चूल्हा चौकी साथ मे,खेतों का भी काम ! नारी मेरा आपको , है शत बार प्रणाम !! सास ससुर बच्चे पिया,करे सभी से प्यार ! नारी का परिवार में,बहुत अहम्... Hindi · दोहा 1 258 Share RAMESH SHARMA 27 Jun 2018 · 1 min read विधाता छंद "मुक्तक" समय के साथ तो हमको, कभी ढलना नहीं आया I नदी के संग धारा में, .........हमें बहना नहीं आया I ख्वाहिशें हो नही पाई,कभी भी आज तक पूरी, हमें कहना... Hindi · मुक्तक 1 575 Share RAMESH SHARMA 26 Jun 2018 · 1 min read बिकता नहीं इंसान मानव को देता नही. अगर पेट भगवान ! लाजिम है बिकता नहीं, जल्दी से इंसान !! जबसे जीवन हो गया, दुनिया में गतिमान I एक दूजे को वेग से,..रहा कुचल... Hindi · दोहा 1 237 Share RAMESH SHARMA 21 Jun 2018 · 1 min read संकट मे है जान बड़ों बुजुर्गों से मिला, भूल गए सब ज्ञान । गायब हैं संस्कार भी, संकट मे है जान ।। संकट में है जान पर , होना नहीं निराश । बनकर पतझड़... Hindi · दोहा 1 274 Share RAMESH SHARMA 19 Jun 2018 · 1 min read आँगन देखा तंग वाणी में जिनकी रहा, घुला प्यार का रंग । उनके सच्चे प्रेम का,... आँगन देखा तंग ।। मीठी वाणी बोलिए,....रखिए शिष्टाचार I जीवन मे इससे बडा़,हुआ नही उपहार II रमेश... Hindi · दोहा 1 276 Share RAMESH SHARMA 18 Jun 2018 · 1 min read मुझको नहीं गुरूर दे दूँ अपनी जान भी, मुझको नहीं गुरूर | दूरी तुमसे मित्र पर, .... मुझे नहीं मंजूर || माँगा जो भी दे दिया,किया नही इन्कार | पिता सरीखा दूसरा,.. हुआ... Hindi · दोहा 1 242 Share RAMESH SHARMA 18 Jun 2018 · 1 min read बिना शुगर की चाय खाने का अब नाम भी, मुझको नहीं पसंद I मीठा जब से कर दिया, घरवाली ने बंद II बिना शुगर हलुवा मिले, बिना शुगर की चाय I फीका सा अब... Hindi · दोहा 1 313 Share RAMESH SHARMA 12 Jun 2018 · 1 min read दस पैसे रोजाना -सार छंद - प्रथम फुहारों से बारिश की,मौसम हुआ सुहाना ! लगा नाचने मोर झूमकर, ...हुआ मस्त दीवाना ! राजी हुआ खेतिहर ऐसे, ....जैसे मिला खजाना ! कुदरत का ये खेल समूचा, कहाँ... Hindi · कुण्डलिया 1 239 Share RAMESH SHARMA 11 Jun 2018 · 1 min read महकेगा परिवेश हुए साँवरे मेघ अब,.....थे जो श्वेत रमेश ! बारिश होने दो अभी, महकेगा परिवेश !! श्री हरि चरणों में करें,सभी मित्र अरदास ! जरिया पुण्यार्जन का, है पुरुषोत्तम मास !!... Hindi · दोहा 1 231 Share RAMESH SHARMA 7 Jun 2018 · 1 min read मिलकर करें प्रयास करने से दादागिरी,..... ...... होता नहीं विकास ! आओ मिलकर साथ सब, मिलकर करें प्रयास !! मंजिल चलकर आपके, आएगी खुद पास ! शर्त यही है एक बस, मिलकर करें... Hindi · दोहा 2 1 303 Share RAMESH SHARMA 5 Jun 2018 · 1 min read सार छंद आई है बरसात जोर की, उमड़ घुमड़ कर साथी ! नाच रहे हैं मोर साथ में ,........ नाच रहे हैं हाथी ! अमुआ की डाली पर कोयल, झूम झूम कर... Hindi · कुण्डलिया 1 490 Share RAMESH SHARMA 5 Jun 2018 · 1 min read विश्व पर्यावरण दिवस स्वच्छ रहे पर्यावरण, पाए स्वास्थ्य समाज ! यही सोचकर एक सब, वृक्ष लगाओ आज !! धँसती है धरती कहीं, .कहीं बाढ की पीर ! समझेगा कब आदमी, कुदरत की तासीर... Hindi · दोहा 1 626 Share RAMESH SHARMA 4 Jun 2018 · 1 min read कुंतल हुए सफेद नहीं बुढापे का मुझे , ...रत्तीभर भी खेद ! किन्तु वक्त के पूर्व ही, कुंतल हुए सफेद !! दरिया में जब भी कभी , आया है मँझधार ! तब उसने... Hindi · दोहा 1 254 Share RAMESH SHARMA 2 Jun 2018 · 1 min read लिया खूब पुचकार समझाया मैने बहुत, .लिया खूब पुचकार ! मुआ पिटारा याद का,खुल जाता हर बार !! आसमान से आ गए, .. .बादल ले सौगात ! हमको गर्मी से मिले, शायद शीघ्र... Hindi · दोहा 1 470 Share RAMESH SHARMA 1 Jun 2018 · 1 min read ऐसी कहाँ मिसाल आशिक अब राँझा नहीं , हीर नहीं माशूक ! शादी अब सौदा हुआ, करे प्यार यह मूक !! माशूका थी सोहनी,आशिक था महिवाल ! नए दौर में प्यार की ,ऐसी... Hindi · दोहा 1 236 Share RAMESH SHARMA 1 Jun 2018 · 1 min read चंदा घूरे हैं मुझे, चंदा घूरे हैं मुझे,....... लगा टकटकी आज ! रात चाँदनी मे सखी, किस विध देखूँ ताज !! रात चाँदनी चाँद की ,कालिंदी कर शोर ! देख नजारा ताज का,मन में... Hindi · दोहा 1 271 Share RAMESH SHARMA 30 May 2018 · 1 min read पत्रकार का फर्ज है पत्रकार करता सदा,... विज्ञापन का काम ! जनहित की पहचान है,साहित्यिक संग्राम !! पत्रकार का फर्ज है, ..जागृत करे समाज ! उसे देखना चाहिए,कभी न शासन साज !! रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 455 Share RAMESH SHARMA 29 May 2018 · 1 min read पका हुआ हर आम दिखने मे सुंदर रहे........ लगे मुनासिब दाम ! सदा स्वार्थ की शाख पर,पका हुआ हर आम !! अच्छाई उसकी सभी,...हो जाती गुमनाम ! बदनामी का कर दिया,एक बार जो काम... Hindi · दोहा 1 319 Share RAMESH SHARMA 29 May 2018 · 1 min read दुनियादारी छोड़ दुनियादारी का दिया,.. दिल से बोझ उतार ! अब हम अपनी जिंदगी, हँसकर रहे गुजार !! सीधा सा है मार्ग जब ,.नहीं कहीं भी जोड़ इसका उसका और का, दुनियादारी... Hindi · दोहा 1 1 373 Share RAMESH SHARMA 29 May 2018 · 1 min read जीवन के आधार (सरसी छंद) ईश्वर के दो रूप सही है, निराकार साकार ! सृजनहार हैं सत्य सृष्टि के,है इनसे आधार! दिये सृष्टि ने हमे अनगिनत, नित्य मित्र उपहार! समझेगा कब इसे आदमी, ...इनसे है... Hindi · मुक्तक 1 270 Share RAMESH SHARMA 23 May 2018 · 1 min read कोई नहीं रईस तत्पर हों जिसके लिए,सदा मित्र बत्तीस ! उस जिव्हा सा दूसरा, कोई नहीं रईस !! रसना पे जिसने नहीं, अपनी रखी कमान ! सहना पड़ जावे उसे , कई बार... Hindi · दोहा 1 416 Share RAMESH SHARMA 7 May 2018 · 1 min read कुदरत की नाराजगी ऋतुओं का बिगडा चलन ,परिवर्तित परिवेश ! कुदरत की नाराजगी,.. .. .. झेल रहा है देश !! जीवन मे करती रहे, डगमग उनकी नाव ! वे जो बूढों का कभी,.... Hindi · दोहा 1 649 Share RAMESH SHARMA 3 May 2018 · 1 min read लगे नाचने मोर घनन घनन घन घूमकर, करे भयंकर शोर ! आनंदित चातक हुआ ,....लगे नाचने मोर !! नीयत जिसकी साफ है, मकसद भी हो पाक ! जीवन का उसका कभी ,रुके न... Hindi · दोहा 1 398 Share RAMESH SHARMA 3 May 2018 · 1 min read गुल से ही गुलकंद है गुल से ही गुलकंद है,गुल से ही गुलजार ! गुलों बिना होता नहीं ,.. ईश्वर का शृंगार !! होगा कैसा सोचिए, ....वहाँ मित्र परिवेश ! पे़डों पर खिलता नही,गुल ही... Hindi · दोहा 1 218 Share RAMESH SHARMA 25 Apr 2018 · 1 min read सस्ता है ईमान सिक्के मंहगे हो गए, ..........सस्ता है ईमान ! निजी स्वार्थ में बिक गईं, कलमें और जुबान !! नैतिकता गायब हुई ,... सुबक रहा ईमान ! भौतिक सुख की चाह मे,... Hindi · दोहा 1 236 Share RAMESH SHARMA 24 Apr 2018 · 1 min read जाति-धर्म का पेड जाति-धर्म का पेड वो,....हुआ खूब आबाद ! आजादी के बाद से , मिला जिसे जल खाद !! हुई नही अनबन कभी, हुआ न कोई क्लेश ! पहले जैसा मन नही,... Hindi · दोहा 1 326 Share RAMESH SHARMA 24 Apr 2018 · 1 min read कलियाँ टूटी डाल से कलियाँ टूटी डाल से, ....सदमे में उद्यान ! रूप बदल जब हो गया, बाग़बान शैतान !! मानवता आहत हुई, ....कलुषित हुआ समाज ! हुआ नहीं व्यभिचार का, फिरभी अभी इलाज... Hindi · दोहा 1 244 Share RAMESH SHARMA 18 Apr 2018 · 1 min read वहीं जिगर से आह छुआ बुलंदी को भले,तुमने मनुज जरूर ! लेकिन तुमसे हो गये,...सभी तुम्हारे दूर !! निकले रचनाकार के,.वहीं जिगर से आह ! बिना पढ़े ही लोग जब ,लिख देतें हैं वाह... Hindi · दोहा 1 214 Share RAMESH SHARMA 18 Apr 2018 · 1 min read झूँठ ओढ़ आदित्य उगा कहाँ , नभ पर कभी, झूँठ ओढ़ आदित्य ! सिखलाता है ये हमें,...........सदियों से साहित्य !! ताकत है विश्वास तो, ...दुर्बलता संदेह ! इन दोनों के बीच हैं,असमंजस में... Hindi · दोहा 1 597 Share RAMESH SHARMA 18 Apr 2018 · 1 min read मत कलियों को नोच एक बार अंजाम की,.. .........लेता मनुआ सोच ! सुमन बिना उपवन कहाँ , मत कलियों को नोच !! नारी को जो भोग का, कहते हैं सामान ! कैसे समझें हम... Hindi · दोहा 1 261 Share RAMESH SHARMA 18 Apr 2018 · 1 min read शुक्ल तीज वैशाख की शुक्ल तीज वैशाख की , दे अक्षय वरदान ! दान पुण्य इस रोज का, दे धन दौलत मान !! महादेव के दास हैं, एक विष्णु अवतार ! दुष्टों का करते... Hindi · दोहा 1 464 Share RAMESH SHARMA 12 Apr 2018 · 1 min read शेष बचे यदि गाँव कहाँ बचेंगे पेड़ फिर, कहाँ मिलेगी छाँव ! ढले शहर के रंग में, शेष बचे यदि गाँव !! मिलें जहाँ हर मोड़ पर, खड़े दुशासन आज ! कौन द्रोपदी की... Hindi · दोहा 1 236 Share RAMESH SHARMA 9 Apr 2018 · 1 min read बोतल को बदनाम नहीं गवाँरा थी जिन्हें ,........ नैनों में इक बूँद ! रखकर छवि अब वे सहज, लेते अँखियाँ मूँद !! आखों ने ही कर दिया, होठों का जब काम ! होना... Hindi · दोहा 1 266 Share RAMESH SHARMA 9 Apr 2018 · 1 min read अपना कभी जमीर ऐसे कैसे मान लूँ, ....वो भी बना अमीर ! जिसने बेचा ही नही,अपना कभी जमीर ! ! जुड़कर तुझसे फेसबुक, आया यही विचार ! इश्तिहार सा हो गया ,......मेरा भी... Hindi · दोहा 1 339 Share RAMESH SHARMA 9 Apr 2018 · 1 min read लिया नहीं संज्ञान एक दूजे की पोस्ट का, ध्यान रखे हर भूप ! तब बदलेगा खुद ब खुद, हर दोहे का रूप !! शुभचिंतक हो आप ये, मैं कैसे लूँ मान । मेरी... Hindi · दोहा 1 216 Share RAMESH SHARMA 9 Apr 2018 · 1 min read दोहों से आधार दोहों में बातें करूँ,.... दोहों में व्यापार ! दोहों से सर हो गया, अब मेरा किरदार !! होता है इस बात का, लेकिन मुझे मलाल, जुड़ा नही क्यों आजतक, दोहों... Hindi · मुक्तक 1 433 Share RAMESH SHARMA 3 Apr 2018 · 1 min read आरक्षण की आग किया निवाला डालकर , ..उसने जो उपकार ! उसको अपना आपने, समझ लिया अधिकार !! चीख-चीख कर आपसे, पूछ रहा ये देश ! औरों पर कब तक रहें, निर्भर लोग... Hindi · दोहा 1 388 Share RAMESH SHARMA 2 Apr 2018 · 1 min read दिल का ढहा मकान दीवारें मन की हिलीं , दिल का ढहा मकान ! रूठा मेरा यार क्या,.. ..रूठा सकल जहान ! ! पड़ जाएगी देश की,...उन्नति मित्रों मंद ! बार-बार होता रहा, यदि... Hindi · दोहा 1 217 Share RAMESH SHARMA 30 Mar 2018 · 1 min read एक बार हनुमान तोडा था जैसे कभी ,.. . .रावण का अभिमान ! कलियुग के अब दंभ को, तोड़ो प्रभु हनुमान !! लगता भारी काम भी, .वहाँ हमे आसान ! बस जाते दिल... Hindi · दोहा 1 454 Share RAMESH SHARMA 30 Mar 2018 · 1 min read नहीं रचेगा छंद कितनी भी कोशिश करें, नहीं रचेगा छंद ! दरवाजे जज्बात के,.. .रखे अगर जो बंद !! हिंसा कर होगा नहीं, मानव कभी महान ! दिया यही संसार को...,महावीर ने ज्ञान... Hindi · दोहा 1 401 Share RAMESH SHARMA 30 Mar 2018 · 1 min read माटी राजस्थान की कला क्षेत्र यह देश का,वीरों की है खान ! मीरा के पावन भजन, गाता राजस्थान ! ! साँगा और प्रताप सम, वीर बहादुर धाय ! शौर्य कथा जिनकी सदा, राजस्थान... Hindi · दोहा 1 330 Share RAMESH SHARMA 27 Mar 2018 · 1 min read रंग मंच है विश्व यह लगी श्रेष्ठ की होड़ है, बदलें रूप हजार! रंग मंच है विश्व यह ,पात्र सभी लाचार !! पढ लेते हैं सब मुझे, ...फिर देते हैं डार ! हुआ मित्र अखबार... Hindi · दोहा 1 225 Share RAMESH SHARMA 26 Mar 2018 · 1 min read भगत -राज-सुखदेव आजादी की राह में, भगत -राज-सुखदेव ! हँसते -हँसते चढ़ गए, फांसी देव त्रिदेव !! भारत माँ को हो रही,यही सोचकर पीर ! पैदा अब होते नही , भगतसिंह से... Hindi · दोहा 1 195 Share RAMESH SHARMA 26 Mar 2018 · 1 min read अहंकार की गंध रूठों को भी ख्वाब मे,ले आती है पास ! साथी निद्रा सा नही, हुआ दूसरा खास !! मर्यादा गायब हुई , हुए क्षीण सम्बन्ध ! रिश्तों से आने लगी,अहंकार की... Hindi · दोहा 1 238 Share RAMESH SHARMA 22 Mar 2018 · 1 min read बिन पानी सब सून किया अकारण जल अगर, इस पीढ़ी ने व्यर्थ ! कल होगा सूखा यहाँ,....... होगा बड़ा अनर्थ !! पता नही किस रोज ये,समझेगा इंसान ! बिन पानी के जिंदगी,..होती है बेजान... Hindi · दोहा 1 532 Share RAMESH SHARMA 13 Mar 2018 · 1 min read मेरे दिल का दर्द अपनों के आघात से, हुआ सकल तन जर्द ! फिर भी वे समझे नहीं, ....मेरे दिल का दर्द !! पता नही किस चीज को,.. सारे रहे तलाश ! जिसको देखो... Hindi · दोहा 1 406 Share RAMESH SHARMA 13 Mar 2018 · 1 min read देखो तो भगवान रामायण गीता पढ़ी, पढ़ी पाक क़ुरआन ! मरा नहीं पापी मगर , क्यों मन का शैतान !! स्वर्गलोक से झाँक के, देखो तो भगवान ! रहता है किस हाल मे,..धरती... Hindi · दोहा 1 502 Share RAMESH SHARMA 5 Mar 2018 · 1 min read सच्चाई का स्वाद चाहे जितना डालिये, कविवर मिश्री खाद ! लगे कसैला जीभ को,. सच्चाई का स्वाद !! रहे क्रोध से फासला, उपजे नही गुमान ! मातु शारदा दीजिए, कुछ ऐसा वरदान !... Hindi · दोहा 2 421 Share RAMESH SHARMA 27 Feb 2018 · 1 min read गीता के उपदेश हटी नही जब पाप की, दिल से धुंध रमेश ! व्यर्थ हुए सारे सुने,....... गीता के उपदेश !! तुमने जब मारा नही,भीतर का शैतान ! तब गंगा में व्यर्थ है,... Hindi · दोहा 1 480 Share Previous Page 14 Next