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23 Jul 2021 · 1 min read

चाहत

कुछ ऐसा लिखूं के दिल की गहराई छू लूँ
हाथ मेरा थाम लो मैं तुम्हारी परछाई छू लूँ
कुछ लिख भी ना संकू गर नाराज ना होना
सोचता रहूंगा मैं सदा नित नई ऊंचाई छू लूँ

वीर कुमार जैन
23 जुलाई 2021

Language: Hindi
1 Like · 493 Views
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