Shailendra Aseem 100 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read फिर नज़र में तरही ग़ज़ल ~~~~~~ फिर नज़र में समाया हुआ है अब्र बनकर वो छाया हुआ है ख़्वाब जिसके लिए मुन्तज़िर थे वो हक़ीक़त में आया हुआ है। उनसे मिलकर मेरे दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 401 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read हर तरफ नूर गिरहबन्द मुक्तक ~~~~~~~~ हर तरफ नूर था चाँदनी रात थी। जब मेरी उनसे पहली मुलाक़ात थी।। एक बादल खुशी का चला झूमकर। "ज़िन्दगी में मुहब्बत की बरसात थी"।। ✍️ शैलेन्द्र... Hindi · मुक्तक 456 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read वही मन का तरही ग़ज़ल --------------- मतला -------- वही मन का मेरे दरपन हुआ है जिसे पा कर मगन गुलशन हुआ है गिरह ------- चला मेले से हामिद ले के चिमटा 'खिलौनों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share Shailendra Aseem 6 Aug 2021 · 1 min read बादलों की उदास... बादलों की उदास आँखों में, दर्द की इक नयी कहानी है ग़ौर से देखिए तो आँसू है, वर्ना बरसात का ये पानी है काँपते होंठ कह रहे थे कुछ, झुकी... Hindi · मुक्तक 2 417 Share Shailendra Aseem 5 Aug 2021 · 1 min read पा मुबारक तरही ग़ज़ल ~~~~~~ पा मुबारक इधर आते कभी फिर यार तेरे एक मुद्दत से नहीं हो सके दीदार तेरे राज़ की बात निगाहों ने बता ही डाली दिल में इक़रार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 195 Share Shailendra Aseem 30 Jul 2021 · 1 min read कुसीनगर के माटी हउवे भोजपुरिया खाँटी जिला कुसीनगर के माटी जे बुद्ध नगरिया आई दुनिया में सनेहिया बाँटी कुस के बसावल कुसीनगर नाहीं परती बाबा अज्ञेय जी के हवे जनम धरती इहवाँ जे... Bhojpuri · गीत 1 565 Share Shailendra Aseem 30 Jul 2021 · 1 min read अँखिया में पानी तुहरी अँखिया में पानी बुझाते न बा पीर केतना सहीं हम, सहाते न बा रोज चूवेले टुटही पलानी नियन ई जिनिगिया के मड़ई छवाते न बा उनके अँगुरी के मुनरी... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share Shailendra Aseem 28 Jul 2021 · 1 min read साहित्यकार हमने सत्ता को उसका कर्तव्य बताया है भटके सिंहासन को सच्चा पथ दिखलाया है जब जब राजमुकुट पर मद के बादल छाये हैं तब तब रचनाओं को हमने छत्र बनाया... Hindi · मुक्तक 365 Share Shailendra Aseem 27 Jul 2021 · 5 min read लकीरें कॉलेज में दाखिले का पहला दिन था। छात्र-छात्राओं और अभिभावकों की भीड़ को देख कर अनायास ही किसी बड़े रेलवे स्टेशन की याद आ रही थी। इसी भीड़ में एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 268 Share Shailendra Aseem 25 Jul 2021 · 3 min read महादैत्य चारों तरफ अन्धकार छाया हुआ था। बच्चे, महिलाएं, बूढ़े, जवान सभी चीत्कार कर रहे थे। कोई किसी की नहीं सुनता। सब इधर-उधर भागते, बेतहाशा खाँसते और अन्त में तड़पकर शान्त... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 2 417 Share Shailendra Aseem 25 Jul 2021 · 1 min read दिल में कुछ रोज़ दिल में कुछ रोज़ अभी दर्द का आलम तो रहे अपनी आँखों में भी बरसात का मौसम तो रहे ज़ख़्म यह सोचकर भरने नहीं देता हूँ कभी ज़िन्दगी तुझसे कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share Shailendra Aseem 23 Jul 2021 · 6 min read अन्तर्द्वन्द्व आज वह फिर उदास बैठा था। उसके चारों ओर प्रकृति का मनमोहक सुन्दरतम रूप अपने सम्पूर्ण वैभव के साथ उपस्थित था। कभी नदी की कल-कल ध्वनि किसी मधुर संगीत का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 6 406 Share Shailendra Aseem 18 Jul 2021 · 1 min read तुम्हारी आँख में तरही ग़ज़ल ~~~~~~ तुम्हारी आँख में काजल नहीं है कि जैसे धूप में बादल नहीं है किधर को चल दिये इक रात में सब कहीं भी शह्र में हलचल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 303 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read प्रथम प्रेयसी उपमा से उपमान जुड़ा है गणना से अनुमान जुड़ा है भोर किरन से,प्रीत मिलन से,शब्द-शब्द से मान जुड़ा है दुनिया की सारी सुन्दरता गीतों में अब ढल जाने दो कवि... Hindi · गीत 3 8 481 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read वसन्त महकने लगे दिग-दिगन्त, शायद वसन्त आ गया भाव उठे मन में अनन्त, शायद वसन्त आ गया चुपके से बादल का घूंघट उठा कर अधखिली कली जैसी चाँदनी को पा कर... Hindi · गीत 1 4 517 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read मदमाते मौसम का मदमाते मौसम का प्रिय अनुबन्ध बनो बरखा-झूला-कजरी का सम्बन्ध बनो मैं सावन की मस्त घटा बन कर बरसूँ तुम प्यासी धरती की सोंधी गन्ध बनो ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 1 2 364 Share Shailendra Aseem 13 Jul 2021 · 1 min read तोड़कर अनुबन्ध गीत ----- तोड़ कर अनुबन्ध मन के, तुम गये हो जिस नगर में उस नगर के फूल सारे रातरानी हो गये हैं इस नयन के कोर से ढलके थे जो... Hindi · गीत 2 337 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read कैसे ये कहूँ कैसे ये कहूँ माँ कि तेरा भक्त बड़ा हूँ बस भाव सुमन ले के तेरे दर पे खड़ा हूँ कर दे असीम पर भी कृपादृष्टि आज तू बालक अबोध हूँ... Hindi · मुक्तक 207 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अधिकारी अच्छे से पहचानो, मैं बन्दा सरकारी हूँ मैं तो अधिकारी हूँ, हाँ! मैं अधिकारी हूँ रिश्वत मेरी दासी है घोटाला मेरा चेला मेरे आगे पानी भरता भद्रजनों का रेला सौ... Hindi · गीत 1 201 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read सरस्वती वन्दना शक्ति दे माँ! भक्ति दे माँ! कर्म से अनुरक्ति दे माँ!! सृष्टि के हर खण्ड में, अणुखण्ड में है तू समाहित श्वास में, प्रश्वास में अनवरत तू ही तू प्रवाहित... Hindi · गीत 1 2 401 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read कितने रावण दहन करूँ द्वेष,कपट,अन्याय,क्रूरता पग-पग कैसे हवन करूँ रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ हाथ किसी के राजदण्ड है, न्यायपीठ पर कोई है बेटों को पड़ते हैं कोड़े, भारत माता... Hindi · गीत 224 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read रूप की राजधानी रूप की राजधानी लगे है कोई इक परी आसमानी लगे है कोई भूल जाऊँ जिसे पढ़ के चैनो सुकूँ वो अधूरी कहानी लगे है कोई ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 238 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read फिर मेरे शेरो - सुख़न तरही ग़ज़ल ~~~~~~ फिर मेरे शेरो सुख़न से कोई जादू निकले काश ! नज़रों से मेरी हो के अगर तू निकले चार सू अब तो हलाहल ही नज़र आता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 340 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read बूँद देखा नहीं बूँद देखा नहीं, पनघट की बात करते हैं जो निरक्षर हैं, लिखावट की बात करते हैं अदब का जिनको अलिफ़ तक नहीं मालूम 'असीम' वो शायरी में गिरावट की बात... Hindi · मुक्तक 347 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अम्न की चिड़िया 1- अम्न की चिड़िया जब भी चहकने लगती है घाटी में क्यूँ आग दहकने लगती है पूजा की थाली में जब जब रखता हूँ केसर से बारूद महकने लगती है... Hindi · मुक्तक 411 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read वक़्त पड़ा तो वक़्त पड़ा तो क्यारी क्यारी बोलेगी भारत माँ की यह फुलवारी बोलेगी जब जब प्रश्न उठेगा इसकी गरिमा पर चन्दन और टोपी की यारी बोलेगी © शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 532 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read न हो अभ्यास तो न हो अभ्यास तो ज्ञानी पुरूष अल्पज्ञ हो जाए बिना गुरु ज्ञान के कैसे कोई सर्वज्ञ हो जाए कृपा परमात्मा की उस जगह निशिदिन बरसती है धरा वह धाम होती... Hindi · मुक्तक 467 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अहिल्यापुर यहाँ सबके हृदय में माँ तेरी गाथा ही वसती है सुना है माँ के दर्शन के लिए दुनिया तरसती है अहिल्यापुर की इस धरती का बारम्बार है वन्दन जहाँ माँ... Hindi · मुक्तक 203 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read न तो महफ़िल में सुकूँ न तो महफ़िल में सुकूँ और न तन्हाई में तड़प रहा हूँ पड़ा दर्द की अंगनाई में 'असीम' उससे जुदा हो के मैं जियूँ कैसे दिल की धड़कन का सबब... Hindi · मुक्तक 338 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read फूल ही फूल फूल ही फूल बिछे हों वो डगर हो जाऊँ आपके वास्ते गीतों का शजर हो जाऊँ है नहीं चाह किताबों में दफ़्न होने की आप होठों पे सजा लें तो... Hindi · मुक्तक 383 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read एक लड़की धड़कनों की पुकार थी, क्या थी या कि जाने-बहार थी, क्या थी तन-बदन पर जो छा गयी आकर वो बसन्ती बयार थी, क्या थी सर्द मौसम था जबकि पहले पहल... Hindi · कविता 242 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read कंचनजंगा वो है मेरे सपनों की कंचनजंगा जब जब देखूँ मन हो जाए सतरंगा मेरे सर चढ़कर वो करे ताण्डव यूँ जैसे शिव के शीश विराजित हों गंगा ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 223 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read सावन की तरह ख़्वाब में मुझसे वो लिपटे कभी नागन की तरह हैं महकने लगीं साँसें मेरी चन्दन की तरह एक मुद्दत से मेरे दिल की ज़मीं सूखी है आइये आप ज़रा झूम... Hindi · मुक्तक 186 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read ख़ुदा ख़ैर करे बेतकल्लुफ़ सा ये आग़ाज़ ख़ुदा ख़ैर करे और शाहीन सी परवाज़ ख़ुदा ख़ैर करे लोग यूं ही नहीं इक दीद पे मर जाते हैं साहिब-ए-हुस्न के अन्दाज़ ख़ुदा ख़ैर करे... Hindi · मुक्तक 365 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read हर तरफ है तबाही की कहानी हर तरफ है। क़यामत की निशानी हर तरफ है।। हमारी किश्तियाँ भी हैं सलामत, "अगर पानी ही पानी हर तरफ है।" न साक़ी है न रिन्दाना नज़ारे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 502 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 2 min read मेरे सनम तुम्हीं तुम हो मेरे सनम तुम्हीं तुम हो मेरे सनम चले आओ मुखड़े से पर्दा हटाए बिखर जाये अहसास में चाँदनी सी कई ख़्वाब ले लें जनम तुम्हीं तुम हो... Hindi · गीत 1 469 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 2 min read युद्ध हमें लड़ना होगा सिंधु नदी के जल से तुझको पाला-पोसा, बड़ा किया सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र बनाकर था सम्मान दिया लेकिन अपनी फितरत से भी बाज भला कब आता तू छेद उसी में करता... Hindi · कविता 1 2 401 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read ऋतुराज हरित प्रकृति भई, मृदुल प्रवृत्ति भई अतुल उछाह लिये सकल समाज है नवल वसन धरि तरुवर खिलि गयो मधुर मिलन कर सजि गयो साज है अधर अमिय रस, नयन मदन... Hindi · घनाक्षरी 379 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read बात ये सच है बात ये सच है कि मैं हद से गुज़र जाऊँगा वो अगर फिर भी न माने तो किधर जाऊँगा मुझसे नफ़रत है तो मत खोल ये पलकें अपनी आँख के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 434 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read आँखें लाज से, शर्म से ख़ुद ही में सिमटती आँखें बाज़ू-ए-इश्क़ में बल खा के लरज़ती आँखें साँस में, रूह में, तन-मन में उतर आई थीं हाय वो खुश्बू-ए-उल्फ़त से महकती... Hindi · कविता 242 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read लिखें कहानी आओ मिलकर लिखें कहानी, तेरी मेरी नयी पुरानी कुछ टूटे सपनों को जोड़ें लेकर इन आँखों का पानी जाने कितने युग बीते पर मन का ताल कहाँ सूखा है तुम... Hindi · गीत 1 435 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read हमार भोजपुरिया सँघवाँ बोलावे हमार भोजपुरिया रहिया देखावे हमार भोजपुरिया जिनिगी के घामे से जीउ तलफलाय तब अँचरा ओढ़ावे हमार भोजपुरिया ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Bhojpuri · मुक्तक 432 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read बहे पुरवइया पुरइन के पात नियर चिकन अंगनइया बहे पुरवइया, मोरे अमरइया बहे पुरवइया........ कतहूँ बिरहिनिया के मन ना थिराला अंसुअन से रोज रोज चउका लिपाला राति राति भर खनके कहूँ कंगनइया... Bhojpuri · गीत 432 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read केहू फुलवा केहू फुलवा से रहिया सजावे, केहू कांटा बिछावल करेला चान कइसे के उतरी अँगनवा, लोग कनखी से ताकल करेला कवनो आन्ही हो, कवनो बवण्डर, बार बांका न करि पाई ओकर... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 275 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read रूप का दर्प रूप का दर्प यौवन सजाता रहे मन का पंछी प्रणय गीत गाता रहे तुम गुलाबों सा खिलकर महकती रहो मेरी साँसों में पल पल उतरती रहो नैन अपलक निहारे,निहारे तुम्हें... Hindi · गीत 2 4 433 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read बादल चन्दा बादल चन्दा तितली फूल समीर नहीं तुमसे सुन्दर दुनिया की तस्वीर नहीं जग जीता वह जिसने इसको जीत लिया दिल से बढ़कर कोई भी जागीर नहीं धरती से अम्बर तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 273 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read भारत माता की जय भारत माता की जय,भारत माता की जय तेरा आँचल अम्बर जैसा तेरी गाथा अक्षय सागर चरणों की धूल चखे तू जननी वीर प्रसूता है सरताज हिमालय को लांघे दुनिया में... Hindi · गीत 1 2 425 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read कइसे मन बिसराई सनेहिया कइसे मन बिसराई हाथ छोड़ा के गइनीं कहवाँ, रोवत बा लरिकाई जब जब सुधिया में आवेनीं, अँखिया भरि भरि जाला कहवाँ जाईं कइसे खोजीं, कुछऊ नाहिं बुझाला कवने नगरिया... Bhojpuri · गीत 338 Share Shailendra Aseem 7 Jul 2021 · 1 min read जिनिगिया के बाती जिनिगिया के बाती जोगवला में का बा जरवला में का बा, बुतवला में का बा न हमरा बदे जब पिरितिया के पाती बिकाइल तोहार ई सनेहिया के थाती नजरिया से... Bhojpuri · गीत 329 Share Shailendra Aseem 7 Jul 2021 · 1 min read तोहके निहारे चमके चुनरिया चनरमा हो गोरी तोहके निहारे देखते चहकि जाय मनवा हो गोरी तोहके निहारे सब सुनराई के दिहलें खंघारी तोहके विधाता जी रचलें सँवारी केतनो बचाईं, नयनवा हो गोरी... Bhojpuri · गीत 1 251 Share Previous Page 2