वीर कुमार जैन 'अकेला' Language: Hindi 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 May 2022 · 1 min read पुकार सुन लो कटते हुए दरख्तों की तुम गुहार सुन लो रुंधे गले से सिसकी भारी पुकार सुन लो परिंदों के घरोंदों को डाल न मिल पाएगी मुसाफिर को धूप में छांव न... Hindi · कविता 800 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Aug 2021 · 1 min read क्रोध और वेदना चंद मुठ्ठी भर लोगों ने ये कैसा कहर बरपाया है। हथियारों को लहराते हुए कैसे सबको डराया है।। पत्थरों का प्रहार कर शीशे सब चकनाचूर किये। अग्नि ज्वाला में भस्म... Hindi · कविता 2 635 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Oct 2021 · 1 min read 2020-21 वर्ष 2020 हो या हो दो हज़ार इक्कीस कोई नही बचा जिसे ना मिली हो टीस कुछ अपनों से बिछुड़ गए कुछ ने अपनों को खोया है कुछ ने अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 603 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 May 2022 · 1 min read बारी है राम जी आ गए शंकर जी आ रहे कृष्ण जी की बारी है। अयोध्या जीती काशी लड़ रहे निश्चित जीत हमारी है।। मंदिर दब गए मस्जिद बन गयी ये कैसे... Hindi · कविता 2 733 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Nov 2021 · 1 min read गीत जब सूरज ढलने लगे और चांद निकलने लगे तब तुम आना प्रिय मेरे प्यार की प्रेम गली मंद मंद बयार चली फूलों की महक बही तब तुम आना प्रिय मेरे... Hindi · गीत 2 2 635 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read सीमा का प्रहरी सीमा के हर प्रहरी को मैं, हर दिन नमन हूं करता। जो वतन की खातिर जीता, और शान से है मरता।। वह सीमा का प्रहरी है तो, देश में अमन-चैन... Hindi · गीत 1 596 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Feb 2022 · 1 min read छत वाला प्यार वो छत पर आती थी बाल सुखाने के बहाने हुचका ले वो भी आता पतंग उड़ाने के बहाने बाल झटक गर्दन घुमा कर जब वो देखती नजर मिलती दोनों की... Hindi · गीत 540 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Jun 2021 · 2 min read छाता राधा आफिस से बाहर निकली तो देखा हल्की बारिश हो रही थी। आफिस से थोड़ी दूरी पर मेडिकल स्टोर से उसे कुछ दवा खरीदनी थी। घर में बूढ़ी दादी जो... Hindi · लघु कथा 522 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Jul 2021 · 1 min read नाज़ उस खेतो में अनाज उगाने वाले बाप को अपनी दोनों जुड़वां बेटियों पर आज नाज़ हो रहा था।उसकी परवरिश एवं बेटियों की मेहनत रंग लाई थी। आज सिविल सर्विसेज का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 5 538 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Aug 2021 · 1 min read ठिकाना दुनिया से चले जाने वालों का ठिकाना पता हो तो बता दो ना कहते हैं भगवान के घर चला गया उसके घर का ही पता बता दो ना वो तो... Hindi · कविता 1 2 536 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Oct 2021 · 1 min read 2 अक्टूबर 2 अक्टूबर की छुट्टी है आज क्योंकि गांधी जयंती है आज शास्त्री जी की भी तो जयंती है शास्त्री जयंती क्यों नही मनती है माना गांधी जी बापू कहलाये शास्त्री... Hindi · कविता 495 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Aug 2021 · 1 min read बहम जिंदगी की दौड़ में वो मुझसे आगे निकल गए मैं खरगोश ही रहा वो कछुए की चाल चल गए मैं जिंदा हूँ अभी ये बहम दिल में पालता रहा दारू... Hindi · शेर 1 493 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Aug 2021 · 1 min read की होल औरों के की होल से ताक झांक करने वालो याद रखो कि तुम्हारे दरवाजे में भी की होल है वीर कुमार जैन Hindi · शेर 1 2 504 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Sep 2021 · 1 min read हद प्रेम की हद कहाँ तक है कोई बता दो ना उसे कहाँ तक प्यार करूं कोई बता दो ना वो रूठ गई है मेरी नादान हरकतों से ये नादानी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 523 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 7 Jul 2021 · 1 min read तड़प मैं अपने माँ बाप के जाने पर इतना अकेला नही पड़ा था क्योंकि पास में रहने वाला दोस्त जैसा भाई संग में खड़ा था बीमारी गंभीर है बेटे ने उनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 492 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Aug 2021 · 1 min read कर्तव्य उनसे मुलाकात तो एक बहाना था मुझको तो अपना फर्ज निभाना था बस एक भटके हुए मुसाफिर को उसकी मंजिल तक पहुंचाना था वीर कुमार जैन 16 अगस्त 2021 Hindi · मुक्तक 561 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Jun 2021 · 1 min read कलम की तड़प आज मैंने कुछ नया लिखा नहीं आज मन बहुत उदास है ना कहानी ना गीत ना छंद ना रुबाई सिर्फ आंसू ही मेरे पास हैं सोचता था ये साल बेहतर... Hindi · मुक्तक 2 1 516 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Aug 2021 · 1 min read राज़ कल तक जो खास थी आज आम हो गयी हमने की मोहब्बत और वो बदनाम हो गयी राज़ ए उल्फत की बात आज राज़ ना रही चारदीवारी की पिटाई आज... Hindi · शेर 1 472 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read बंदर बांट एक आम इंसान की रोटी गरीबों में मुफ्त बंट रही है फिर भी ना जाने क्यों देश से गरीबी ना छंट रही है सत्ता की कुर्सी पर बैठ कर मुफ़्त... Hindi · कविता 1 2 496 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Jul 2021 · 1 min read सच वो तमाम उम्र रोटी पर नमक और प्याज रख कर अपनी भूख मिटाता रहा और देश का पेट भरने को अनाज उगाता रहा। और एक अमीर आदमी डाइनिंग टेबल पर... Hindi · लेख 1 2 505 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Dec 2021 · 1 min read सोच आज हरेक की सोच वासना हो गयी परोपकार में भी अब वासना हो गयी सेवा भाव भी अब भाव करने लगा है आरती पूजा अर्चना सब वासना हो गयी Hindi · मुक्तक 1 1 461 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Feb 2022 · 1 min read एक बेटी की अनुभूति पापा के लिए मैं जब मां की कोख में आई थी पापा के चेहरे पर खुशी छाई थी सबकी बेटे के लिए फरमाइश थी बेटी चाहिए पापा की ख्वाहिश थी मेरे जन्म लेने... Hindi · गीत 463 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Feb 2022 · 1 min read नारी रूप प्रथम रूप मां के रूप में ईश्वर का अवतार हो तुम सहलाने और दुलारने वाला प्यार हो तुम तुम्ही तो सृष्टि को चलाने का माध्यम हो जग जननी हो सबकी... Hindi · मुक्तक 1 2 474 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Jul 2021 · 1 min read रुसवाई यूँ तेरे कूचे से हम रुस्वा होके निकले कमाई का दौर लो फिर से शुरू हो गया खाली थे हम लॉक डाउन के कारण कलम की कारीगरी काम आ रही... Hindi · शेर 469 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read कहर का मंजर ये मालूम ना था कि अब तुमसे मिल ना पाएंगे इस कोरोना की लहर में अपनों से बिछड़ जाएंगे यह कैसा कहर बरपाया है अंजाना सा दुनिया में पता ना... Hindi · कविता 2 512 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read चाहत कुछ ऐसा लिखूं के दिल की गहराई छू लूँ हाथ मेरा थाम लो मैं तुम्हारी परछाई छू लूँ कुछ लिख भी ना संकू गर नाराज ना होना सोचता रहूंगा मैं... Hindi · मुक्तक 1 496 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Jul 2021 · 9 min read परिवर्तन दीपांकर और माधवी को अभी एक सप्ताह ही हुआ था इस सोसाईटी में आये हुए। मुम्बई जैसे महानगर में दोनों का आगमन ऐसा था मानो स्वर्ग नगरी में आ गए... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 8 443 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Jul 2021 · 1 min read रूठना मनाना बरसों बरस बीत गए बीत जाने दो वो हमसे हैं रूठ गए रूठ जाने दो सदियां लग जाएंगी मान मनोवल में उनको भी तो एक बार याद आने दो हर... Hindi · मुक्तक 443 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 12 Nov 2021 · 1 min read बोलो तो तुम ये खामोशी तोड़ एक बार बोलो तो सही। बन्द पड़े ये लब तुम एक बार खोलो तो सही।। खता अनजाने में ही सही गर हो गई हमसे। हमें परखो... Hindi · मुक्तक 1 6 496 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Jul 2021 · 1 min read रीत खोकर पाना पाकर खोना ये दुनिया की रीत है मैं तुझको चाहूं तू मुझको चाहे यही तो प्रीत है हार कर जीतना जीत कर हारना सुंकु दोनों में चेहरे पे... Hindi · गीत 474 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक एक अनजान मुसाफिर से राह में पहचान हो गई बातों बातों में ही सही उनसे जान पहचान हो गई चलते चलते कहीं दूर निकल आये थे हम दोनों दोनों की... Hindi · मुक्तक 2 2 477 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Sep 2021 · 1 min read भीगी पलकें बचपन में गर तुमसे हमने मोहब्बत की ना होती उम्र के इस पड़ाव पर जिंदगी यूँ तन्हा ना होती पता ना था इश्क हमारा सिर्फ हमारा ही तो था मौहब्बत... Hindi · शेर 2 4 534 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read बदजुबान वो बदजुबान नही है ज़रा यकीन तो कर सच बोलने का जुनून सवार है उस पर वीर कुमार जैन 24 सितंबर 2021 Hindi · शेर 452 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 1 Jan 2022 · 1 min read अतिथि आज सुबह सुबह उषा बेला में किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी आधी अधूरी नींद से जाग कर बेमन से दरवाजा खोला तो पाया एक अजनबी सिर झुकाए खड़ा था... Hindi · कविता 1 2 439 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Oct 2021 · 1 min read याद बहुत आओगे तुम जो चले गए जिंदगी से मेरी कसम से याद बहुत आओगे। तुम्हारे जाने का गम कैसा होगा जिंदगी भर मुझे तड़पाओगे।। आये हो तो जाने की ज़िद ना करो... Hindi · कविता 1 1 429 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Aug 2021 · 1 min read अकड़ मैं जानता था तुम गिर के सम्भल नही पाओगे जिंदगी के सफर में चलते चलते लड़खड़ाओगे तुम्हारी वो अकड़ मेरा कुछ नही बिगाड़ सकती संग में खड़ा मिलूंगा मैं नज़रे... Hindi · मुक्तक 1 1 440 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Aug 2021 · 1 min read कलम के घाव ये कलम मेरी शुरू हुई तो फिर ना ये रूकती है। कोई कितना भी डराए धमकाए ये नही झुकती है।। कुछ तुम्हारी कुछ हमारी दास्तान बयां करती है। ये कलम... Hindi · मुक्तक 1 2 450 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read कोरोना का असर पहले कहते थे घर से बाहर जाकर खेलो अब कहते हैं बाहर मत जाओ घर में खेलो पहले कंप्यूटर और मोबाइल बिगाड़ने के थे साधन आज यही सब जरूरत हो... Hindi · कविता 1 1 456 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Dec 2021 · 1 min read नव वर्ष हर बरस की तरह कहो जाने वालों को अलविदा जो इस बरस में बिछुड़ गए उनको भी है अलविदा आने वाले साल का करो स्वागत भूल कर सारे गम अपने... Hindi · मुक्तक 1 2 445 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Jul 2021 · 1 min read लेखन मेरी कलम बिना रुके चलती है कागज का सीना चीर के चलती है गीत हो या कविता, मुक्तक या फिर रुबाई आगाज से अंजाम तक बिना थमे चलती है अब... Hindi · शेर 460 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Jul 2021 · 1 min read परियां बचपन में सुनी थी परियों की कहानी दादी और नानी की जबानी नही पता था परी कैसी होती है अब जाना वो बेटी जैसी होती है मा बाप के लिये... Hindi · मुक्तक 3 1 409 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read विडंबना जिंदगी की जंग में जो जीत गए महंगाई ने चुपके से वार कर दिया सब कुछ लुटा आस लेकर लौटे बचा खुचा महँगाई ने बर्बाद कर दिया Hindi · मुक्तक 1 1 409 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Nov 2021 · 1 min read संभल कर चल संभल कर चल रास्ते में पत्थर बहुत हैं कदम सोच समझ कर रख पत्थर बहुत हैं ठोकर लगने पर हंसने वालों की कमी नही है आजकल तो दिलों में भी... Hindi · मुक्तक 2 1 465 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Aug 2021 · 1 min read अश्क ये अश्क का दरिया है खुशी का इन्हें बह जाने तो दो मत करना कोशिश पोंछने की गालों तक आने तो दो सालों बाद आई है चमक आंखों में जो... Hindi · मुक्तक 1 2 408 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read चांद एक चांद वो है जो चमकता है तो किसी की लंबी उम्र की मन्नतें होती हैं और एक चांद ये भी है जो चमका है कितने बेजुबानों की जान पर... Hindi · शेर 1 2 430 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read इंतज़ार ए इश्क तेरे इश्क़ में फना ये जिंदगी कर ली तेरी मोहब्बत के काबिल ना हुए हम दर बदर ठोकरे खाई हमने तमाम उम्र नसीब में फिर भी तेरा दर ना आया... Hindi · शेर 1 1 437 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Jul 2021 · 1 min read तुम मिल गए अच्छे लोगों को तलाशता रहा उम्र भर तुम मिल गए तो मेरी तलाश खत्म हुई स्नेह और प्यार का दरिया बहता है यहां मैंने भी अपनी कश्ती दरिया में उतार... Hindi · शेर 1 1 423 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Aug 2021 · 1 min read राखी ये धागा रक्षा सूत्र है प्यार की निशानी है एक बहन की रक्षा की कसम निभानी है Hindi · शेर 1 417 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर विशेष पहले गुरु मां बाप जिन्होने उंगली थाम चलना सिखाया संस्कारित कर के जिन्होंने समाज में रहना सिखाया दूसरे गुरु हमारे शिक्षक जिन्होंने शिक्षा... Hindi · कविता 2 1 428 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Sep 2021 · 1 min read नही तो गर सोची तुमने बॉलीवुड में पैर जमाने की माननी होंगी सारी बातें तुम्हें आकाओं की अपने दीन धर्म को तुम्हें ताक पे धरना होगा तपते हुए अंगारों पर आंख मूंद... Hindi · कविता 2 2 421 Share Page 1 Next