Tag: ग़ज़ल
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***होती है नैया पार नहीं***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हवस में फंसी नस्ल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रूठों को मनाने आये हैं
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर जन्म तेरा साथ मिले
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जम जाती है धूल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पलकें बिछाए बैठें हैं
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल की हसरत पूरी होने दो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुसाफिर लौट घर चले
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हाल ए दिल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तेरे सिवा मिला क्या है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गली तेरी बना मेरा नगर होगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मज़ा आता सुनाने में
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हाल ए दिल बताना होगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चलता नही कोई ज़ोर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शहर में दम घुटता है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नहीं कोई यहाँ अपना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हरदम मिलती मात है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जान की बाजी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**हर पल बदलते ढंग हैं**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**मार कर अरमान जलती आस है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**हक़ हम पर क्यों जताते नहीं**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*दूर के ढोल होते सुहाने*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*शाम ढले यादों का अंबर आता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
** हद हो गई तेरे इंकार की **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अब तक देखा नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ख़्याल आया है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुलाकात होगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वफ़ा तो कभी करते
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हुआ क्या है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पर हम खलनायक नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं तुम हम होंगे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गली गली में चोर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आँखों मे शर्म तो है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मीठी मीठी बात हुई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गिरफ्त में हर सांस है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल से याद आती है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अधूरे हैं हम
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कोई बात नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
लौट बिना बारात गई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
होठों के जाम बनूँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सूनी सुनी राहें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बैठों पलको की छांव मे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुस्कान जन्मदिन की बधाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम दोहवली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पल दो पल सही बात करें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिंदा हुन यारो जी लेने दो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल की हसरत है मेरी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम्हारे बिना हैं अधूरे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम का भंवर उड़ता जाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत