डॉ.सीमा अग्रवाल 490 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Nov 2021 · 1 min read नाचे वन में मोर.... सरसी छंद... देख बरसते बादल नभ से, नाचे वन में मोर। सोता देखे जब जग सारा, हुलसे मन में चोर। चंदा की मेघों से नभ में, खूब चले तकरार, कभी... Hindi · मुक्तक 4 2 239 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jan 2022 · 1 min read उठो, जागो, बढ़े चलो बंधु...( स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके दिए गए उत्प्रेरक मंत्र से प्रेरित होकर लिखा गया मेरा स्वरचित गीत) उठो-जागो-बढ़े चलो बंधु... उठो-जागो-बढ़े चलो बंधु, न जब तक लक्ष्य तुम पाओ। सपने सतरंगी आगत के, सजें तुम्हारी आँखों में। जज्बा जोश लगन सब मिलकर, भर दें उड़ान पाँखों में।... Hindi · गीत 4 2 832 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jun 2022 · 1 min read चंद दोहे.... अपनी सुविधा के लिए, करे और पर वार। परदुख का कारण बने, पड़े वक्त की मार।। अपनी गलती को छुपा, मढ़ें और पर दोष। बुद्धिमत्ता दिखा रहे, खाली जिनका कोष।।... Hindi · दोहा 4 974 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jun 2022 · 1 min read कभी-कभी आते जीवन में... कभी-कभी आते जीवन में, ऐसे सुखकर पल। झूम-झूम उठता मन, जैसे आवारा बादल। निज अस्तित्व खोज में मानव, दिनभर चला चले। रोज निकलता सूरज जैसे, जैसे रोज ढले। आस बँधाती... Hindi · गीत 4 4 415 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Aug 2022 · 1 min read दोहे एकादश... दोहे... बाहर से मीठा बने, भीतर रक्खे पाप। छोड़ो ऐसे मित्र को, देता बस संताप।।१।। नया जन्म हर दिन समझ, मान मरण हर रात। ऊर्जस्वित हो कर्म कर, दे किस्मत... Hindi · दोहा 4 308 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Sep 2022 · 1 min read मैं तो अकेली चलती चलूँगी .... मैं तो अकेली चलती चलूँगी... मैं तो अकेली चलती चलूँगी, धुन में अपनी मंजिल की। परवाह नहीं मुझे काँटों की, चाह न किसी बुजदिल की। छुपकर कितने ही वार करे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 242 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Nov 2022 · 1 min read चंद दोहे बारिश पर... मलिनता सारी हर ले, बारिश की बौछार। मन-गंगा निर्मल बहे, तर जाएँ नर-नार।।१।। जिस अदने वायरस ने, छीने होश-हवास। अबकी बारिश जल मरे, जैसे आक-जवास।।२।। वर्षा जीवन-दायिनी, तप्त धरा की... Hindi · Daily Writing Challenge · दोहा · बारिश 4 160 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 Dec 2022 · 1 min read गीतिका... चलते-चलते प्यादा, वजीर बन गया। हरएक की नज़र में, नजीर बन गया। किस्मत पर अपनी, क्यों न करे गुमां, वह जो रातों- रात, अमीर बन गया। कभी-कभी यूँ भी, सँवरता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 202 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 Dec 2022 · 1 min read आने वाले साल से, कहे पुराना साल। आने वाले साल से, कहे पुराना साल। रहे अधूरे काम जो, आकर उन्हे सँभाल।। -© सीमा अग्रवाल मुरादाबाद (उ.प्र.) Hindi · दोहा 4 2 220 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Mar 2023 · 1 min read सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ? सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ? गंगा भी मैली यहाँ, चंदा में भी दाग।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 4 4 421 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Mar 2023 · 1 min read कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम । कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम । मन-मंदिर मेरा बने, उनका पावन धाम ।। धन्य-धन्य प्रभु आप हैं, लिया राम अवतार। मानवता हित खोलने, उच्च चेतना-द्वार।। © सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · दोहा 4 263 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 May 2023 · 1 min read ऐलान कर दिया.... 'आजाद हो तुम आज से', ऐलान कर दिया। क्या अब कहें कहकर हमें, बेजान कर दिया। नादान थे समझे नहीं, बातें जहर बुझी, तुमने कहा हमने सुना, उस कान कर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 331 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 May 2023 · 1 min read रोम-रोम में राम.... जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर श्रेष्ठ।। धन्य-धन्य प्रभु आप हैं, लिया राम-अवतार। मानवता-हित खोलने, उच्च चेतना-द्वार।। कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम... Poetry Writing Challenge · दोहा 4 4 298 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति कुसुमित जग की डार, फले अरु फूले। आशा पंख पसार, उड़े नभ छू ले। सुखद सँदेशे रोज, चले घर आएँ। बरसें सुख के मेघ, खुशी सब पाएँ। © सीमा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · हंसगति छंद 4 253 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Oct 2023 · 1 min read अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। फर्क न कुछ हम पर पड़े, तू भी अपनी बोल।। सिर्फ दिखावा-शान में, कहकर झूठी बात। करते साबित तुम स्वयं, ओछी अपनी जात।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 4 375 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Apr 2024 · 1 min read संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां... सहमी सी है आज कलम, शब्द उदास हैं खोए-खोए ! जग में कितनी पीड़ाएँ हैं, आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की, व्यथा समझ न पाता है।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 2 46 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Oct 2018 · 1 min read जीवन इतना आसान कहाँ--- जीवन इतना आसान कहाँ--- जीवन इतना आसान कहाँ जीने लायक सामान कहाँ विचरते हैं शैतान जमीं पर मिलता अब इन्सान कहाँ मुखौटे लगे खोटे चेहरों पर सहज सरल मुस्कान कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 526 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Dec 2020 · 1 min read महापुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर..... एक नाम राजनीति में चमका ऐसे जैसे ध्रुवतारा विरोधी पक्ष ने भी सहज भाव से जिसे स्वीकारा देशद्रोहियों के प्रति सदा ही विरोध जताया तीखा राजनीति के दलदल में खिला... Hindi · कविता 3 5 321 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Dec 2020 · 1 min read मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा...... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... Hindi · कविता 3 5 270 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2020 · 1 min read तुम मलयज शीतल चंदन हो...। तुम मलयज शीतल चंदन हो ... जीवन मेरा तपती दुपहरी तुम मलयज शीतल चंदन हो ! तुमसे मिलकर जाना यह मैंने तुम जीवन का आकर्षन हो ! शब्दों में तुम्हें... Hindi · कविता 3 2 311 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2020 · 1 min read बसंत का आगम क्या कहिए.... बसंत का आगम क्या कहिए.... बसंत का आगम क्या कहिए दिन चमचम रात उजाली है नत यौवन-भार से आज धरा हुई मद में गजब मतवाली है घाम ने अंगों को... Hindi · कविता 3 4 514 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jan 2021 · 1 min read छीज रही है धीरे-धीरे... छीज रही है धीरे-धीरे मेरी साँसों की डोर अधरों पर है हास भीग रही नैनों की कोर बाहर पसरा सन्नाटा है भीतर कितना शोर तकूँ तुझे मैं ऐसे चंदा को... Hindi · कविता 3 367 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read सँभाल तू खुद अपनी पतवार... सँभाल तू खुद अपनी पतवार --- लुटाता रहा तू सब पर प्यार कभी तो अपनी ओर निहार स्वार्थ ग्रसित है जग ये सारा सिर्फ अपने मतलब का यार जगती हँसती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 389 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Feb 2021 · 1 min read ये कैसा मधुमास आया... ये कैसा मधुमास आया... बुझे-बुझे से दिन मन उचाट उन्मन न कोई उमंग न तरंग ये कैसा मधुमास आया ! सूझे न कोई काज लुटे सकल सुख-साज स्वप्न हुए सब... Hindi · कविता 3 276 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jun 2021 · 1 min read कितना सच अनजाना तुमसे.... कितना सच अनजाना तुमसे, कितना कुछ अनकहा। क्या करना कुछ कहकर अब, रहने दो जो नहीं कहा। कौन सुखी है इस दुनिया में, जो दर्द मैं अपना रोऊँ। बना लूँ... Hindi · कविता 3 309 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jun 2021 · 1 min read सोच रही गौरैया.... सोच रही गौरैया..... सींखचे पर खिड़की के आज आ बैठी एक गौरैया देख रही थी टुकुर-टुकुर खामोश थे भाभी-भैया चिंतामगन बैठे थे दोनों बीच में थी एक गज की दूरी... Hindi · कविता 3 237 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jun 2021 · 1 min read किस्मत की निठुराई.... किस्मत की निठुराई... पलभर पाया साथ खुशी का, अब लम्बी तन्हाई। हँसता मुखड़ा नहीं सुहाया, किस्मत की निठुराई। बाहर शांत मगर मन - भीतर, चलती थी फेंटेसी। छाया बढ़कर मुझ... Hindi · कविता 3 2 543 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jun 2021 · 1 min read हम बढ़ें शिखर की ओर.... मशाल ज्ञान की लिए हाथ में हम चलें प्रगति की ओर ! अथक गति चरणों में भरकर हम बढ़ें शिखर की ओर ! दें कुरूप को रूप सलोना उजला हो... Hindi · कविता 3 2 226 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jun 2021 · 1 min read पल वो अद्भुत खास होता... ...जब तुम मेरे पास होते.... जब तुम मेरे पास होते पल वो अद्भुत खास होता बँध नेह-बंधन में तुम्हारे मुक्ति का आभास होता चखके सब रस देखे जग के स्वाद... Hindi · गीत 3 6 244 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jun 2021 · 1 min read स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में.... स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में .... दुआ-बद्दुआ जिस-जिस से मिली फलती रही किस्मत भी टेढ़ी-मेढ़ी चाल अपनी चलती रही झुलसता रहा जीवन संघर्ष-अनल-आवर्त में प्रीत-वर्तिका भी मद्धम बीच रिदय जलती रही... Hindi · कविता 3 4 209 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jun 2021 · 1 min read सौदागर सपनों का... ... सौदागर सपनों का... रात नींद में आया मेरीे एक सौदागर सपनों का कितने ख्वाब दिखा गया मुझको वो सौदागर सपनों का मैंने पूछा- मोल है क्या ? वह बोला-... Hindi · गीत 3 6 411 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jun 2021 · 1 min read आओ पुनर्निर्माण करें... चहुँ ओर बरबादी का मंजर दिखाई देता है ! नहीं सुरक्षित अब कोई घर दिखाई देता है !! अपना या पराया हम कहें किसे और कैसे ! हर एक हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 275 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read रे मन इधर-उधर क्यों भटके... रे मन, इधर-उधर क्यों भटके रे मन, इधर-उधर क्यों भटके खाए कदम-कदम पर झटके छोड़ दे ये धन्धे खाली के भजन कर ले प्रभु का डटके कोई न देता साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 228 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read आज तुम्हें फिर देखा हमने.... आज तुम्हें फिर देखा हमने.... आज तुम्हें फिर देखा हमने तड़के अपने ख्वाब में छुप कर बैठे हो तुम जैसे मन के कोमल भाव में किस घड़ी ये जुड़ गया... Hindi · गीत 3 358 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read क्यों न खिलखिलाएँ आप.... क्यों न खिलखिलाएँ आप, आपकी किस्मत बुलंद है । अपने यहाँ तो आजकल, खुशियों का आना बंद है । आपके हर भाव से, टपकता है रस श्रंगार का । अपने... Hindi · कविता 3 2 331 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read काँ से काँ तक.... वक्त ले आया काँ से काँ तक डराती है अब अपनी छाँ तक कैसे यकीं आए नातों पर, बदल गए सब सर से पाँ तक घुमाऊँ नजर जो याँ से... Hindi · कविता 3 187 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read सत्कर्मों का फल सुखदायी.... खुशी मुझको रास न आयी... खुशी मुझको रास न आयी गहन उदासी मन पर छायी एक किरन उजली उषा की मुझ तक आने से कतरायी गुम गए सारे सुखद नज़ारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 207 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read सोने-चाँदी से न तोल सनम... सोने- चाँदी से न तोल सनम.... सोने- चाँदी से न तोल सनम ! प्यार होता है अनमोल सनम ! प्यार में सौदा, तौबा रे तौबा ! प्यार में शर्तें, तौबा... Hindi · गीत 3 4 283 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read विरहा की तन्हा ये लम्बी रातें..... यूँ ही 'शुभम्' कह देने भर से, शुभ हो जाते जो दिन या रातें। साँझ- सकारे बिन मौसम ही, यूँ घिर-घिर न बरसतीं बरसातें। किस बात का अहम करें हम... Hindi · कविता 3 2 196 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read कभी थे फूल से कोमल.... एक मुक्तक... 1222 1222 1222 1222 कभी थे फूल से कोमल, मगर अब शूल से लगते। हुए जो दिल कभी इक जां, नदी के कूल से लगते। तराने प्रेम के... Hindi · मुक्तक 3 304 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read सोनचिरैया देश यह... सोनचिरैया देश यह, था जग का सिरमौर ! महकाती सारा जहां, कहाँ गई वह बौर !!१ रक्षक ही भक्षक बने, खींच रहे हैं खाल ! हे प्रभु ! मेरे देश... Hindi · दोहा 3 2 298 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read एक सहेली दूर कहीं.... एक सहेली दूर कहीं... एक सहेली दूर कहीं बैठी अकेली रो रही बहते अश्कों के धारों से मुँह वह अपना धो रही उसका साथी कोई नहीं जाने वह कबसे सोई... Hindi · कविता 3 1 336 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read मुक्तक... वक्त इधर काटे न कटे, उस पर है वक्त की कमी छूने चला वो आसमां, यहाँ पाँव तले सरकी जमीं उस बिन दुनिया वीरान, इस सच से वो अंजान है... Hindi · मुक्तक 3 2 291 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read कह दो इन आँसुओं से.... ...कह दो इन आँसुओं से... कह दो इन आँसुओं से, वापस फिर न आना मुझे साथ सनम के, भाता है मुस्कुराना ! न जाने क्यों है रूठा, ख़ता क्या थी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 334 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read पाया जिनसे जरा भी प्यार... पाया जिनसे जरा भी प्यार उन सबका दिल से आभार रुँध - रुँध जाते बाहर आते मन के मेरे कोमल उद्गार माया का मोहक जाल बिछा भरमा न यूँ मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 316 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read 'गर आ जाते फिर एक बार.... 'गर आ जाते फिर एक बार ... सूनी रातें, बहकी बातें नैनों से झरती बरसातें शांत हो एक कोने में रहतीं जग के मन में चलती घातें जीत बन जाती... Hindi · कविता 3 4 357 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2021 · 1 min read अजब जग के नजारे हैं... कहीं सूखा कहीं बाढ़ें, अजब जग के नजारे हैं कहीं घनघोर बारिश है, कहीं सूखे किनारे हैं उजालों औ अँधेरों में, छुपा है सार जीवन का धरा आकाश मिल दोनों,... Hindi · मुक्तक 3 2 231 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2021 · 1 min read न खाते फल... न खाते फल तरू अपने, न पीती जल नदी अपना । बरसते मेघ परहित में, न रखते स्वार्थ ये अपना । गगन में चाँद सूरज भी, जगत हित रोज आते... Hindi · मुक्तक 3 2 253 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2021 · 1 min read नहीं लगता कहीं अब मन.... पड़ी हूँ अनमनी कबसे, नहीं लगता कहीं अब मन मगर बस याद ये तेरी , नहीं छोड़े कभी दामन नयन में ख्वाब हैं तेरे, रिदय में ख्याल तेरा है उमड़ते... Hindi · मुक्तक 3 239 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2021 · 1 min read साजिशें ही साजिशें.... साजिशें ही साजिशें... साजिशें ही साजिशें। रंजिशें ही रंजिशें। चैन- सुकून लीलतीं, रंजिशें औ साजिशें। लग रहीं हर काम में, तिकड़म औ सिफारिशें। पूरी हों तो कैसे, आसमां - सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 684 Share Previous Page 2 Next