Rakmish Sultanpuri Tag: ग़ज़ल/गीतिका 94 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakmish Sultanpuri 28 Apr 2022 · 1 min read हर एक रिश्ता निभाता पिता है –गीतिका पिता गीतिका ------------------------ हमें पाठ सच का पढ़ाता पिता है । कि हर एक रिश्ता निभाता पिता है । वो देता है हर एक प्रश्नों का उत्तर , जो दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 12 15 622 Share Rakmish Sultanpuri 28 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल।इश्क़ मे यूँ ठोकरें खाये बहुत । ==================ग़ज़ल===================== इश्क़ मे यूँ ठोकरें खाए बहुत । दिल लगाकर हम तो पछताए बहुत । जिश्म की हरसूं सजी बाज़ार मे । बिक गया ईमान घबराए बहुत । मंज़िलें तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 271 Share Rakmish Sultanpuri 22 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल।घरौंदा प्यार का ऐसे ही खण्डर तो नही होता । ==================ग़ज़ल===============≠===== गिरेंगे सूख जाएंगे समंदर तो नही होता । ये आँसू भी यहाँ सबको मयस्कर तो नही होता । ग़मो की आँधियाँ गुज़री हुई होंगी तुम्हारे घर । घरौंदा प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 358 Share Rakmish Sultanpuri 7 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल-इलाज़ रो रहा कहीं हक़ीम खुद बीमार हैं $$$$$$$$$$$ग़ज़ल$$$$$$$$$$$$ कुढी हुई है सभ्यता कमी रही विचार की । चली हुकूमतें यहाँ तभी तो दाग़दार की । सदा डरी है सत्यता बुरा बड़ा बना रहा । बुराइयों में दब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 379 Share Rakmish Sultanpuri 17 Jul 2021 · 1 min read दर्द ए रकमिश darde Rakmish कहूँ क्या दर्द ए रकमिश जमाने की नवाज़िश है । हमारे इश्क़ से नफ़रत हमारे ग़म पे बंदिश है । कोई पत्ता शज़र से टूटकर यूँ ही नही गिरता ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 259 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।बढ़ गया तब फ़ासला जब चाहने उनको लगा । =================ग़ज़ल================ बढ़ गया तब फ़ासला जब चाहने उनको लगा । कुछ मिला न फ़ायदा जब चाहने उनको लगा । थे नजरअंदाज तो वे ख़ुब शरारत कर रहे । ले रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 252 Share Rakmish Sultanpuri 2 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल।ऐ ख़ुदा तू पथ्थरे दिल हो नही सकता। @ग़ज़ल@ नेक दिल ख़ून ए आँसू रो नही सकता कभी । ऐ ख़ुदा तू पथ्थरे दिल हो नही सकता कभी ।। ले रहा होगा मिरा तू इंतिहान- ऐ -सब्र का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 237 Share Rakmish Sultanpuri 14 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।आइना उसको दिखाना चाहिए । ""'''''''''''''''''''""""""""""""""ग़ज़ल""""""""''''"'''"""""""""""" आग़ बदले की बुझाना चाहिए । हर किसी को मुस्कुराना चाहिए । नफ़रतों से ज़ख़्म ही मिलता सदा । रंजिशों को भूल जाना चाहिये । जिंदगी बस चार दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 339 Share Rakmish Sultanpuri 19 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।नमक जो देश का खाकर विदेशी पेश आता है । *****************ग़ज़ल**************** शराफ़त छोड़ कर सच की हँसी भरसक उड़ाता है । नकारा आदमी काबिज़ सभी का दिल दुखाता है । शहर मेरा सुधर जाए ख़ुदा ऐसी इनायत कर । यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 568 Share Rakmish Sultanpuri 23 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।पर तुम्हारी आँख सा आइना कोई नही। @@@@@@@@ग़ज़ल@@@@@@@@ बाद जाने के तेरे आसरा कोई नही । इश्क़ मे डूबा मग़र फ़ायदा कोई नही । है बहुत से आइने अलगरज संसार मे । पर तुम्हारी आँख सा आइना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 448 Share Rakmish Sultanpuri 28 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे क़िरदार की दमदारियाँ फ़िर देखने निकले । =================ग़ज़ल================ मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फ़िर नापने निकले । कि मेरे इश्क़ की गहराइयाँ फ़िर नापने निकले । सिसकती रूह की परछाइयाँ फ़िर नापने निकले । बिछा दिल रूप की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 373 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।अब मेरी तस्वीर को यूं पा रहे पहचान कितने । ================ग़ज़ल================= बह गए आंखों से आंसू छल गए अरमान कितने । दिल्लगी मे आशियानें हो गए वीरान कितने । आशिक़ी मे मंजिलों का है पता कुछ भी नही पर ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 269 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।यकीं मानो मुहब्बत की सभी क़ीमत चुकाते है । ================ग़ज़ल================= यकीं मानो मुहब्बत की सभी क़ीमत चुकाते हैं । नफ़ासत का ज़ख़म पाकर ग़मों मे मुस्कुराते है । सुना होगा दिवानों के पुराने क़हक़हे तुमने । हमारे दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 466 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।कि क़ातिल चैन से यारों हुक़ूमत पेश करते है । =================ग़ज़ल================ ज़िरह मुंसिफ़ वफ़ाई की ज़मानत पेश करते है । कि क़ातिल चैन से यारों हुक़ूमत पेश करते है । बहुत कम है बचे मुफ़लिश ख़ुदा को मानने वाले ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 471 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।तब उसी तारीख़ से तेरा दिवाना जो गया । =============ग़ज़ल=================== ज़ब नज़र के ख़ंजरों का दिल निशाना हो गया । तब उसी तारीख़ से तेरा दिवाना हो गया । तू रुकी थी मुस्कुरायी खिलखिलाती हँस पड़ी । रात आयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 441 Share Rakmish Sultanpuri 13 Feb 2020 · 1 min read गजल --मेरा शहर देखा नही $$ ग़ज़ल $$ जब तलक चेहरे को तुमने भर नज़र देखा नही । तब तलक तो मुस्कुराने का असर देखा नही । देख ली तुमने मुहब्बत की सभी सरगोशियाँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 491 Share Rakmish Sultanpuri 6 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फिर नापने निकले । =================ग़ज़ल================ मेरे हमदम मेरी तनहाइयाँ फ़िर नापने निकले । कि मेरे इश्क़ की गहराइयाँ फ़िर नापने निकले । सिसकती रूह की परछाइयाँ फ़िर नापने निकले । बिछा दिल रूप की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 410 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read दिवाने हो गये लेकिन । *ग़ज़ल ।दीवाने हो गये लेकिन।* तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गये लेकिन । उसी मदहोश हरक़त मे दिवाने हो गये लेकिन ।। बहुत चाहा किसी के संग चलू मै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 318 Share Rakmish Sultanpuri 18 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल।एक दिन अपने घरौंदे को शहर कर देखिये । -----------------ग़ज़ल---------------- राहे रंजिश छोड़ दिल का घर बसर कर देखिए । सुर्ख़ होठों पर किसी के तो फिसलकर देखिए । ख़ुद व ख़ुद मिट जाएगी ऐ दोस्त ये दुश्वारियाँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 449 Share Rakmish Sultanpuri 23 Feb 2018 · 1 min read गीतिका।कपट हीन निःस्वार्थ हो जीवन का आधार । क़ुदरत के अनुरूप ही आप करें व्यवहार । कपट हीन निःस्वार्थ हो जीवन का आधार । सुख की छणिकाएँ ज़रा दुःख के रूप अनेक । घट बढ़ सकता भाग्य पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 291 Share Rakmish Sultanpuri 2 Mar 2018 · 1 min read गीतिका।मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन मे । ===================गीतिका=================== मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन मे । मिटा नफ़रत गले मिलकर करेंगें प्यार आँगन मे । बड़ा प्यारा निराला है हमारा पर्व होली का । अमीरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share Rakmish Sultanpuri 17 Apr 2018 · 1 min read ख़ुदी रो रहा हूँ रुलाता किसे मै । ©©©©©©©©ग़ज़ल©©©©©© ख़ुदी रो रहा हूँ रुलाता किसे मै । लगी चोट दिल पर बुलाता किसे मै । मुझे खाये जाती है बेरोजगारी । ग़रीबी का क़िस्सा सुनाता किसे मै ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 294 Share Rakmish Sultanpuri 7 Mar 2021 · 1 min read तेरे मुस्कान के दम पर ,,,ग़ज़ल ग़ज़ल यहाँ हर आदमी लालच में सारा काम करता है । ज़माने में शराफ़त से कहाँ व्यापार चलता है । हरिक क़िरदार बैठा है यहां छुपकर मुखौटे में , न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 552 Share Rakmish Sultanpuri 30 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।करे जज़्बात की ख़िदमत वही इंसान होता है । ग़ज़ल। करे जज़्बात की खिदमत वही इंसान होता है ।। लगाकर तोड़ देना दिल बड़ा आसान होता है । करे जज़्बात की खिदमत वही इंसान होता है ।। वफ़ा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 367 Share Rakmish Sultanpuri 11 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मौत भी अपमान की। ग़ज़ल।मौत भी अपमान की ।। खिल्लियां उड़ने लगी है ऐ खुदा ईमान की । जीत अब होने लगी है बेवज़ह बेईमान की ।। मुजरिमों के लिये है इज्जतें बेशक़ रिहाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Rakmish Sultanpuri 7 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल।शिक़ायत अब नही होती। ग़ज़ल।शिक़ायत अब नही होती ।। वफ़ा के नाम पर बिल्कुल नफ़ासत अब नही होती । कोई दिल तोड़ जाये तो शिकायत अब नही होती ।। मुझे मालुम है पत्थर दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 265 Share Rakmish Sultanpuri 3 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो । ग़ज़ल।मुहब्बत आप करते हो।। यकीं माने तो क्यों माने मुहब्बत आप करते हो । मुहब्बत वो नही जिसकी हिफ़ाजत आप करते हो ।। तेरे जज़्बात तक मुझको बड़ी तकलीफ़ देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share Rakmish Sultanpuri 3 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत वो नही होती। ग़ज़ल। मुहब्बत वो नही होती ।। वफ़ा में इश्क़ में बंदिश इनायत वो नही होती । मिले जो मांगकर चाहत मुहब्बत वो नही होती ।। किसे परवाह है दिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share Rakmish Sultanpuri 24 Jan 2017 · 1 min read ख्वाहिशें तमाम न थी । ग़ज़ल ।। ख्वाहिशें तमाम न थी ।। जिंदगी थी रेत सी बन्दिसे तमाम न थी । प्यार के आग़ोश में ख्वाहिशे तमाम न थी ।। कट गये वो दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 366 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।ख्वाहिशें तमाम न थी । ग़ज़ल ।। ख्वाहिशें तमाम न थी ।। जिंदगी थी रेत सी बन्दिसे तमाम न थी । प्यार के आग़ोश में ख्वाहिशे तमाम न थी ।। कट गये वो दर्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Rakmish Sultanpuri 25 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।इश्क़ की आंधियों मे उड़ा ले गयी । ================ग़ज़ल================= इश्क़ की आंधियां मे उड़ा ले गयी । जिश्म को लूटकर बेवफ़ा ले गयी । रंग भी न रहा फूलों के पास अब । ख़ुशबुओं को उड़ाकर हवा ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।बिंदास है कुहरा। ग़ज़ल।विंदास है कुहरा। आलम ठंडी का आसपास है कुहरा । अपनी इस जवानी में विंदास है कुहरा ।। कुछ समय के लिये आ जाती निशाँ उतरकर । कभी हम पसन्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुहब्बत जब नजऱ आती । ग़ज़ल।। मुहब्बत जब नज़र आती ।। गवाही बेवज़ह निकली जमानत जब नजर आती । वफ़ाई की तमन्ना क्यों मुहब्बत जब नज़र आती ।। गुरु है वो , खुदा , रहबर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 455 Share Rakmish Sultanpuri 1 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल।क्यों ज़मीं से आस्मां मिलता नही । ग़ज़ल।क्यों ज़मीं से आस्मां मिलता नही । दूरियों का जख़्म अब भरता नही । क्यों ज़मीं को आसमां मिलता नही ।। ढल रही है उम्र बेसक बेखबर । चाह का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 220 Share Rakmish Sultanpuri 11 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दग़ा देने मुहब्बत के बहाने लोग बैठे है । ================ग़ज़ल================= दुनियां के रिवाजों को भुलाने लोग बैठे है । नये ज़ख़्मो को देखो फ़िर दुखाने लोग बैठे है । ढहा रिश्तों कि दीवारें वफ़ा की खा रहें क़समें ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 332 Share Rakmish Sultanpuri 8 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।तू सुलगती आग़ तो शोला बना तैयार मै हूं । ================ग़ज़ल================= सोच मत लग जा गले से बेक़सक दिलदार मैं हूं । तू सुलगती आग़ तो शोला बना तैयार मैं हूं । हो गयी काफ़ी नशीहत दर्द गम तनहाइयाँ वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 722 Share Rakmish Sultanpuri 7 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।मुझे हर दर्द मालुम है दवा पाने नही निकला । ================ग़ज़ल================ तनिक आया हूँ गर्दिश में हवा खाने नही निकला । ग़मो का लुफ़्त लेता हूँ वफ़ा पाने नही निकला । बड़े दिन बाद पाया हूँ दिवानों की कोई महफ़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share Rakmish Sultanpuri 5 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।जहां मे ज्ञान का पौधा सदा बोता रहा शिक्षक । ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ग़ज़ल ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, सजता राह जीवन की स्वंय खोता रहा शिक्षक । जहां मे ज्ञान का पौधा सदा बोता रहा शिक्षक । हमारी एक ग़लती पर हमे वो डांटने लगता ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share Rakmish Sultanpuri 3 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।दर्द के ऐसे निवाले पल रहे है आजकल । ग़ज़ल । दर्द के ऐसे निवाले पल रहे है आज़कल । सादगी मे लोग बेशक़ ढल रहे है आज़कल । बेवफ़ाई पर यक़ीनन कर रहे है आजकल । झूठ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 424 Share Rakmish Sultanpuri 3 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल।गम से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । ग़ज़ल /गम से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । दर्द दिल का वही है दवा न हुआ । ग़म से तेरे अभी तक रिहा न हुआ । हो गयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Rakmish Sultanpuri 30 Aug 2017 · 1 min read ?ग़ज़ल? तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गए लेकिन । *ग़ज़ल ।दीवाने हो गये लेकिन।* तेरे आग़ोश के शाये पुराने हो गये लेकिन । उसी मदहोश हरक़त मे दिवाने हो गये लेकिन ।। बहुत चाहा किसी के संग चलू मै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 270 Share Rakmish Sultanpuri 30 Aug 2017 · 1 min read ग़ज़ल।चरागे उल्फ़त जला हुआ है । ग़ज़ल।चरागे उल्फ़त जला हुआ है । ग़मो का आलम सजा हुआ है । चरागे उल्फ़त जला हुआ है । बुझी हुई सी शमा रुकी है । उदास आलम पड़ा हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share Rakmish Sultanpuri 14 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।लगा है दाग़ दामन में दिखाई तो नही देता । गज़ल। लगा है दाग़ दामन में दिखाई तो नही देता ।। यहा इंसान है कातिल वफ़ाई तो नही देता । लगा है दाग़ दामन में दिखाई तो नही देता ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share Rakmish Sultanpuri 5 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।इक आशियाना मिल गया । ग़ज़ल।आशियाना मिल गया । आदमी को खुदा, खुद का ठिकाना मिल गया । फ़र्ज ,शिक़वे रह गये साहिल पुराना मिल गया । बेदख़ल होने लगा है अब वजूदे हुस्न से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share Rakmish Sultanpuri 18 Feb 2022 · 1 min read ग़ज़ल–तेरे मेरे इश्क़ की ग़ज़ल तेरे मेरे इश्क़ की कुछ सुर्ख़ियाँ हैं आज भी । आशिक़ी में दर्दोंगम की आंधियाँ हैं आज भी । ज़िंदगी में उम्र की कुछ सख़्तियाँ हैं आज भी ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 184 Share Rakmish Sultanpuri 10 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।यही दौलत कमाया कर। ग़ज़ल।यही दौलत कमाया कर । ग़ुरूर ऐ गर्व है नफ़रत ,कभी तो सर झुकाया कर । सभी इज्जत करे तेरी यही दौलत कमाया कर ।। ये माना शाने शौक़त की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 435 Share Rakmish Sultanpuri 29 Jun 2021 · 1 min read दर्द के शहर में "ग़ज़ल" दर्द के शहर में इक घर तलाश लेता हूँ । रातों को ख़्वाब का बिस्तर तलाश लेता हूँ । इश्क़ में एकतरफ़ा यार जब हुआ तन्हा, मैं मेरे दर्द का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share Rakmish Sultanpuri 16 May 2021 · 1 min read हुआ बेमज़ा है मज़ा आज मुझसे -ग़ज़ल ग़ज़ल हुआ बेमज़ा है मज़ा आज मुझसे । किसी ने कहा अनकहा आज मुझसे । जिसे इश्क़ की ए बी सी डी सिखाई, वही कर रहा है दग़ा आज मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share Rakmish Sultanpuri 13 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल।दिवाने को नही मालुम। ग़ज़ल।निगाहें ढूढ़ती बेबस दिवाने को नही मालुम । वफ़ा में जख़्म पाया हूँ ज़बाने को नही मालुम । निगाहें ढूढ़ती बेबस दिवाने को नही मालुम ।। नही होती मुहब्बत में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Rakmish Sultanpuri 4 Mar 2021 · 1 min read झूठी शम्मा यार जलाने से अच्छा । ग़ज़ल खट्टा हो व्यवहार जमाने से अच्छा । अपना यूँ क़िरदार छिपाने से अच्छा । जलता है परवाना तो जल जाने दो , झूठी शम्मा यार जलाने से अच्छा ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 469 Share Page 1 Next