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8 Jan 2022 · 1 min read

गुरु की महिमा – सादर आदरांजलि

शीर्षक – ” गुरु की महिमा ”

ज्ञान गुरु के बिना नहीं,
गुरु की महिमा न्यारी है ।

रोशन है उनसे जीवन ये,
बिन उनके दुनिया अंधियारी है ।।

गढ़ते फ़ौलाद, माटी से ये
अज्ञान तमस हटाते हैं ।

मन की कंदराओं में गुरु,
ज्ञान दीप जलाते हैं ।।

दिन विशेष का पर्व नहीं,
जीवन भर का नाता है ।

गुरु की महिमा गाने में तो,
जीवन कम पड़ जाता है ।।

© डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
© काज़ीकीक़लम
28/3/2 ,इक़बाल कालोनी ,इंदौर

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 253 Views
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