शिव प्रताप लोधी Language: Hindi 316 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिव प्रताप लोधी 31 Mar 2024 · 2 min read समस्या से समाधान तक कोई भी समस्या से दूर जाने और उसे नज़रंदाज़ करने का मेरे मन में ख़याल इसलिए भी नहीं आता है क्योंकि मुझमें संघर्ष करने की क्षमता है। मुझमें वो प्राथमिक... Hindi 40 Share शिव प्रताप लोधी 17 Mar 2024 · 1 min read कमाई जब बात कमाई की होती है तो लोगों का जवाब धन , दौलत , पैसा , जायदाद की सोच पर जा ठहरता है प्रत्येक मिनट प्रत्येक घंटा , प्रति दिन... Hindi 46 Share शिव प्रताप लोधी 17 Mar 2024 · 1 min read तन्हा शामें हर शाम तन्हाइयों से भरी रहती है निगाहें बस उन्हीं निगाहों की तलाश में रहतीं हैं उसकी मधुर आवाज़ सुनने को कान बेताब रहतें हैं फिर से हाथ पकड़ कर... Hindi 71 Share शिव प्रताप लोधी 20 Feb 2024 · 1 min read ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है। ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है। मेरे देश का किसान अब भी ऋतुओं के हिसाब से चलता है।। शिव प्रताप लोधी Hindi 82 Share शिव प्रताप लोधी 6 Feb 2024 · 1 min read मेरे गांव में मिटती जा रही मिट्टी की सोंधी खुशबू, अब मेरे गांव में भी पक्के मकान बनने लगें। बर्तन भी कोई बड़े घरानों से मांगता नहीं, अब मेरे गांव में भंडारे भी... Poetry Writing Challenge-2 67 Share शिव प्रताप लोधी 27 Jan 2024 · 1 min read ''गॉव की वो लड़की करती है प्यार मुझे'' दरवाजे से छुपकर देखती है रोज मुझे, गॉव की वो लड़की करती है प्यार मुझे मेरे आने जाने का समय पता है उसे कहती नहीं कुछ बस देखती है मुझे... Poetry Writing Challenge-2 73 Share शिव प्रताप लोधी 27 Jul 2023 · 1 min read *बात पसंद की हो तो तुम मुझे बहुत पसंद हो* *बात पसंद की हो तो* मुझे समन्दर की लहरें बरसती बारिशें फूलों की खुशबू खेतों की सोंधी सोंधी महक नदी-तालाब के किनारे चांदनी रातें दिल्लगी करना और तुम्हारी निग़ाहों में... Hindi 82 Share शिव प्रताप लोधी 9 Apr 2023 · 1 min read उसकी गली से गुजरा तो वो हर लम्हा याद आया उसकी गली से गुजरा तो वो हर लम्हा याद आया इश्क का वो जमाना एक पल में ही सब याद आया शिव प्रताप लोधी Hindi 286 Share शिव प्रताप लोधी 26 Nov 2022 · 1 min read कभी कभी सोचता हूं कभी-कभी सोचता हूं लौट जाऊं उसकी गली में फिर से, फिर सोचता हूं उसकी मंजिल कोई और हो तो, फिर खुद-ब-खुद वहीं पर ठहरा रहता हूं। कभी-कभी सोचता हूं, यह... Hindi 2 114 Share शिव प्रताप लोधी 19 Nov 2022 · 1 min read अधूरा बहुत कुछ है नींद भी अधूरी ख्वाब भी अधूरा है उनसे मुलाकात भी अधूरी उनका दीदार भी अधूरा है उनको महसूस करना भी अधूरा और इश्क का इजहार भी अधूरा है नयन चार... Hindi · कविता 1 184 Share शिव प्रताप लोधी 29 Oct 2022 · 1 min read क्यूंकि तुम मेरे साथ नहीं जमाने भर की बातें है पर वो बात नहीं क्यूंकि तुम मेरे साथ नहीं रातें होती है पर जागने वाली वो रात नहीं क्यूंकि तुम मेरे साथ नहीं एहसास होता... Hindi · कविता 1 114 Share शिव प्रताप लोधी 22 Oct 2022 · 1 min read आंखों की लाली तेरे ख्यालों में रात गुजार दी मगर ज़माने में जाहिर नहीं किया आंखों की लालिमा छुप ना सकी वरना मैंने लबों से कुबूल नहीं किया शिव प्रताप लोधी Hindi · शेर 2 189 Share शिव प्रताप लोधी 18 Oct 2022 · 1 min read सुनती नहीं तुम कुछ दिल की कहूं तो सुनती नहीं तुम इज़हार -ए-इश्क़ करूं तो सुनती नहीं तुम गम-ए-किस्सा बताऊं तो सुनती नहीं तुम जब खामोश हो जाऊं मैं तो निहारती हो तुम... Hindi 347 Share शिव प्रताप लोधी 12 Oct 2022 · 1 min read राह देखता हूं तुमसे मिलने से पहले जमाने में देखने को कुछ भी नहीं था फिर सबसे पहले ख्वाब देखें और अब तुम्हारी राह देखता हूं Hindi · शायरी 115 Share शिव प्रताप लोधी 1 Oct 2022 · 1 min read तेरा जाना और फिर आने की उम्मीद तुम्हारी मोहब्बत में मेरा दिल कभी कुर्बान था। मेरा नाम मोहल्ले की हर गली में बदनाम था। लेकिन तुमने कर दी बेवफ़ाई इस तरह है कि ये दिल जख्मों की... Hindi 2 109 Share शिव प्रताप लोधी 18 Sep 2022 · 1 min read ख्याल छू गया जब ख्याल तेरा दिल मेरा देर तक धड़कता रहा। और नींद दूर रही आंखों से तुझे जबतक सोचता रहा।। Hindi · शायरी 2 127 Share शिव प्रताप लोधी 7 Sep 2022 · 1 min read ख्याल रखा ख्वाबों तक में ख्याल तुम्हारा रख्खा महफिलों में जिकर तुम्हारा रख्खा और इल्जाम लगाते हो तुम्हें भुलनें का हमनें तो धड़कनों में भी नाम तुम्हारा रख्खा Hindi · शेर 2 120 Share शिव प्रताप लोधी 18 Aug 2022 · 1 min read शुक्रगुजार सब के रहो जिन्दगी में बहुत बार ऐसा होता कि कुछ लोग रूकावट बन कर आते हैं और हमें तकलीफ भी बहुत होती है लेकिन वक्त गुजरने के बाद हमें पता चलता है... Hindi · Article 1 142 Share शिव प्रताप लोधी 16 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा हर घर में तिरंगा लगाऐंगें हर हाथ से तिरंगा फहराऐंगें मेरे देश की आन बान शान है हर दिल में तिरंगा बसाऐंगें Hindi · कविता 3 110 Share शिव प्रताप लोधी 16 Aug 2022 · 1 min read हिम्मत उदास हो जाना टूट जाना बिखर जाना झल्लिया जाना बर्बाद हो जाना खुद के आगे मर जाना सबकुछ हो जाना कुछ पल के लिए... मगर ज़माने के सामने खुद को... Hindi · कविता 1 126 Share शिव प्रताप लोधी 3 Aug 2022 · 1 min read ख्वाहिश ख्वाहिशें नहीं रहीं कि ज़माना पहचानें मुझे खुद को जान जाऊं यही बहुत है मेरे लिए।। Hindi · शेर 1 248 Share शिव प्रताप लोधी 1 Aug 2022 · 1 min read मैं खराब हूं मैं बहुत अच्छा था जब लोगों के लिए भरपूर समय था मेरे पास खुद के लिए समय नहीं था फिर मैं खराब बन गया क्योंकि मेरे पास लोगों के लिए... Hindi · कोटेशन 1 157 Share शिव प्रताप लोधी 23 Jul 2022 · 1 min read जज़्बात वो चाहतें हैं मैं इश्क कहूं मैं चाहता हूं वो एहसास करें समझते हम दोनों हैं फिर दबे जज़्बातों का क्या करें Shiv Pratap Lodhi Hindi 2 270 Share शिव प्रताप लोधी 16 Jul 2022 · 1 min read शेर मेरे दिल में उन्हें रहने की इजाजत मैंने दी थी। मेरे नसों में समा जाना उनकी काबिलियत थी।। Hindi · शेर 1 167 Share शिव प्रताप लोधी 10 Jul 2022 · 1 min read खुद से मुलाकात करें जिन्दगी के हर मोड़ पर खुद को फ़ैसले करनें होते हैं इसलिए खुद से मुलाकात करनें में वक्त का इस्तेमाल करें खुद से खुद को दूर करके ज़माने के लिए... Hindi · लघु कथा 1 148 Share शिव प्रताप लोधी 29 Jun 2022 · 1 min read इंसान हूं मैं घमंडी तो नहीं मैं बस अपने उसूलो में चला करता हूँ , दिल - ए - जख्म बढ़ ना जाए बस इसलिए पन्नों मे लिखा करता हूँ , और ज़माने... Hindi · कविता 1 133 Share शिव प्रताप लोधी 29 Jun 2022 · 1 min read हकदार अब वो मेरे जज्बात नहीं समझते , सीधे सीधे कहता हूँ मगर बात नहीं समझते । रखता हूँ दिल में जिसे अपनी जागीर समझ कर , वो मुझे अब अपना... Hindi 1 118 Share शिव प्रताप लोधी 22 Jun 2022 · 1 min read वक्त ही ना मिला कुछ बातें की , कुछ मुलाकातें की , मगर वक़्त ही ना मिला तेरे साथ रहने का। सजी धजी कई बार तुझको देखा , मगर वक़्त ही ना मिला सवरते... Hindi · कविता 1 134 Share शिव प्रताप लोधी 21 Jun 2022 · 1 min read " दर्द मुझे बहुत होता हैं " जब तुम कहते हो मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता , जब तुम कहते हो मुझे कुछ मतलब नहीं है , जब तुम कहते हो तुम्हारे जो जी में आए करो... Hindi · कविता 3 1 163 Share शिव प्रताप लोधी 20 Jun 2022 · 1 min read तनहाई में याद दिला देती हैं मिला देती है उसे मुझसे , तन्हाई ख्वाब को हकीकत में बदलते को कहती मुझसे , सुकून से जीना पता चला जब मैं रहा तन्हाई में... Hindi 1 121 Share शिव प्रताप लोधी 20 Jun 2022 · 1 min read खुद की चाहत मुलाकात मुमकिन ना हो तो इक- दूजे को याद तो कर ही सकते है । यूँ ही ना गुजर जाए ज़िन्दगी बेरौनक सी , कुछ पल ख़ुशी से तो जी... Hindi · कविता 1 119 Share शिव प्रताप लोधी 20 Jun 2022 · 1 min read याद रखना जहां हाथ थामा था वो जगह याद रखना , जहां दिल खिले थे वो वक़्त याद रखना । ज़िन्दगी में याद आयेंगे हसीन वो लम्हें जिनमें हम जिऐ थे ,... Hindi · कविता 1 114 Share शिव प्रताप लोधी 19 Jun 2022 · 1 min read " बांकी रह गया " दिल मे स्वागत तो हुआ मगर दहलीज में करना बांकी रह गया कुछ पल तेरे साथ चला मगर जीवन भर साथ चलना बांकी रह गया मेरी आँखों ने ख्वाब बहुत... Hindi · कविता 2 127 Share शिव प्रताप लोधी 19 Jun 2022 · 1 min read शेर जब से अपनें सपनों को पूरा करने लगा हूं। तब से अपनों में ही मैं पराया होने लगा हूं।। Hindi 1 128 Share शिव प्रताप लोधी 19 Jun 2022 · 1 min read मान जाया करो हर रोज़ रूठो मगर जल्दी मान जया करो , ये हक है तुम्हारा ना सकुचाया करो । मैं सिर्फ तुम्हारा ही हूँ मुझपे भरोसा करो , चलो मेरे साथ ज़िद... Hindi · कविता 2 134 Share शिव प्रताप लोधी 18 Jun 2022 · 1 min read जज़्बात वो मेरे जज्बात नहीं समझते साफ साफ कहता हूँ मगर बात नहीं समझते। और जिसे हम अपना सब कुछ समझते है वो हमें अपना कुछ नहीं समझते।। Hindi · शेर 2 141 Share शिव प्रताप लोधी 18 Jun 2022 · 1 min read " सुकून की तलाश में " सुकून की तलाश में दर -दर भटकता रहा , किसी का साथ पाने को मैं तरसता रहा , तमन्ना रही सदा से कोई ऐसा मिले , जिसके साथ कुछ पल... Hindi · कविता 1 390 Share शिव प्रताप लोधी 18 Jun 2022 · 1 min read " तुम मेरे साथ हो " उगता - ढलता हुआ सूरज के बिखरते रंग को हर रोज़ देखने मे तुम मेरे साथ हो , छत की मुंडेर मे बैठ कर चाँद तारो को चमकते देखने मे... Hindi · कविता 2 1 197 Share शिव प्रताप लोधी 17 Jun 2022 · 1 min read " तो इतना काफी है " बहुत सी बातें करने को जी चाहता है मेरा , पर तुम्हें नींद जल्दी आ जाती है , लेकिन तुम थोड़ा बात करती हो ना तो इतना काफी है ।... Hindi · कविता 2 138 Share शिव प्रताप लोधी 17 Jun 2022 · 1 min read कोई बात है क्या तुम क्या मैं क्या हम दोनों एक ही तो हैं फिर बात ना करने की कोई बात है क्या रहने दो सब चलो फिर से बात करें। तुम भी आओ... Hindi · कविता 2 122 Share शिव प्रताप लोधी 17 Jun 2022 · 1 min read हमसफ़र जिन्दगी भर इक रिश्ते में बंधे रहने को हमसफ़र नहीं कहते। असली हकदार वो है जिसका साथ क़दम क़दम में रहे।। Hindi · शेर 2 100 Share शिव प्रताप लोधी 16 Jun 2022 · 1 min read दोगलापन लोग खुद की गलती ईमानदारी से मानते नहीं , तो किसी को खाक अपना मानेंगे। Hindi · शेर 1 209 Share शिव प्रताप लोधी 16 Jun 2022 · 1 min read हम ये लिखने के काबिल ना होते अगर तुम मेरे कभी साथ ना होती, अगर तुम मेरी ख्वाब ना होती, अगर तुम मेरी जज्बात ना होती, अगर तुमसे मोहब्बत ना होती , अगर तुम मेरी चाहत ना... Hindi · कविता 103 Share शिव प्रताप लोधी 14 Jun 2022 · 1 min read " आशिक से अपने मिल कर तो देखो " बहुत बन ठन कर राहों मे निकल जाते हो , कभी वक़्त हमसे मिलने को भी निकाल कर देखो । भले ही अपने दिल में मेरे लिए इश्क़ ना रखती... Hindi · कविता 3 155 Share शिव प्रताप लोधी 13 Jun 2022 · 1 min read " माँ " तेरे बिना लगता है सब कुछ अधूरा, तू ही तो है मेरे जीवन का सवेरा, ज़माने मे बहुत लोग रहते है, मगर कोई कर नहीं सकता है तेरी कमी को... Hindi · कविता 2 224 Share शिव प्रताप लोधी 12 Jun 2022 · 1 min read आदत सी होने लगी है मेरे सपनो को पूरा करने में तू मुश्किलें बेहिसाब देती है , तेरे इस रवैया से मुझे शिकायत सी होने लगी है , ऐ जिंदगी तुझसे लड़ने की आदत सी... Hindi · कविता 1 119 Share शिव प्रताप लोधी 12 Jun 2022 · 1 min read अभी तक तो मेरे सभी ख्वाब है अधूरे , अभी तक तो मेरे सभी ख्वाब है अधूरे , खुदा जाने कब होंगे या नहीं होंगे पूरे । यकीन खुद पर और जुनून भी है मगर , मुश्किल बहुत है... Hindi 2 90 Share शिव प्रताप लोधी 12 Jun 2022 · 1 min read "आसान नहीं होता " किसी अपने के जीत के लिए खुद हार जाना आसान नहीं होता , किसी के दिल मे खुद के लिए सम्मान पैदा करना आसान नहीं होता , किसी के सपनो... Hindi 1 115 Share शिव प्रताप लोधी 11 Jun 2022 · 1 min read दूर हो कर तुमसे, दिल का क्या हाल हुआ बताऊंगा दूर हो कर तुमसे , दिल का क्या हाल हुआ मिल कर तुम्हें बताऊंगा । काटी हैं रातें तुम बिन कैसे ,हर रात की तन्हाई बताऊंगा । जख्म कितने है... Hindi · कविता 2 1 359 Share शिव प्रताप लोधी 10 Jun 2022 · 1 min read हार का सम्मान तुम्हारी खातिर सबकुछ हार जानें को भी दिल करता है तुम यक़ीन दिलाओ तो सही कि मेरी हार का सम्मान करोगी Hindi · शेर 3 1 196 Share Page 1 Next