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21 Sep 2016 · 1 min read

गीतिका को समर्पित गीतिका

गीतिका को समर्पित गीतिका
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दिल को’ करती है’ हर्षित विधा गीतिका,
अब तो’ सबको समर्पित विधा गीतिका।
~~~
है न चोरी का’ भय ही, न खोने का’ डर,
दिल के’ पन्नों में’ रक्षित विधा गीतिका।
~~~
हक मिला है इसे आज सम्मान का,
जाने’ कब से थी’ वंचित विधा गीतिका।
~~~
हम सभी ने स’म्हाला इसे प्यार से,
अब न होगी ये’ खंडित विधा गीतिका।
~~~
ये तो’ “आका’श” को भी पराजित करे,
सबकी’ बन जाये’ वंदित विधा गीतिका

– आकाश महेशपुरी
■■■■■■■■■■■■■■
नोट- मात्रा पतन के लिये (‘) चिह्न का प्रयोग।

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