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20 Jun 2022 · 1 min read

खुद की चाहत

मुलाकात मुमकिन ना हो तो
इक- दूजे को याद तो कर ही सकते है ।

यूँ ही ना गुजर जाए ज़िन्दगी बेरौनक सी ,
कुछ पल ख़ुशी से तो जी ही सकते है ।

ठहाके लगाना सम्भव ना हो तो ,
मुस्कुराहट होठों पे तो सदा रख ही सकते है ।

ज़िन्दगी मे दर्द दूसरों से मिले तो ,
मरहम खुद से तो लगा ही सकते है ।

असफलता कितनी भी बार आए तो भी ,
इक बार और प्रयास तो कर ही सकते है ।

मुश्किलों का कोहरा घना हो तो ,
खुद को हिम्मती उजियारा दे ही सकते है ।

Language: Hindi
1 Like · 119 Views
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