ईश्वर दयाल गोस्वामी Tag: गीत 97 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ईश्वर दयाल गोस्वामी 9 Oct 2024 · 1 min read नवरात्रि गीत ढारतीं हैं सुगर बिटियें माई पर जल, 'मुँह-अँधेरे' । अनवरत क्रम चल रहा है, चैत्र में औ' आश्विन में ; भाव-भगतें और सेवा रात में भी और दिन में ;... Hindi · गीत 1 206 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 May 2024 · 1 min read तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत लपक कर चढ़ गया पारा पार सैंतालीस हुआ है । धधकती है नदी सूखी, उबलती है धूल,मिट्टी । चुर रहे हैं फूल पत्ते ईंट तपती तपी गिट्टी । दग्ध हैं... Hindi · गीत 5 6 387 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 May 2024 · 1 min read सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत निर्मलता का वरद उद्धरण सिय का जन्म उदार । ज्ञान,विराग, प्रेम के अंचल, खेला बचपन प्रमुदित चंचल । मात सुनयना, पिता जनक के आँगन का संसार । पति चरणों में... Hindi · गीत 4 4 222 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 12 May 2024 · 1 min read माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष माँ के घर न बजी कभी भी छद्म कुकर की सीटी । चूल्हे में दुख को सुलगाकर चढ़ा तवा करतब का ; धर्म-गुँथे आटे की रोटी पेट भरा दे सब... Hindi · गीत 6 10 253 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Apr 2024 · 1 min read आजकल / (नवगीत) खेत हँसियों से कटते नहीं आजकल । रात बेगार-सी दिन है भारी बहुत । चल रही भेद की रोज़ आरी बहुत । फूल ख़ुशियों के खिलते नहीं आजकल । हार्वेस्टर... Hindi · गीत 3 2 235 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 10 Apr 2024 · 1 min read नवरात्रि-गीत / ढारती हैं सुगर बिटियें माई पर जल, 'मुँह-अँधेरे' । अनवरत क्रम चल रहा है, चैत्र में औ' आश्विन में ; भाव-भगतें और सेवा रात में भी और दिन में ;... Hindi · गीत 9 14 263 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 Mar 2024 · 1 min read बीमार घर/ (नवगीत) छत को नजला हुआ सर्द दीवार है, जब से बिटिया गई, घर ये बीमार है । खुरदरा-सा लगे फर्श, ये मरमरी, दूब आँगन की लगने लगी दरदरी ; ग्रस्त हैं... Hindi · गीत 4 2 269 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Sep 2023 · 1 min read कृष्ण जन्म / (नवगीत) :: कृष्ण जन्म :: ____________ प्रेमपूर्ण जीवन की शिक्षा कनु का जन्म ललाम । मोहित बचपन शोभित आँगन, नटखट लीला थी मनभावन, मारण,मोहन उच्चाटन के थे तीनों आयाम । यमुन,कदंब... Hindi · गीत 5 4 938 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2023 · 1 min read बोलो ! ईश्वर / (नवगीत) बोलो ! ईश्वर ! अब कैसे हो ? उड़ा रहे फोकट में पैसे चाय फुरकते पान चबाते बगलोलों से छद्म प्रसंशा सुन-सुन अपने गाल फुलाते बरसा बहुत बहा सब पानी... Hindi · गीत 10 18 644 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Jun 2023 · 1 min read सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत) ताक रहे हैं आसमान को सूखे खेत निगोड़े । बिगड़ गया है ताव बखर का, टूटी मुठिया हल की, नहीं दीखती एक बूंद भी कुइला भीतर जल की, दाग किरण... Hindi · गीत 10 10 609 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Apr 2023 · 1 min read छाती पर पत्थर / पल-पल कठिन तपस्या करके, बाप ! चला पाता है, घर । बासन-भाँड़े, कपड़ा-लत्ता, सब्जी-भाजी औ' राशन ; ब्याह, पढ़ाई रोग-दवाई कर्ज उठाकर, लाए धन ; अनचाहे हिस्सों में बँटके, बाप... Hindi · गीत 10 16 804 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Mar 2023 · 1 min read मुस्कुराकर देखिए / आपका मनमीत हूँ मैं मुस्कुराकर देखिए । आईए खुलकर हवा में, फूल , पत्तों की सभा में, डालियों पर हिल रहा जो, फुनगियों पर खिल रहा,वो पंछियों का गीत हूँ... Hindi · गीत 6 12 562 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 28 Mar 2023 · 1 min read बौराये-से फूल / लगे फुनगियों पर,वसंत के बौराये-से फूल । चटकी कलियाँ आर्द्र लताएँ, हिमपातों की करुण कथाएँ, लिए साथ में कुरित बदरिया, वर्षा,आँधी,धूल । कटन-पूर्व ही सौंसर खेती, रमण नदारद नीरस-रेती, भटक,जवानी... Hindi · गीत 5 18 410 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 16 Mar 2023 · 1 min read कविता ही हो / नीचे गिरकर नहीं उठाना कुछ भी हो, कविता ही हो । उदरम्भरि अनात्म नहीं हम, कर्मशील हैं, उठा कुदाली पर्वत खोदा, श्रम का बाग उगाया हमने ; चुचवाकर दिन-रात पसीना... Hindi · गीत 11 20 522 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Mar 2023 · 1 min read होली (होली गीत) सारे उत्सव, फीके पड़ते होली के सम्मुख । होली के सम्मुख । ईद भले हो बिना दीद के, लाए उदासी, दीवाली । लेकिन रंग, नृत्य से होली जाती नहीं कभी... Hindi · गीत 9 18 664 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Mar 2023 · 1 min read बचपन-सा हो जाना / (नवगीत) चंग,गुलेलें, गुल्ली-डंडा और रूठना, गाना । बहुत कठिन है इस पड़ाव में बचपन-सा हो जाना । सीत भात का छपा गाल पर और हाथ में कट्टू । मनस-संपदा पाकर पूरी... Hindi · गीत 6 22 579 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 Mar 2023 · 1 min read मीठी-मीठी माँ / (नवगीत) घी-शक्कर के कट्टू जैसी मीठी-मीठी माँ । पौ फटने के पहले उठती, चूल्हे पर रोटी-सी सिकती । मैले बासन पर कूची-सी घिसती-घिसती माँ । मुन्ना-मुन्नी को नहलाती, बड़े चाव से... Hindi · गीत 4 4 373 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 Feb 2023 · 1 min read बदले-बदले गाँव / (नवगीत) सूनी-सूनी चौपालें हैं बदले-बदले गाँव । मारी-मारी फिरे जवानी लाचारी में विरधापन । नंगा-भूखा गली-गली में, फिरे अनाथों-सा बचपन । आम लदी डाली चटकी,तो दूर भागती छाँव । बखरी-बखरी नचै... Hindi · गीत 6 18 502 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 10 Feb 2023 · 1 min read सही नहीं है / :: सही नहीं है :: ------------------- यह जो आपाधापी है सिंहासन पा लेने की, सही नहीं है । इसको पाया, उसको खोया । कचरे को कचरे से धोया । उदरम्भरि... Hindi · गीत 7 12 383 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Feb 2023 · 1 min read डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत) दाँद परी सो चुरे घाम में जड़कारें में जड़याने । सूँकौ-तींतौ जैसें-तैसें कट गव कक्का बसकारौ, उन्ना-लत्ता की छौंटई है कैसें कट है जड़कारौ । पुचकी घेंटी, सूकीं बालें, पत्ता... Hindi · गीत 7 16 373 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 Feb 2023 · 1 min read नौनी लगै घमौरी रे ! (बुंदेली गीत) जूड़ी-जूड़ी बैहर चल रई नौनी लगै घमौरी रे ! उठत भुंसराँ कुहला पर रव, सूरज दुफरै लौ जूड़े । धौर कें बाहर धौर कें भीतर हो रय बारे औ' बूड़े... Hindi · गीत 7 8 481 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 3 Feb 2023 · 1 min read जे जाड़े की रातें (बुंदेली गीत) हमखों लगें गुरीरीं भौतऊ, जे जाड़े की रातें । चार जनौं ने बारो कौंड़ौ, बैठे आगी तापें, क्याऊँ की ईंट क्याऊँ कौ गारौ बैठे राग अलापें । सुक्क-दुक्ख कीं राजनीत... Hindi · गीत 6 14 431 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 11 Jan 2023 · 1 min read शिशिर का स्पर्श / (ठंड का नवगीत) आग जूड़ी लग रही है हो रहा पारा हताहत । हाथ सेंको, पाँव जूड़े, पाँव सेंको कमर जूड़ी । और जो बाकी बची वो कोर जूड़ी, कसर जूड़ी । धुंध... Hindi · गीत 8 10 334 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Dec 2022 · 1 min read मंदिर दीप जले / (नवगीत) याद तुम्हारी ऐसी, जैसे मंदिर दीप जले । पनहारिन के चंचल सिर पर जब गगरी छलके । दूनर होती चाल मधुर तब स्वेद बिन्दु ढलके । ज्यों आनंद सफलता की... Hindi · गीत 6 14 389 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 26 Nov 2022 · 1 min read संविधान / समीक्षार्थ : गीत -------------------- :: संविधान :: ----------------- फूलों की भी कांँटों की भी मैं समताओं की किताब हूंँ । आम पके गदराने नींबू मध्य क्षेत्र के काश्मीर की केशर... Hindi · गीत 9 20 374 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Nov 2022 · 1 min read केवल मृत्यु ही निश्चित है / (गीत) केवल मृत्यु ही निश्चित है । धधक रही मरघट की ज्वाला बाहर - बाहर नगर, गांँव के । प्रचलित होते भीतर - भीतर अंधे किस्से धूप - छांँव के ।... Hindi · गीत 10 14 451 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 11 Nov 2022 · 1 min read जस का तस / (नवगीत) ।। जस का तस ।। ---------------------- आप चले गए गांँव छोड़कर मझले कक्का, गांँव अभी तक जस का तस है । वही पुराने किस्सा-गोई, वही ताश औ' चौपर, वही बेर... Hindi · गीत 12 22 464 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Nov 2022 · 1 min read देव उठनी एकादशी/ :: देव उठनी एकादशी:: ------------------------------ आज जगेंगे देव, होगी तांत्रिकों की दीवाली । रात-रात भर फूटेंगे नारियलों के सिर । भाव भूत सिर पटकेंगे कुछ उठकर,कुछ गिर । भक्त करेंगे... Hindi · गीत 12 14 326 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Oct 2022 · 1 min read नए-नए हैं गाँधी / (श्रद्धांजलि नवगीत) नई अहिंसा, नया सत्य है, नए-नए हैं गाँधी । जिसने जितने "गाल बजाए" उतना है वो ज्ञानी । उतना बड़ा संत कहलाए जितना हो अभिमानी । बिना त्याग के, बिना... Hindi · गीत 10 10 308 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Sep 2022 · 3 min read मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ / (हिन्दी दिवस पर एक गीत) मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ । मै गायक हूँ, सुखदायक हूँ, मैं जनमन की अधिनायक हूँ । मैं राजकाज,जन-जन भाषा, औ' वेदों की अनुवादक हूँ । जिसके माथे... Hindi · गीत 12 28 936 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 13 Sep 2022 · 1 min read पढ़वा लो या लिखवा लो (शिक्षक की पीड़ा का गीत) जो तुम चाहो, करवा लो । पढ़वा लो या लिखवा लो । मेहनत का पैसा मिलता है, मेहनत तो करनी ही होगी । जो इच्छा हो राजकाज की, इच्छा वो... Hindi · गीत 13 20 627 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Aug 2022 · 1 min read आजादी अभी नहीं पूरी / (समकालीन गीत) मीलों-मीलों, कोसों-कोसों है बनी हुई इससे दूरी । आजादी अभी नहीं पूरी, आजादी अभी नहीं पूरी । अब भी नारे जेहाद भरे, अब भी तारे अवसाद भरे । अब भी... Hindi · गीत 12 14 393 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 Aug 2022 · 1 min read रुक-रुक बरस रहे मतवारे / (सावन गीत) रुक-रुक बरस रहे मतवारे । घरर-घरर ध्वनि उत्तर आती, सरर-सरर सर दक्षिण जाती । नैना तरस रहे कजरारे । टप-टप पूरब बूँद छलकती, रस-रस पश्चिम देह सँवरती । नभ में... Hindi · गीत 11 6 424 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 30 Jul 2022 · 1 min read माँ की भोर / (नवगीत) सुन,सपने में धुन मुर्गे की पौ फटने के पहले उठकर माता अँगन बुहारन लगती बँधी सार में गैया भूखी, जैसे माँ की आशा रूखी, चारा रखती भूसा रखती । धौन-धान... Hindi · गीत 15 18 456 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Jul 2022 · 1 min read मर्यादा का चीर / (नवगीत) घोड़ा चलता चाल दुलत्ती औंधे पड़े वज़ीर । राजा के भी कर्म-धर्म की धुँधली है तस्वीर । जल संकट की व्यापकता से विचलित होते ऊँट । पँक्ति बनाकर चली चींटियाँ... Hindi · गीत 12 20 552 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 18 Jul 2022 · 1 min read कभी-कभी / (नवगीत) :: कभी-कभी :: -------------------- कभी-कभी ढोता हूँ पृथ्वी अपने ही दुर्बल कंधों पर कभी-कभी सागर की तह तक जाना पड़ता है आँखों को, कभी-कभी ऊँचाई नभ की उड़ना पड़ती है... Hindi · गीत 10 17 357 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Jul 2022 · 1 min read गाँव की साँझ / (नवगीत) तप्त पठरिया की नदिया से इतराती, पर सधी हुई-सी भरी खेप पनहारिन जैसी उतर रही है साँझ गाँव में । दौड़ लगाकर पूँछ उठाकर आती हैं गायें रंभातीं । भेड़-बकरियाँ... Hindi · गीत 11 6 386 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 9 Jul 2022 · 1 min read भोर का नवगीत / (नवगीत) रात ने जगकर रचा है भोर का नवगीत सुंदर । ढल चुकी जब मृदुल सँध्या और कड़ुवे याम बीते । चाँदनी की छत्रछाया में किए आराम बीते । नींद ने... Hindi · गीत 11 8 328 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 Jul 2022 · 1 min read वरिष्ठ गीतकार स्व.शिवकुमार अर्चन को समर्पित श्रद्धांजलि नवगीत ठंडा-ठंडा और सुहाना, उखड़ा पीपल बहुत पुराना । बहुत पुराना,बहुत पुराना । कानों में पत्तों की सर-सर अब भी गूँज रही है, पीड़ा ने ख़ुद पीड़ित होकर अपनी बात कही... Hindi · गीत 10 6 361 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Jul 2022 · 1 min read लकड़ी में लड़की / (नवगीत) आदिवासी एक कन्या लिए गठरी लकड़ियों की, जा रही है । मुग्ध मन है, क्षीण तन है, जाने कैसी ? ये लगन है । कोस भर ये चल चुकी है,... Hindi · गीत 12 9 630 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Jun 2022 · 2 min read टोकरी में छोकरी / (समकालीन गीत) टोकरी में छोकरी है, छोकरी में टोकरी है । छोकरी ही टोकरी है, टोकरी ही छोकरी है । चली जाती छन छना छन कारखाने । बीड़ियाँ अपनी भुनाने । बीड़ियों... Hindi · गीत 15 22 864 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 28 Jun 2022 · 1 min read हवा का हुक़्म / (नवगीत) उस हवा का हुक़्म था घर-घर समेटो । इस हवा का हुक़्म है धर-धर समेटो । गाल चींथो, कान नोंचो । पेट-सी आँतें खरोंचो । आदमी की आँख नोंचो ।... Hindi · गीत 9 8 354 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 24 Jun 2022 · 1 min read बुन रही सपने रसीले / (नवगीत) तोड़कर पत्थर हठीले । बुन रही सपने रसीले । बह रहा है स्वेद झर-झर, चल रही है हवा सर-सर, दग्ध वसुधा तप्त तन है, शीत-चंदन पुता मन है, कर लिए... Hindi · गीत 14 18 346 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 23 Jun 2022 · 1 min read परिवाद झगड़े समीक्षार्थ : नवगीत ०००००००००००० ~ परिवाद झगड़े ~ ------------------------ ० मन मुताबिक दाम लेकर मिल रही हैं कुर्सियांँ । ० उलटबाँसी फेर है सब, देर में अंँधेर है सब मर्सिया... Hindi · गीत 14 10 423 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 22 Jun 2022 · 1 min read स्वर कटुक हैं / (नवगीत) :: स्वर कटुक हैं :: --------------------- स्वर कटुक हैं आरती के औ' अजानों के । खुल गई हैं फिर दुकानें यज्ञ, हवनों औ'कथा कीं । प्रार्थना,अर- दास, पूजा औ' नमाज़ों... Hindi · गीत 13 11 385 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Jun 2022 · 1 min read झुलसता पर्यावरण / (नवगीत) ० एक चिंगारी उठी है इस शहर से उस शहर तक । ० बाँस दंभी ठन गए दो , परस्पर टकरा गए जो । छा चुकीं हैं गर्द चिनगीं ,... Hindi · गीत 11 8 354 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Jun 2022 · 1 min read पितृ-दिवस / (समसामायिक नवगीत) ० पितृ-दिवस पर डाल रहे हैं पुत्र,पिता की डी.पी.। ० बहुआयामी मुस्कानों से सज्जित चेहरे । झूठ-मूठ के पाँव पकड़ते होकर दुहरे । ० इंस्टाग्राम दिखाकर उनका बढ़ा रहे हैं... Hindi · गीत 12 12 383 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 18 Jun 2022 · 1 min read आज नहीं तो कल होगा / (समकालीन गीत) आँखों की जब धुंध हटेगी, नव चिंतन की कली खिलेगी, जो है आज गली का कीचड़ वही कमल का दल होगा, आज नहीं, तो कल होगा । झरना होगा ताल... Hindi · गीत 10 16 548 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2022 · 1 min read नदी की अभिलाषा / (गीत) ओ ! अषाढ़ के कारे बदरा, आस भरी आँखों के कजरा, बरस पड़ो विरहा के तट पर । कई महिनों से तपते-तपते सूखी सघन अश्रु-धारा यह । लू,लपटों का वेग... Hindi · गीत 12 12 458 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Jun 2022 · 1 min read जाने क्या-क्या ? / (गीत) पूज रहे हैं लोग बहुत से जाने क्या-क्या ? चूहा, बिल्ली, हाथी, मरकट । पत्थर-वत्थर, कूडा-करकट । भोग रहे हैं भोग बहुत से जाने क्या-क्या ? सजे दिवाले, खुले शिवाले... Hindi · गीत 9 10 651 Share Page 1 Next