Ram Krishan Rastogi 1269 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Ram Krishan Rastogi 26 Jan 2022 · 1 min read रिश्तों का बाज़ार रिश्तों का बाजार ************* रुक गया जब गया मै रिश्तों के बाजार में, बिक रहे थे सभी रिश्ते खुले आम बाज़ार में। दुकानदार से पूछा,क्या भाव इन रिश्तो का, दुकानदार... Hindi · कविता 5 8 737 Share Ram Krishan Rastogi 19 Apr 2022 · 1 min read शादीशुदा कुंवारा (हास्य व्यंग) आदमी कितनी भी शादी कर ले, थोड़ा बहुत कुंवारा रह जाता है। बच्चे जितने भी हो जाए उसके, थोड़ा बहुत बचपना रह जाता है।। शादी शुदा कुंवारा बड़ा मिलनसार होता,... Hindi · मुक्तक 2 3 639 Share Ram Krishan Rastogi 19 Jun 2023 · 1 min read पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास मां के है श्रृंगार पिता। बच्चो के संसार पिता। मां आंगन की तुलसी है। द्वार के वंदनवार पिता।। घर की नीव सरीखी मां। घर की छत दीवार पिता।। मां कर्तव्य... Hindi 6 13 831 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jul 2022 · 1 min read सावन का महीना है भरतार सावन का महीना है भरतार, तू मुझे झूला झुलाने आइयो, तू मुझे झूला झुलाने आइयो, मै करूंगी तेरा इंतज़ार।। हाथो की चूड़ियां लाना, पैरो के बिछवे लाना, मांग का सिंदूर... Hindi · लोकगीत 4 6 761 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2023 · 1 min read ऐ दिल तु ही बता दे ऐ दिल तू ही बता दे, हम कैसे मुस्कुराएँ। पत्थर की है दुनिया , और मतलबी हैं साए l। दिल किसको मैं दे दूं, सब मुझे ही सताए। किसको अपना... Hindi · कविता 3 5 784 Share Ram Krishan Rastogi 30 Apr 2023 · 1 min read तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं न सावन सूखी हूं मै,न भादो हरी हूं, बस मै तो आपके दिल की ही परी हूं। रखो जिस हाल में तुम अब मुझको, मै तो तुम्हारी जीवन की सहचरी... Hindi · मुक्तक 2 2 721 Share Ram Krishan Rastogi 16 Apr 2021 · 1 min read मां दुर्गा से प्रार्थना मां दुर्गा से प्रार्थना ************** नव दीप जले,नव पुष्प खिले, नित्य मां का आशीर्वाद मिले। कभी ना हो दुखो का सामना, उसका सैदेव आशीर्वाद मिले।। करता हूं प्रार्थना मां दुर्गा... Hindi · कविता 1 627 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2022 · 1 min read नींबू की चाह चाह नहीं मेरी,मिर्ची की साथ मै गूंथा जाऊं। चाह नहीं मेरी,दरवाजे पर लटकाया जाऊं।। चाह नहीं मेरी,नमक चीनी के साथ में घुल जाऊं। चाह नहीं मेरी,मटर की चाट का स्वाद... Hindi · कविता 4 5 687 Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2018 · 1 min read किसे सुनाये ये दिल का दर्द ? -आर के रस्तोगी किसे सुनाये ये दिल का दर्द सब ही हेडफोन लगाये बैठे है किस को दिल दू ये मै अपना हम तो पहले ही सताये बैठे है जगह नहीं कोई अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 630 Share Ram Krishan Rastogi 16 Mar 2022 · 1 min read आया होली का त्यौहार आया होली का त्यौहार, लाया रंगो की बौछार। बरसे जब होली में रंग, हो जाते है सब बदरंग। मन में उठे एक फुहार, आया होली का त्यौहार।। कोयिला कूके जब... Hindi · गीत 3 2 592 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2022 · 1 min read सात के पहाड़े में पूरे जीवन के दर्शन होते है जब सात वर्ष के,बचपन की शुरुआत होती है। होते चौदह वर्ष के,जवानी की झलक दिखाई देती हैं।। इक्कीस वर्ष के होते ही,शादी की उम्र होने लगती है। अठ्ठाइस... Hindi · कविता 5 6 651 Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2022 · 1 min read तुमसे कोई शिकायत नही तुम अकेले जिंदगी ही जियो,हमे कोई शिकायत नही। हमे अपने से शिकायत है,तुमसे कोई शिकायत नही।। जरूरत पड़ती है,हर इन्सान को हर इन्सान से। हो सकता है अब तुम्हे,मेरी कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 9 672 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jun 2022 · 1 min read मां के समान कोई नही मां ने बनाया तुम्हे खुद को मिटाके, उसी के कारण लेते हो तुम चटाके। मां ना होती,तुम कभी भी ना होते, आज तुम इतने बड़े कभी ना होते।। मां का... Hindi · कविता 5 10 617 Share Ram Krishan Rastogi 3 Feb 2022 · 1 min read ठंड और रजाई ठंड और रजाई पर दोहे ****************** कुंडी खटकी द्वार की,कौन खोलने जाय। ठंड है बड़ी जोर की,बाहर न जाते जाय।। रजाई में पड़े रहो,चाहे पड़े लताड़। करवट एक न भी... Hindi · दोहा 9 15 668 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jul 2022 · 1 min read तेरी कातिल नजरो से तेरी कातिल नजरो से, जो आज टकराया होगा। मुझे नही लगता वह, ठीक से चल पाया होगा।। तूने टेढ़ी नजरो से आज जिसको तूने देखा होगा। जिंदा रह न सकेगा... Hindi · व्यंग्य फैशन पर 4 6 647 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jun 2022 · 1 min read धुआं उठा है कही,लगी है आग तो कही धुआं उठा है कही,लगी है तो आग कही। बात उठी है तो,दामन में है तो दाग कहीं।। समझाया है मैंने उनको,पर वे तो मानते नहीं। मिलते है जरूर मुझसे,पर उनका... Hindi · ग़ज़ल 4 5 734 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2022 · 1 min read पहले जैसे रिश्ते अब क्यों नहीं रहे उसने पूछा,पहले जैसे रिश्ते अब क्यों नहीं रहे ? मैने भी कहां,पहले जैसे आदमी अब कहां रहे।। उसने पूछा,घरों में खिड़कियां बनना बंद क्यों हो गई ? मैने कहां,अब पड़ोस... Hindi · कविता 4 7 666 Share Ram Krishan Rastogi 6 May 2023 · 2 min read बचपन की यादों को यारो मत भुलना शाम होते ही छतो पर चढ़ जाना, छतो पर चढ़कर पानी छिड़काना, पानी छिड़का कर गद्दे बिछाना, गद्दे बिछाकर उसपर चादर बिछाना। बचपन की यादों यारो मत भुलाना।। आधी रात... Hindi · कविता 3 3 803 Share Ram Krishan Rastogi 27 Jul 2021 · 1 min read जिन्दगी पर मुक्तक जिन्दगी के रथ में लगाम बहुत है। अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत है। शिकायतों का दौर देखकर थक जाता हूँ, लगता है,उम्र कम है इम्तिहयान बहुत है। आर के... Hindi · मुक्तक 2 641 Share Ram Krishan Rastogi 26 Apr 2023 · 1 min read तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं। तुझको प्यार करती हूं प्यार चाहती हूं।। ला दो सुर्ख जोड़ा मुझ को, मै उसे पहनना चाहती हूं। तुम्हारे हाथो से मैं अपनी, मांग... Hindi 3 2 649 Share Ram Krishan Rastogi 3 May 2023 · 1 min read आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए। दुनिया में आप,कभी बे असूल न बनिए।। अच्छा रास्ता,सभी को दिखाओ तुम। किसी के रास्ते का,तुम सूल न बनिए।। निमटा लो हर बात... Hindi 3 4 695 Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2023 · 1 min read सोलह सुख पहला सुख निरोगी हो काया। दूसरा सुख घर में हो माया।। तीसरा सुख संतवंती हो नारी। चौथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी।। पांचवा सुख सदन हो अपना। छठवा सुख वाहन हो... Hindi · कविता 1 1 652 Share Ram Krishan Rastogi 13 Apr 2022 · 1 min read चलो गांवो की ओर चलते है शहर छोड़ अपने गांवों की हम ओर। यहां न मिलेगा शहरों जैसा उच्चा हमको शोर।। मिलेगी ठंडी स्वच्छ हवा गांवों में ही हमको। कोई भी डर न होगा... Hindi · कविता 2 5 636 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jan 2022 · 1 min read ऐ मेरे प्यारे वतन की मिट्टी ऐ ! मेरे प्यारे वतन की मिट्टी ********************* ऐ ! मेरे प्यारे वतन की मिट्टी, तू कुछ और भी रंग लायेगी। दुश्मनों के हौसले पस्त कर, उनको जिंदा ही दफनाएगी।।... Hindi · कविता 2 2 625 Share Ram Krishan Rastogi 31 May 2022 · 1 min read करते है प्यार कितना ,ये बता सकते नही हम करते है प्यार कितना,ये बता सकते नहीं हम। दिल में जो बसा है,उसे हटा सकते नहीं हम।। सांसों में बसे हो तुम,धड़कनों में बसो हो तुम। तेरी चाहत को कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 602 Share Ram Krishan Rastogi 22 Jun 2023 · 1 min read नींबू की चाह चाह नहीं मेरी, मिरचो के साथ गूंथा जाऊं। चाह नहीं मेरी,दरवाजे पर लटकाया जाऊं।। चाह नहीं मेरी,नमक चीनी के साथ में घुल जाऊं। चाह नहीं मेरी,मटर की चाट का स्वाद... Hindi · कविता 7 14 690 Share Ram Krishan Rastogi 26 Sep 2019 · 1 min read माँ की माता,बाँप की क्षमता ---आर के रस्तोगी माँ की ममता, बाँप की क्षमता, पुत्र की योग्यता, मित्र की मित्रता, ना आंको तुम कम | इसमें है बहुत दम || गुरु की शिक्षा, शिष्य को दीक्षा , भिखारी... Hindi · कविता 2 2 675 Share Ram Krishan Rastogi 19 Feb 2022 · 1 min read बांध कर प्रीत की डोरी बांध कर प्रीत की डोरी ***************** बांध कर प्रीत की डोरी,उसे क्यो खोल देते हो, पिला कर प्रेम का प्याला,उसे क्यो तोड़ देते हो। ये कैसा प्रेम है तुम्हारा,जो मुझ... Hindi · मुक्तक 4 5 596 Share Ram Krishan Rastogi 2 Oct 2021 · 1 min read गुदडी के लाल गुदड़ी के लाल लाल बहादुर शास्त्री ***************** छोटा कद पर सोच बड़ी थी, तेज सूर्य सा चमके था भाल। भारत मां के गौरव वे थे, कहलाए वे गुदड़ी के लाल।।... Hindi · कविता 4 4 568 Share Ram Krishan Rastogi 26 Apr 2022 · 1 min read तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं तुझे मैं अपना बनाना चाहती हूं। सब कुछ तुझे सोपना चाहती हूं। कोई चुरा न ले,तुझको मुझसे, अपने दिल में छिपाना चाहती हूं।। तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं।... Hindi · मुक्तक 5 5 575 Share Ram Krishan Rastogi 15 Jul 2022 · 1 min read तड़पती रही मैं सारी रात तड़पती रही मैं सारी रात ******************* मेघा बरसते रहे सारी रात, तड़पती रही मै सारी रात। कोई तो आकर मुझे बताए, कैसे काटू मैं ये अंधेरी रात।। नभ में दमक... Hindi 2 2 611 Share Ram Krishan Rastogi 21 Mar 2018 · 1 min read अनुप्रास अलंकार से प्रेरित दोहे -रस्तोगी तरनी तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाये मोदी मुलायम ममता माया मुद्रा पर छाये मंदिर मस्जिद मसला मन मन में मंडराये मुस्लिम मन मोदी मुद्दे को मन से सुलझाये म... Hindi · दोहा 617 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2023 · 1 min read तुम्हारा दीद हो जाए,तो मेरी ईद हो जाए तुम्हारा दीद हो जाए, तो मेरी ईद हो जाए। तुझे चांद के बहाने देखूं मेरी मुराद पूरी हो जाए।। ईद आई तुम न आए क्या मज़ा है ईद का। ईद... Hindi · कविता 3 5 631 Share Ram Krishan Rastogi 31 Jul 2022 · 1 min read महादेवी वर्मा जी की वेदना मै नीर भरी दुख की बदली, अब मै क्या भू पर बरसुंगी ? शुष्क हो गया है जीवन मेरा, जीवन भर मैं अब तरसुंगी।। इच्छाएं मेरी अनेक अनंत थी, उनका... Hindi · कविता 4 7 808 Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2022 · 1 min read कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे है कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे हैं, कुछ आपसी झगड़े भुलाए बैठे है। लूट सके इस सारे भारत को वो, ये उम्मीद आज वे लगाए बैठे है।। पल रहे है... Hindi · मुक्तक 4 4 565 Share Ram Krishan Rastogi 4 Oct 2023 · 1 min read गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में गुजर जाती है उम्र,रिश्ते बनाने में। पर पल नही लगता इसे ठुकराने में।। वक्त लगता है,अपना घर बनाने में। पर पल नही लगता,इसे गिराने में।। उम्र खत्म हो जाती है,धन... Hindi 4 4 650 Share Ram Krishan Rastogi 4 Jul 2022 · 1 min read पूनम की रात में चांद व चांदनी चांद की चांदनी से बात भी होगी, उनकी इस तन्हाई में बात भी होगी। जब तक उनमें सच्चा प्यार न हो फिर उनकी कैसे मुलाकात होगी।। कल चांदनी रात हो... Hindi 4 7 649 Share Ram Krishan Rastogi 10 May 2023 · 1 min read एक नारी की पीड़ा दिन की रोशनी,ख्वाबों को बुनने में गुज़र गई, रात की नींद,बच्चो को सुलाने में गुज़र गई। जिस घर में मेरे नाम की एक तख्ती भी नही, मेरी सारी उमर,इस घर... Hindi 2 7 605 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jun 2022 · 1 min read आदमी की फितरत भावना में बह जाता है जब आदमी। दिल की बात कहता है तब आदमी।। परख लेता है जब किसी को भी आदमी। दिल में बसा लेता या बस जाता आदमी।।... Hindi · कविता 3 6 553 Share Ram Krishan Rastogi 27 Apr 2022 · 1 min read जिंदगी की कुछ सच्ची तस्वीरें मुश्किल नही कुछ इस दुनिया में, तू जरा सी हिम्मत तो कर। तेरे ख़्वाब बदलेगे हकीकत में, तू जरा सी कोशिश तो कर।। अगर कर नही सकता भलाई, बुराई तो... Hindi · कविता 3 3 574 Share Ram Krishan Rastogi 12 Apr 2022 · 1 min read आ लौट के आजा घनश्याम आ लौट के आजा घनश्याम, तुझे तेरे सखा बुलाते है। जब से तूने गोकुल है छोड़ा, खाने को मिलता माखन थोड़ा। मैया यशोदा बड़ी है उदास, आकर मिटाजा उनकी प्यास।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 564 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jul 2018 · 1 min read एक हास्य व व्यंग कविता --आर के रस्तोगी पेट्रोल के दाम बढ़ रहे फिर भी वाहन चल रहे महंगाई भी रोजना बाद रही फिर भी लोग होटल में खा रहे सत्ता के सब लालची हो रहे देश को... Hindi · कविता 581 Share Ram Krishan Rastogi 26 Jun 2019 · 1 min read झूठ बोलते बोलते,सच को छिपाते गये ---आर के रस्तोगी झूठ बोलते बोलते ,सच को छिपाते गये | क्योकि लोगो की जवां पर ताले पड गये || थक गये राहो में चलना है मुश्किल | क्योकि उनके पाँवो में छाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 562 Share Ram Krishan Rastogi 21 Nov 2021 · 1 min read एक पत्नि की इच्छा एक पत्नी की इच्छा *************** तेरे हाथों में मेरा हाथ रहे, हर साथ में तेरा साथ रहे। चाहती नही और कुछ मै, हर जन्म में तेरा साथ रहे।। हर सुबह... Hindi · मुक्तक 1 1 637 Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2018 · 1 min read माँ-बाप का बटवारा -आर के रस्तोगी सन्नाटा छा गया बटवारे के किस्से में माँ ने पूछा,मै आई किसके हिस्से में ? कहते है सभी लोग आज माँ का दिन है मै कहता हूँ,कौन सा दिन माँ... Hindi · कविता 2 587 Share Ram Krishan Rastogi 18 Sep 2022 · 1 min read नायिका की सुंदरता की उपमाएं नाक है तेरी तोते जैसी, टमाटर जैसे तेरे है गाल। गर्दन तेरी सुराही जैसी, हिरणी जैसी तेरी चाल।। बाल है तेरे रेशम जैसे, होठ बने पंखुड़ी गुलाब। प्रभु ने फुर्सत... Hindi · कविता 2 2 699 Share Ram Krishan Rastogi 18 Sep 2023 · 1 min read दिल से दिल तो टकराया कर कौन कहता है, हाथ से हाथ मिलाया कर, हाथ न सही दिल से दिल तो टकराया कर। छत की धूप मायूस होकर लौट जाती है, छत पर जाके कपड़े कभी... Hindi · Gazal ग़ज़ल 2 2 680 Share Ram Krishan Rastogi 8 Apr 2022 · 1 min read विरह वेदना जब लगी मुझे सताने विरह वेदना जब लगी मुझे सताने। मुझे लगने लगे अपने भी बिराने।। जो लगती थी,मुझे तरु की शीतल छाया। वो अब जला रही है मेरी निर्मल काया।। खुली खिड़की से... Hindi · कविता 4 3 666 Share Ram Krishan Rastogi 30 Mar 2020 · 1 min read एक नया सबेरा --आर के रस्तोगी अगर शाखे रही तो,नये पत्ते भी आयेंगे | ये दिन बुरे है तो, अच्छे दिन भी आयेंगे || कुछ दिन कट गये और दिन भी कट जायेंगे | न्रया सबेरा... Hindi · कविता 3 542 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2022 · 1 min read पर्यावरण दिवस अगर धरा के पेड़ कट गए, तुम स्वयं ही कट जाओगे। फिर इस पर्यावरण को तुम कैसे उज्ज्वल कर पाओगे।। सड़क मार्ग चौड़ा करने पर, हमेशा ही पेड़ काटे जाते... Hindi · कविता 6 10 557 Share Previous Page 3 Next