Comments (6)
12 Nov 2021 04:09 PM
बहुत सुंदर अकेला जी धन्यवाद आपका जी
वीर कुमार जैन 'अकेला'
Author
12 Nov 2021 06:07 PM
धन्यवाद
12 Nov 2021 04:02 PM
बहुत खूब
वीर कुमार जैन 'अकेला'
Author
12 Nov 2021 06:07 PM
धन्यवाद
जो होंठ सी भी लिए , जोअश्क पी भी लिए ,
तो ये सितम किस पे किए ,
कुछ आज अपनी सुनाओ और कुछ आज मेरी सुनो ,
खामोशियों से तो दिल और दिमाग जलते हैं ,
जो चुप रहे तो दिल के दाग जलते हैं ,
श़ुक्रिया !
शुक्रिया