surenderpal vaidya 399 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 17 May 2024 · 1 min read अफसाना किसी का गीतिका ~~ हो गया है अब यहां पर कौन दीवाना किसी का खूब सबको भा रहा है आज अफसाना किसी का भावनाओं में न बहना व्यर्थ अब देखो यहां पर... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · माधव मालती छंद 5 Share surenderpal vaidya 17 May 2024 · 1 min read होना नहीं अधीर गीतिका ~~ धन दौलत का अभिमान लिए, होना नहीं अधीर है जिसका हृदय जितना बड़ा, उतना वही अमीर बहुत प्रयास किए लेकिन जब, मिले नहीं परिणाम नया अभी कुछ कर... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · सरसी छंद 2 10 Share surenderpal vaidya 13 May 2024 · 1 min read बताती जा रही आंखें गीतिका ~~ कहो गंभीरता से अब नहीं पड़ना ठिठोली में। बताती जा रही आंखें सभी बातें अबोली में। समय मुश्किल कभी जब सामने आता हमारे है। रखो आंखे खुली पड़ना... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · विधाता छंद 1 11 Share surenderpal vaidya 13 May 2024 · 1 min read सत्य की जय गीतिका ~~ पूर्ण विश्व ने देखा, शांत किया विस्मय। संघर्षों का फल है, हुई सत्य की जय। राम लला का सुंदर, रूप प्रतिष्ठित है। बना भव्य नैसर्गिक, मन्दिर आभामय। मर्यादा... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · सुखदा छंद 1 14 Share surenderpal vaidya 10 May 2024 · 1 min read मौसम गीतिका ~~ शुरू कर दिये मौसम ने भी, तेवर खूब दिखाने अब ग्रीष्म ऋतु सब शीतल जल के, देखो हुए दिवाने अब कल तक जो बातें करते थे, साथ दो... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · लावणी छंद 1 17 Share surenderpal vaidya 8 May 2024 · 1 min read जरूरी बहुत गीतिका ~~ जरूरी बहुत तिश्नगी को बुझाना। इसी हेतु है व्यस्त सारा जमाना। मुहब्बत इसी को कहा है सभी ने। सभी चाहते लुत्फ इसका उठाना। मिलन की उठी प्यास तीखी... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · प्यास · भुजंग प्रयात छंद 2 22 Share surenderpal vaidya 7 May 2024 · 1 min read नेता कुण्डलिया ~~ मुखिया जी का चल रहा, बढ़िया कारोबार। नेता बनकर घूमते, सबके बन सरदार। सबके बन सरदार, सभी पर धौंस जमाते। लड़ते कभी चुनाव, भाग्य स्वयं आजमाते। कहते वैद्य... Poetry Writing Challenge-3 · कुण्डलिया · राजनीति 18 Share surenderpal vaidya 5 May 2024 · 1 min read * जिन्दगी में * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी में दर्द पीड़ा कष्ट सब सहते रहो। साथ हो संवेदनाएं बिन रुके बढ़ते रहो। लोग हैं अपने पराए हर तरह के जब यहां। बात मन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 1 1 21 Share surenderpal vaidya 5 May 2024 · 1 min read भोर समय में आज सभी को भोर समय में, हमें जगाना है। सभी के मन में न उठने का, एक बहाना है। फूल खिले हैं देख लीजिए, कलियां मुस्काई। साथ सभी को आगे... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · भोर · विष्णुपद छंद 3 23 Share surenderpal vaidya 2 May 2024 · 1 min read नेता जी * कुण्डलिया * ~~ नेता जी को प्रिय सदा, अपना इच्छापत्र। और प्रचारित हर जगह, यत्र तत्र सर्वत्र। यत्र तत्र सर्वत्र, हर जगह प्रथम सभी से। मैं मेरा परिवार, करेगा... Poetry Writing Challenge-3 · कुण्डलिया · राजनीति 2 20 Share surenderpal vaidya 2 May 2024 · 1 min read जल बचाकर जल बचाकर स्वर्ग जीवन को बनाओ। जागरुक बन व्यर्थ मत इसको बहाओ। बोतलों में आज क्यों यह बिक रहा है। पाप है यह शीघ्र इससे मुक्ति पाओ। जल प्रदूषित हो... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · जल दिवस · सार्द्धमनोरम 1 26 Share surenderpal vaidya 1 May 2024 · 1 min read * बचाना चाहिए * ** गीतिका ** ~~ क्यों न दिल को कसमसाना चाहिए। बालपन को भी बचाना चाहिए। बोझ है भारी बहुत जब शीश पर। क्यों भला फिर मुस्कुराना चाहिए। आंख के आंसू... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 2 30 Share surenderpal vaidya 1 May 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * आओ दो पल बैठकर, कर लें कोई बात। जिससे बन पाएं अभी, प्रियकर हर हालात। प्रियकर हर हालात, भूलकर कड़वी बातें। कर लेनी है याद, स्नेह पूर्ण... Quote Writer 1 1 24 Share surenderpal vaidya 30 Apr 2024 · 1 min read * कष्ट में * ** मुक्तक ** ~~ कष्ट में कोई दिखे लेकिन कदम थम ही न पाएं। मात्र अपने स्वार्थ हित जो जिन्दगी को नित बिताएं। इस धरा पर बोझ बनकर जी रहे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · माधव मालती छंद · मुक्तक 2 1 26 Share surenderpal vaidya 28 Apr 2024 · 1 min read * छलक रहा घट * ** कुण्डलिया ** ~~ छलक रहा घट प्रीति का, मन संवेदनशील। स्वार्थ भरी कोई वहां, चलती नहीं दलील। चलती नहीं दलील, प्यार होता है निश्छल। नहीं देखता वक्त, साथ देता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 2 31 Share surenderpal vaidya 25 Apr 2024 · 1 min read * संवेदनाएं * ** गीतिका ** ~~ हर समय जीवित रहें संवेदनाएं। स्नेह की शुभ भावना मन में जगाएं। भूख से कोई तड़पता न रहे अब। पास हो कुछ बांट कर सबको खिलाएं।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · संवेदनाएं · सार्द्धमनोरम छंद 3 25 Share surenderpal vaidya 24 Apr 2024 · 1 min read * बातें व्यर्थ की * ** कुण्डलिया ** ~~ आ जाओ अब पास में, क्यों रहते हो दूर। लेकर बातें व्यर्थ की, क्यों रहते हो चूर। क्यों रहते हो चूर, जिन्दगी जीकर देखो। और स्नेह... Hindi · ईर्ष्या द्वेश · कुण्डलिया 1 1 23 Share surenderpal vaidya 23 Apr 2024 · 1 min read * सामने बात आकर * ** गीतिका ** ~~ करो तुम कभी सामने बात आकर। रखो अब नहीं कुछ कहीं भी छुपाकर। न अच्छे लगे आज ये फासले जब। शपथ लो रखेंगे सभी को हटाकर।... Hindi · गीतिका · भुजंगप्रयात छंद 1 1 22 Share surenderpal vaidya 22 Apr 2024 · 1 min read * चाह भीगने की * ** गीतिका ** ~~ हैं मेघ खूब छाए, चारों तरफ गगन में। है चाह भीगने की, बस खूब आज मन में। बहती हुई हवाएं, लगती बहुत सुहानी। अनुभूतियां सुकोमल, होती... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 1 1 19 Share surenderpal vaidya 21 Apr 2024 · 1 min read * जब लक्ष्य पर * ** गीतिका ** ~~ जब लक्ष्य पर हमारी, रहती सदा नजर है। संशय नहीं जरा भी, कैसी कठिन डगर है। जो कह दिया करेंगे, हम पूर्ण हर शपथ को। अब... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 1 1 21 Share surenderpal vaidya 21 Apr 2024 · 1 min read * पावन धरा * ** गीतिका ** ~~ नमन पावन धरा को नित्य बारंबार करता हूं। इसी हित मैं हृदय से व्यक्त निज आभार करता हूं। यहां जन्मे यहां पर सांस लेकर जिन्दगी पाई।... Hindi · गीतिका · पावन धरा · विधाता छंद 1 1 17 Share surenderpal vaidya 18 Apr 2024 · 1 min read * बढ़ेंगे हर कदम * ** मुक्तक ** ~~ यही आधार है सुखमय भरोसा तोड़ मत देना। दिया करना हमेशा साथ राहें मोड़ मत देना। जरूरी है हमें बनना सहारा एक दूजे का। मिलेगी मंजिले... Hindi · भरोसा आस्था · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 27 Share surenderpal vaidya 18 Apr 2024 · 1 min read * याद है * ** गीतिका ** ~~ याद है अब हमें बात प्रिय आपकी। खूबसूरत मुलाकात प्रिय आपकी। अब भुलाए नहीं भूल पाती कभी। साथ में चान्दनी रात प्रिय आपकी। प्यार के गीत... Hindi · गीतिका · याद · वाचिक सृग्विणी छंद 1 1 32 Share surenderpal vaidya 15 Apr 2024 · 1 min read * ज्योति जगानी है * ** गीतिका ** ~~ सबके मन में भक्ति भाव की, ज्योति जगानी है। और निराशा भरी तमस की, धूल हटानी है। नवरात्रि पर्व की शुभ वेला, मां का ध्यान धरें।... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · विष्णुपद छंद 1 1 26 Share surenderpal vaidya 11 Apr 2024 · 1 min read * प्यार का जश्न * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ प्यार का जश्न मिलकर मनाएं सभी। गीत मिलकर नया गुनगुनाएं सभी। एक उत्सव बने जिन्दगी का सफर। आपबीती सुखद जब सुनाएं सभी। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ भक्ति रस में... Hindi · मुक्तक · वाचिक स्त्रग्विणी 1 1 32 Share surenderpal vaidya 10 Apr 2024 · 1 min read * शक्ति स्वरूपा * ** गीतिका ** ~~ शक्ति स्वरूपा हर बाला है, दुर्गा की अवतार। कर में लिए त्रिशूल सामने, देवी ज्यों साकार। सघन केश हैं शीश सुसज्जित, नेत्र तीसरा भाल। कानों में... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · सरसी छंद 1 1 34 Share surenderpal vaidya 10 Apr 2024 · 1 min read * शक्ति आराधना * ** गीतिका ** ~~ आ गया नवरात्रि का अवसर सुपावन। है सभी का भक्ति श्रद्धा से भरा मन। शक्ति की आराधना का है समय यह। हम करें दुर्गा शिवा का... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · सार्द्धमनोरम छंद 1 1 29 Share surenderpal vaidya 7 Apr 2024 · 1 min read * मन कही * ** गीतिका ** ~~ छूट गई हैं जो भी बातें, कर लें आज। और सुरों में ले आएं अब, मन के साज। ऊंचें स्वर में जब हम करते, कभी न... Hindi · गीतिका · निश्चल छंद 1 1 59 Share surenderpal vaidya 6 Apr 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * खिल रहे हैं फूल हम भी मुस्कुराएं। पांखुरी सुन्दर अधर पर भी सजाएं। बह रही शीतल हवा तन को सुहाती। स्नेह के पल साथ में मिल कर... Quote Writer 1 60 Share surenderpal vaidya 6 Apr 2024 · 1 min read * थके पथिक को * ** गीतिका ** ~~ थके पथिक को जब थोड़ा सा, मिल जाए विश्राम। आगे बढ़ जाएगा फिर से, लेकर प्रभु का नाम। सभी दिशाओं में अविरल ये, रहते नित गतिमान।... Hindi · गीतिका · पथिक · सरसी छंद 1 34 Share surenderpal vaidya 4 Apr 2024 · 1 min read * मिट जाएंगे फासले * ** मुक्तक ** ~~ मिट जाएंगे फासले, करते रहे प्रयास। आज बहुत जो दूर हैं, आ जाएंगे पास। समय बदल जाता यहां, रहता नहीं समान। जीवन हो खुशियों भरा, छोड़ें... Hindi · अंतराल · फासले · मुक्तक 2 42 Share surenderpal vaidya 3 Apr 2024 · 1 min read * लोकतंत्र महान है * ** गीतिका ** ~~ मन लिए आशा भरे अभियान करना चाहिए। और मिलकर लक्ष्य का संधान करना चाहिए। लोकतंत्र महान है मजबूत होता जा रहा। वोट के अधिकार का सम्मान... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · लोकतंत्र 1 1 34 Share surenderpal vaidya 2 Apr 2024 · 1 min read * साथ जब बढ़ना हमें है * ** गीतिका ** ~~ साथ जब बढ़ना हमें है, छोड़ दें अलगाव। और सब सहते रहे मिल, मन बदन पर घाव। शूल पांवों में चुभा है, राह पर वीरान। मिल... Hindi · गीतिका · रूपमाला छंद 1 1 30 Share surenderpal vaidya 2 Apr 2024 · 1 min read * भावना में * ** गीतिका ** ~~ भावना में जो सदा रमते रहे। सत्य से ही दूर वो रहते रहे। झूठ आकर्षक बहुत लगता कभी। आवरण मन पर सघन पड़ते रहे। सत्य में... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · आनन्दवर्धक छंद · गीतिका · सत्य 2 39 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * प्रीति का भाव * ** गीतिका ** ~~ ध्यान से शब्द हर एक बोलो। प्रीति का भाव रस खूब घोलो। आंख नम हैं सभी कुछ बताती। मत छुपाओ सभी राज खोलो। है थका सा... Hindi · गीतिका · छंद बाला 2 39 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * सत्य पथ पर * ** गीतिका ** ~~ बेकरारी में नहीं अब हाथ मलना चाहिए। जब जमाने में सभी को साथ चलना चाहिए। सत्य पथ पर कष्ट होंगे सब करेंगे हम सहन। अब स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 4 1 41 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * चाय पानी * ** मुक्तक ** ~~ खत्म हो सकती नहीं है चाय पानी की कहानी। घर कभी कोई पधारे है सभी को यह निभानी। साथ पक्का देखिए नमकीन या बिस्किट निभाते। फिर... Hindi · चाय पानी · माधव मालती छंद · मुक्तक 1 1 36 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2024 · 1 min read * नाम रुकने का नहीं * ** गीतिका ** ~~ ज्ञान की शुभ रौशनी की ओर बढ़ना है हमें अब। है तमस अज्ञान का हर वक्त हरना है हमें अब। नाम रुकने का नहीं लेना कभी... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · माधव मालती छंद 3 41 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2024 · 1 min read * धरा पर खिलखिलाती * ** गीत ** ~~ जिन्दगी जब है धरा पर खिलखिलाती। किंतु यह है नित्य क्यों आंसू बहाती। शुद्ध जलवायु हमें इसने दिया है। और बदले में नहीं कुछ भी लिया... Hindi · गीत · विश्व पृथ्वी दिवस · सार्द्धमनोरम छंद 1 50 Share surenderpal vaidya 25 Mar 2024 · 1 min read * हो जाता ओझल * ** कुण्डलिया ** ~~ हो जाता ओझल कभी, बादल में है चांद। किंतु पुनः दिखता हमें, कुछ ही पल के बाद। कुछ ही पल के बाद, सत्य है शाश्वत रहता।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया · सत्य 3 1 47 Share surenderpal vaidya 24 Mar 2024 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** खूब मनाओ सारे मिलकर, होली का त्योहार। फागुन की मस्ती को लेकर, आता है हर बार। इस धरती पर भांति भांति के, खिल जाते हैं फूल। जी... Quote Writer 1 1 63 Share surenderpal vaidya 24 Mar 2024 · 1 min read * फागुन की मस्ती * ** गीतिका ** ~~ सभी दिशाओं में रंगों को, बिखरा जाती होली। फागुन की मस्ती को लेकर, जब भी आती होली। खूब बहाते हैं रंगों को, घोल घोल पानी में।... Hindi · गीतिका · छंद सार · फागुन · होली 1 1 44 Share surenderpal vaidya 23 Mar 2024 · 1 min read * काव्य रचना * ** गीतिका ** विश्व कविता दिवस (२१मार्च) की हार्दिक शुभकामनाएं! ~~ काव्य रचना स्नेह की सरिता बहाती जा रही है। एक दूजे को सहजता से मिलाती जा रही है। शब्द... गीतिका · विश्व कविता दिवस · सार्द्धमनोरम छंद 1 1 33 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * मायने हैं * ** गीतिका ** ~~ आपसी मतभेद सारे पाटने हैं। तब कठिन होते समझने मायने हैं। सत्य क्या है और क्या मिथ्या यहां पर। जो हमें सब दिख रहा है सामने... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · सार्द्धमनोरम 3 1 43 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * खूब खिलती है * ** गीतिका ** ~~ कली जब स्नेह की सुंदर हृदय में खूब खिलती है। समझ लो आ गया फागुन नयन से नींद उड़ती है। सभी खाली यहां आते व खाली... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 42 Share surenderpal vaidya 21 Mar 2024 · 1 min read * रंग गुलाल अबीर * ** मुक्तक ** ~~ खूब हवा में उड़ चले, रंग गुलाल अबीर। होली मिलकर खेलते, सभी गरीब अमीर। सभी गरीब अमीर, पर्व यह समरसता का। आ जाता हर वर्ष, लिए... Hindi · कुण्डलिया · फागुन · होली 1 1 39 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * शक्ति है सत्य में * ** गीतिका ** ~~ शक्ति है सत्य में जब समाहित सदा। साथ देना जरूरी बहुत सर्वदा। ये पराजित नहीं है कभी भी हुआ। है हमेशा रहा साथ मंगल प्रदा। सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 4 3 42 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * जिन्दगी में * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी में हर समय है मुस्कुराना। चाहतों को चाहिए बस खिलखिलाना। आज दरवाजा खुला है ताजगी है। बंद अनुभूति बना देगी दिवाना। आंख में गहरा समुंदर... Hindi · गीतिका · सार्ध मनोरम छंद 1 1 39 Share surenderpal vaidya 19 Mar 2024 · 1 min read * सत्य एक है * ** गीतिका ** ~~ सत्य एक है जिनको ज्ञानी, अलग ढंग से कहते। ज्ञान सिंधु में सब मिल जाता, अविरल बढ़ते बढ़ते। सत्य भावनाओं से ऊपर, रौशन पथ करता है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · छंद सार 3 1 47 Share surenderpal vaidya 19 Mar 2024 · 1 min read * ऋतुराज * ** घनाक्षरी ** ~~ ऋतुराज की चमक है बढ़ी सभी जगह, खूब निखरे समग्र दृश्य हर ओर हैं। टहनियों में कोंपलें खूब जब भरी हुई, प्रकृति के खिल गये एक... Hindi · ऋतुराज · घनाक्षरी छंद · बसंत 1 1 27 Share Page 1 Next