डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम Tag: कहानी 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2023 · 6 min read एकाकीपन दुनिया की भागम भाग में रिश्तों की निकटता कहीं खो रही है। पति को पत्नी के लिए, पत्नी को पति के लिए ,और माता-पिता को बच्चों के लिए समय निकालना... Hindi · कहानी 1 166 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Jun 2022 · 5 min read जर,जोरू और जमीन वर्तमान राजनीतिक परिवेश में ग्रामीणों की उपेक्षा नहीं की जा सकती है। ग्राम और ग्रामीण राजनीतिक संस्कारों के संरक्षक ,पालक- पोषक हैं। धरती से जुड़ा हुआ राजनेता ही सबसे सफल... Hindi · कहानी 1 776 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 8 May 2022 · 7 min read ब्रेक अप वर्तमान भौतिकता वादी समाज में सात फेरे लेने का अर्थ आज भी सात जन्मों का बंधन है। यह कहीं से कॉन्ट्रैक्ट दृष्टिगत नहीं होता है। पति- पत्नी के बीच विश्वास... Hindi · कहानी 1 2 308 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Apr 2022 · 7 min read ब्रेक अप ब्रेकअप वर्तमान भौतिकता वादी समाज में सात फेरे लेने का अर्थ आज भी सात जन्मों का बंधन है। यह कहीं से कॉन्ट्रैक्ट दृष्टिगत नहीं होता है। पति- पत्नी के बीच... Hindi · कहानी 1 536 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Mar 2022 · 6 min read लुटेरों का सरदार लुटेरों का सरदार समाज में हर जाति संप्रदाय के लोग रहते हैं। कुछ प्रभुता संपन्न कुछ प्रभुता हीन विपिन्न। प्रभुता नेतृत्व क्षमता का गुण है ।नेतृत्व क्षमता सबके बस की... Hindi · कहानी 207 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 26 Mar 2022 · 9 min read परित्यक्ता परित्यक्ता पाठकों! परित्यक्ता कहानी एक विवाहित जोड़े के बिछड़ने की कहानी मात्र नहीं है ।यह सामाजिक विघटन और चारित्रिक मूल्यों के अवमूल्यन की कहानी है। जिसे समाज ने स्वीकार किया... Hindi · कहानी 1 2 419 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 4 min read भरत कुल3 भाग 3 सेठ जी के छोटे बेटे का नाम किशोर है। किशोर को असलहे का बहुत शौक है। वह कभी-कभी नए हैंड मेड असलहे लेकर घर में आ धमकता।कभी देर... Hindi · कहानी 1 221 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 5 min read भरत कुल 9 भाग- 9 सेठ जी की गृहस्थी अच्छे से चल रही है। इतना समय कब बीत गया पता ही नहीं चला। अब किरण 25 वर्ष का हो चुका है। यह उसका... Hindi · कहानी 220 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 2 min read भरत कुल 6 भाग 6 अब सुशीला माँ स्वस्थ हो रही थी। बड़ी बहू ने तन मन धन से अपनी सास की सेवा की थी ।अतःसुशीला की दिनचर्या अब सामान्य हो रही थी।... Hindi · कहानी 253 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 4 min read भरत कुल 10 अब किरण हर्षा के घर पहुंचा । अचानक ,भैया को घर पर देखकर हर्षा हतप्रभ रह गई । उसने भैया का स्वागत करते हुए परिवार का हालचाल पूछा। किरण ने... Hindi · कहानी 180 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 3 min read भरत कुल 8 भाग-8 छोटी बहू प्रज्ञा ने सासू मां से शिकायत की, किशोर कुछ दिनों से घर नहीं आया। प्रज्ञा बहुत परेशान थी। उसका उसके पति पर पूर्ण अधिकार था ।उसे सब... Hindi · कहानी 448 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 6 min read भरत कुल 7 भाग-7 हर्षा सुंदर व सुशील कन्या थी। वह अठारह वर्ष की थी। वह अपने परिवार के प्रति समर्पित, व्यवहार कुशल,व अनुभवी कन्या थी। प्रत्येक परिवार में होने वाली उठापटक, संस्कारों... Hindi · कहानी 146 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 4 min read भरत कुल5 भाग 5 डॉक्टर लखनलाल सौम्य व्यक्तित्व के स्वामी थे। उनका व्यक्तित्व तेजस्वी था। उनकी मधुर वाणी से रोगियों की आधी पीड़ा ठीक हो जाती। उनकी क्लीनिक बाजार में हनुमान मंदिर... Hindi · कहानी 211 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 3 min read भरत कुल 4 भाग 4 ग्राम में आज उत्सव का माहौल था। आम के बाग में चौपाल का आयोजन था। प्रातः से जलपान और रंगों की भरमार थी, दरियां व कुर्सियां बिछाई जा... Hindi · कहानी 305 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Mar 2022 · 4 min read भरत कुल भाग2 भाग 2 सेठ भरत लाल की धर्म पत्नी का नाम सुशीला था। वह अत्यंत धार्मिक एवं कुशल ग्रहणी थी। वे सेठ जी का बहुत ख्याल रखती ,सेठ जी भी सुशीला... Hindi · कहानी 362 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Mar 2022 · 2 min read भरत कुल भाग-1 मिष्ठानों में रसगुल्ले का बहुत महत्व है। रसीले रसगुल्ले यदि आइसक्रीम की तरह मुंह में घुल जायें ,और गुलाब जल मुंह का स्वाद अच्छा कर दे, तो रसगुल्ले के क्या... Hindi · कहानी 403 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 31 Oct 2021 · 5 min read ईद इस समाज में हर प्रकृति के लोग रहते हैं ।उदारवादी, संकीर्ण मानसिकता वाले कट्टरपंथी, और, आस्था को विज्ञान के पहलू से देखने वाले लोग भी हैं ।विभिनता में एकता की... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 292 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Jul 2021 · 6 min read आखिरी दाँव मित्रो, ट्रांसफर पोस्टिंग के खेल को उजागर करती आंख खोलने वाली कहानी प्रस्तुत है "आखिरी दाँव "।अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। कहानी -आखिरी दाँव वे चिकित्सक दंपति कार पार्किंग में कार... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 299 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Jul 2021 · 5 min read अंबर किसान अंबर किसान एक ग्राम में अंबर नामक कृषक रहता था ।उसकी पचास बीघा कृषि फसल से लह लहा रही थी। अंबर जब उपज देखता ,फूला नहीं समाता, किंतु,विधि की मार... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 1 421 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Jul 2021 · 4 min read भाभी अचानक, वह फूट-फूट कर रोने लगी। उसका इस तरह घर आना, और रोना देखकर, मुझे हैरानी हुई। उसे किसी तरह सांत्वना देकर मैंने पूछा क्या हुआ? क्यों रो रही हो?... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 1 573 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Jul 2021 · 5 min read मँझली बेटी मँझली बेटी बंजारों की दुनिया अद्भुत होती है । न भविष्य की चिंता न अतीत का दुख होता है , उन्हें । बस ,वर्तमान में सुखी संसार गाता –बजाता ,... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 2 441 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 May 2021 · 5 min read ईद ईद इस समाज में हर प्रकृति के लोग रहते हैं ।उदारवादी, संकीर्ण मानसिकता वाले कट्टरपंथी, और, आस्था को विज्ञान के पहलू से देखने वाले लोग भी हैं ।विभिनता में एकता... Hindi · कहानी 1 521 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 12 Feb 2021 · 4 min read भाभी अचानक, वह फूट-फूट कर रोने लगी। उसका इस तरह घर आना, और रोना देखकर, मुझे हैरानी हुई। उसे किसी तरह सांत्वना देकर मैंने पूछा क्या हुआ? क्यों रो रही हो?... Hindi · कहानी 1 3 431 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Jan 2021 · 4 min read वीर शहीद संतोष बाबू वीर शहीद बी. संतोष बाबू वह 15 जून 2020 की स्याह रात थी।14000 फीट की ऊंचाई पर गलवान घाटी में ,वास्तविक नियंत्रण रेखा पर, इंडियन आर्मी की बिहार इन्फेंट्री रेजीमेंट... Hindi · कहानी 2 319 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Jan 2021 · 5 min read डिवाइडर कहानी- डिवाइडर रात के अंधकार में रिमझिम बारिश की फुहार पड़ रही थी। एक वृद्धा अपने आप को समेटे डिवाइडर पर विराजमान थी। कहा गया है ,कि, जीवन का आवागमन... Hindi · कहानी 1 2 544 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 2 min read आतंकी आतंकी- "कहानी " दो मित्र , चाय स्टॉल पर मिलते हैं ,चाय की चुस्कियों के मध्य गुफ्तगू कुछ इस तरह शुरू हुई । प्रवीण -अंबर भाई, आजकल राष्ट्र में यह... Hindi · कहानी 240 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read पिता का हम करें सम्मान अंबर जी हमारे परम मित्र हैं। हम और वो तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे।यात्रा लंबी था, मौन रहकर यात्रा करना संभव नही था ।अंबर जी हमेशा से विवेकी और... Hindi · कहानी 489 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read कर्म और भाग्य विषय -कर्म और भाग्य का संबंध, और इसका मानव जीवन में महत्व। विधा- कहानी प्रातः के नर्म प्रकाश में बाग की हरियाली के मध्य, मंद- मंद बयार का आनंद लेते... Hindi · कहानी 454 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read बेबस समाज विषय- संत कबीर के साहित्य व जीवन दर्शन का वर्तमान समाज के लिए उपयोगिता। शीर्षक -बेबस समाज एक दिन अंबर भाई अपने परम मित्र प्रवीण जी के यहां पहुंचे। अंबर... Hindi · कहानी 221 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 3 min read कथनी और करनी पुरस्कृत कहानी, शीर्षक- कथनी और करनी साहित्यिक गोष्ठी में ,अचानक, यह विचार चर्चा का विषय बन गया ,कि, महापुरुषों के विचारों का उद्धरण हम सब अपने अनुजों को हमेशा देते... Hindi · कहानी 1 388 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 3 min read साइबर रेड साइबर रेड-"कहानी" पुलिस बल का आगमन हो गया । तलाशी अभियान जोरों पर था ,साथ में ,अफवाहों का बाजार गर्म था।शहर में साइबर अपराध चर्चा का विषय बन गया। ।... Hindi · कहानी 3 2 239 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 4 min read सकारात्मक सोच पुरस्कृत कहानी सकारात्मक सोच प्रातः, हम मित्र अंबर के साथ प्रातः कालीन भ्रमण पर निकले। तेज गति से भ्रमण करते हुए ,साथ में विचार विमर्श करते हुए ,हमने पाया कि,... Hindi · कहानी 1 6 409 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jul 2020 · 3 min read पिता का हम करें सम्मान अंबर जी हमारे परम मित्र हैं। हम और वो तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे।यात्रा लंबी था, मौन रहकर यात्रा करना संभव नही था ।अंबर जी हमेशा से विवेकी और... Hindi · कहानी 6 416 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 3 min read बुआ जी का अर्थशास्त्र बुआ जी का अर्थशास्त्र दो मित्र, बतियाते हुए चल पड़े। थोड़ी दूर पर बुआ जी का घर था। दोनों ने निश्चय किया कि, पहले बुआ जी का हालचाल पता करते... Hindi · कहानी 2 658 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 5 min read फैसला आज न्यायालय वकीलों से खचाखच भरा था। जज साहब अपनी कुर्सी पर विराजमान थे। सरकारी वकील ने पूछा, बाबूजी आप का बयान दर्ज होगा। आप अपना बयान सशपथ लिखवाये। बाबूजी... Hindi · कहानी 2 2 237 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 5 min read ना समझे वह.अनाड़ी है।-व्यंग्य कथा कहानी- ना समझे वह अनाड़ी है बहुत समय पहले की बात है, सोनू और मोनू दो भाई थे ।दोनों बहुत प्रतिभाशाली थे, और नौवीं कक्षा में पढ़ते थे। उनमें कक्षा... Hindi · कहानी 3 568 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 3 min read माँ का उपकार -व्यंग्य कथा मां का उपकार- लघु व्यंग्य कथा एक बहुत पुरानी कहावत है, कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी। कुछ लोग बुरी आदतों को इतना अपना लेते हैं कि, जैसे उनका बुरी... Hindi · कहानी 1 635 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Dec 2018 · 3 min read भारतीय रेल यात्रा (एक व्यंग्यात्मक यात्रा संस्मरण ) रात्रि के प्रथम प्रहर में, लखनऊ स्टेशन से रेल गंतव्य की ओर प्रस्थान करती है । रेल द्रुत गति से आगे बढ़ती है , कोच के कुछ यात्री वार्तालाप में... Hindi · कहानी 840 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2018 · 4 min read क्लास मॉनिटर (बाल कहानी ) रमेश एक अत्यंत मेधावी छात्र था , उसने इसी वर्ष विद्यालय परिवर्तन करके महा नगर के विद्यालय में प्रवेश लिया । रमेश आज्ञाकारी छात्र होने के साथ –साथ बांसुरी वादन... Hindi · कहानी 650 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2018 · 5 min read माँ की अभिलाषाऔर पुत्र की जिज्ञासा माँ की अभिलाषा व पुत्र की जिज्ञासा उक्तदिवस महा शिव रात्रि का पर्व था , लोग सोमवार का व्रत रखकर, अनुष्ठान कर रहे थे ।कांवड़िए, बम भोले का गगन भेदी... Hindi · कहानी 5 468 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 12 Aug 2018 · 8 min read दीदी नींद नहीं आ रही..... दीदी ! नींद नहीं आ रही ...... माँ की ममता का कोई मोल नहीं है । ममता अप्रतिम , अविस्मरणीय एवं मातृ ऋण है । ईश्वर ने मातृ शक्ति को... Hindi · कहानी 5 981 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Jul 2018 · 4 min read कारखाने के षडयंत्र का रहस्य कारखाने के षडयंत्र का रहस्य प्रमोद और विनोद घनिष्ठ मित्र थे । एक विशाल कारखाने मे दोनों कारीगर थे । दोनों का आपस में मेल –मिलाप था । आधुनिक सभ्यता... Hindi · कहानी 4 289 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jul 2018 · 3 min read मेन- होल एक लघु व्यंग कथा मेन होल – एक लघु व्यंग कथा इतिहास गवाह है, कि सिंधु घाटी सभ्यता मे जल निकासी का उत्तम प्रबंध था । इसे उस वक्त की उन्नत सभ्यता का प्रतीक... Hindi · कहानी 2 556 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 5 Jul 2018 · 5 min read कहानी-- पंचायत पंचायत सामाजिक विषमता की गाथा आज की समस्या नहीं किन्तु प्राचीन काल से चली आ रही समस्या है । समाज में कर्जदार को हमेषा हीन दृष्टि से देखा गया है... Hindi · कहानी 3 352 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Dec 2017 · 8 min read दुखी मन मेरे ....... दुखी मन मेरे यह कहानी उन मानसिक रोगियों को सर्मपित है। जिन्होने अपनी जिन्दगी में खुशी का कोई क्षण अनुभव नही किया है। यह अजीब विडम्बना है कि जीवन में... Hindi · कहानी 3 491 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Nov 2017 · 4 min read एक रोचक कहानी -------प्रायश्चित प्रायश्चित शीतकाल प्रारम्भ है, रात्रीकी चादर सुबह का सूरज धीरेधीरे समेट रही है। उसकाप्रकाश दरवाजे की झिर्रीयों से छन-छन कर अंदर होने का अहसास करा रहा है।रात भर रज़ाई से... Hindi · कहानी 3 563 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Oct 2017 · 4 min read डिफ़ाल्टर डिफाल्टर प्रवीण कुमार हमारे गाॅव में एक परमानन्द जी का परिवार रहता था। षाम को जब मेहनतकष मजदूर,बटोही घर पहॅुच कर विश्राम की मुद्रा में होते थे तब परमानन्द जी... Hindi · कहानी 4 1 370 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 29 Sep 2017 · 3 min read बापू खैनी न खाइयो बापू खैनी न खैय्यो शाम के धंुधलके में एक झोपड़ी से मध्यम रोशनी आ रही है। बाहर बैठी कमलिया बर्तन घिस-घिस मांज रही है। नाली से होकर मैला गंदा पानी... Hindi · कहानी 3 799 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Sep 2017 · 4 min read रोज कुआं खोदते रोज पानी पीते दिहाड़ी मजदूर --व्यंगात्मक कथा रोज कुआं खोदते रोज पानी पीते दिहाड़ी मजदूर । प्रात : काल जब ग्राम वासी जाग कर अपनी दिनचर्या पूरी करते हैं , तब उनमें से कुछ ग्रामीण गाँव छोड़... Hindi · कहानी 3 603 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Sep 2017 · 6 min read जिंदगी एक खुली किताब जिन्दगी एक खुली किताबः यह कथानक एक ऐसे ईमानदार डाक्टर की कहानी हैं, जिसने अपने कर्तव्य के लिये परिवारिक हितों को अनदेखा कर अपनी जान तक खतरे में डाल दी।... Hindi · कहानी 3 629 Share Page 1 Next