Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2023 · 1 min read

ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में

ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में।
बांटेंगे दुःख और खुशी, अपनी हम साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी————————।।

वादा किया है हमने, सँग- सँग जीने का।
जिंदगी की हर डगर, चलेंगे हम साथ में।।
तुम ले चलो हमको भी——————-।।

खबर कैसे मिलेगी, तुम कहाँ हो कैसे हो।
बितायेंगे हरपल हम, जिंदगी के साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी———————।।

साथी बिन होता नहीं, सफर कभी भी हसीन।
बसायेंगे कभी संसार, अपना हम भी साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी——————– ।।

लगायेंगे चमन हम भी, जलायेंगे दीप हम भी।
मुकम्मल ख्वाब करेंगे,अपने हम भी साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी——————– ।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
Suryakant Dwivedi
क्यों बनना गांधारी?
क्यों बनना गांधारी?
Dr. Kishan tandon kranti
रूकतापुर...
रूकतापुर...
Shashi Dhar Kumar
धर्म नहीं, विज्ञान चाहिए
धर्म नहीं, विज्ञान चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
मोहब्बत का वो तोहफ़ा मैंने संभाल कर रखा है
मोहब्बत का वो तोहफ़ा मैंने संभाल कर रखा है
Rekha khichi
" बस तुम्हें ही सोचूँ "
Pushpraj Anant
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दर्दे दिल की दुआ , दवा , किस से मांगू
दर्दे दिल की दुआ , दवा , किस से मांगू
श्याम सिंह बिष्ट
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
Manisha Manjari
*इमली (बाल कविता)*
*इमली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मईया के आने कि आहट
मईया के आने कि आहट
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बंधन यह अनुराग का
बंधन यह अनुराग का
Om Prakash Nautiyal
5) कब आओगे मोहन
5) कब आओगे मोहन
पूनम झा 'प्रथमा'
■ सपनों में आ कर ■
■ सपनों में आ कर ■
*Author प्रणय प्रभात*
-जीना यूं
-जीना यूं
Seema gupta,Alwar
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
Ranjeet kumar patre
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
रिश्ते कैजुअल इसलिए हो गए है
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिर्डी के साईं बाबा
शिर्डी के साईं बाबा
Sidhartha Mishra
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
surenderpal vaidya
भारत मे तीन चीजें हमेशा शक के घेरे मे रहतीं है
भारत मे तीन चीजें हमेशा शक के घेरे मे रहतीं है
शेखर सिंह
जलाने दो चराग हमे अंधेरे से अब डर लगता है
जलाने दो चराग हमे अंधेरे से अब डर लगता है
Vishal babu (vishu)
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
हत्या-अभ्यस्त अपराधी सा मुख मेरा / MUSAFIR BAITHA
हत्या-अभ्यस्त अपराधी सा मुख मेरा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
3035.*पूर्णिका*
3035.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
दिल के दरवाज़े
दिल के दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
ना नींद है,ना चैन है,
ना नींद है,ना चैन है,
लक्ष्मी सिंह
माँ
माँ
Er. Sanjay Shrivastava
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
Loading...