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3 Apr 2018 · 1 min read

आरक्षण की आग

किया निवाला डालकर , ..उसने जो उपकार !
उसको अपना आपने, समझ लिया अधिकार !!

चीख-चीख कर आपसे, पूछ रहा ये देश !
औरों पर कब तक रहें, निर्भर लोग रमेश !!

रखी सियासत ने जला, आरक्षण की आग !
जला किसी का पुत्र तो, झुलसे कई सुहाग !!

खबरें ऐसी आजतक, सुनी नही भगवान !
नेता कब कोई मरा, ……दंगे मे श्रीमान !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 366 Views
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