नवीन जोशी 'नवल' 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम ऐसा प्रेम मधुर हो जिसको, याद करे यह दुनिया सारी। प्रेम नहीं पर्याय स्वार्थ का, नहीं करो तुम इसको विकृत, ऐसा प्रेम दिखाओ करके, अंतर्तम करता हो स्वीकृत ! सीमाओं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 123 1k Share नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2021 · 1 min read बरसात- वर्षा ऋतु उमड़ घुमड़ घन नभ में छाए, प्रेम सुधा बरसाने को, पड़ने लगी फुहार मधुर, धरती की तपन बुझाने को !! वन-उपवन सब फलित पल्लवित, वसुधा में हरियाली छाई, आज खिल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 22 1k Share नवीन जोशी 'नवल' 29 Mar 2021 · 1 min read खेलूं कलम से होरी ? जय मां शारदे? ------------------------ खेलूं कलम से होली फाग में, खेलूं कलम से होरी ! खेलूं कलम से होरी !! अंतर्मन–मंदिर से निकसी सजकर ‘रचना’ गोरी ! भा गई... Hindi · गीत 1 4 741 Share नवीन जोशी 'नवल' 10 Apr 2022 · 1 min read श्री राम 🙏 मां शारदे को नमन 🙏 जय श्री राम 🙏 जय जय सियाराम🙏जय बजरंगबली श्री रामनवमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🌹🙏 श्री राम --------- अखिल राष्ट्र का गौरव हैं... Hindi · गीत 2 634 Share नवीन जोशी 'नवल' 28 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता से ही है प्रकट पहचान मेरी इस धरा पर, शीश पर प्रत्यक्ष जब तक उस गगन का हाथ है ! है नहीं चिंता किसी भी मोड़ पर कैसे चलूँगा,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 627 Share नवीन जोशी 'नवल' 16 Feb 2021 · 1 min read ऋतुराज बसंत धानी पगड़ी, पीत वसन तन, देख सखी ऋतुराज हैं आए ! सकल तमस को किये पराजित, मंद-मंद मुसकाये दिनकर ! नव बसंत का स्वागत करने, शगुन गीत मृदु गाये अम्बर,... Hindi · कविता 5 4 519 Share नवीन जोशी 'नवल' 7 Mar 2021 · 1 min read 'प्यारी ओस-बिंदु' गौरैया-कोकिल-मैना जब, लगे जगाने सब मिल करके, मैं भी देख परिश्रम उनका, उठ बैठा फिर तड़के-तड़के वह उन्मुक्त बालपन अपना, बीता स्वर्ग सदृश गांव में ! खग-मृग, सरिता, मंद-पवन सब,... Hindi · कविता 1 453 Share नवीन जोशी 'नवल' 2 Feb 2021 · 1 min read गंगा मां ब्रह्म कमंडलु, विष्णु पदों से शंकर जटा समायी, भागीरथ तप बल से हर्षित पृथ्वी पर चलि आई । सगर सुतों की तारनहारिणि, शुचि सुतरंगिणि गंगे मां ।। नमो-नमो मां त्रिपथगामिनी,... Hindi · कविता 2 4 426 Share नवीन जोशी 'नवल' 27 Feb 2021 · 1 min read भ्रांति पथ उत्क्षेप नित अभिमान में अनभिज्ञ है निर्वाण से तू, अहं की अट्टालिका चढ़कर स्वयं में ही बटोही ! सत्य है नश्वारता और तू नहीं अविजित धरा पर, तोड़ ले मतिभ्रम... Hindi · कविता 1 388 Share नवीन जोशी 'नवल' 3 Feb 2021 · 1 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको ! कीर्ति,सुख,ऐश्वर्य,धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ? सत्य शिव का... Hindi · कविता 3 8 360 Share नवीन जोशी 'नवल' 14 Apr 2021 · 1 min read 'नव वर्षाभिनंदन' जय मां शारदे ? नववर्ष वि.सं. २०७८ की अनंतानंत बधाई एवं अशेष मंगलकामनाएं, नव-संवत्सर अखिल विश्व के लिए कल्याणकारी हो?। हर्षित नव मधुमास मनोरम स्वागत है दोऊ जोरि करों से,... Hindi · कविता 1 370 Share नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2023 · 1 min read श्री राम राज्याभिषेक कुण्डलिया -------------- वंदन कौशलदेश को, कलित सजा दरबार । सिंहासन पर नाथ हैं, शोभित तोरण द्वार ।। शोभित तोरण द्वार, अयोध्या रुचिर बनी है। संग विराजत भ्रात, वाम दिशि जगजननी... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 2 655 Share नवीन जोशी 'नवल' 23 Feb 2021 · 1 min read सभी सुविचारों का स्वागत है क्या कहे, कितना कहे, कैसे कहे, कब तक कहे, ध्यान धरकर इन सभी को, हर कलम कहती रहे ! शब्द चाहे वक्र हों, हर शब्द में संस्कार हो, अग्नि भी... Hindi · कविता 3 4 331 Share नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read (व्यंग्य) "भैया कैसे हो"? स्वस्थ गात, संपति विराट हो और जुबां पे दम-खम हो, वस्त्राभूषण देह अलंकृत, कुछ विवेक चाहे कम हो। चटक मटक हो चाल-चलन में और जेब में पैसे हो, फिर अनजाने... Hindi · कविता 4 4 310 Share नवीन जोशी 'नवल' 14 Feb 2021 · 2 min read अमर बलिदानी (पुलवामा के शहीदों को नमन, भावपूर्ण श्रद्धांजलि ??) वीर शहीदो ! सारा जन-गण, करता है गुणगान तुम्हारा, लेकर जाओ हे बलिदानी,हाथ जोड़कर नमन हमारा ! मातृभूमि हित जब वीरों का,... Hindi · कविता 4 2 303 Share नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ज्ञान प्रदायिनी मातु सरस्वती, श्री बजरंगी वीर को वंदन । अखिल जगत के हैं तारणहार जो, तुलसि के श्री रघुवीर को वंदन। चित्रकूट के घाट जहां पर, तुलसी घिसें प्रभु... Hindi · मुक्तक 3 4 312 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Feb 2021 · 1 min read शब्दसाधक की अभिलाषा शारदे माँ शक्ति दें तो एक पहल ऐसी करूंगा 'शब्द' की ही औषधि से, कष्ट सब-जन के हरूँगा !! नित करूंगा साधना मैं लोक के कल्याण हेतु, दम्भ, ईर्ष्या, छल-कपट... Hindi · कविता 2 294 Share नवीन जोशी 'नवल' 1 Jul 2022 · 1 min read सुविचारों का स्वागत है क्या कहे, कितना कहे, कैसे कहे, कब तक कहे, ध्यान धरकर इन सभी को, हर कलम कहती रहे !! शब्द चाहे वक्र हों, हर शब्द में संस्कार हो, अग्नि भी... Hindi 6 1 274 Share नवीन जोशी 'नवल' 19 May 2023 · 1 min read वट सावित्री अमावस्या कुण्डलिया छंद ------------------- नारी की शक्ति अगर, रहे धर्म के साथ । कर सकती है काल से, खुद ही दो-दो हाथ।। खुद ही दो-दो हाथ, पलट सकती विधान को। यम... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 2 2 370 Share नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2023 · 1 min read गांव - माँ का मंदिर जय माँ मल्लिके 🙏 ----------------------- आज माँ के द्वार पर मैं, कामनाएं लिख रहा हूँ। मिल रहे हैं मित्र-परिजन, आज आनंदित हुआ मन। और उद्वेलित हुए तन, खिल उठे मन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 415 Share नवीन जोशी 'नवल' 13 Jun 2023 · 1 min read नील गगन कुण्डलिया ------------- नील गगन में छा रहे, धवल मेघ चितचोर । करता है दिल आज हम, चलें साथ उस छोर।। साथ चलें उस छोर, जहाँ खग विचरण करते। काजर की... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 379 Share नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2023 · 1 min read शिव अराधना कुण्डलिया छंद -------------------- मनोकामना साथ ले, कर फूलों की हार । आई दृढ़ विश्वास से, शिवशंकर के द्वार।। शिवशंकर के द्वार, करो 'हर' इच्छा पूरी । एक आपसे आस, नहीं... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 325 Share नवीन जोशी 'नवल' 6 Jun 2023 · 1 min read जीवन का एक और बसंत मुक्तक -------- (१) पल-क्षण, दिवस, मास बहु बीते, वर्ष एक फिर बीत गया, खारे-मीठे अनुभव का भी, बजता नव संगीत गया। चलते चलते जीवन पथ पर, जब नैराश्य हराने आता,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 376 Share नवीन जोशी 'नवल' 3 Jun 2023 · 1 min read करवा चौथ कुण्डलिया छंद ----------------- छाई धवला चाँदनी, जगमग है चहुँओर । छटा गगन की देखकर, हर्षित चतुर चकोर।। हर्षित चतुर चकोर, मगन हो नाचे - गाये । चौथ कलानिधि आज, नवल... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 329 Share नवीन जोशी 'नवल' 16 May 2023 · 1 min read श्रीराम वन में कुण्डलिया छंद ------------------ (१) कानन में बिन पादुका, लिये चाप-शर हाथ । जगजननी को खोजते, तीन लोक के नाथ।। तीन लोक के नाथ, संग हैं लक्ष्मण भ्राता। स्वयम् भोगते दुःख,... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 185 Share नवीन जोशी 'नवल' 16 May 2023 · 1 min read कैसा गीत लिखूं जय माँ शारदे 🙏 गीत ----- मन मंदिर में असमंजस है, कैसा गीत लिखूं! कैसा गीत लिखूं ! पर-उपकार स्वार्थ में पलते, छपते फिरते हैं कागज पर। आज कंटीले बाजारों... Poetry Writing Challenge · गीत 2 160 Share नवीन जोशी 'नवल' 20 May 2023 · 1 min read माया का रोग (व्यंग्य) कुण्डलिया छंद ------------------ अल्प-आयु में चल बसे, दो हजार के नोट । किसको सुख अनुभूति है, किसको पहुंची चोट।। किसको पहुंची चोट, नवल तू तो फकीर है। नहीं तुम्हारे हाथ... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 2 199 Share नवीन जोशी 'नवल' 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण संरक्षण संकल्प ------------------------------- आज सभी संकल्प करें, निर्मलता को अपनाएं, संरक्षित कर वृक्ष, नीर को, पर्यावरण बचायें ! मेरी अचेचता से कोई जीव दुखी ना होएं, औरों को भी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 251 Share नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2023 · 1 min read जीवन मुक्तक -------- शिशिर, शीत या ग्रीष्म भयंकर, राह बिछे चाहे हों शूल, चाहे नव-बसंत मनभावन, या भादौ बरसे प्रतिकूल। चलो पुनः जी लेता हूं अब, दुर्गम पथ पर चलते-चलते, निकल... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 214 Share नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read विरह बीति रहा मधुमास सखी, अजहूं बलमा घर आये नहीं, हिय मोर विरक्त बिना पिय के, उथ बैरी फागुन गाये रहीं ! कर्कश कोकिल के सुर हैं, नव कोंपल भी कुम्हलाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 241 Share नवीन जोशी 'नवल' 2 Jul 2023 · 1 min read भ्रांति पथ उत्क्षेप नित अभिमान में अनभिज्ञ है निर्वाण से तू, अहं की अट्टालिका चढ़कर स्वयं में ही बटोही ! सत्य है नश्वारता अरु तू नहीं अविजित धरा पर, तोड़ ले मतिभ्रम... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 191 Share नवीन जोशी 'नवल' 10 Jun 2023 · 1 min read निर्जन पथ का राही निर्जन पथ का राही हूँ मैं, निज आँसू पीना आता है। बीहड़ता में रहकर मुझको, कांटों में जीना आता है ।। चाहे रोको मार्ग हवा का, या फिर ढक लो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 289 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read तन्हाई ऐ दिल सच-सच बता, क्या है तेरे दिल में ? क्यों तू तनहा है इस भरी महफ़िल में ? धरती तेरी, अम्बर तेरा फिर क्यों उदास है ? सुहाना सफर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 165 Share नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2023 · 1 min read जीवन का सफर कुण्डलिया छंद -------------------- जीवन का जग में भला, सफर कहाँ आसान। कदम कदम पर छल भरे, खड़े मिले इंसान।। खड़े मिले इंसान, पराये हों या अपने । सपने पालें लाख,... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 228 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read मुस्कान जब भी मिलना तुम अपनों से, मन के शुभ -सुंदर सपनों से, प्रेरित होकर श्रेष्ठ जनों से, मधुमय शब्द जुबान में । रहना नित मुस्कान में ।। अंजानों को मीत... Poetry Writing Challenge · कविता 1 176 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read बसंत पंचमी (१) मातु शारदा प्रकट भई है, आये हैं ऋतुराज सखी, झूम रही वन उपवन-डारी, झूम उठा मधुमास सखी। गुलमोहर, चंपा, टेसू पर, भ्रमर नाचते विविध रंग के, शगुन गीत गाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 161 Share नवीन जोशी 'नवल' 20 May 2023 · 4 min read कौसानी की सैर (संस्मरण का लघु कहानी स्वरूप) गांव में 'नवल' और 'राजा' दोस्त थे, एक ही स्कूल में पढ़ते थे। राजा सामान्य परिवार से था और नवल के परिवार की आर्थिक स्थिति... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 138 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान राजनीति राजनीति का क्षुद्र रूप लखि, मन होता है खिन्न, सेवा के पथ पर निकला है, आरोपों का जिन्न ! उगल रहे हैं आग, सदा कुत्सित भावों से, होत न हित... Poetry Writing Challenge · कविता 2 143 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति जय माँ शारदे ये स्नेहिल सी सीरत,ये मौसम मृदुल सा, ये कैसा विहंगम, नजारा अतुल सा । हृदय जीत लेती ये, पर्वत शिखाएं, प्रकृति का ये आंचल, अधिक मंजुल सा... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 126 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read परिवार (१) कितना सुंदर लगता है जब, सामूहिक परिवार हो, दादा दादी की शिक्षा, भाई बहनों का प्यार हो । मात पिता के संस्कार, सब एक दूसरे के पूरक, आज कहां... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 127 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read आशा संपूर्ण धरा पर फिर नूतन वैभव होगा । प्रसन्नता का फिर से नव उद्भव होगा।। विश्वास है फिर से सुखद दिन आयेंगे, निराशा भरे दिन बीत ही जायेंगे। नई सुबह... Poetry Writing Challenge · कविता 1 114 Share नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read जीवन सफर मुक्तक -------- राह है सुनसान उस पर, आज मेला भी नहीं है, विकट मग के कंटकों को, हाल झेला भी नहीं है। किंतु है विश्वास उस पर, जो जगत् निर्माण... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 116 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read जुनून लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए ! मंजिल पाना नहीं मुश्किल बस जुनून होना चाहिए, निराश, उदास नहीं मन उपवन प्रसून होना चाहिए, ललक हो जीवन में हर रोज कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 141 Share नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read पशु हत्या कुण्डलिया ------------- जीने को विचलित रहा, मानव घर में बंद । लेकिन पशु-पक्षी सभी, फिरते थे स्वच्छंद।। फिरते थे स्वच्छंद, सुखी हो विचरण करते । भूले अत्याचार, चैन की साँसें... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 136 Share नवीन जोशी 'नवल' 2 Jul 2023 · 1 min read कालाबाजारी (फितरत) मौत खड़ी है सिर पर आकर, फिर भी यह कालाबाजारी !! यह कैसा मानव स्वभाव है, सबकुछ है फिर भी अभाव है, संकट का सब पर प्रभाव है ! पर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 90 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read किसान विधा : वर्ण पिरामिड वो देख किसान श्रम से ही बोता है बीज तो जाकर कहीं कई दिनों में पकती है फसल खेत में । वो जब नित ही अथक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 110 Share नवीन जोशी 'नवल' 22 Mar 2024 · 1 min read नर जीवन हे मित्र 'समय' तुम रुको तनिक, अब कुछ कर लेना बाकी है । मानव बनने में समय लगा, नर जीवन जीना बाकी है ।। जब कदम चल पड़े उत्तरार्ध, चंचल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 52 Share नवीन जोशी 'नवल' 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदना - अपनी ऑंखों से देखा है जीवन का नव अनुभव मैंने, अपनी ऑंखों से देखा है । तपती जेठ दुपहरी देखी, पूष की रात घनेरी देखी । भादौ मेघ गर्जना देखी, शरद्ध दीप्ति विखेरी देखी ।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 83 Share नवीन जोशी 'नवल' 24 Apr 2024 · 1 min read संवेदना (वृद्धावस्था) शीर्ष थे परिवार में, ज्यों व्योम के तुम प्रथम तारे ओ विपिन के वट-विटप, अब शून्य में किसको निहारे ! जोड़कर तृण-तृण तुम्हीं ने, दिवस ना कुछ रात देखा, पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 1 72 Share नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read बिटिया विदा हो गई नव-जीवन का साथ निभाने, एक नया संसार बसाने, दुनिया की यह रीत निभाने, प्यारी बिटिया चली गई है ।। खेल-खिलौने यहीं छोड़कर, नए पंख- परिधान ओढ़कर, बाबुल का उद्यान छोड़कर,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 11 Share Page 1 Next