Rakmish Sultanpuri Tag: ग़ज़ल/गीतिका 94 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakmish Sultanpuri 15 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे एहसास की दुनिया बसाओ तो तुम्हे जाने। ग़ज़ल।मेरे एहसास की दुनिया। चलो रश्मे मुहब्बत को निभाओ तो तुम्हे जाने । मेरे एहसास की दुनिया बसाओ तो तुम्हें जाने ।। वही ज़ुल्फ़ों की शाया है वही है झील... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1k Share Rakmish Sultanpuri 8 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।तू सुलगती आग़ तो शोला बना तैयार मै हूं । ================ग़ज़ल================= सोच मत लग जा गले से बेक़सक दिलदार मैं हूं । तू सुलगती आग़ तो शोला बना तैयार मैं हूं । हो गयी काफ़ी नशीहत दर्द गम तनहाइयाँ वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 722 Share Rakmish Sultanpuri 28 Apr 2022 · 1 min read हर एक रिश्ता निभाता पिता है –गीतिका पिता गीतिका ------------------------ हमें पाठ सच का पढ़ाता पिता है । कि हर एक रिश्ता निभाता पिता है । वो देता है हर एक प्रश्नों का उत्तर , जो दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 12 15 622 Share Rakmish Sultanpuri 16 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।तुम्हारे प्यार की दुनिया दिवानी अब नही होती । ग़ज़ल।तुम्हारे प्यार क़ी दुनिया दिवानी अब नही होती। अधूरे रह गये किस्से कहानी अब नही होती । तुम्हारे प्यार की दुनिया दिवानी अब नही होती ।। दिलों को तोड़कर बेसक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 619 Share Rakmish Sultanpuri 7 Mar 2021 · 1 min read तेरे मुस्कान के दम पर ,,,ग़ज़ल ग़ज़ल यहाँ हर आदमी लालच में सारा काम करता है । ज़माने में शराफ़त से कहाँ व्यापार चलता है । हरिक क़िरदार बैठा है यहां छुपकर मुखौटे में , न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 552 Share Rakmish Sultanpuri 19 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।नमक जो देश का खाकर विदेशी पेश आता है । *****************ग़ज़ल**************** शराफ़त छोड़ कर सच की हँसी भरसक उड़ाता है । नकारा आदमी काबिज़ सभी का दिल दुखाता है । शहर मेरा सुधर जाए ख़ुदा ऐसी इनायत कर । यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 565 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मेरी आदत तो नही । ग़ज़ल।मुँह छिपाना मेरी आदत तो नही । बेजुबां बन सर कटाना है शहादत तो नही । ज़ालिमों सा मुँह छिपाना मेरी आदत तो नही । लाख़ हो बंदिश सज़ा ऐ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 543 Share Rakmish Sultanpuri 13 Feb 2020 · 1 min read गजल --मेरा शहर देखा नही $$ ग़ज़ल $$ जब तलक चेहरे को तुमने भर नज़र देखा नही । तब तलक तो मुस्कुराने का असर देखा नही । देख ली तुमने मुहब्बत की सभी सरगोशियाँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 488 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read तगादे आ रहे घर तक @ग़ज़ल ।तगादे आ रहे घर तक ।@ लिया क़र्ज़ा रक़ीबों से अमादे आ रहे घर तक । ग़रीबी की दशा देखो तगादे आ रहे घर तक ।। ख़बर उनको मिली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 504 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।ये मुहब्बत तो नही। ग़ज़ल।ये मुहब्बत तो नही । आपसे बेहतर कोई भी खूबसूरत तो नही । तुम वफ़ा ही करोगे ये हक़ीक़त तो नही ।। जिंदगी के मोड़ पर मिल गये तो क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 470 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read ढूढ़ता कौन है जिंदगी को कभी । ढूढ़ता कौन है जिंदगी को कभी ।। वक़्त मिलता नही आदमी को कभी ।। ज़ख़्म गैरो के नासूर करता रहा । चाह इसको नही सादगी को कभी ।। शौक़ का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 527 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read जिंदगी मे हर किसी को आजमाया न गया । ग़ज़ल ।जिंदगी मे हर किसी को आजमाया न गया । आंसुओं का दौर था वो पर रुलाया न गया । जिंदगी मे हर किसी को आजमाया न गया । बेमज़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 509 Share Rakmish Sultanpuri 18 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल।एक दिन अपने घरौंदे को शहर कर देखिये । -----------------ग़ज़ल---------------- राहे रंजिश छोड़ दिल का घर बसर कर देखिए । सुर्ख़ होठों पर किसी के तो फिसलकर देखिए । ख़ुद व ख़ुद मिट जाएगी ऐ दोस्त ये दुश्वारियाँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 449 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read झुक न पायेगा कभी झंडा वतन का । ---- ------------ग़ज़ल---------------- झुक न पायेगा कभी झंडा वतन का । है जवां हर नागरिक बंदा वतन का । मात देगे दुशमनों की चाल को अब । ले चुके हम खून... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 488 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।तब उसी तारीख़ से तेरा दिवाना जो गया । =============ग़ज़ल=================== ज़ब नज़र के ख़ंजरों का दिल निशाना हो गया । तब उसी तारीख़ से तेरा दिवाना हो गया । तू रुकी थी मुस्कुरायी खिलखिलाती हँस पड़ी । रात आयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 441 Share Rakmish Sultanpuri 4 Mar 2021 · 1 min read झूठी शम्मा यार जलाने से अच्छा । ग़ज़ल खट्टा हो व्यवहार जमाने से अच्छा । अपना यूँ क़िरदार छिपाने से अच्छा । जलता है परवाना तो जल जाने दो , झूठी शम्मा यार जलाने से अच्छा ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 469 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।यकीं मानो मुहब्बत की सभी क़ीमत चुकाते है । ================ग़ज़ल================= यकीं मानो मुहब्बत की सभी क़ीमत चुकाते हैं । नफ़ासत का ज़ख़म पाकर ग़मों मे मुस्कुराते है । सुना होगा दिवानों के पुराने क़हक़हे तुमने । हमारे दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 466 Share Rakmish Sultanpuri 23 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।पर तुम्हारी आँख सा आइना कोई नही। @@@@@@@@ग़ज़ल@@@@@@@@ बाद जाने के तेरे आसरा कोई नही । इश्क़ मे डूबा मग़र फ़ायदा कोई नही । है बहुत से आइने अलगरज संसार मे । पर तुम्हारी आँख सा आइना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 448 Share Rakmish Sultanpuri 5 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।जहां मे ज्ञान का पौधा सदा बोता रहा शिक्षक । ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, सजता राह जीवन की स्वंय खोता रहा शिक्षक । जहां मे ज्ञान का पौधा सदा बोता रहा शिक्षक । हमारी एक ग़लती पर हमे वो डांटने लगता ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share Rakmish Sultanpuri 5 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।इक आशियाना मिल गया । ग़ज़ल।आशियाना मिल गया । आदमी को खुदा, खुद का ठिकाना मिल गया । फ़र्ज ,शिक़वे रह गये साहिल पुराना मिल गया । बेदख़ल होने लगा है अब वजूदे हुस्न से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।कि क़ातिल चैन से यारों हुक़ूमत पेश करते है । =================ग़ज़ल================ ज़िरह मुंसिफ़ वफ़ाई की ज़मानत पेश करते है । कि क़ातिल चैन से यारों हुक़ूमत पेश करते है । बहुत कम है बचे मुफ़लिश ख़ुदा को मानने वाले ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 471 Share Rakmish Sultanpuri 10 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।यही दौलत कमाया कर। ग़ज़ल।यही दौलत कमाया कर । ग़ुरूर ऐ गर्व है नफ़रत ,कभी तो सर झुकाया कर । सभी इज्जत करे तेरी यही दौलत कमाया कर ।। ये माना शाने शौक़त की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 435 Share Rakmish Sultanpuri 3 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दर्द के ऐसे निवाले पल रहे है आजकल । ग़ज़ल । दर्द के ऐसे निवाले पल रहे है आज़कल । सादगी मे लोग बेशक़ ढल रहे है आज़कल । बेवफ़ाई पर यक़ीनन कर रहे है आजकल । झूठ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 424 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत जब नजऱ आती । ग़ज़ल।। मुहब्बत जब नज़र आती ।। गवाही बेवज़ह निकली जमानत जब नजर आती । वफ़ाई की तमन्ना क्यों मुहब्बत जब नज़र आती ।। गुरु है वो , खुदा , रहबर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 453 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read ख़ुदी को प्यार मे झोंका नही था । ग़ज़ल ख़ुदी को प्यार मे झोंका नही था । ख़ुदी को प्यार मे झोंका नही था । सही है जख़्म भी खाया नही था ।। इरादे आपके बेशक़ सही थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 368 Share Rakmish Sultanpuri 16 May 2021 · 1 min read हुआ बेमज़ा है मज़ा आज मुझसे -ग़ज़ल ग़ज़ल हुआ बेमज़ा है मज़ा आज मुझसे । किसी ने कहा अनकहा आज मुझसे । जिसे इश्क़ की ए बी सी डी सिखाई, वही कर रहा है दग़ा आज मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फिर नापने निकले । =================ग़ज़ल================ मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फ़िर नापने निकले । कि मेरे इश्क़ की गहराइयाँ फ़िर नापने निकले । सिसकती रूह की परछाइयाँ फ़िर नापने निकले । बिछा दिल रूप की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 409 Share Rakmish Sultanpuri 24 Jan 2017 · 1 min read ख्वाहिशें तमाम न थी । ग़ज़ल ।। ख्वाहिशें तमाम न थी ।। जिंदगी थी रेत सी बन्दिसे तमाम न थी । प्यार के आग़ोश में ख्वाहिशे तमाम न थी ।। कट गये वो दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 366 Share Rakmish Sultanpuri 7 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल-इलाज़ रो रहा कहीं हक़ीम खुद बीमार हैं $$$$$$$$$$$ग़ज़ल$$$$$$$$$$$$ कुढी हुई है सभ्यता कमी रही विचार की । चली हुकूमतें यहाँ तभी तो दाग़दार की । सदा डरी है सत्यता बुरा बड़ा बना रहा । बुराइयों में दब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 379 Share Rakmish Sultanpuri 22 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल।घरौंदा प्यार का ऐसे ही खण्डर तो नही होता । ==================ग़ज़ल===============≠===== गिरेंगे सूख जाएंगे समंदर तो नही होता । ये आँसू भी यहाँ सबको मयस्कर तो नही होता । ग़मो की आँधियाँ गुज़री हुई होंगी तुम्हारे घर । घरौंदा प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 357 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read मुहब्बत मे मुहब्बत का हि मंजर तक नही आया । ग़ज़ल ।। मुहब्बत मे मुहब्बत का हि मंज़र तक नही आया । थका मै ढूढ़ मंजिल को मेरा घर तक नही आया ।। मिली सौगात दिल की है यहां सबको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share Rakmish Sultanpuri 28 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे क़िरदार की दमदारियाँ फ़िर देखने निकले । =================ग़ज़ल================ मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फ़िर नापने निकले । कि मेरे इश्क़ की गहराइयाँ फ़िर नापने निकले । सिसकती रूह की परछाइयाँ फ़िर नापने निकले । बिछा दिल रूप की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 373 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2021 · 1 min read अपने दिल से पूछो ग़ज़ल ग़ज़ल ज़ख़्म,तन्हाई ,जुदाई , सब किया है आपका । आप अपने दिल से पूछो मामला है आपका । सिर्फ़ तन्हाई के बदले क्या मिला है इश्क़ में, ख़ार,ख़ंजर,दर्द,नफरत तो दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 344 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read दुनिया मे सरदार तिरंगा भारत का । ,,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल,,,,,,,,,,,,,,,, दुनियां मे सरदार तिरंगा भारत का । घर घर का त्योहार तिरंगा भारत का । आओ मिलकर गान करें जय भारत की । देता सबको प्यार तिरंगा भारत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 363 Share Rakmish Sultanpuri 30 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।करे जज़्बात की ख़िदमत वही इंसान होता है । ग़ज़ल। करे जज़्बात की खिदमत वही इंसान होता है ।। लगाकर तोड़ देना दिल बड़ा आसान होता है । करे जज़्बात की खिदमत वही इंसान होता है ।। वफ़ा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 367 Share Rakmish Sultanpuri 11 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दग़ा देने मुहब्बत के बहाने लोग बैठे है । ================ग़ज़ल================= दुनियां के रिवाजों को भुलाने लोग बैठे है । नये ज़ख़्मो को देखो फ़िर दुखाने लोग बैठे है । ढहा रिश्तों कि दीवारें वफ़ा की खा रहें क़समें ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 332 Share Rakmish Sultanpuri 3 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।गम से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । ग़ज़ल /गम से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । दर्द दिल का वही है दवा न हुआ । ग़म से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । हो गयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दिल तुम्हारा मुझे भ गया है ग़ज़ब । ग़ज़ल। दिल तुम्हारा मुझे भा गया है ग़ज़ब । इक नशा प्यार का छा गया है ग़ज़ब ।। भर खिली आँख मे तेरी तस्वीर है । तन शरारा सुकूँ पा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share Rakmish Sultanpuri 14 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।आइना उसको दिखाना चाहिए । ""'''''''''''''''''''""""""""""""""ग़ज़ल""""""""''''"'''"""""""""""" आग़ बदले की बुझाना चाहिए । हर किसी को मुस्कुराना चाहिए । नफ़रतों से ज़ख़्म ही मिलता सदा । रंजिशों को भूल जाना चाहिये । जिंदगी बस चार दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 339 Share Rakmish Sultanpuri 2 Mar 2018 · 1 min read गीतिका।मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन मे । ===================गीतिका=================== मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन मे । मिटा नफ़रत गले मिलकर करेंगें प्यार आँगन मे । बड़ा प्यारा निराला है हमारा पर्व होली का । अमीरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दिवाने हो गये लेकिन । *ग़ज़ल ।दीवाने हो गये लेकिन।* तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गये लेकिन । उसी मदहोश हरक़त मे दिवाने हो गये लेकिन ।। बहुत चाहा किसी के संग चलू मै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 318 Share Rakmish Sultanpuri 29 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुझे आज अपनी कहानी बता दो । ग़ज़ल -'मुझे आज अपनी कहानी बता दो' बह्र -122-122-122-122 (फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन) रदीफ़--दो क्वाफ़ी /काफ़िये--नफ़ा, दगा, हटा, सुना, शफा, वफ़ा, जला, कटा आदि ग़मों की बेमानी जफ़ाएँ भुला दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share Rakmish Sultanpuri 7 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुझे हर दर्द मालुम है दवा पाने नही निकला । ================ग़ज़ल================ तनिक आया हूँ गर्दिश में हवा खाने नही निकला । ग़मो का लुफ़्त लेता हूँ वफ़ा पाने नही निकला । बड़े दिन बाद पाया हूँ दिवानों की कोई महफ़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share Rakmish Sultanpuri 3 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो । ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो।। यकीं माने तो क्यों माने मुहब्बत आप करते हो । मुहब्बत वो नही जिसकी हिफ़ाजत आप करते हो ।। तेरे जज़्बात तक मुझको बड़ी तकलीफ़ देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share Rakmish Sultanpuri 7 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मौत को आज़माता जा रहा हूं । --------------------------ग़ज़ल----------------------------- दर्द के क़ाबिल नही पर दर्द पाता जा रहा हूं । ऐ ख़ुदा तेरे प्यार में ग़म भुलाता जा रहा हूं ।। इल्म दुनियां के सितम पर अब मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Rakmish Sultanpuri 29 Jun 2021 · 1 min read दर्द के शहर में "ग़ज़ल" दर्द के शहर में इक घर तलाश लेता हूँ । रातों को ख़्वाब का बिस्तर तलाश लेता हूँ । इश्क़ में एकतरफ़ा यार जब हुआ तन्हा, मैं मेरे दर्द का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दोस्तों का जिंदगी भर दाखिला बढ़ता रहा । -----------फ़ासला बढ़ता रहा ------------ दोस्तों का ज़िन्दगी भर दाख़िला बढ़ता रहा । दास्ताँ सुनकर वफ़ा की हौसला बढ़ता रहा ।। फ़ायदे की लाख़ कोशिश मे गवाँ दी जिंदगी । उम्रभर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share Rakmish Sultanpuri 29 Aug 2017 · 1 min read आपका भी दिल दुखाना पड़ गया । @ ग़ज़ल/दिल दुखाना पड़ गया ।@ जिंदगी मे आपको भी आजमाना पड़ गया । बेबसी मे आपका भी दिल दुखाना पड़ गया । लग गये आने कहर बन वक़्त के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।इशारों से समझ लेंगें। ग़ज़ल।इशारो से समझ लेंगे । झुकी नजरों की बेचैनी निखारों से समझ लेंगे । तेरे ख़ामोश अधरों को इशारों से समझ लेंगें ।। ये मत समझो कि नाज़ुक़ मैं बेगाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share Rakmish Sultanpuri 15 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।लौटा हूं मुहब्बत की दवा लेकर। ग़ज़ल।।लौटा हूं मुहब्बत की दवा लेकर।। जफ़ा ग़मगीन महफ़िल से आया हूं मज़ा लेकर । गवां दी जिंदगी बेशक मुहब्बत की हवा लेकर ।। रहा बेफ़िक्र हरपल मै किस्मत के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share Page 1 Next