Ram Krishan Rastogi 1269 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ram Krishan Rastogi 10 Jun 2022 · 1 min read जूते जूती की महिमा (हास्य व्यंग) जूते में बहुत गुण है,सदा राखिए अपने पास। दुश्मन से ये बचाए,कोई न फटके आस पास।। मैडम जूती सदा राखिए,बिन जूती सब है सून। जूती बिना न उबरे,राजकाज राजनीति के... Hindi 4 5 1k Share Ram Krishan Rastogi 19 Mar 2022 · 1 min read घमंडी का सिर नीचा इतनी जरा सी बात,समंदर को भी खल गई। एक कागज की नाव,मुझ पर कैसे चल गई।। बड़ी बड़ी नदियां मुझ में डूब कर लुप्त हो गई। छोटी सी चिड़िया,मुझमें डुबकी... Hindi · कविता 2 3 952 Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2021 · 1 min read धन दौलत पर न कर इतना गुमान धन दौलत पर न कर इतना गुमान ************************** धन दौलत पर न कर इतना गुमान ये हाथ का मैल है धुल ही जाएगा। न कुछ लाया था न कुछ ले... Hindi · कविता 4 2 994 Share Ram Krishan Rastogi 25 Apr 2022 · 1 min read गुलमोहर जब तुम यौवन पर होते हो, सारा जग भी खिल जाता है। तुम्हारा ऐसा दर्श देखकर तो, युवती यौवन भी शर्मा जाता है।। जेष्ठ आषाढ़ की तेज गर्मी में, तुम... Hindi · कविता 3 5 955 Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने, फिर बार बार क्यों तुम आते हो। दरवाजे सारे बंद हो चुके है अब, फिर बार बार क्यों खटकाते हो।। होता है प्रेम... Hindi · कविता 7 11 895 Share Ram Krishan Rastogi 16 Dec 2021 · 1 min read बुढ़ापे का सहारा बुढ़ापे में एक दूजे के सहारा होंगे ************************* बुढ़ापे में एक दूजे के साथ हम ही देंगे। देगा कोई और नही साथ हम ही देंगे। घुटने नही चलेंगे दर्द घुटनों... Hindi · कविता 3 2 1k Share Ram Krishan Rastogi 5 Apr 2022 · 1 min read मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक। हर स्थान में नाम बदलू रूप न मेरा एक। मै पैसा हूं,मेरे रूप बदलते रहते है हर दम। नेता मेरे आगे... Hindi · कविता 8 10 917 Share Ram Krishan Rastogi 20 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता थे हृदय विशाल, वे मुझ पर प्यार लुटाते थे। कर संकू ना वर्णन शब्दो में, वे देव तुल्य पिता कहलाते थे।। मेरे पिता प्यार के सागर थे, उनके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 19 33 891 Share Ram Krishan Rastogi 23 Aug 2018 · 1 min read रक्षाबंधन पर एक गजल --आर के रस्तोगी रिश्ते है कई दुनिया में,बहन का रिश्ता खास है बाँधती है जो धागा बहन,वह धागा कोई खास है लगाये रखती है बहन टकटकी,रक्षाबंधन के पर्व पर आयेगा उसका भाई जरुर,उसका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 874 Share Ram Krishan Rastogi 25 May 2022 · 1 min read दाने दाने पर नाम लिखा है दाने दाने पर नाम लिखा है जिसने जिसको खाया है। हर दाने पर मोहर लगी है जिसने जिसको उगाया है।। खाने वाले करोड़ों मिलेगे देने वाला बस एक ही राम।... Hindi · कविता 3 3 984 Share Ram Krishan Rastogi 12 Apr 2022 · 1 min read कलयुग की पहचान दिखाओ कुछ करो कुछ,यही कलयुग की है पहचान। काले कारनामे करते रहे,यही नेक इंसान की पहचान।। सत्ता को हासिल करने के लिए बेचो धर्म ईमान। यही प्रजातंत्र में है,अच्छे नेता... Hindi · कविता 2 3 902 Share Ram Krishan Rastogi 31 May 2022 · 1 min read पति पत्नी पर हास्य व्यंग जब से तुम मायके गई हो,मन लगता नही। शाम सूनी सी लगती है रात तो कटती नहीं।। डाक्टर फोन पर पूछते है अब आते क्यो नही। शुगर व बी पी... Hindi · कविता 1 1 981 Share Ram Krishan Rastogi 31 Mar 2023 · 1 min read सुहाग रात जब उनसे मेरी पहली मुलाकात होगी, पता नही उनसे क्या क्या बात होगी। उठायेंगे जब घुघंट वे मेरा पहली बार, मेरे जीवन की ये सबसे बड़ी सौगात होगी।। कमरे में... Hindi · मुक्तक 5 9 910 Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read पनघट और मरघट में अन्तर पनघट पर प्यास है बुझती, मरघट पर लाशे है जलती। देखो यह जीवन की धारा, सदैव जग में चलती रहती।। पनघट पर सब पानी है पीते, मरघट पर सब प्राण... Hindi · मुक्तक 4 7 928 Share Ram Krishan Rastogi 21 Apr 2023 · 1 min read शादी शुदा कुंवारा (हास्य व्यंग) आदमी कितनी भी शादी कर ले, थोड़ा बहुत कुंवारा रह जाता है। बच्चे जितने भी हो जाए उसके, थोड़ा बहुत बचपना रह जाता है।। शादी शुदा कुंवारा बड़ा मिलनसार होता,... Hindi · हास्य व्यंग रचना 1 1 861 Share Ram Krishan Rastogi 19 Apr 2022 · 1 min read कविता पर दोहे कविता ऐसी तुम लिखिए, सब को होए ज्ञान। सारे विश्व का हित हो, जग का हो कल्याण।। कविता ऐसी चांदनी, चहुं ओर हो प्रकाश। प्रंशसा करने लगे, अवनि और आकाश।।... Hindi · दोहा 4 6 868 Share Ram Krishan Rastogi 15 Mar 2021 · 1 min read लिखूं क्या मै मुझे लिखना नहीं आता लिखूं क्या मै,मुझे लिखना नहीं आता ***************************** लिखूं क्या मै,मुझे लिखना नहीं आता। दिल टूट गया है,इसे जोड़ना नहीं आता।। गया था गम भूलाने मै मयखाने मे। पर गम को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 855 Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2022 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस पर पुस्तको की वेदना ई बुक्स आते ही,हमारा बहिष्कार हो गया, जैसे कोई हमारा,बाज़ार से बनवास हो गया। क्या होगा हमारा भविष्य हमको पता नही, बच्चो के बसतो से हमारा बहिष्कार हो गया।। जमाना... Hindi · मुक्तक 4 5 880 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2022 · 1 min read विरह की पीड़ा जब लगी मुझे सताने विरह की पीड़ा जब लगी मुझे सताने। लगने लगे अपने प्रिय भी मुझे बिराने।। जो लगती थी,मुझे तरु की शीतल छाया। वो अब जला रही है मेरी निर्मल काया।। खुली... Hindi · कविता 3 4 800 Share Ram Krishan Rastogi 30 Mar 2020 · 1 min read रस्तोगी की कुंडलियाँ --आर के रस्तोगी लिख रहा हूँ रोजनामचे में देश का हिसाब | पन्ने इतने भर गये,बन गयी मोटी किताब || बन गयी मोटी किताब, पाठक पढ़ते रहते | प्रंशसा के पत्र उनके, रोजना... Hindi · कुण्डलिया 1 1k Share Ram Krishan Rastogi 21 May 2022 · 1 min read एक पनिहारिन की वेदना सुन सखा,मेरे कृष्ण कन्हैया, पूछ रही है मेरी सभी सखियां। कैसे फूटी तेरी जल की गगरिया, क्यो भीगी तेरी लाल चुनररिया। कर रही है सभी सखि ठिठोली, इन सबके पीछे... Hindi · कविता 6 8 834 Share Ram Krishan Rastogi 26 Sep 2023 · 1 min read आंखो में है नींद पर सोया नही जाता आंखो में है नींद,पर सोया नही जाता। दिल में है जख्म,पर रोया नही जाता।। सजाया था ये बगीचा,बड़ी चाहत से मैने। फूलो का हूं शौकीन,कांटा बोया नही जाता।। हम तो... Hindi · गजल 6 6 851 Share Ram Krishan Rastogi 18 Jun 2022 · 1 min read भगवान की तलाश में इंसान ढूंढ रहा है जंगल जंगल,मृग अपनी कस्तूरी को। देख पाया न अपनी नाभि,छिपी हुई कस्तूरी को।। ढूंढ रहा है मंदिर मंदिर,भक्त अपने भगवान को। मिल न पाया भगवान उसे इस... Hindi · कविता 3 10 864 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jun 2022 · 1 min read पैसे की महिमा पैसे को आगे रखो,सब काम तुम्हारे होते जायेगे। पैसे को मुर्दो के आगे फैको वे भी बढ़ते जायेगे।। पैसे में इतना दम है,वह मरे हुए को जिला देगा। बिन पैसे... Hindi 4 9 816 Share Ram Krishan Rastogi 27 Apr 2022 · 1 min read गुजर रही है जिंदगी अब ऐसे मुकाम से गुजर रही है जिंदगी अब ऐसे मुकाम से, अपने भी दूर हो गए जरा से जुखाम से। पास रहकर भी हम ,कितने दूर हो गए, इस महामारी से हम सब... Hindi · कविता 3 3 784 Share Ram Krishan Rastogi 13 Feb 2022 · 1 min read हिज़ाब पर बबाल हिज़ाब पर बबाल ************** हिज़ाब पर आजकल,मच रहा है बड़ा बबाल। नेता इस पर उठा रहे,भांति भांति के सवाल।। हिज़ाब की आड मे, चल रहे है धार्मिक मतभेद। इसके पीछे... Hindi · कविता 4 10 695 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jul 2022 · 1 min read पति पत्नी की नोक झोंक(हास्य व्यंग) पायलट की पत्नि बोली, ज्यादा हवा में मत उडो, मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी, ज्यादा तीन दो पांच मत करो, तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर, हवा में उड़ा... Hindi · हास्य-व्यंग 5 10 821 Share Ram Krishan Rastogi 17 Apr 2022 · 1 min read हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है। शायद तुझे गलत लोगो ने गलत ही समझाया है।। शायद हम उनकी नज़रों से बहुत दूर हो चुके है। लगता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 9 748 Share Ram Krishan Rastogi 1 Dec 2020 · 1 min read सास बहू का झगड़ा घी बनाए खाचिडी, नाम बहू का होय, इसी बात पर सास बहू का झगड़ा होय। कौन करे इनका फैसला,जो दोनो ही सहमत होय, दोनों को समझने पर,दोनों में से कोई... Hindi · कविता 750 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2023 · 1 min read बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग) बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं *********************** बुढ़ापे में अभी भी जवानी के मजे लेता हूं। रसीले आम को अभी भी मै चूस लेता हूं।। बुढ़ापे में भले ही... Hindi · कविता 3 7 971 Share Ram Krishan Rastogi 29 May 2023 · 1 min read ये दिल है जो तुम्हारा ये हंसी है जो तुम्हारी। वह जिंदगी है हमारी।। ये दिल है जो तुम्हारा। वही तो है मेरा सहारा।। ये आंखे है जो तुम्हारी। वही तो राह दिखा रही।। ये... Hindi 4 4 734 Share Ram Krishan Rastogi 26 May 2023 · 1 min read वो पहली पहली मेरी रात थी वो पहली पहली मेरी रात थी। जब उनसे हुई मुलाकात थी।। चांद भी उपर से झांक रहा था। वो पूनम की चांदनी रात थी।। आसमां भी कुछ कह रहा था।... Hindi · Gazal ग़ज़ल 6 9 916 Share Ram Krishan Rastogi 22 May 2022 · 1 min read बताओ तो जाने जो कल थी,पर आज नही रहेगी, जो आज हैं, पर कल नही रहेगी। जो कल आयेगी वह परसो न आयेगी, पर दीवार पर टंगी सब घर मिल जायेगी। टर टर... Hindi · कविता 7 11 694 Share Ram Krishan Rastogi 21 Jun 2022 · 1 min read में और मेरी बुढ़िया घर का नाम है मधुबाला, प्यार से कहता हूं बाला। जब जब वह आती है, खुल जाता दिल का ताला।। जब जब घंटी मै बजाता, दौड़ी दौड़ी मेरे पास आती।... Hindi · मुक्तक 6 11 768 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jun 2023 · 1 min read दो जून की रोटी दो जून की रोटी,प्रभु सबको मिल जाए। छोटी हो या मोटी,ये सबको मिल जाए।। दो जून की रोटी,बड़ी किस्मत से है मिलती। मेहनत करता है मजदूर तब कही ये मिलती।।... Hindi · कविता 3 3 788 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jun 2023 · 1 min read वो इश्क किस काम का वो इश्क है किस काम का, जो सोए जज्बात ना जगाए। वो हुस्न है किस काम का, जो जिस्म में आग ना लगाए, अगर हुस्न को इश्क हो जाए, फिर... Hindi · कविता 4 9 834 Share Ram Krishan Rastogi 14 Jul 2022 · 1 min read सावन सजनी पर दोहे सावन महिना आ गया,पवन मचावे शोर। डालो पर झूले पड़े,नाचे बन में मोर।। मेरे साजन घर नही,सतावे उनकि याद। तड़प रहा मेरा मन,सुने कोए फरियाद।। सावन के आते बढ़ी,पिया मिलन... Hindi · दोहे 4 5 791 Share Ram Krishan Rastogi 14 Oct 2023 · 1 min read पति पत्नी पर हास्य व्यंग जब से तुम मायके गई हो,मन लगता नही। शाम सूनी सी लगती है रात तो कटती नहीं।। डाक्टर फोन पर पूछते है अब आते क्यो नही। शुगर व बी पी... Hindi · हास्य व्यंग रचना 5 5 830 Share Ram Krishan Rastogi 27 May 2022 · 1 min read ये दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना। कुछ समझता नही अब तुम्हारे बिना।। जब से दिल पर पड़ी तेरी परछाइयां। दिल मचलता नही अब तुम्हारे बिना।। मेरे हाथो से ये दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 745 Share Ram Krishan Rastogi 9 Apr 2022 · 1 min read तेरे दिल में कोई और है तेरे दिल में कोई और है, तुझे चाहता कोई और है। हो रहा है क्या समाज में, तेरे पास रहता कोई और है।। तेरी बात चली किसी और से, तेरी... Hindi · मुक्तक 3 3 663 Share Ram Krishan Rastogi 13 Apr 2022 · 1 min read मै जलियांवाला बाग बोल रहा हूं मै जलियाँ वाला बाग बोल रहा हूँ,जालिम डायर की कहानी सुनाता हूँ | निहत्थो पर गोली चलाई थी,मरने वालो की चीखे सुनाता हूँ || चश्मदीद गवाह था मै यह सब... Hindi · कविता 3 3 754 Share Ram Krishan Rastogi 8 Aug 2022 · 2 min read जीवन संगनी की विदाई छोड़ कर जा रही हूं तुम्हें,मुझे याद मत करना। जाना है सबको संसार से 1 दिन सबको मरना।। जन्म हुआ है जिसका,मृत्यु भी उसकी एक दिन होगी। ये क्रम चलता... Hindi · कविता 8 15 704 Share Ram Krishan Rastogi 23 Jun 2021 · 1 min read सुंदर नारी की उपमाएं एक नायिका के अंगो की उपमाएं ************************* ये यौवन क्या है तुम्हारा, उमड़ता हुआ है समंदर। डर लगता है इससे मुझको, कहीं डूब न जाऊं मै अंदर।। ये काली जुल्फे... Hindi · कविता 3 2 701 Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2023 · 5 min read मेरी दोस्ती मेरा प्यार मेरी दोस्ती मेरा प्यार **************** "जब दीप जले चले आना" अंकिता के ये शब्द आज भी वैभव के कानों में गूंज रहे है और उसका चमकता चेहरा उसकी आंखो के... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 19 37 705 Share Ram Krishan Rastogi 3 Mar 2022 · 1 min read रसिया यूक्रेन युद्ध दृश्य चारो ओर अब हाहाकार मचा है, मानव जीवन न अछूता बचा है। त्राहि त्राहि है अब चारो तरफ, विश्व युद्ध का अब डंका बजा है।। विज्ञान का दुरुपयोग हुआ है,... Hindi · मुक्तक 4 3 625 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jul 2022 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय मित्रता पर दोहे मित्र उसको ही बनाइए, हमेशा रहे साथ। विपदा जब कोई पड़े,हर पल देता साथ।। सखा कृष्ण सुदामा से,रहे न अब इस लोक। स्वार्थ भरी मित्रता, जग में मिला शोक।। मित्र... Hindi 5 6 732 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jan 2022 · 1 min read बरसात में साजन और सजनी बरसात,साजन व सजनी ******************* आह ! लगी है आज बरसात, जैसे दिन में हो गई हो रात। फोन साजन को लगा रही हूं, हो रही नही उनसे मेरी बात।। चल... Hindi · कविता 1 1 629 Share Ram Krishan Rastogi 5 May 2022 · 1 min read बुढ़ापे का दर्द आज अपने ही घर से,बे घर हो गए। जो कभी अपने थे,वे पराए हो गए।। अपना घर होते हुए,वृद्धाश्रम चले गए। कोई नही पूछता,वे वृद्ध कहां चले गए।। जो जिगर... Hindi · कविता 4 8 1k Share Ram Krishan Rastogi 22 May 2022 · 1 min read चिन्ता और चिता में अन्तर चिन्ता ही चिता समान है। चिता मौत का फरमान है।। चिन्ता जिंदे को जलाती है। चिता मुर्दे को जलाती है।। चिता ही अंतिम सच है। चिन्ता पहला ही सच है।।... Hindi · कविता 3 2 674 Share Ram Krishan Rastogi 18 Apr 2022 · 1 min read चंदा मामा बाल कविता चंदा मामा पहन पायजामा, पहुंचे एक दिन वे सुसराल। बड़ी साली ने पलंग बिछाया, डाला उस पर मखमली शाल।। छोटी साली नमकीन है लाई, सलज मिठाई लेकर है आई। सासू... Hindi · कविता 9 10 646 Share Previous Page 2 Next