Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2016 · 1 min read

ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो ।

ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो।।

यकीं माने तो क्यों माने मुहब्बत आप करते हो ।
मुहब्बत वो नही जिसकी हिफ़ाजत आप करते हो ।।

तेरे जज़्बात तक मुझको बड़ी तकलीफ़ देते है ।
मुझे मालूम है बेशक़ शराफत आप करते हो ।।

हुआ खुदगर्ज़ क्या मतलब ज़माने के दिलाशो से ।
मग़र जबतब ज़बाने की वक़ालत आप करते हो ।।

मुझे मंजूर का मतलब मुझको मत मिटा डालो ।
ग़मो में भी कमीनों सी शरारत आप करते हो ।।

आशिक़ हो सितमगर हो क़ातिल हो यक़ीनन तुम ।
दीवाने इस मेरे दिल पर हुक़ूमत आप करते हो ।।

अदाएं है अदाओं पर जो बंदिश हो तो कैसे हो ।
शकों पर बेवजह मुझसे नफ़ासत आप करते हो । ।

मुझे हर बार मिलती है सज़ा तेरे गुनाहों की ।
गवाही आँख भर देती ज़मानत आप करते हो ।।

© राम केश मिश्र

284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
Srishty Bansal
मां शैलपुत्री देवी
मां शैलपुत्री देवी
Harminder Kaur
रस्म ए उल्फत भी बार -बार शिद्दत से
रस्म ए उल्फत भी बार -बार शिद्दत से
AmanTv Editor In Chief
Heart Wishes For The Wave.
Heart Wishes For The Wave.
Manisha Manjari
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
Shreedhar
मिला है जब से साथ तुम्हारा
मिला है जब से साथ तुम्हारा
Ram Krishan Rastogi
कविता
कविता
Rambali Mishra
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
Amit Pandey
इश्क़ के समंदर में
इश्क़ के समंदर में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोशिश करना छोड़ो मत,
कोशिश करना छोड़ो मत,
Ranjeet kumar patre
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उसे भुलाने के सभी,
उसे भुलाने के सभी,
sushil sarna
गाली भरी जिंदगी
गाली भरी जिंदगी
Dr MusafiR BaithA
■ प्रणय के मुक्तक
■ प्रणय के मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
*है गृहस्थ जीवन कठिन
*है गृहस्थ जीवन कठिन
Sanjay ' शून्य'
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
Vindhya Prakash Mishra
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
*अटल बिहारी जी नमन, सौ-सौ पुण्य प्रणाम (कुंडलिया)*
*अटल बिहारी जी नमन, सौ-सौ पुण्य प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हार में जीत है, रार में प्रीत है।
हार में जीत है, रार में प्रीत है।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
"वेश्या"
Dr. Kishan tandon kranti
.........???
.........???
शेखर सिंह
💐प्रेम कौतुक-367💐
💐प्रेम कौतुक-367💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सत्य की खोज अधूरी है
सत्य की खोज अधूरी है
VINOD CHAUHAN
क़यामत
क़यामत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
DrLakshman Jha Parimal
कछुआ और खरगोश
कछुआ और खरगोश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"मैं तुम्हारा रहा"
Lohit Tamta
Loading...