डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 132 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 18 Apr 2022 · 1 min read पापा जैसा कोई नहीं पापा जैसा कोई नहीं शीर्षक – ” पापा जैसा कोई नहीं ” साथ न होकर भी मेरे साथ रहते हैं । पापा तो हरदम यूं मेरे पास रहते हैं ।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 146 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 Dec 2023 · 1 min read चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र ) 🌺 चंद अश'आर 🌺 याद में उनकी हिज्र भी मुस्कुराने लगा है । इश्क़ अब अपनी जादूगरी दिखाने लगा है ।। फ़र्क था उनकी...... कथनी और करनी में । वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 896 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 25 Aug 2021 · 1 min read पापा जैसा कोई नहीं शीर्षक - " पापा जैसा कोई नहीं " साथ न होकर भी मेरे साथ रहते हैं । पापा तो हरदम यूं मेरे पास रहते हैं ।। हर फ़तेह में मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 416 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Sep 2021 · 1 min read ये अपनी हिंदी - हिंदी गीत हिंदी-गीत शीर्षक - " ये अपनी हिंदी " ध्वजा हिंदी की लहरायी । दिशा ज्ञान की दिखलायी ।। सरल ,सौम्य और सहज भी है । ताल में खिलता जलज भी... Hindi · गीत 3 2 559 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 Jan 2022 · 1 min read गुरु की महिमा - सादर आदरांजलि शीर्षक - " गुरु की महिमा " ज्ञान गुरु के बिना नहीं, गुरु की महिमा न्यारी है । रोशन है उनसे जीवन ये, बिन उनके दुनिया अंधियारी है ।। गढ़ते... Hindi · कविता 3 2 251 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Jun 2022 · 1 min read दो शे'र ज़मीं पर रहकर भी हवाओं से रिश्ता है मेरा । इश्क़ की दुनिया में दिलचस्प किस्सा है मेरा ।। जो धड़क रहा था तेरे सीने में जाने कब से ।... Hindi · शेर 3 1 314 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 26 Jun 2022 · 1 min read " तपिश ए उल्फ़त " ( चंद अश'आर ) शीर्षक - " तपिश ए उल्फ़त " ( चंद अश'आर ) क्या दूरियाँ-नज़दीकियाँ सब फ़ासले भी हारे हैं । उन नशीली आंखों के आगे अब हौसले भी हारे हैं ।।... Hindi · ग़ज़ल 3 2 159 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Jul 2022 · 3 min read "रोचक पटकथा , सफ़ल फ़िल्म की आत्मा होती है " शीर्षक - ( " रोचक पटकथा , सफ़ल फ़िल्म की आत्मा होती है " ) वर्तमान युग में सिनेमा , नवीन कहानियों को खोजता नज़र आ रहा है । एक... Hindi · लेख 3 1 253 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 16 Sep 2022 · 1 min read " हालात ए इश्क़ " ( चंद अश'आर ) हालात ए इश्क़ " ( चंद अश'आर ) " दर्द " को " इश्क़ " से जुदा कर रहे हैं । आशिक़ हैं पर इश्क़ कहां कर रहे हैं ।।... Hindi · ग़ज़ल 3 1 229 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 23 Sep 2022 · 1 min read " चंद अश'आर " - काज़ीकीक़लम से 🌺 चंद अश'आर 🌺 मिरी आशिक़ी ही मिरी पहचान है । तेरे दिल में बस्ती मिरी जान है ।। समझ रहे थे जिसे गहरी चोट सब । वो तो तिरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 177 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 15 Nov 2022 · 1 min read ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें - नज़्म नज़्म 【 ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें 】 बहुत दूर निकल आये हैं मुहब्बत के सफ़र में । ख़ुद को मिटाकर भी न पा सके हैं उनको ।। भरोसा कर लिया था... Hindi · नज़्म 3 195 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 20 Jul 2023 · 1 min read रिहाई - ग़ज़ल " रिहाई " नफ़रतों को..... क़ैद से रिहाई दे रहा है । शख़्स वही मुहब्बत की दुहाई दे रहा है ।। किये थे वादे...... साथ रहने के जिसने । वही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 598 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 20 Aug 2021 · 1 min read रहनुमा हर रोज़ ईद का त्यौहार होता है । जब मुझे आपका दीदार होता है ।। आपके नूर की रोशनी से हरदम । रोशन ये फ़लक हर बार होता है ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 577 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 3 Oct 2021 · 1 min read हादसा हिज्र का चंद अश'आर ** 【 उनवान - " हादसा हिज्र का "】 कैसी कश्मक़श है ज़िंदगानी में । क्यूँ लगी फ़िर आग पानी में ।। दीदार ए यार की हसरत नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 305 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 6 Oct 2021 · 1 min read मुहब्बत की मिसाल - ताज बेमिसाल मोहब्बत की मिसाल : ताज बेमिसाल " बनाकर ताज शाहजहां ने, दुनिया को तोहफा दिया है । हर आशिक की यादों में, मुमताज को जिंदा कर दिया है ।। संगमरमर... Hindi · कविता 2 242 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 7 Nov 2021 · 1 min read शर्मीला चाँद शीर्षक - " शर्मीला चाँद " मेरा चांद बहुत शर्मीला है , चांद रातों को भी दीदार नहीं होते । जो आ जाता तू एक बार आसमां में, हर शब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 428 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Jan 2022 · 1 min read याद आते हो नज़्म- " याद आते हो " तुम्हारे ग़म, उलझनें ज़िन्दगी की, अपनी हंसी में छुपाते हो । बिछड़ कर आज भी रहनुमा, तुम याद बहुत आते हो ।। सहर की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 440 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 30 Jan 2022 · 1 min read कमाल इश्क़ का शीर्षक ..... " कमाल इश्क़ का " इश्क में तेरे ग़ुम हूं मैं, ख़ामोश और गुमसुम हूं मैं । नाम से तेरे इश्क मुकम्मल, बिन तेरे गुमनाम हूं मैं ।।... Hindi · कविता 2 1 237 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 14 Jul 2022 · 1 min read दो शे'र हसीन धोखे की.... क्या ख़ूब निशानी है । नहीं सूखा अब तलक आँख का पानी है ।। न कभी......... इश्क़ के हादसे से गुज़री । कितनी नादांँ ,कितनी भोली वो... Hindi · शेर 2 141 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 21 Sep 2022 · 1 min read एक शे'र जब पूछता है कोई बेवफ़ा का मतलब । तो उसकी तस्वीर दिखा देता हूँ मैं ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी , इंदौर Hindi · शेर 2 156 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 Oct 2022 · 1 min read - "इतिहास ख़ुद रचना होगा"- शीर्षक - " इतिहास ख़ुद रचना होगा " अंधकार से लड़कर अब आगे बढ़ना होगा । कलम उठा इतिहास ख़ुद हमें रचना होगा ।। बुद्धि बल से अब प्रगति सोपान... Hindi · कविता 2 3 195 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 22 Nov 2022 · 1 min read तन्हाईयाँ शीर्षक - " तन्हाईयाँ " इश्क में तेरे ग़ुम हूं मैं, ख़ामोश और गुमसुम हूं मैं । नाम से तेरे इश्क मुकम्मल, बिन तेरे गुमनाम हूं मैं ।। तुमसे मोहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 295 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 1 Dec 2022 · 1 min read इम्तिहान शीर्षक - " इम्तिहान " ग़दर मचा रखा है , दिल में सांसों में तूफान सा है । तेरा इश्क वज़ूद है मेरा, एक इम्तिहान सा है ।। आरज़ू ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 209 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 20 Mar 2023 · 3 min read " वर्ष 2023 ,बालीवुड के लिए सफ़लता की नयी इबारत लिखेगा " शीर्षक - " वर्ष 2023 बालीवुड के लिए सफ़लता की नयी इबारत लिखेगा " - सिनेमा जगत के लिए कोरोना वैश्विक महामारी के बाद का समय उथल पुथल से भरा... Hindi · लेख 2 211 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 Jul 2023 · 1 min read इक दुनिया है....... " इक दुनिया है " ज़लज़लों से दूर इक दुनिया है । रोशनी से पुरनूर इक दुनिया है ।। ग़मों का... ज़िक्र नहीं जहां पर । ख़ुशियों से भरपूर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 927 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 28 Oct 2023 · 2 min read बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - कोविड महामारी के बाद सिनेमा जगत के लिए वापसी की राह आसान नहीं थी, वर्ष 2020 एवं 2021 में बॉलीवुड इंडस्ट्री... Hindi · लेख 2 553 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 26 Aug 2021 · 1 min read क़िरदार ज़िंदगी के शीर्षक *** क़िरदार ज़िंदगी के *** इस कहानी में अब आना होगा , तुम्हें मेरा क़िरदार बताना होगा । था अब तलक़ ख़ुद से अंजान मैं , मुझको मुझसे अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 405 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 6 Oct 2021 · 1 min read जय भारत शीर्षक - जय भारत... विश्व विजेता बन कर जग में , इसकी जय जयकार हो । है भारत भूमि अपनी माता , सबको इससे प्यार हो ।। अमन पसंद इस... Hindi · कविता 1 1 205 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 6 Oct 2021 · 1 min read इंतिहा चाहत की शीर्षक - इंतिहा चाहत की अब तो तन्हाई से भी डरने लगे हैं । हम ख़ुद से ही गुफ्तगू करने लगे हैं ।। इश्क़ को आसान समझकर हम । दरिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 323 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 8 Oct 2021 · 1 min read इश्क़ की जादूगरी शीर्षक - इश्क़ की जादूगरी तेरी ख़ुशबू से महक़ रहा हूँ आजकल । ये तेरा इश्क़ संदल से कम नहीं ।। मिल जाये अगर साथ तेरा तो ।।। ज़माने का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 342 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 20 Oct 2021 · 1 min read मेरी हसरत - चंद अश'आर चंद अश'आर - - " मेरी हसरत " - क़ायनात के हर ज़र्रे से प्यार है । चमन को बागबां का इंतज़ार है ।। ये वतन तो है अमन का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 291 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 26 Oct 2021 · 1 min read मुश्किलें इश्क़ की शीर्षक *** " मुश्किलें इश्क़ की " तुम्हारी यादों से निकल पाना मुश्किल हो गया है । तुम्हें यूं भूल पाना अब मुश्किल हो गया है ।। गुज़रे साल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 246 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 21 Nov 2021 · 1 min read धुंध इश्क़ की ? चंद अश'आर ? शीर्षक( उनवान ) - " धुंध इश्क़ की " गहरे कोहरे सा है इश्क़ मेरा । तुमसे आगे कुछ दिखता नहीं ।। क़ोशिश करना इंसानी फ़ितरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 371 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 21 Dec 2021 · 1 min read चंद अश'आर - © डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ? मतला और शे'र ? भीड़ में रहकर भी तन्हाई देख रहा हूँ । ख़ुद में यहां अपनी परछाई देख रहा हूँ ।। लोग देखते हैं....... अच्छाईयाँ बस मेरी ।... Hindi · शेर 1 194 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 30 Jan 2022 · 1 min read नवप्रभात शीर्षक - " नवप्रभात " भय के बादल छँट जाने दो , प्रेम की अब बात हो । अलविदा कहो आतंकी रात को, एक नया प्रभात हो ।। गोली चली,खून... Hindi · कविता 1 1 349 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Mar 2022 · 1 min read नीर बिना है नीरस जीवन शीर्षक - " नीर बिना है नीरस जीवन " बिन पानी नामुमकिन जीवन । बंजर धरती...... सूना उपवन ।। हे अमृत सा ......प्यास बुझाता । तभी तो यह ...जीवन कहलाता... Hindi · कविता 1 262 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Mar 2022 · 1 min read असर इश्क़ का तेरे उनवान ( शीर्षक )- " असर इश्क़ का तेरे " तेरी मुहब्बत का असर दिखता है । बियाबां में भी हरा शजर दिखता है ।। दस्तक देता है यादों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 244 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 4 Apr 2022 · 1 min read मेरे अश'आर दूर रहकर भी पास लगने लगे हैं । बस वो मुझे ख़ास लगने लगे हैं ।। सभी ने तोड़ी है उम्मीद सफ़र में । अब वो आख़िरी आस लगने लगे... Hindi · मुक्तक 1 153 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 28 Apr 2022 · 3 min read अर्थहीन कहानियों को नकारता दर्शक वर्ग शीर्षक - " अर्थहीन कहानियों को नकारता दर्शक वर्ग " - आधुनिक युग के दर्शक का सिनेमा के प्रति दृष्टिकोण शनैः शनैः परिवर्तित होता जा रहा है , वह परिवर्तनशील... Hindi · लेख 1 154 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 2 May 2022 · 1 min read परिंदों की व्यथा शीर्षक - " परिंदों की व्यथा " खुली हवा में उड़ना चाहते हैं परिंदे । उन्हें क़ैद कर क्या मिलेगा तुमको ? नापना चाहते हैं आसमाँ को वो अब ।... Hindi · कविता 1 146 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 5 May 2022 · 1 min read एक शे'र थकान सारी काफ़ूर हो गई मेरी जब । तस्बीह उनके नाम की पढ़ ली मैंने ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर Hindi · शेर 1 1 138 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 17 May 2022 · 1 min read मतला और एक शे'र आँखों को उनकी हम पढ़ने लगे हैं । चाहत की इंतिहा समझने लगे हैं ।। ज़ेहन में उनका.. करके तसव्वुर । राह ए इश्क़ पर.... चलने लगे हैं ।। ©डॉक्टर... Hindi · शेर 1 403 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 18 May 2022 · 1 min read नज़्म - मुझे तुमसे प्यार है शीर्षक- " तुझसे प्यार है " दिल से जुदा नहीं हो तुम, मेरे ज़ेहन में तेरी यादें हैं । अधूरी हैं रस्में मोहब्बत की, पतझड़ से ये तेरे वादे हैं... Hindi · नज़्म 1 304 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 11 Jun 2022 · 1 min read शे'र लगायी थी शर्त अब बादलों से हमने । बरसेंगे पहले वो या मेरी आँख से आँसू ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 1 149 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 5 Jul 2022 · 1 min read प्रकृति - प्रेम 🌺 कविता 🌺 - शीर्षक - " प्रकृति-प्रेम " लू के गर्म थपेड़ों ने...............ख़ूब हमें सताया है । इस भीषण गर्मी ने हमको एक सबक सिखाया है ।। छीना हरियाली... Hindi · कविता 1 188 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 13 Jul 2022 · 1 min read गुज़र गया एक और साल शीर्षक - " गुज़र गया एक और साल " विधा - नज़्म / काव्य रचना इश्क़ की मीठी बतियां और तक़रार भी हुई । कभी आया पतझड़ ,कभी बहार भी... Hindi · कविता 1 236 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 4 Aug 2022 · 1 min read एक शे'र तस्वीर उनकी लगा दी है.. हर कमरे में । मेहफ़ूज़ अब हर वबा से है नशेमन मेरा ।। ©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर ©काज़ीकीक़लम Hindi · शेर 1 1 132 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 7 Aug 2022 · 1 min read दो शे'र डाँट को दोस्त की नसीहत समझ लिया जाता है । साथ को उसके हिफ़ाज़त समझ लिया जाता है ।। क़ुबूल हो जाती हैं ....... इक पल में दुआएं सारी ।... Hindi · मुक्तक 1 1 146 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 17 Aug 2022 · 1 min read दो शे'र देखकर यूं हर बार मुझे अनदेखा करना । इस अदा में कितनी मासूमियत है उनकी ।। लबों पर ला सकते थे इक दफ़ा नाम मेरा । ख़ामुश लब हैं ,जाने... Hindi · शेर 1 110 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 25 Aug 2022 · 1 min read हक़ीक़तनामा चंद अश'आर 🌺 --- " हक़ीक़तनामा "--- कैसा दुनियादारी का बाज़ार सजा कर रक्खा है । मौत का , गरीब की मज़ाक बना कर रक्खा है ।। जो रहा करते... Hindi · ग़ज़ल 1 126 Share Page 1 Next