RAMESH SHARMA 927 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 13 Next RAMESH SHARMA 28 Nov 2018 · 1 min read रिश्तों के आयाम रिश्तों की इस दौर मे,..यही एक पहचान ! हो बस केवल फायदा, ज़रा न हो नुक्सान !! हर साजिश की पीठ पर,अपने खड़े तमाम ! कैसे होंगे सोच फिर,... .रिश्तों... Hindi · दोहा 6 278 Share RAMESH SHARMA 27 Nov 2018 · 1 min read जिस दिन बहनें बेटियाँ, होंगी नहीं उदास उस दिन कह दूंगा हुआ, सचमुच बहुत विकास ! जिस दिन बहनें बेटियाँ, .......होंगी नहीं उदास !! बहू बेटियों का अगर, किया नहीं सम्मान ! कैसे होगा सोच फिर,... मेरा... Hindi · दोहा 5 4 378 Share RAMESH SHARMA 23 Nov 2018 · 1 min read बेचे खड़ा भविष्य यूँ,बीच सड़क पर फूल लिए उदासी आँख मे, चढ़ी शकल पर धूल ! बेचे खड़ा भविष्य यूँ,बीच सड़क पर फूल ! ! ------------------------------------------------ बेच रही है नन्ही बिटिया ,... हाथों मे ले अपने फूल... Hindi · दोहा 3 299 Share RAMESH SHARMA 22 Nov 2018 · 1 min read भारत की पतवार कैसे उनको सौप दें, भारत की पतवार ! खडें हुए हैं साथ जब, सारे ही मक्कार ! सारे ही मक्कार, हाथ में हाथ पकड़ कर ! घोटालों के दाग, लगे... Hindi · कुण्डलिया 6 3 433 Share RAMESH SHARMA 21 Nov 2018 · 1 min read वीर छंद लड़ता है क्या सोच हमेशा ,जुल्मी पाकिस्तान रमेश ! मिट जाएगा एक दिवस ये,...मानचित्र से पापी देश !! खाई है मुँह की पहले भी ,हमसे लड़कर कितनी बार! दिखलाता है... Hindi · कुण्डलिया 3 1 270 Share RAMESH SHARMA 20 Nov 2018 · 1 min read जब भी कभी चुनाव चली झूठ के नीर पर, नेताजी की नाव! आये मेरे देश मे, जब भी कभी चुनाव!! आते है इस देश मे, जब भी कभी चुनाव! जाति -धर्म के नाम का,पकने... Hindi · दोहा 4 2 310 Share RAMESH SHARMA 14 Nov 2018 · 1 min read चौपाई, जयकारी छंद सुनी चुनावों की टंकार ! नेता करते दिखें प्रचार !! जनता करती यही विचार ! आएगी कैसी सरकार !! .................................... माता लक्ष्मी का सत्कार ! दीपों का आया त्यौहार !... Hindi · कुण्डलिया 3 1 371 Share RAMESH SHARMA 13 Nov 2018 · 1 min read वीर छंद.राजनीति के दांव जाति धर्म का लगे खेलने, नेता सारे मिल कर दांव ! जिसको देखो जमा रहा है, राजनीति में अपने पाँव ! चोर उचक्के दिए दिखाई, इक दूजे का थामे हाथ... Hindi · कुण्डलिया 1 1 469 Share RAMESH SHARMA 12 Nov 2018 · 1 min read बदले नहीं उसूल इसे कहूँ उपलब्धि मैं, या मेरी ये भूल ! मैंने अपने आज तक,बदले नहीं उसूल !! अपनाना यदि आपको,... मेरे विविध उसूल ! उनको कमियों के सहित,करिए आप कबूल !!... Hindi · दोहा 2 284 Share RAMESH SHARMA 8 Nov 2018 · 1 min read दीवाली के दीप अँधियारा भागे सदा , घटता दिखे विकार ! तब जा कर होगा कहीं,.ज्योतिर्मय संसार !! ज्योतिर्मय संसार , तभी होगा जन जन का ! जीवन का आधार , प्रेम बन... Hindi · कुण्डलिया 3 287 Share RAMESH SHARMA 6 Nov 2018 · 1 min read नरकचतुर्दशी यही,..... ... देती है सन्देश। नरकचतुर्दशी यही,..... ... देती है सन्देश। रखिए साफ शरीर को, अपने सदा रमेश !। दुःख विफलता मुश्किलें, रहे हमेशा दूर ! माता लक्ष्मी अर्ज ये,.. . कर लेना मंजूर !!... Hindi · दोहा 3 309 Share RAMESH SHARMA 14 Oct 2018 · 1 min read दरिया भी लाचार हो जाए उस मोड़ पर, दरिया भी लाचार ! जहाँ डूबने को स्वयं, ... कश्ती हो तैयार !! मर्यादा के नाम पर,...... ..करें न ऐसा काम! जिसका निकले मित्रवर ,उल्टा... Hindi · दोहा 3 469 Share RAMESH SHARMA 10 Oct 2018 · 1 min read गैर प्रांत के मुद्दे पर (ताटंक छंद) गैर प्रांत के मुद्दे पर फिर,....सेक रहे हैं वे रोटी! नीयत उनकी राजनीति मे,रही हमेशा ही खोटी! सिमट गये है सभी जगह पर,अक्ल समूची मारी है! खेल घिनौना खेल रहे... Hindi · कुण्डलिया 2 347 Share RAMESH SHARMA 8 Oct 2018 · 1 min read बदली नही लकीर सरकारें बदली कई,....बदले कई वजीर ! हाथों मे धनहीन की ,बदली नही लकीर !! आओ छीनें रोशनी,सूरज की इस बार ! करते रहते है यही, जुगनू कई विचार ! !... Hindi · दोहा 2 330 Share RAMESH SHARMA 8 Oct 2018 · 1 min read शायद पुन: चुनाव आए है इस देश मे,..शायद पुन: चुनाव ! राजनीति का पक रहा,चारों ओर पुलाव!! चारों ओर पुलाव,सियासत लगी थिरकने! पैरों तले जमीन, सभी के लगी खिसकने!! जाति-धर्म के छंद, बना... Hindi · कुण्डलिया 2 258 Share RAMESH SHARMA 6 Oct 2018 · 1 min read गीता और कुरान लड़े नही जब आजतक,गीता और कुरान ! पढकर इनको लड़ रहा,फिर काहे इन्सान ! ! माता के उर से बड़ा , नहीं दूसरा ज्ञान ! कितनी भी पढ़ लीजिये, गीता... Hindi · दोहा 2 342 Share RAMESH SHARMA 6 Oct 2018 · 1 min read खेत और खलिहान शहरों मे करने लगा,जब से काम किसान ! तब से सब सूने पड़े ,खेत और खलिहान !! कहने को तो देश है,..अपना कृषक प्रधान ! क्यों मरते हैं भूख से,फिर... Hindi · दोहा 3 331 Share RAMESH SHARMA 17 Sep 2018 · 1 min read होगा मटियामेट जिसदिन बिस्तर रूह ने, अपना लिया समेट ! उस दिन बँगला देह का, ....होगा मटियामेट !! विद्या का खिलता नहीं, बिन गुरु कभी न फूल ! वृक्ष बढेगा किस तरह,... Hindi · दोहा 2 378 Share RAMESH SHARMA 15 Sep 2018 · 1 min read अभियन्ता दिन का करें, अभिवादन स्वीकार ! अभियन्ता दिन का करें, अभिवादन स्वीकार ! जिनके रहते फल रहे,......... सारे कारोबार !! अभियंताओं का करें,... सभी मित्र सम्मान ! दुष्कर है जिनके बिना, दुनिया का उत्थान !! रमेश... Hindi · दोहा 2 312 Share RAMESH SHARMA 7 Sep 2018 · 1 min read थोंपो नहीं विकार किया सभ्यता पर अगर,... हमने कभी प्रहार ! उपजेंगें मन में तभी, कलुषित-कुटिल विचार !! बंद करो बेहूदगी ,...... थोंपो नहीं विकार ! नवयुग की अशलीलता, हमें नहीं स्वीकार !!... Hindi · दोहा 2 334 Share RAMESH SHARMA 23 Aug 2018 · 1 min read जब भी कभी किशोर हुआ बुद्धि से प्रौढ़ इक, जब भी कभी किशोर! दीवारें तब सोच की, ... ....हुई आप कमजोर !! चाटुकारिता का बढा, ...तबसे मित्र प्रवाह ! जब से वे लिखने लगे... Hindi · दोहा 1 307 Share RAMESH SHARMA 16 Aug 2018 · 1 min read आजादी के बाद आजादी के बाद से, दिन-दिन भड़की आग ! सत्तर सालों बाद भी, ....नहीं सके हम जाग ! नही सके हम जाग, व्यर्थ ही लड़ें हमेशा ! नेता हैं बदकार,, .....लड़ाना... Hindi · कुण्डलिया 1 276 Share RAMESH SHARMA 10 Aug 2018 · 1 min read ताटंक छंद मुक्तक इस दुनिया मे सचमुच उनके,होते वारे न्यारे हैं! राजनीति मे नेताओं के,....होते जो भी प्यारे हैं! जाँच परखने मे मुझको ये,बात समझ मे आई है, काल कोठरी यह काजल की,रहते... Hindi · मुक्तक 1 315 Share RAMESH SHARMA 9 Aug 2018 · 1 min read मत करना विश्राम बिना कार्य पूरा किये, दिए बिना अंजाम ! मत करना विश्राम तुम, पाओगे ईनाम !! बडें बुजुर्गों ने दिया, यही सदा पैगाम! बिना कार्य पूरा किए, मत करना विश्राम! !... Hindi · दोहा 1 261 Share RAMESH SHARMA 8 Aug 2018 · 1 min read बचपन मे श्रीमान मेरी यादों ने भरी, ........ .....ऐसी मित्र उड़ान ! लौट गया मन आज फिर, बचपन मे श्रीमान !! पल में ही बचपन गया, पल में हुआ जवान ! पल मे... Hindi · दोहा 1 604 Share RAMESH SHARMA 8 Aug 2018 · 1 min read देख जरा संसार नैना अपने खोल कर, देख जरा संसार ! क्या जीता तूने यहाँ,और गया क्या हार !! और गया क्या हार,देख ले दुनियाँ सारी ! बाजी जीता कौन, और है किसने... Hindi · कुण्डलिया 1 257 Share RAMESH SHARMA 8 Aug 2018 · 1 min read अंत समय पर काठ पेड़ लगाना है हमें, .......करें सभी हम पाठ ! आना ही है काम जब, अंत समय पर काठ !! जंगल पूरा काट कर,किया अगर जो ठाठ ! मुर्दे को भी... Hindi · दोहा 1 463 Share RAMESH SHARMA 3 Aug 2018 · 1 min read वहम एक ये पाल रखा अहम् ने हर समय, वहम एक ये पाल ! मानो उसने ही यहाँ, सब कुछ रखा सँभाल! ! करनी पे अपनी कभी,. करना नहीं गुमान ! अच्छे अच्छों का... Hindi · दोहा 1 253 Share RAMESH SHARMA 1 Aug 2018 · 1 min read सखियाँ झूला झूलतीं हरियाली लेकर पुन:, आया सावन मास ! सखियाँ झूला झूलतीं,मन मे भर उल्लास !! यही सोच कर जोड़ती, सावन मे प्रभु हाथ ! झूलें झूला झूमकर,... . प्रियतम मेरे साथ... Hindi · दोहा 1 521 Share RAMESH SHARMA 31 Jul 2018 · 1 min read मुशी प्रेमचंदजी के जन्म दिवस पर. पढ़ी कहानी माधवी, उपन्यास गोदान ! प्रेमचंद सा कब हुआ,कथाकार इंसान !! ------ मिली देखने बात इक, प्रेमचंद की खास ! उनके हर एक लेख मे,पीड़ा का अहसास ! ------... Hindi · दोहा 1 495 Share RAMESH SHARMA 30 Jul 2018 · 1 min read कोई यहाँ कबीर समझेगा जबतक नहीं, दिल यह गहरी पीर ! तब तक मुश्किल है बने,...कोई यहाँ कबीर !! कहीं फाड़कर बदलियाँ, कहीं थोपकर बाढ़ ! जाते जाते दे गया,... ...कितने घाव अषाढ... Hindi · दोहा 1 472 Share RAMESH SHARMA 27 Jul 2018 · 1 min read ऐसा फँसा रमेश इत देखूंँ परिवार या, उत देखूँ मै देश ! जीवन के बाजार मे,ऐसा फँसा रमेश ! ! पिछड़ेपन की देश मे,ऐसी चली बयार ! लगी हुई है होड़ सी ,... Hindi · दोहा 1 192 Share RAMESH SHARMA 27 Jul 2018 · 1 min read गुरु का आशीर्वाद गुरु दिखलाये राह जब ,मिले नसीहत ज्ञान ! खिले उन्ही की सीख से, जीवन का उद्यान !! मिला हमेशा ही मुझे,... गुरु का आशीर्वाद ! मैने उसको रख लिया,उनका समझ... Hindi · दोहा 1 2k Share RAMESH SHARMA 25 Jul 2018 · 1 min read मै भी बनूँ प्रधान इच्छाएँ मरती नही,...मर जाता इंसान ! यही समूचा सत्य है,इसे समझ नादान !! बुरे भले के बीच का, जिन्हे नही है भान ! उनकी भी मंशा यही, मै भी बनूँ... Hindi · दोहा 1 336 Share RAMESH SHARMA 24 Jul 2018 · 1 min read ताटंक छंद (चिड़ियाँ तिनके लातीं हैं) ताटंक छंद --------------------------------------- नित्य चोंच में उठा-उठाकर , चिड़ियाँ तिनके लातीं हैं । जोड़-जोड़कर उन्हें स्वयं ही, अपना नीड़ बनातीं हैं ।। दिनचर्या चिड़ियों की हमको, सीख कई दे जातीं... Hindi · कुण्डलिया 1 244 Share RAMESH SHARMA 23 Jul 2018 · 1 min read उत्तम और निवेश विद्या से बढकर नही, उत्तम और निवेश ! चाहे जितनी कीजिए, दौलत जमा रमेश ! ! बचकाना हरकत करें,नाजायज व्यवहार ! लोगों मे उनका रहे,. सदा निम्न किरदार ! !... Hindi · दोहा 1 436 Share RAMESH SHARMA 23 Jul 2018 · 1 min read यूँ गुजरा है कारवाँ हुआ अस्त साहित्य का,एक और किरदार ! याद करेगा आपको, .......नीरज ये संसार !! यूँ गुजरा है कारवाँ, पहने अंतिम हार ! बचा देखने के लिए,केवल शेष गुबार !! रमेश... Hindi · दोहा 1 217 Share RAMESH SHARMA 19 Jul 2018 · 1 min read "दीवारों के कान " करते हो निंदा अगर,रहे हमेशा ध्यान ! होते हैं तुम मान लो,.दीवारों के कान !! नही समझना भूलकर,कभी इन्हें बेजान ! होते हैं सचमुच बडें, ....दीवारों के कान !! सोलह... Hindi · दोहा 2 548 Share RAMESH SHARMA 18 Jul 2018 · 1 min read ताटंक छंद बात बात पर करें सियासत, नेताओं का धंधा है! मतदाता पर जान बूझ कर,हो जाता क्यों अंधा है! बातों में इनकी आ जाती,जनता बिल्कुल भोली है! नेताओं ने बात कौन... Hindi · मुक्तक 1 586 Share RAMESH SHARMA 18 Jul 2018 · 1 min read सजी धजी बारात क्या होंगे उस द्वार के, सोचो तो हालात ! लौटी हो आकर जहाँ, सजी धजी बारात !! बढती गई किसान की, दिन पर दिन जब पीर ! मेघों ने अपना... Hindi · दोहा 1 355 Share RAMESH SHARMA 18 Jul 2018 · 1 min read नही सुधरती भूल गलती को अपनी किया,जिसने नही कबूल | जीवन मे उसकी कभी, नही सुधरती भूल! ! करें समस्या को कभी ,..नही नजरअंदाज! जितनी जल्दी हो सके,उसका करें इलाज!! रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 217 Share RAMESH SHARMA 14 Jul 2018 · 1 min read कैसे अब अखबार दुनिया सारी बन गई, आज जहाँ बाजार । आईने सा हो वहाँ, ..कैसे अब अखबार ।। आएगी क्या वाकई, ....ऐसी भी तारीख ! नही दिखेगा माँगता, मुझे एक भी भीॆख!... Hindi · दोहा 1 240 Share RAMESH SHARMA 14 Jul 2018 · 1 min read तब लगती है चोट कर दें सच को झूठ जो, पहने काला कोट । न्याय नही अन्याय हो, तब लगती है चोट ।। ले कर पहले नोट जो,करते हैं फिर वोट | लोकतंत्र के... Hindi · दोहा 1 524 Share RAMESH SHARMA 14 Jul 2018 · 1 min read क्या भेजे पैगाम मोबाइल ईमेल से, चल जाता है काम ! चिट्ठी मे फिर प्रेमिका,क्या भेजे पैगाम ! क्या भेजे पैगाम, कौन अब चिट्ठी लिखता ! मोबाइल पर बात, और साया भी दिखता... Hindi · कुण्डलिया 1 513 Share RAMESH SHARMA 14 Jul 2018 · 1 min read तोड़ लिये रसुकात कभी तुम्हारी याद जब,.... ..कर जाए बेजार ! उगें जहन की साख पर, शीघ्र और अशआर !! उसनेे अपने आप ही,तोड़ लिये रसुकात ! क्या थे उसके सामने , पता... Hindi · दोहा 1 427 Share RAMESH SHARMA 14 Jul 2018 · 1 min read कुदरत के बदलाव आने लगा अषाढ ही,इन्द्र देव को रास ! सावन जैसा हो रहा,देखो तो अहसास ! ! जहाँ चले थी गाडियाँ, वहाँ चले अब नाव ! आया जहाँ मिजाज़ मे,कुदरत के... Hindi · दोहा 1 282 Share RAMESH SHARMA 6 Jul 2018 · 1 min read कुदरत का किरदार सूखे कई प्रदेश हैं, ......कहीं बाढ़ की मार ! हमने समझा ही नहीं ,कुदरत का किरदार !! कहीं धँसे हैं भूमि तो, कहीं वज्र की मार ! ऐसा कैसा हो... Hindi · दोहा 1 381 Share RAMESH SHARMA 4 Jul 2018 · 1 min read आए जब आषाढ कहीं फटे हैं बदलियां, कहीं आ रही बाढ ! बढे मुसीबत देश की,..आए जब आषाढ !! दोषी इसका कौन है,सोचो करो विचार ! क्यों आती है आपदा,बारिश मे हर बार... Hindi · दोहा 1 233 Share RAMESH SHARMA 4 Jul 2018 · 1 min read मिला तजुर्बा वक्त से मिला तजुर्बा वक्त से, मुझको मित्र जरूर ! मगर हुई मासूमियत,.....मुझसे कोसों दूर !! हिस्से में हर देश के,......आ जाती है बाढ़ ! ढाया नदियों ने कहर,जब भी लगा अषाढ़... Hindi · दोहा 1 230 Share RAMESH SHARMA 4 Jul 2018 · 1 min read मनाना भी नही आया (विधाता छंद मुक्तक ) मनाना भी नही आया ,सताना भी नही आया | मुझे उनसे मुहब्बत है, जताना भी नही आया | दिवाना हो गया हूँ मै, अदाओं का वफाओं का | बहुत कीं... Hindi · मुक्तक 1 289 Share Previous Page 13 Next