डॉक्टर रागिनी 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉक्टर रागिनी 29 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (बड़ा है खिलाड़ी ,खिलाता है तू ..................)..................... बड़ा है खिलाड़ी ,खिलाता है तू ....................................... अदाओं से अपनी रिझाता है तू। नमी पत्थरों में जगाता है तू ।। बनाता मिटाता जहां को भी तू बड़ा है खिलाड़ी खिलाता... Poetry Writing Challenge-3 1 1 65 Share डॉक्टर रागिनी 29 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (याद ने उसकी सताया देर तक) ग़ज़ल याद ने उसकी सताया देर तक धूप रहती है न साया देर तक चाँदनी रातों में मिलने आयेगा ख़्वाब मीठा इक सजाया देर तक छोड़ कर महफ़िल गये जो... Poetry Writing Challenge-3 2 57 Share डॉक्टर रागिनी 29 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (हुआ असर उनसे रू ब रू का) *अजीब मंज़र ये कू ब कू का* --------------------------------------- हुआ असर उनसे रू ब रू का ये रंग रोशन जो मू औ रू का भरी है नफ़रत दिलों मे हरसू नही... Poetry Writing Challenge-3 67 Share डॉक्टर रागिनी 29 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (गहराइयाँ ग़ज़ल में.....) ग़ज़ल सच्ची मुहब्बतों की अमराइयाँ ग़ज़ल में। अन्दाज़ से हैं बाहर गहराइयाँ ग़ज़ल में।। मिलने पे कह न पाए उनसे जो बात दिल की, तन्हाई में वो कह दी अच्छाइयाँ... Poetry Writing Challenge-3 93 Share डॉक्टर रागिनी 28 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(ज़िंदगी लगती ग़ज़ल सी प्यार में) *ज़िंदगी लगती ग़ज़ल सी प्यार में* --------------------------------------------- है कशिश ऐसी मिरे अशआर में ज़िंदगी लगती ग़ज़ल सी प्यार में प्यार में है रूठना भी लाज़िमी है अलग सा ही मज़ा... Poetry Writing Challenge-3 68 Share डॉक्टर रागिनी 28 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(नाम तेरा रेत पर लिखते लिखाते रह गये) *ग़ज़ल* हम समन्दर के किनारे गीत गाते रह गये । सीपियों की खोज में लहरें हटाते रह गये। ले गए थे कैमरा हम खींचने फ़ोटो मगर, उसने पर्दा कर लिया... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 121 Share डॉक्टर रागिनी 26 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ) अलग सा ये' माना सफ़र है यहाँ रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ भले ही बने अज़नबी से हैं वो जुड़ा उनसे' कुछ तो मगर है यहाँ वही कर... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 104 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे) ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे।। ---------------------------------- हाथों में मुस्काते छाले रहेंगे। ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे।। वादा करो साथ देने का साहिब। तो पतवार हम भी सम्हाले रहेंगे। खुलकर मिलो... Poetry Writing Challenge-3 4 2 68 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read गज़ल (आँसू) आँसू रुख़सारों पर ठहरे आँसू हैं सागर से ख़ारे आँसू रोता है पतझर में मौसम मधुमासों में छलके आँसू सरिता रूठ गई सागर से बन कर बादल बरसे आँसू इन्हें... Poetry Writing Challenge-3 2 87 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(नाम जब से तुम्हारा बरण कर लिया) ग़ज़ल नाम जबसे तुम्हारा बरण कर लिया मैंने भी वैसा ही आचरण कर लिया। अब सताते नहीं हैं अँधेरे कभी अपने मन को ही हमने किरण कर लिया। सीख ली... Poetry Writing Challenge-3 3 1 101 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (बिन रोशनाई लिख दी ज्यो चाँद ने रुबाई) बिन रोशनाई लिख दी ज्यो चाँद ने रुबाई -------------------- - ----------------- दिल को करार आया, अँखियाँ चमक सी आई जब चाँदनी सी' छिप कर वह देख मुस्कुराई । इसरार भी... Poetry Writing Challenge-3 48 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (वक्त तो बे *लगाम* होता ह) ग़ज़ल* वक्त तो बे *लगाम* होता है इन्सां उसका ग़ुलाम होता है लिख रहे हैं ग़ज़ल सभी देखो ख़ास मेरा *क़लाम* होता है ग़ुल महकते सदा ,वही यारो जिनका काँटों... Poetry Writing Challenge-3 47 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (ज़िंदगी) ज़िंदगी चलते -चलते गिरी फिर उठी ज़िन्दगी। आगे हर हाल में ही बढ़ी ज़िन्दगी।। उम्र भर साथ तेरा निवाहेंगे हम। तुम मिले यूँ लगा मिल गई ज़िन्दगी। भोर से साँझ... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 101 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(उनकी नज़रों से ख़ुद को बचाना पड़ा) ग़ज़ल ------ उम्र भर हुक्म उनका बजाना पड़ा प्यार का मोल ऐसे चुकाना पड़ा याद आयी बहुत वो हसीं ज़िन्दगी उनकी गलियों से जब -जब भी जाना पड़ा टूटना ही... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 108 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (तुमने जो मिलना छोड़ दिया...) तुमने जो मिलना छोड़ दिया... ---------------------/// तुमने जो मिलना छोड़ दिया हम ने भी सँवरना छोड़ दिया ग़मगीन बहारों के ग़म में फूलों ने महकना छोड़ दिया आते जाते हो... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 85 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (जब भी मेरे पास वो आया करता था..) जब भी मेरे पास वो आया करता था.. ----------------/----------------------- जब भी मेरे पास वो आया करता था। मौसम ख़ुशगवार हो जाया करता था।। ख़्वाबों में अक्सर पहरों बतियाते हम। रातों... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 1 103 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...) थाम लोगे तुम अग़र... थाम लोगे तुम अग़र तो आसरा मिल जाएगा। ज़िंदगी जीने की ख़ातिर हौंसला मिल जाएगा।। ख़ूबसूरत साथ पाकर ग़म से पाएंगे निज़ात। ख़ुशनुमां यूँ इश्क़ का... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 2 81 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया) शुक्रिया यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया। फूलों से मेरा जिस्म सजाने का शुक्रिया।। इतना मिला है प्यार मुझे आपसे सनम। करती हूँ ऐसे साथ निभाने का शुक्रिया।। बारिश... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 2 97 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(चलो हम करें फिर मुहब्ब्त की बातें) नफ़ासत ,नज़ाकत,इबादत की बातें। चलो फिर करें हम मुहब्बत की बातें। हुआ आज मौसम बहुत ही सुहाना चलो हम करें कुछ शरारत की बातें किया आपने जब नज़र से इशारा... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल 2 106 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...) मिलोगे जब कभी.मुझसे ....! मिलोगे जब कभी मुझ से ,बनेगी फिर ग़ज़ल कोई शरारों की तरह दहकी ,मिलेगी फिर ग़ज़ल कोई खिली हों गुंचियाँ भँवरे करें मधुमास की बातें मुहब्ब्त... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 83 Share डॉक्टर रागिनी 20 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(इश्क में घुल गयी वो ,डली ज़िन्दगी --) इश्क में घुल गयी वो ,डली ज़िन्दगी ----------- हर्फ़ बनके ग़ज़ल में ढली ज़िन्दगी चाँद बनके फलक पे सजी ज़िन्दगी खुल गये जब कभी वर्क में ही मिली थम गये... Poetry Writing Challenge-3 1 90 Share डॉक्टर रागिनी 16 May 2024 · 1 min read नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार । नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार । नयन सींचते प्रेम को,नयन लगें घनसार।। वृष्टि करें आनन्द की,नयन प्रीत के द्वार। नयन-नयन में पल रहा,इस जीवन का सार ।। स्वरचित... Quote Writer 207 Share डॉक्टर रागिनी 16 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर *गुलों से ले आना महक तुम चुराकर* ------------ रखा हमने है एक दीपक जलाकर हवाओ से कह दो कोई आज जा कर सुनो अब चमन है तुम्हारे हवाले, हिफाज़त से... Poetry Writing Challenge-3 4 128 Share डॉक्टर रागिनी 15 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(गुलाबों से तितली करे प्यार छत पर —)————————– *गुलाबों से तितली करे प्यार छत पर* -------------------------------------- रुकी है हवाओं की रफ्तार छत पर गुलाबों से तितली करे प्यार छत पर। अभी तो खिला है ,नया गुल गुलाबी हवाओं... Poetry Writing Challenge-3 2 138 Share डॉक्टर रागिनी 15 May 2024 · 1 min read विश्वपर्यावरण दिवस पर -दोहे दोहे ----------------------------– 01 नदियाँ जीवन -स्रोत हैं,और प्राण आधार। कल-कल जल की धार से,करें सदा हम प्यार।। 02 मौसम की बदमाशियाँ, निशि -दिन के उत्पात। कभी प्रेम से तर करे,कभी... 96 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने) गज़ल चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने मगर शर्त ये है कि दुनिया न जाने मेरा दिल हुआ है , तुम्हारे हवाले तिरे बिन कभी मुस्कुराना न जाने... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 107 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है) *ग़ज़ल* वफ़ा के रंग पिघलने के बाद आई है । ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है। नया निख़ार सा रुख पे दिखाई देता है ये' ख्वाबे' व़स्ल... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 124 Share डॉक्टर रागिनी 9 Apr 2024 · 1 min read दिन गुज़रते रहे रात होती रही। दिन गुज़रते रहे रात होती रही। उनसे तन्हाई में बात होती रही। दीं ज़माने ने हमको बहुत तोहमतें, दिल- से- दिल -की मुलाक़ात होती रही।। डॉ .रागिनी स्वर्णकार ( शर्मा),... Quote Writer 88 Share डॉक्टर रागिनी 2 Apr 2024 · 1 min read विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप। विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप। गंध बाँटते हैं सुमन ,दाता है हर रूप।। डॉ. रागिनी शर्मा,इन्दौर Quote Writer 2 1 1k Share डॉक्टर रागिनी 2 Apr 2024 · 1 min read ऋतुराज (घनाक्षरी ) -(घनाक्षरी) -------------------------- हरियाली छा रही है,धरा इठला रही है मदमस्त आम्र कुंज ,कोयलिया गा रही है बासन्ती बयार चली,झूम रही कली- कली संदली बही है हवा ,सुख अति पा रही... Hindi · कविता 3 3 1k Share डॉक्टर रागिनी 29 Mar 2024 · 1 min read पाती कोई जब लिखता है। पाती कोई जब लिखता है। पृष्ठों पर प्रेम उतरता है। सुधियों में खोया रहता मन, श्वासों का बाग महकता है।। ✍️🌹डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर #कविता Quote Writer 198 Share डॉक्टर रागिनी 29 Mar 2024 · 1 min read पाती पाती कोई जब लिखता है। पृष्ठों पर प्रेम उतरता है। सुधियों में खोया रहता मन, श्वासों का बाग महकता है।। ✍️🌹डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर Hindi · कविता 137 Share डॉक्टर रागिनी 8 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक हर दिन हर लम्हा नई मुस्कान चाहिए। ऊँचाइयाँ छू लूँ ,वो आयाम चाहिए। अँधेरों में खोना 'मे'री फितरत नहीं है, मुझे अपने वजूद की पहचान चाहिए। डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर Poem 175 Share डॉक्टर रागिनी 8 Mar 2024 · 1 min read हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए। हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए। ऊँचाइयाँ छू लूँ ,वो आयाम चाहिए। अँधेरों में खोना ,मेरी फितरत नहीं है, मुझे अपने वजूद, की पहचान चाहिए। डॉ. रागिनी शर्मा,इन्दौर Quote Writer 1 111 Share डॉक्टर रागिनी 3 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक ग़ज़ल कहते नहीं हैं हम,सदा एहसास लिखते हैं। तुम्हारा नाम भी मितवा,ख़ुदा के पास लिखते हैं। नहीं हम जानते लिखना,हमारे शब्द मामूली, ज़रा-सी तृप्ति लिखते हैं,ज़रा-सी प्यास लिखते हैं।।... Quote Writer 162 Share डॉक्टर रागिनी 3 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक ग़ज़ल कहते नहीं हैं हम,सदा एहसास लिखते हैं। तुम्हारा नाम भी मितवा,ख़ुदा के पास लिखते हैं। नहीं हम जानते लिखना,हमारे शब्द मामूली, ज़रा-सी तृप्ति लिखते हैं,ज़रा-सी प्यास लिखते हैं।।... Quote Writer 223 Share डॉक्टर रागिनी 27 Feb 2024 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात ख़ूबसूरत से सफ़र का ,रास्ता हो जाऊँगी। फूल,कलियों ख़ुशबुओं का, सिलसिला हो जाऊँगी। दूर मंज़िल है बहुत पर, रख दिया पहला क़दम, साथ दोगे तुम अग़र तो,कारवां हो जाऊँगी।... Quote Writer 197 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात कभी शोला ,कभी शबनम, कभी अंगार होती है । कभी पाषाण सी निष्ठुर, सुमन -सुकुमार होती है । बदलता वक्त जब-जब है ,बदलती है अदाएं यह , कभी यह... Quote Writer 1 188 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read सुप्रभात सुप्रभात नयन प्रेम का बीज है, नयन प्रेम विस्तार । नयन सींचते प्रेम को, नयन लगें घनसार ।। डॉ.रागिनी ,इन्दौर Quote Writer 200 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी मुक्तक कभी कभी शोला , कभी शबनम, कभी अंगार होती है । कभी पाषाण सी निष्ठुर, सुमन -सुकुमार होती है । बदलता वक्त जब-जब है ,बदलती है अदाएं यह ,... Poem 148 Share डॉक्टर रागिनी 7 Aug 2023 · 1 min read नयन 🌹🙏🏻 नयन प्रेम का बीज है, नयन प्रेम विस्तार । नयन सींचते प्रेम को, नयन लगे घनसार ।। वृष्टि करें आनन्द की , नयन प्रीत के द्वार। नयन -नयन में... Hindi · कविता · दोहा 371 Share