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18 Jun 2022 · 1 min read

” तुम मेरे साथ हो “

उगता – ढलता हुआ सूरज के बिखरते रंग को हर
रोज़ देखने मे तुम मेरे साथ हो ,

छत की मुंडेर मे बैठ कर चाँद तारो को चमकते
देखने मे तुम मेरे साथ हो ,

हर सुबह बिखरी जुल्फों को सवारते हुए
तुम्हें देखने मे तुम मेरे साथ हो ,

तुम मैं एक ही थाली में खाने मे हर रोज़
तुम मेरे साथ हो ,

तुम आगे मैं पीछे रहूँ और तेरे लफ्जो की
खुशबू मेरे कानों तक आने मे तुम मेरे साथ हो ,

चलती राह मे कोई फूल तोड़ कर इश्क़ का
इजहार करने में तुम मेरे साथ हो ,

ठहरे हुए पानी के किनारे पे मेरे संग तेरी
भी परछाई मे तुम मेरे साथ हो ,

दूर किसी जगह पे आँखों में डूब कर तेरी ही
आँखों से दुनियां देखने में तुम मेरे साथ हो ,

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 197 Views
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