आकाश महेशपुरी 506 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next आकाश महेशपुरी 7 Oct 2018 · 1 min read सरस्वती वन्दना सरस्वती वन्दना ○○○○○○○○○ मइया तेरे द्वारे आए हमको राह दिखा दो ना मन में ज्ञान दीप जल जाए हमको राह दिखा दो ना हम पापी हैं अज्ञानी हैं फिर भी... Hindi · गीत 4 3 717 Share आकाश महेशपुरी 29 Sep 2018 · 1 min read शुभ अशुभ का भय 【【【शुभ अशुभ का भय...】】】 ☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆ वे हमें समझा बुझाकर लूट लेते हैं शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं यह दिशा शुभ, यह दिशा बरबाद कर देगी इस दिवस... Hindi · गीत 1 837 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2018 · 1 min read स्वागत गीत- खिल गए आज हम स्वागत गीत- खिल गए आज हम ★★★★★★★★★★★★★ आप आये यहाँ खिल गए आज हम स्वागतम स्वागतम स्वागतम स्वागतम दूर तम हो गया रोशनी आ गयी आप आये यहाँ है खुशी... Hindi · गीत 12 4 21k Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2018 · 1 min read कितना भरमाया जाता है कितना भरमाया जाता है ◆◆◆◆◆◆◆◆◆ कितना भरमाया जाता है °°° पूर्व जन्म का कर्म बताकर स्वर्ग नर्क का मर्म बताकर जाल बनाकर पाखण्डों का कर्म-कांड को धर्म बताकर कितना धमकाया... Hindi · कविता 1 643 Share आकाश महेशपुरी 11 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल- ...सहारे डूब जाते हैं ग़ज़ल- सहारे डूब जाते हैं ★★★★★★★★★★★★★★ धरा ये चांद सूरज और तारे डूब जाते हैं नज़र के बन्द होते ही नज़ारे डूब जाते हैं ये नाते और यारी हाय दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 675 Share आकाश महेशपुरी 3 Sep 2018 · 1 min read कुछ मुक्तक कीर्ति छंद पर आधारित ★★कुछ मुक्तक★★ ~~~~~~~~~~~~~~ हम टूट गए इतने हैं हर कष्ट लगे अपने हैं वह पूर्ण हुए न हमारे सपने अब भी सपने हैं।।1।। धन खातिर तो घरवाले दिल में करते... Hindi · मुक्तक 1 503 Share आकाश महेशपुरी 30 Aug 2018 · 1 min read ग़ज़ल- धन की जो किल्लत हो गयी है ग़ज़ल- धन की जो किल्लत हो गयी है ☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆ हमें धन की जो किल्लत हो गयी है बिकाऊ ये मुहब्बत हो गयी है हमारा आशियाना लुट गया जो कि कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 589 Share आकाश महेशपुरी 28 Aug 2018 · 1 min read जहाँ से चले थे वहीं आ गए गीत- जहाँ से चले थे वहीं आ गए ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ वो' कैसा सफर था कि चकरा गए जहाँ से चले थे वहीं आ गए सलामत हमारे सभी अंग हैं कि चलने... Hindi · गीत 1 1k Share आकाश महेशपुरी 26 Aug 2018 · 1 min read चार पैसे का मैं भी बनूँगा कभी गीत- चार पैसे का' मैं भी बनूँगा कभी ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ तुम भिखारी कहो या कहो अज़नबी चार पैसे का' मैं भी बनूँगा कभी एक पागल मुझे कह रहा है जहाँ ये... Hindi · गीत 1 536 Share आकाश महेशपुरी 19 Aug 2018 · 1 min read ग़ज़ल- सफ़र चिंगारियों का है... ग़ज़ल- सफ़र चिंगारियों का है.... ●●●●●●●●●●●●●●●●● मुसीबत से भरी राहों में चलकर हार जाता हूँ सफ़र चिंगारियों का है मैं जलकर हार जाता हूँ पतिंगा हूँ मुहब्बत है मुझे भाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 311 Share आकाश महेशपुरी 14 Aug 2018 · 1 min read एक सन्नाटा... एक सन्नाटा... ■■■■■■■■■■■ थे किये मैंने बहुत उपकार पर रोज मिट्टी में मिलाती जा रही आज दुनिया स्वार्थ में अंधी हुई पाँव से ठोकर लगाती जा रही ● ● ●... Hindi · गीत 1 683 Share आकाश महेशपुरी 12 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल- था भरोसा मगर सब धुंआ हो गया ग़ज़ल- था भरोसा मगर सब धुंआ हो गया ●●●●●●●●●●●●●●● था भरोसा मगर सब धुंआ हो गया नाम जिसका वफ़ा बेवफा हो गया °°° सिर्फ मतदान कर के जरा सोचिए फर्ज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 549 Share आकाश महेशपुरी 14 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल- राज दिल पे किया सनम तुमने ग़ज़ल- राज दिल पे किया सनम तुमने ●●●●●●●●●●●●● राज दिल पे किया सनम तुमने दिल को ही दे दिया है गम तुमने °°° मैंने समझा कि दिल के साथी हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 259 Share आकाश महेशपुरी 13 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल- वो गुनाहों का एक साया था ग़ज़ल- वो गुनाहों का एक साया था °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° वो गुनाहों का एक साया था दाग दामन पे जो लगाया था °°° अक्ल पे जैसे पड़ गया परदा एक ज़ालिम पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 486 Share आकाश महेशपुरी 29 May 2018 · 1 min read क्या यही शिक्षामित्रों की है वो ख़ता इतने वर्षों पढ़ाया-लिखाया यहाँ, हम यहीं पर ये जीवन गंवाने लगे। जिनको हमने है राजा बनाया वही, तीर-तलवार दिल पर चलाने लगे। इक नदी को समंदर से उल्टा यहां, पर्वतों... Hindi · गीत 3 2 2k Share आकाश महेशपुरी 10 Apr 2018 · 1 min read ग़ज़ल- ज़ुल्म का देखिये सिलसिला हो गया ग़ज़ल- ज़ुल्म का देखिये सिलसिला हो गया ●●●●●●●●●●●●●●● क्या था' मैं आजकल क्या से' क्या हो गया चोट ऐसी लगी बावरा हो गया ○○○ जिक्र यूँ प्यार का कर दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share आकाश महेशपुरी 15 Mar 2018 · 1 min read पीना तू छोड़ दे पीना तू छोड़ दे ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ बीवी पे' जुल्म कर के' यूँ' जीना तू' छोड़ दे कहता है' वक्त आज कि पीना तू' छोड़ दे ◆◆◆ देखो कि हाल आज ते'रा... Hindi · गीत 1 1k Share आकाश महेशपुरी 28 Feb 2018 · 1 min read शिक्षामित्रों की लाशों पर... शिक्षामित्रों की लाशों पर... ●★●★●★●★●★●★●★●★●★ शिक्षामित्रों की लाशों पर जी भर के रंगोली खेलो साँसों की दरकार इधर है तेरा क्या है होली खेलो ★★★ रोज हमारे तन की लाली... Hindi · गीत 1 1 1k Share आकाश महेशपुरी 21 Feb 2018 · 1 min read शिक्षामित्रों पर उपकार... शिक्षामित्रों पर उपकार कर दो हे मोदी सरकार दुखियारों का अब उद्धार कर दो हे योगी सरकार इतना है माथे पर भार जीवन से जाएंगे हार अबतक इतने गये सिधार... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2017 · 1 min read ईश्वर के ठेकेदार ईश्वर के ठेकेदार ■■■■■■■■■■■■■ ईश्वर के ये बने हुए हैं जो भी ठेकेदार यही तो हैं धरती के भार यही तो हैं धरती के भार ★★★ ईश्वर की ये खोल... Hindi · गीत 3 1k Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2017 · 1 min read फिर से इक नव वर्ष मिला है फिर से इक नव वर्ष मिला है ॰॰॰ फिर से इक नव वर्ष मिला है मानव मन को हर्ष मिला है और इसे आगे ले जायेँ अबतक जो उत्कर्ष मिला... Hindi · कविता 4 1 1k Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2017 · 2 min read नया वर्ष कुछ खास रहेगा नया वर्ष कुछ खास रहेगा ●●● धूमिल हैं आशाएं सारी बने हुए सब हैं व्यापारी दिल की दौलत बेंच रहे हैं कैसी है यह दुनियादारी माना अबतक कष्ट मिला है... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 10 Dec 2017 · 1 min read सब रोटी का खेल रोना-हँसना यहाँ जगत में सब रोटी का खेल ●●● रोटी की ही खोज में, छूट गया है देश मातृभूमि की याद है, भाए ना परदेश भाए ना परदेश, गांव की... Hindi · गीत 1 901 Share आकाश महेशपुरी 1 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ मेरा साया है लेकिन दूर होकर भूल जाता है कि वह सत्ता के मद में चूर होकर भूल जाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1k Share आकाश महेशपुरी 16 Oct 2017 · 1 min read जाने किस दिन हो पायेगा भ्रष्टों का अवसान जाने किस दिन हो पायेगा भ्रष्टों का अवसान ■■■■■■■■■■■■■ ■■■ ये चाहें तो नाहक़ में ही लड़ जाएं इंसान नेता बड़े महान कि भइया नेता बड़े महान ■■■ झूठे सपने... Hindi · गीत 920 Share आकाश महेशपुरी 19 Sep 2017 · 2 min read कुछ घनाक्षरी छंद कुछ घनाक्षरी छंद ★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★ छन्द जो घनाक्षरी मैं लिखने चला हूँ आज, मुझको बताएँ जरा कहाँ कहाँ दोष है। या कि मैँ हूँ मन्दबुद्धि लिख नहीँ पाता कुछ, सिर पे... Hindi · घनाक्षरी 688 Share आकाश महेशपुरी 14 Sep 2017 · 1 min read घनाक्षरी- नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए घनाक्षरी- नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ नारियों का अपमान क्लेश की वजह एक, इसका तो सबको ही ज्ञान होना चाहिए। कष्ट देते बहुओं को कुछ जो दहेज... Hindi · घनाक्षरी 754 Share आकाश महेशपुरी 20 Aug 2017 · 1 min read अगर सत्ता न हिल जाये तो फिर ये खून कैसा है अगर सत्ता न हिल जाये तो फिर ये खून कैसा है ◆★◆★◆★◆★◆★◆★◆★◆★◆ हमें जो रोटियाँ वापस मिली ना तो समझ लेना अगर मुश्किल हुआ जीना हमारा तो समझ लेना कि... Hindi · मुक्तक 819 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2017 · 1 min read गीतिका/ ग़ज़ल- देखिये कैसा जमाना आ गया गीतिका/ ग़ज़ल- देखिये कैसा जमाना आ गया ★■★■★■★■★■★■★■★■★ देखिये कैसा जमाना आ गया हर किसी को दिल दुखाना आ गया *** था वहाँ मैं मौत की आगोश में उनको' लेकिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 965 Share आकाश महेशपुरी 14 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल- सितमगर तो मेरा ही यार निकला ग़ज़ल- सितमगर तो मेरा ही यार निकला ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ नहीं सोचा वही हर बार निकला सितमगर तो मेरा ही यार निकला ◆◆◆ मुहब्बत से भरीं आँखें ये तेरी लबों से क्यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share आकाश महेशपुरी 11 May 2017 · 1 min read एक मुक्तक एक- मुक्तक ●●● गिरे हैं गर्त में फिर भी ऊँचाई ढूंढ लेंगे हम हलाहल पी लिया लेकिन सुधा भी ढूंढ लेंगे हम दया के नाम पर जीयें कभी ये हो... Hindi · मुक्तक 2 581 Share आकाश महेशपुरी 6 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल- कुछ किया ही नहीं जिंदगी के लिए ग़ज़ल- कुछ किया ही नहीं जिंदगी के लिए ●●●●●●●●●●●●●●● मैं तो' जीता रहा बस किसी के लिए कुछ किया ही नहीं जिंदगी के लिए ○○○ क्या मुझे वो कहीं पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 786 Share आकाश महेशपुरी 1 Apr 2017 · 1 min read दो कुण्डलिनी छंद दो कुण्डलिनी छंद 1- कितनी छोटी हो गयी, है मानव की सोच, आगे बढ़ने के लिए, रहा स्वयं को नोच। रहा स्वयं को नोच, बढ़ी लालच है इतनी, और-और का... Hindi · कविता 768 Share आकाश महेशपुरी 16 Feb 2017 · 1 min read गीत- आज हँसो जी भर के आज हँसो जी भर के ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ आज हँसो जी भर के न कल का ठिकाना। किस्मत है यार इसे कौन यहाँ जाना।। *** रोज नहीं आते हैं पल खुशियों के... Hindi · गीत 480 Share आकाश महेशपुरी 10 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल- अब वक्त ही बचा नहीं... ग़ज़ल- अब वक्त ही बचा नहीं... मापनी- 221 2121 1221 212 ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● अब वक्त ही बचा नहीं' भगवान के लिए यूँ प्यार आ रहा किसी' अनजान के लिए तुमसे मिलन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share आकाश महेशपुरी 6 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल- उसे अपने दिल की सुनाता नहीं मैं ग़ज़ल- उसे अपने दिल की सुनाता नहीं मैं ●○●○●○●○●○●○●○●○●○●○●○●○● उसे अपने दिल की सुनाता नहीं मैं कि पत्थर पे आँसू बहाता नहीं मैं हूँ मैं ही वजह उसके सारे दुखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share आकाश महेशपुरी 6 Nov 2016 · 1 min read कुण्डलिया- दिल्ली की वायु कुण्डलिया- दिल्ली की वायु ●●●●●●●●●●●●●● देखो रहकर गाँव में, सुविधाओं से दूर। मिलती है ताजी हवा, हरियाली भरपूर। हरियाली भरपूर, नहीं होती बीमारी। पर दिल्ली की वायु, तुझे देती लाचारी।... Hindi · कुण्डलिया 2 420 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- जिसे देखता हूँ मैं छिपकर हमेशा ग़ज़ल- जिसे देखता हूँ मैं छिपकर हमेशा ☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆ जिसे देखता हूँ मैं छिपकर हमेशा कि उसका रहा दिल है पत्थर हमेशा ~~~ वो मेरा नहीं हो सकेगा कभी भी जिसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 493 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- क़ाबिल तेरे नहीं हूँ मुझे ध्यान आ गया ग़ज़ल- क़ाबिल तेरे नहीं हूं मुझे ध्यान आ गया 221 2121 1221 212 मफ़ऊल फ़ाइलात मुफ़ाईल फ़ाइलुन ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ अच्छा हुआ कि यार अभी ज्ञान आ गया क़ाबिल तेरे नहीं हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 756 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2016 · 1 min read गीतिका- जिसने खुद को है पहचाना गीतिका- जिसने खुद को है पहचाना ◆●◆●◆●◆●◆ जिसने खुद को है पहचाना उसके आगे झुका जमाना दुनिया में तो दुख हैं लाखों फिर भी इनसे क्या घबराना लोग भला क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 552 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- कौन दिल की आवाज सुनता है ग़ज़ल- कौन दिल की आवाज सुनता है ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ पैसे की ही वो आज सुनता है कौन दिल की आवाज सुनता है °°° जिसने लोगों में डर किया पैदा बातें उसकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 721 Share आकाश महेशपुरी 23 Sep 2016 · 1 min read गीतिका- हँसना तो एक बहाना है गीतिका- हँसना तो एक बहाना है ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ हँसना तो एक बहाना है। गम का भी इधर खजाना है।। ००० क्यूँ बैठा हूँ आस लगाए, किसका ये हुआ जमाना है। ०००... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 699 Share आकाश महेशपुरी 22 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- बंजर में जैसे फूल निकलते कभी नहीं ग़ज़ल- ये स्वप्न... मापनी- 221 2121 1221 212 ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ये स्वप्न मेरे' स्वप्न हैं' फलते कभी नहीं। बंजर में' जैसै' फूल निकलते कभी नहीं।। उपदेश दे रहे हैं' हमें रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 554 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2016 · 1 min read गीतिका को समर्पित गीतिका गीतिका को समर्पित गीतिका ■■■■■■■■■■■■■■ दिल को' करती है' हर्षित विधा गीतिका, अब तो' सबको समर्पित विधा गीतिका। ~~~ है न चोरी का' भय ही, न खोने का' डर, दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 426 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- बहुत दौलत जुटा कर भी हमें सब छोड़ जाना है ग़ज़ल- बहुत दौलत जुटा कर भी ... ____________________________ ये कलयुग है यहाँ तो पाप को मिलता ठिकाना है कि सच मैं बोल कर टूटा बड़ा झूठा जमाना है यहाँ पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 609 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- आज ये क्या किया सनम तुमने ग़ज़ल- आज ये क्या किया सनम तुमने ★★★★★★★★★★★★★ आज ये क्या किया सनम तुमने जो न सोचा दिया वो गम तुमने तेरे प्याले में था सुधा रस भी विष क्यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 442 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2016 · 1 min read पास जो पैसे नहीं तो, कौन किसका यार एक अपदान्त गीतिका ................................. जब यहाँ पे झूठ का ही, है महज बाजार, कर नहीं देते मेरा तुम, क्यों नहीं संहार। धन अगर जो पास है फिर, झूठ भी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 500 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- ये स्वप्न ही हमें तो रुलाते हैं आजकल ग़ज़ल- ये स्वप्न ही हमें तो रुलाते हैं आजकल मापनी- 221 2121 1221 212 -------------------------------------------- यूँ ही हजार स्वप्न सजाते हैं आजकल ये स्वप्न ही हमें तो रुलाते हैं आजकल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2016 · 1 min read गीतिका- क्या परी हैं आप जो जादू चलाया आपने गीतिका- क्या परी हैं आप जो जादू चलाया आपने ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ प्यार में अपना बनाकर है सताया आपने। हम अभी सोए कहाँ थे जो जगाया आपने।। आँख तो मेरी खुली थी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 354 Share आकाश महेशपुरी 19 Sep 2016 · 1 min read गीतिका- किसको किसको प्यार लिखें गीतिका- किसको किसको प्यार लिखें ०००००००००००००००००००००००००००००००० कितनों ने दिल सौंप दिया है किसको किसको प्यार लिखें पर चाहत के बदले बोलो कैसे हम इनकार लिखें लिखने को तो लिख डालेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 541 Share Previous Page 9 Next