Dr.Pratibha Prakash 146 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 21 Jan 2017 · 1 min read बेटियां ? जीवन को जीवन बनाती बेटियां बेटो का जीवन सजाती है बेटियां इस सृष्टि को सतत बनाती बेटियां फिर क्यों कोख में मारी जाती बेटियां घर को वास्तव घर बनाती बेटियां... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 18 1 1k Share Dr.Pratibha Prakash 3 Sep 2016 · 1 min read भू -घटा संवाद वारिश का मौसम और वरसात आत्मा की पुकार परमात्मा से सुनिए धरा क्या कहती है घटा से एक आत्मीय संवाद भू घटा संवाद काली घटायें घिर घिर कर, प्यासे हृदय... Hindi · गीत 16 6 986 Share Dr.Pratibha Prakash 9 Aug 2016 · 1 min read याद करो कुर्बानी [8/8, 6:09 PM] Dr Pratibha: आओ याद करें क़ुरबानी खोये हमने जो बलिदानी स्वप्न संजोया अखण्ड भारत ऐसे महापुरुष त्यागी ज्ञानी लड़े स्वतंत्रता की खातिर चढ़े शूली गए काला पानी... Hindi · कविता 14 3 733 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत क्या थी आदमी की फितरत कभी अब देखो क्या हो गई है इन्सान में थी इंसानियत जो आज जाने कहाँ खो गई है पहले पड़ोस खास होता था और... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गजल 16 8 901 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत अजीब इल्म की रिवायतें बदली इन्सान की फितरत बदल गई न पूजा न इवादत न कोई रिश्ता बचा सजदा भी अब सौदे की बात बन गई न खौफ खुदा का... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 13 896 Share Dr.Pratibha Prakash 9 Aug 2016 · 1 min read जय जवान जय किसान राष्ट्र कहे सुन ओ जवान जय जवान जय किसान हैं हिम से शीतल सूर्य समान मातृभूमि के तुम अभिमान कर्मठता 'बा'और 'भावे' की तुमसे अर्थ 'लाला' बलिदान तिलक, सुभाष,आज़ाद की... Hindi · कविता 15 2 693 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read दर्द मालूम है उसे कहाँ होता है वो ज़ालिम वहीँ पर चोट देता है बनके समझदार हमेशा ही करीने से मेरा दिल तोड़ देता है हंसकर फिर मुझसे वो पूछता है... Hindi · मुक्तक 11 748 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read प्रेम जीवन अधूरा प्रेम बिना भक्ति अधूरी प्रेम बिना है समर्पण अधुरा ही प्रेम बिना है हर भाव अधुरा प्रेम बिना ज्ञान अधुरा अध्यात्म अधुरा इस सृष्टि का सृजन अधुरा सबकुछ... Hindi · कविता 11 1 781 Share Dr.Pratibha Prakash 2 Aug 2016 · 1 min read वो वैश्या मैंने एक वैश्या को देवी से ऊपर देखा एक पण्डित को उसके कदमो में गिरते देखा समझ न आया फिर भी लेकिन दृश्य ये देखा मैंने एक वैश्या को ............... Hindi · कविता 13 2 646 Share Dr.Pratibha Prakash 30 Jul 2016 · 1 min read तुम तुम प्रेम के मीठे अहसास में भक्ति के तुम दुरूह मार्ग में नहीं प्रयास से सकता तुमको तुम समर्पण के सरल भाव में कर्मयोगी परमहंस योगेश्वर नीति निपुण तुम सर्व... Hindi · मुक्तक 11 3 638 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read नग्नता को रोकना होगा नग्नता को रोकना होगा.......... यदि संस्कृति बचाना चाहते हो यदि भारतीयता बचाना चाहते हो तो नग्नता को रोकना होगा.......... आध्यात्म को समझना होगा समाज में सौहार्द चाहते हो परिवार में... Poetry Writing Challenge · कविता 24 5 810 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Aug 2016 · 1 min read घुटती सिसकियां ------ घुटती रहेंगी आखिर कब तक सिसकियाँ दरवाजो में लुटती रहेगी कब तक नारी वासना के गलियारों में भ्रूण हत्या दहेज हत्या ग्लैमर के नंगे चौबारे में राजधानी की डीलक्स... Hindi · कविता 12 3 665 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read हमें सबक रोज ज़िन्दगी देती है हमें मिलती नहीं दोस्ती कहती है हमे जो मित्र दोस्त हमराही कहते रहे आज नज़र भर न देख पाते है हमे अनजानी सी दीवार देखती... Hindi · मुक्तक 12 564 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Apr 2017 · 1 min read तेरी मोहब्बत तेरी वेखुदी ने मुझे न जाने कहाँ पहुँचाना है जान गया हूँ कि अब ये दिल वेगाना है बड़ रहा है ज्यों ज्यों दर्दे जिगर मेरा लग रहा इश्क ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 1 598 Share Dr.Pratibha Prakash 28 Jul 2016 · 1 min read मानव मन मैली चादर मानव का मन चातुर्य कला में निपुण है आदम ज्ञान की बातें गीता दर्शन कर्म का चन्दन पर औरों का मन संस्कार की पोथी पण्डित जीवन वाणी मिथ्या... Hindi · कविता 11 3 568 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read झुलस धरती के झुलसते आँचल को अम्बर ने आज भिगोया है झूम उठे वायु संग तरुवर बूंदों में शीत पिरोया है ये महज़ एक झांकी है सोचो हमने क्या खोया है... Hindi · कविता 11 539 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read पतन हमारा आध्यात्म कमजोर हुआ हमारी संस्कृति अपंग होने लगी फिर सभ्यता खोने लगी नारी तब रोने लगी। पतन फिर होने लगा मार्ग पथभ्रष्ट हो गया इंसान जब बिकने लगा बेमौत... Hindi · कविता 11 546 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read मिथक कल्पना में मत उलझ है मिथक सारा जगत सत्य से रु-ब-रु हो जन्म से आरम्भ जो हो इससे परे मैं हूँ सदा अदृश्य जो सदृश्य भी हो तू बना क्यों... Hindi · कविता 11 515 Share Dr.Pratibha Prakash 4 Aug 2016 · 1 min read खंजन एक सुबह एक सुबह देखी मैंने खंजन तरुवर साख पे वो बैठी थी नैन बसी कोई अभिलाषा वो हृदय आस लिए बैठी थी| आते जाते हर पंक्षी को वो विरल... Hindi · कविता 12 2 505 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read भक्ति भाव कुछ भी कर सकते हो तुम सर्वश्रेष्ठ सर्व समर्थ हो तुम शब्दों के मोती बन जाते भक्ति भाव जग देते तुम अदृश्य रहो कण कण में दिखते जिसको लग्न अपनी... Hindi · कविता 11 2 490 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Aug 2016 · 1 min read वही आवाज़ SUPRABHAT मित्रों आज फिर से उसने आवाज लगाईं जो मुझे सुनाई मीरा सूर काली औ कबीरा सूफी सांत औ गाये फकीरा तू मेरा है मैं हूँ तेरा रहता कहाँ धर्म... Hindi · कविता 11 3 508 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Aug 2016 · 1 min read आओ स्वतंत्रता दिवस मनाएं आओ स्वतंत्रता दिवस मनाएंआओ स्वतंत्रता दिवस मनाएं लालकिला पर तिरंगा फहराएं मातृ भूमि पर हो गए शहीद जो वीर सपूतों की गाथा को गायें झाँसी की रानी वो मस्तानी मंगल... Hindi · कविता 15 10 473 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read स्वप्न या सत्य आज मुझे मालूम हुआ तेरी की लगन की मगन में वो कैसे फ़ना हो गए प्यार का अर्थ और गहराई में अंत तक वो खो गए काश वहां तक जाकर... Poetry Writing Challenge · कविता 20 6 515 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read संगीत दिवस सारा दिन हुई योग की चर्चा आओ अब गीत शारदे गा लें संगीत की बज उठे तरंगे उमंगो में सरगम सजा लें गीतिका वरखा सुनाए साज़ बूंदों का बजा लें... Hindi · कविता 11 503 Share Dr.Pratibha Prakash 11 Jun 2023 · 2 min read छाती Dashboard Notifications Settings Post published! माँ की ममता से पूरित छाती प्रसव पीड़ के बाद छाती शिशु को स्तन पान करवाती ईश्वर की अनुपम दें है छाती संसार स्वप्न को... Poetry Writing Challenge · कविता 18 4 604 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read साथ जिनके साथ चले हम घर से वे तो दूर बड़े रे निकले सोचा चोट अब स्वस्थ हो गई देखा घाव घनेरे निकले जिनको समझ रौशन सूरज वो घोर अँधेरे निकले... Hindi · कविता 11 456 Share Dr.Pratibha Prakash 22 Mar 2017 · 1 min read जल जलदिवस आयोजन प्रथम प्रयास जल ईश्वर ने जब दृष्टि रची तो पंच तत्व विस्तार किया पृथ्वी के तिहाई हिस्से पर जल जीवन आधार दिया करें यदि इतिहास अवलोकन जल ने... Hindi · कविता 16 509 Share Dr.Pratibha Prakash 30 Jun 2023 · 1 min read कहती गौरैया क्यों भूल गए मोहे मेरे भैया मैं तो तेरे आंगन की गौरैया बच्चों का मन बहलाती इधर उधर फुर्र हो जाती बनाओ इमारत चाहे ऊंची खिड़की एक रखो तो छोटी... Hindi · गीतिका 15 5 667 Share Dr.Pratibha Prakash 20 Aug 2016 · 1 min read साक्षी और संधू हमे आप पर गर्व है साक्षी संधू हमें तुम पर गर्व है छोटे छोटे गांव से,छोटे छोटे राज्य से नारी को पुकारती,जय हो भारत माँ भारती जयति जय माँ भारती जय हो भारत भारती शक्ति... Hindi · कविता 16 1 485 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read ये कौन है?..............पहचान नींद में था तभी सुनी मैंने आवाज वही जो यदा कदा पहले भी आई क्या .....मैं हूँ वही एकमात्र सत्य है जो मानव ने मुझे समझा नहीं रचयिता उसका हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता 23 22 497 Share Dr.Pratibha Prakash 4 Aug 2016 · 1 min read हुंकार कई छिपे गद्दार कन्हैया से घर में कई ज़ाकिर कई मीर है कहीँ सत्ता लोलुप आँखों में लालच की दिखती लकीर है तक्षशिला को खो दिया कुछ जे.एन.उ.के आकाओं ने... Hindi · मुक्तक 13 1 430 Share Dr.Pratibha Prakash 1 Aug 2016 · 1 min read सबक सबक रोज ज़िन्दगी देती है हमें मिलती नहीं दोस्ती कहती है हमे जो मित्र दोस्त हमराही कहते रहे आज नज़र भर न देख पाते है हमे अनजानी सी दीवार देखती... Hindi · मुक्तक 11 432 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Feb 2017 · 1 min read बसंती पुरवइया चली बसन्ती पुरवइया और बाग हुआ मतवाला नन्ही कपोलों से सज गया, तरुवर का पत्ता डाला करे अलाप की कोयल तैयारी, छाने लगी नव हरियाली खिले सरसो के संग सुमन,... Hindi · गीत 16 393 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वन्दे मातरम गूँजे कण कण भारत भू का वन्दे मातरम महक उठे वन उपवन मिलके वन्देमातरम शस्य श्यामला भू हरियाली परम्परा समृद्धिशाली राष्ट्र प्रेम की गाथा गाते हर मधुवन की हरेक डाली... Poetry Writing Challenge · कविता 22 9 434 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jan 2017 · 1 min read तलाश हाज़िर हूँ अपनी छोटी सी कोशिश के साथ वक़्त वेवक्त चौक में दौड़ती थी जो शाम अब हर रोज वही मैं शाम तलाशती हूँ जो बस् गया मेरे वजूदो ज़हन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 376 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read अफ़सोस अफ़सोस जताने ये मन निकला क्यों ज्ञान में खोखलापन निकला हम करते रहे श्रेष्ठ सिद्ध स्वयं को मन से न अहम का घुन निकला परिवार बिना माने अबला ये कैसा... Hindi · कविता 11 2 360 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Jul 2016 · 1 min read मुक्ति कर्म योग्यता और संस्कार सबसे ऊपर मेरा प्यार निस्वार्थ प्रीत जो मन लाये मैं मेरा उसका मिट जाये चाहे कोई विकट हो मेरा भक्त मुझे सुन पाए इसीलिए विशिष्ट कहलाये... Hindi · कव्वाली 12 357 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Mar 2017 · 2 min read निरीह गौरया आज सुबह प्रार्थना के बाद जब विश्राम के लिये चली तो पंखुरी की चीं ची ने मुझे आवाज़ दी आँख में आँसू थे मैंने पूछा क्या हुआ ? जो उसने... Hindi · कविता 16 364 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Dec 2016 · 1 min read खिड़की भोर भई खिड़की मैं खोली बड़ी उदास हो मुझसे बोली पीढ़ कहूँ मैं सुनो सहेली बड़े हौले से खिड़की बोली......... कभी हृदय के पट को खोलो सत्य पुंज को कभी... Hindi · कविता 15 319 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read हरियाला सावन हरा भरा हरियाला सावन मन भाये मतवारा साजन प्यासी प्रीत धरा की जागी उर को वुझावे आ नीलगगन महक उठी अब डाली डाली गाए मल्हार कोयलिया कारी पड़ गए झूले... Hindi · गीत 11 3 317 Share Dr.Pratibha Prakash 11 Feb 2017 · 1 min read दरश बिन तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन जल बिन जैसे मीन अधीरा बिन सावन जैसे रोये पपीहा जैसे... Hindi · गीत 16 1 301 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Apr 2017 · 3 min read शिक्षा की करुण पुकार आयोजन। शिक्षा की पुकार दिनांक 8अप्रैल 2017 लघुकथा शिक्षा की करुण कथा कल रात शिक्षा एक शिक्षक को साथ लेकर मेरे पास आई और अपनी व्यथा सुनाने लगी ,आप भी... Hindi · लघु कथा 17 304 Share Dr.Pratibha Prakash 6 Aug 2023 · 1 min read चेतावनी हिमालय की वर्षों से पुकार लगा रहा हूं वेदना सबको बता रहा हूं लेकिन मानव तू वधिर हो गया अश्रु निरंतर मैं वहा रहा हूं।। तब जाकर प्रतिकार किया मैं हिमालय बतला... Hindi · कविता 15 2 378 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read प्रतीक्षा निराश सी कुछ उदास सी बैठी हूँ मैं तुम्हारी राह में हताश सी बैठी हूँ मैं अकेली अजनबी अनजान यहाँ खोजती हूँ बस तुम्हें यहाँ से वहाँ तुमसे मिलन की... Poetry Writing Challenge · कविता 16 3 373 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता नील गगन से विशाल, हिमालय जैसा भाल सुमेरु कन्धे साधे वसुधा के जीवन की ताल मेरे पिता.... संवेदनाओं को कहां कह पाते गिरा पलक को अश्रु छिपाते मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 17 3 355 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिथक lL........ मिथक जगत के स्वार्थ मिथक मत सोच तुझे जाना है किधर लक्ष्य है क्या तेरा जन्म है क्या जीवन का तेरे उद्देश्य है क्या कर्म है क्या करना है... Poetry Writing Challenge · कविता 20 6 270 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read तुम्हें तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राह जाना जब याद तेरी आये ऐ दिलबर मेरे खुदाया तू बन के समीर मेरी सांसों में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 312 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read पिय पीर जिया की पिय नहीं समझे जग को दिखान से का होय जाहि आँख न समझे आँख की व्याधा नीर बहाये से का होय जाहि नदिया बन गई नैनन कोरें... Poetry Writing Challenge · गीत 18 3 389 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दर्द कितना रोकूँ मैं स्वयं को दर्द झलक ही जाता है दिल इतना कमजोर है जो फफक ही जाता है।। इस कदर हावी है जुदाई और हाकिम की वेरुखी देखूँ पल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 22 12 251 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 2 min read गौरैया आज सुबह प्रार्थना के बाद जब विश्राम के लिये चली तो पंखुरी की चीं ची ने मुझे आवाज़ दी आँख में आँसू थे मैंने पूछा क्या हुआ ? जो उसने... Poetry Writing Challenge · कविता 17 6 241 Share Page 1 Next