सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1651 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Apr 2021 · 2 min read साहित्य पीडिया हिंदी पर 1 वर्ष साहित्य पीडिया हिंदी पर रचनाएं पोस्ट करते हुए आज 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। आज अपनी ६५५वीं रचना प्रकाशित कर रहा हूं, मुझे साहित्यकारों कवियों का बहुत प्रेम मिला,... Hindi · लेख 3 4 710 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Jun 2022 · 1 min read पेड़ की अंतिम चेतावनी मुझे ना काटो निर्ममता से, मैं तेरा जीवन का दाता हूं छहों ऋतु चलतीं हैं मुझसे,मौसम का भाग्य विधाता हूं प्राणवायु देता हूं तुमको, सांसे मैं ही चलाता हूं जीवन... Hindi · कविता 4 4 641 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Aug 2020 · 4 min read हरतालिका तीज की काव्य मय कहानी शिव शक्ति के अमर प्रेम की, एक जीवंत कहानी है कजरी हरतालिका तीज, दांपत्य की अमर निशानी है एक बार त्रेता युग में, सती और शिव कैलाश पर बैठे थे... Hindi · कविता 12 10 628 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 May 2021 · 1 min read मन और मनमानी मन तो करता है मनमानी टिकता नहीं है एक जगह पर आदत वही पुरानी मन तो करता है मनमानी भंवरे जैसा घूम रहा है कली कली को चूम रहा है... Hindi · कविता 4 8 632 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Mar 2021 · 1 min read कब भोर हुई कब सांझ ढली कब भोर हुई, कब हुई दोपहर, पता नहीं कब सांझ ढली बीत गई उमरिया सारी, असली बात न पता चली भाग रहे थे मन के पीछे, आत्मा की न बात... Hindi · कविता 5 5 643 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 Dec 2021 · 1 min read आशी (पलक) एवं कीर्ति कान्त मंगल परिणय अभिनंदन पत्र आशी एवं कीर्ति कान्त के, मंगल परिणय पर वंदन है सभी पधारे मेंहमानों का, हृदय से अभिनंदन है बर्षों संजोए स्वप्न,तुमसे मिलकर साकार हुए राम सिया सी जोड़ी... Hindi · गीत 2 1 621 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Aug 2020 · 2 min read ओर मियां क्या चल रिया है? (एक व्यंग बाण) बड़े मियां सलाम वालेकुम, वालेकुम अस्सलाम मियां। आजकल क्या चल रिया है बड़े मियां? बाहर ही नईं निकल रिये हो? अरे हां मियां, क्या डंडे मंडे खाने का इरादा है?... Hindi · लेख 14 12 587 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Jul 2022 · 3 min read अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद धन्य हुई भाभरा की धरती, धन्य मेरा मध्य प्रदेश हुआ धन्य हुईं भारत माता, जिसने ऐसा सपूत दिया २३/०७/१९०६भाबरा में जन्मा,भारतमां का पूतमहान हंसते किए प्राण निछावर, चंद्रशेखर आजाद महान... Hindi · कविता 4 2 707 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 May 2021 · 1 min read पिया मिलन की प्यास तन मन की हुई तपन शांत, मेघा अमृत बरसाए धरती ने ओढ़ी हरी चुनरिया, जन जन का मन हर्षाए दादुर मोर पपीहा बोले, पीहू पीहू शब्द सुनाए प्रेमामृत पिय का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 14 691 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2020 · 1 min read धरती का दर्द यह धर्म धरा है देश पुण्य आत्माओं से भरा है कोटि-कोटि अदृश्य शक्तियां हैं परम सत्ता में लीन यहां कण-कण में भगवान रोम रोम में राम है पत्ते पत्ते जर्रे... Hindi · कविता 8 3 645 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Jun 2023 · 1 min read जल जंगल जमीन जानवर खा गया क्या करूं, तुम जितने निस्वार्थ हो, करते सदा तुम परमार्थ हो उतना ही मैं स्वार्थी हो गया,जल जंगल जमीन ,जानवर खा गया।। Poetry Writing Challenge · कोटेशन 3 845 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 Jun 2022 · 1 min read बूंद बूंद में जीवन है रक्तदान है महादान, बूंद बूंद में जीवन है रक्तदान से बच जाते हैं, लाखों मानव जीवन हैं रक्तदान करने से बंधु, कभी नहीं कमजोरी आती साधारण से खानपान में,कमी सभी... Hindi 4 2 667 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 Jun 2022 · 1 min read विन मानवीय मूल्यों के जीवन का क्या अर्थ है भूख विन भोजन व्यर्थ है गुण विन रूप व्यर्थ है उपयोग विन धन व्यर्थ है परोपकार विन जीवन व्यर्थ है विद्या तप दान ज्ञान शील गुण धर्म विन, मनुज जीवन... Hindi 7 8 623 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Mar 2021 · 1 min read जब रक्षक ही भक्षक बन जाए जब रक्षक ही भक्षक बन जाए क्या करेगा शेर बिचारा खुद ही जो जंगल कटवाए बनकर बैठा है रखवाला कितने जंगल सिमिट गए कितने तब्दील हुए मैदानों में कितनी वन... Hindi · कविता 5 4 720 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Jun 2023 · 1 min read मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर जिसने बनाया है तुम्हें,पल भर तो उनके नाम कर घूमते हो हर घड़ी, अपनी असीमित चाह में क्या अकेला हेतु है,... Quote Writer 845 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Nov 2020 · 1 min read कार्तिक पूर्णिमा कार्तिक मास प्रकाश पर्व है, आत्मप्रकाश जगाने का अंतर्मन को ज्ञान, सदाचार सद्भाव प्रकाशित करने का कार्तिक पूर्णिमा है पर्व, पूर्णता प्राप्ति करने का परम ज्योति से प्रकाशित हो, अपने... Hindi · कविता 5 720 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Dec 2020 · 1 min read भगवत गीता जयंती ज्ञान कर्म और भक्ति योग की, त्रिवेणी भगवत गीता है वेद उपनिषद और शास्त्र की, संगम भगवत गीता है ज्ञान कर्म और धर्म मनुज का, गीता ज्ञान कराती है मोह... Hindi · कविता 6 657 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 Aug 2020 · 1 min read शब्द ब्रह्म शब्द ब्रह्म महिमा कहूं, उर धर गुरु उपदेश। प्रेम सहित हृदय बसहु, शारद शेष गणेश।। शब्द ब्रह्म ओंकार है, शब्द हरि का नाम। शब्द ब्रह्म में बस रहे, ईश्वर अल्लाह... Hindi · दोहा 10 8 605 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Jun 2020 · 1 min read समय चक्र चल रहा निरंतर, गढ़ता नई कहानी समय चक्र चल रहा निरंतर,गढ़ता नई कहानी सुख-दुख बीत रहे जीवन के, हर युग की यही कहानी क्या-क्या देखा इन आंखों से, और क्या-क्या देख रहा हूं क्या-क्या देखूंगा इस... Hindi · गीत 12 4 584 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Jun 2020 · 1 min read मां गंगा से क्षमा याचना मां गंगे जग तारिणी, पापियों की उद्दारनी हर पाप की विमोचनी, कल्याण जीवनदायिनी मां तुमसे क्या विनती करूं, अपराध में क्या क्या कहूं तुमने हमें अमृत दिया, हमने जहर से... Hindi · कविता 9 3 738 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 May 2020 · 1 min read पति की चिता को पत्नी ने दी मुखाग्नि (सत्यम घटना पर आधारित कविता) पति चिता को मुखाग्नि देने की, सत्य एक करुण कहानी है नारी के सेवा साहस की, अनुपम एक निशानी है कैराना पीड़ित एक पति, अस्पताल... Hindi · कविता 11 11 624 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Sep 2020 · 2 min read ठकुर सुहाती(सत्य घटना आधारित कहानी) ठाकुर पृथ्वी सिंह जमीदार थे, उन्होंने हवेली परिसर में राधा कृष्ण का मंदिर बनवाया था। भगवान की सेवा पूजा में एक सीधे-साधे सरल स्वभाव के पंडित जी नियुक्त थे, जिन्हें... Hindi · कहानी 6 1 664 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 May 2020 · 1 min read चक्र से चलते रहो कहते रहो हर नर्मदे चक्र से चलते रहो, कहते रहो, हर नर्मदे, नर्मदे हर, नर्मदे हर, नर्मदे हर नर्मदे चक्र है रुकता नहीं, समय भी टिकता नहीं आनंद में हर पल जियो, कहते चलो,... Hindi · गीत 14 5 604 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Mar 2021 · 2 min read होली का दर्द सुबह-सुबह स्वयं होली आई, हमसे होली खेलो भाई देख होली का विकृत विकराल रूप मैं मन ही मन घबराया, हिम्मत कर अंदर से फरमाया तुम होली हो या कोई राक्षसी... Hindi · कविता 6 4 582 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Jan 2022 · 1 min read कोई तो लौटा दो मेरा,प्यारा घर कश्मीर कोई तो लौटा दो मेरा, प्यारा घर कश्मीर अंतहीन है पीड़ा मेरी, अंतहीन है पीर भूले नहीं भुलाती है, मेरी जन्मभूमि कश्मीर रोम रोम है दर्द का दरिया,धरे नहीं मन... Hindi · कविता 3 4 603 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 Sep 2020 · 2 min read मेरे पिताजी की पुण्यतिथि आई तुम्हारी मधुर याद,नयन नीर भर आए। साथ बिताए सुखद पलों की,याद हृदय में आए।। आज आपके श्रीचरणों में, श्रद्धा भाव समर्पण है। अश्रुविंदु के गंगा जल से, स्वीकार करो... Hindi · लेख 5 6 597 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Feb 2021 · 1 min read मांग रहा अंमबा की छांव भरी दुपहरी दूर है गांव सूनी डगर नहीं है छांव तप्त धरा और नंगे पांव जलता तन मन ढूंढे ठांव मांग रहा अंमबा की छांव सुरेश कुमार चतुर्वेदी Hindi · कविता 9 8 559 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 May 2020 · 1 min read मां मन वीणा झंकृत कर दे मां मन बीणा झंकृत कर दे, उर का अंधकार हर ले प्रेम प्रीत उर में भरदे, आ जाए वो नव विहान दुनिया खुशियों से भरदे, मां मन वीणा झंकृत कर... Hindi · गीत 12 2 572 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 Sep 2020 · 3 min read करतम सो भुगतम (कहानी) ठाकुर शेर सिंह बड़े किसान थे, साथ साथ कई अवैध कारोबार शराब की भट्टी, ईंटों का भट्टा, अवैध रेत आदि आदि। गांव के बरसों से सरपंच थे, दबंग थे मजाल... Hindi · कहानी 7 4 597 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Jul 2021 · 1 min read प्लास्टिक हटाओ प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ मरते हुए जीवों का, जीवन बचाओ पशु पक्षी गाय, जल जीव मर रहे हैं जल जंगल जमीन, प्रदूषित हो रहे हैं प्लास्टिक का कचरा, हर जगह... Hindi · कविता 3 4 700 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 Sep 2020 · 1 min read सोच समझकर कीजिए कर्म सदा श्रीमान सोच समझकर कीजिए, कर्म सदा श्रीमान लोक और परलोक में, कर्म गति रहे महान शुभ कर्मों का शुभ सदा, अशुभ, अशुभ ही होय कीर्ति यश वैभव बड़े, अशुभ सदा ही... Hindi · दोहा 7 7 534 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jun 2021 · 1 min read धीरे धीरे धीरे-धीरे ही सही लक्ष्य पर चलते रहे आने वाली बाधाओं को धीरे-धीरे पार करते रहे जिंदगी की हर समस्याओं से धीरे धीरे लड़ते रहे कई पड़ाव आए मंजिल में धीरे... Hindi · कविता 3 3 542 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Jun 2021 · 1 min read एक तस्वीर दिल के एल्बम में लगा रखी है एक तस्वीर है मेरे पास जो दिल के एल्बम में लगा रखी है सारी दुनिया से अब तक छुपा रखी है तेरी मेरी तस्वीर पुरानी अमर प्रेम निशानी है तेरी... Hindi · कविता 3 8 533 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Jun 2023 · 1 min read हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया युगों-युगों तक कबीर की वाणी,मानस को झकझोरेगी। जो वाणी पर ध्यान धरेगा, उसके अंतस को बुहारेगी ।। राम नाम अंतस बैठाया, और कर्म का पाठ पढ़ाया। हिन्दू और तुर्क दोनों... Hindi · कविता 739 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 Jan 2021 · 1 min read मकर सक्रांति आई है, उल्लास उमंगें लाई है मकर सक्रांति आई है, उल्लास उमंगें लाई है हर जगह यहां पर मेले हैं, रंगीन और अलबेले हैं भारत की जनता बांकी है, रंग बिरंगी झांकी है आज बड़ा स्नान... Hindi · कविता 6 8 627 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Oct 2020 · 2 min read छठी इंद्री आज तुम्हारी पुण्य तिथि है, राकेश तुम आज ही के दिन मुझे पुत्र पुत्री एवं माता जी को बिलखते छोड़ गये थे। कैसे भूल सकती हूं मैं वह मनहूस दिन।... Hindi · लघु कथा 7 2 574 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Jul 2022 · 1 min read धरती अंवर एक हो गए, प्रेम पगे सावन में मिली नज़र से नज़र, छवि उतर गई अंतर्मन में सखियों के संग झूल रही थी, हरे भरे मधुवन में गोल कपोल नयन रत्नारे,हर ले गई मन चितवन में गीत प्रेम... Hindi · गीत 5 1 658 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Jun 2022 · 1 min read बर्षा रानी जल्दी आओ बरखा रानी जल्दी आओ, तन मन की अब प्यास बुझाओ, बरखा रानी जल्दी आओ तड़प रही है प्यासी धरती, आकर हरीभरी कर जाओ बरखा रानी जल्दी आओ मोर नाचना भूल... Hindi · कविता 5 2 645 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 May 2020 · 1 min read मां त्याग तपस्या की मूरत मां, ईश्वर है संतान की प्रेम और करुणामई मूरत, मां जननी सकल जहान की संतति पर सर्वस्व लुटाती, लाख दुखों में भी मुस्काती खुद भूखी रहकर... Hindi · कविता 13 5 562 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Sep 2020 · 1 min read जीवन एक संग्राम है मानव जीवन मैं समस्याओं से, मिलता नहीं विराम है लड़ते रहना है जीवन भर, जीवन एक संग्राम है मरते दम तक समस्याएं, कभी कम नहीं होतीं हैं संसार है कुरुक्षेत्र... Hindi · कविता 8 16 544 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Jan 2021 · 1 min read तकनीकी शिक्षा संघ के प्रांतीय संयोजक श्री गोपाल शर्मा जी की विदाई पर मनके मधुबन में आज मित्र, स्वर्णिम यादों का मेला है विदा हो रहे गोपाल कृष्ण, सुदामा आज अकेला है मनके मधुबन में आज मित्र, स्वर्णिम यादों का मेला है जाते... Hindi · कविता 7 6 563 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 Jun 2022 · 1 min read गंगा दशहरा गंगा जी के प्रकाट्य का दिन सर्व तीर्थमयी पावन गंगा, तीर्थों में मूर्धन्या गंगा ब़म्हा विष्णु महेश हैं गंगा,विधि हरि हरमयी हैं गंगा भारत का स्वाभिमान हैं गंगा, भारतीयता की प्राण हैं गंगा संस्कृति की पहचान... Hindi · कविता 4 2 570 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Apr 2021 · 1 min read जीवन एक किरदार है सारा जीवन एक किरदार है यह दुनिया एक रंगमंच है जरूरी नहीं किरदार लंबा हो मायने रखता है, किरदार कैंसा हो छोटा ही सही, पर शानदार हो दर्शक कहता रहे,बाह... Hindi · कविता 4 7 624 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 May 2020 · 1 min read मैं तुमसे प्यार करती हूं /करता हूं मैं तुमसे प्यार करता हूं/करती हूं जब भी किसी से बोलना परखना सच के धरातल पर तराजू में दिल के तोलना मैं तुमसे प्यार करती हूं/ करता हूं जब भी... Hindi · कविता 13 6 576 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Aug 2020 · 1 min read सखा बनो श्री कृष्ण सरीखे, मित्र बनो रघुराई से (विश्व फ्रेंडशिप डे की हार्दिक बधाई) सखा बनो श्री कृष्ण सरीखे, मित्र बनो रघुराई से धरती से आतंक मिटा दो, राम और कृष्ण कन्हाई से हर पल दुख में साथ... Hindi · कविता 12 10 553 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Jun 2020 · 1 min read बरखा रानी जल्दी आओ बरखा रानी जल्दी आओ, तन मन की अब प्यास बुझाओ, बरखा रानी जल्दी आओ तड़प रही है प्यासी धरती, आकर हरी-भरी कर जाओ बरखा रानी जल्दी आओ मोर नाचना भूल... Hindi · गीत 11 2 583 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Jul 2020 · 1 min read हे कालों के महाकाल, सुन लो अरज हमारी हे कालों के महाकाल, सुन लो अरज हमारी सूना सूना मनमंदिर है, और हुआ मन भारी सूखा सूखा श्रावण है, आई करोना महामारी फसलें सूख रही पानी बिन, परेशान दुनिया... Hindi · कविता 10 5 585 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Feb 2021 · 1 min read पल पल का आनंद लूट बीत गया सो बीत गया, जो बीत गया सो बीत गया रीत गया सो रीत गया, जो जीत गया सो जीत गया बचा हुआ तो बाकी है, यह छूट न... Hindi · कविता 7 8 525 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 May 2020 · 1 min read हे शहीदे वतन तुम्हें शत-शत नमन हे शहीदे वतन तुम्हें शत-शत नमन नम है आंखें गमगीन है ये वतन हंसते हंसते कुर्बान किया जानो तन तोड़ डाली गुलामी दे दिया नव सपन हे शहीदे वतन तुम्हें... Hindi · गीत 13 5 540 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Nov 2020 · 1 min read जब भी ध्यान लगाता हूं, कविता अंदर आ जाती है जब भी ध्यान लगाता हूं, कविता अंदर आ जाती है नवरस अलंकार से शोभित, ध्यान मेरा भटकाती है कर सोलह श्रंगार, रूप रस गंध में मुझे लगाती है प्रकृति के... Hindi · कविता 4 2 573 Share Previous Page 2 Next