Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

* मुक्तक *

* मुक्तक *
आओ दो पल बैठकर, कर लें कोई बात।
जिससे बन पाएं अभी, प्रियकर हर हालात।
प्रियकर हर हालात, भूलकर कड़वी बातें।
कर लेनी है याद, स्नेह पूर्ण मुलाकातें।
कहते वैद्य सुरेन्द्र, प्रीति के भाव जगाओ।
रहें न बिल्कुल दूर, पास में प्रिय आ जाओ।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य

1 Like · 1 Comment · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
यादें
यादें
Tarkeshwari 'sudhi'
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बेटी
बेटी
Akash Yadav
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।
Neelam Sharma
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
जुगनू
जुगनू
Gurdeep Saggu
महिला दिवस विशेष दोहे
महिला दिवस विशेष दोहे
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
शराब खान में
शराब खान में
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
■ ये डाल-डाल, वो पात-पात। सब पंछी इक डाल के।।
■ ये डाल-डाल, वो पात-पात। सब पंछी इक डाल के।।
*Author प्रणय प्रभात*
*दो-चार दिन की जिंदगी में, प्यार होना चाहिए (गीत )*
*दो-चार दिन की जिंदगी में, प्यार होना चाहिए (गीत )*
Ravi Prakash
2393.पूर्णिका
2393.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भारत के लाल को भारत रत्न
भारत के लाल को भारत रत्न
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पाने की आशा करना यह एक बात है
पाने की आशा करना यह एक बात है
Ragini Kumari
जीवन की गाड़ी
जीवन की गाड़ी
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुर्दा समाज
मुर्दा समाज
Rekha Drolia
*आदत*
*आदत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
इन टिमटिमाते तारों का भी अपना एक वजूद होता है
इन टिमटिमाते तारों का भी अपना एक वजूद होता है
ruby kumari
मेरा प्रयास ही है, मेरा हथियार किसी चीज को पाने के लिए ।
मेरा प्रयास ही है, मेरा हथियार किसी चीज को पाने के लिए ।
Ashish shukla
करूँ तो क्या करूँ मैं भी ,
करूँ तो क्या करूँ मैं भी ,
DrLakshman Jha Parimal
लौट कर रास्ते भी
लौट कर रास्ते भी
Dr fauzia Naseem shad
*मैं और मेरी तन्हाई*
*मैं और मेरी तन्हाई*
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
इकिगाई प्रेम है ।❤️
इकिगाई प्रेम है ।❤️
Rohit yadav
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
Manju sagar
वर्षा रानी⛈️
वर्षा रानी⛈️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
11, मेरा वजूद
11, मेरा वजूद
Dr Shweta sood
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
लेकर सांस उधार
लेकर सांस उधार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...