Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2022 · 1 min read

पति पत्नी की नोक झोंक(हास्य व्यंग)

पायलट की पत्नि बोली,
ज्यादा हवा में मत उडो,
मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी,
ज्यादा तीन दो पांच मत करो,
तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर,
हवा में उड़ा दूंगी।

अध्यापक की पत्नी बोली,
मुझे ज्यादा मत पढ़ाओ,
मै तो पढ़ी पढ़ाई आईं हूं,
तुम जैसे मास्टरों की तो
हेड मास्टरनी बनकर आई हूं।

पेंटर की बीबी बोली,
ज्यादा रंग मत घोल,
मुझसे ठीक ठीक बोल,
वरना इन्हीं रंगो से,
तेरा थोबड़ा सजा दूंगी।

धोबी की बीबी बोली,
जा जा अपने घाट पर जा,
इधर तू जरा भी नहीं आ,
अगर आ गया तू इधर,
तुझे जड़ से ही धो दूंगी।

नाटक करने वाले की बोली,
इधर ज्यादा नाटक मत कर,
करना है तो स्टेज पर कर,
अगर यहां नाटक किया तो,
तेरा ही नाटक बना दूंगी।

डेंटिस्ट की बीबी बोली,
अपनी डाक्टरी मत दिखा,
और अपनी बतिसी मत दिखा,
नहीं तो तेरी बातिसी निकाल
तेरे हाथ में हाथ में दे दूंगी।

सी ए की बीबी बोली,
मुझसे ज्यादा हिसाब मत कर,
तेरा प्रोफिट एंड लोस बना,
तेरी बैलेंस सीट बना दूंगी।

आर्किटेक्ट की बीबी बोली,
ढंग से रहो मेरे तुम साथ,
वरना इन्हीं पैमाने पेंसिल से,
तेरे मुंह पर नक्शा बना दूंगी।

बिल्डर की बीबी बोली,
तू अपनी औकात में रह,
नहीं तो लेबर के सामने ही
तेरी ईट से ईट बजा दूंगी।।

-आर के रस्तोगी गुरुग्राम

5 Likes · 10 Comments · 811 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Naushaba Suriya
The emotional me and my love
The emotional me and my love
Sukoon
आलसी व्यक्ति
आलसी व्यक्ति
Paras Nath Jha
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जिस मुश्किल का यार कोई हल नहीं है
जिस मुश्किल का यार कोई हल नहीं है
कवि दीपक बवेजा
***
*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
💐प्रेम कौतुक-237💐
💐प्रेम कौतुक-237💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फ़ब्तियां
फ़ब्तियां
Shivkumar Bilagrami
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आक्रोष
आक्रोष
Aman Sinha
मानवता
मानवता
विजय कुमार अग्रवाल
कमाण्डो
कमाण्डो
Dr. Kishan tandon kranti
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
Shakil Alam
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
प्रभु शरण
प्रभु शरण
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
ना कुछ जवाब देती हो,
ना कुछ जवाब देती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
प्रणय 4
प्रणय 4
Ankita Patel
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
श्री गणेश स्तुति (भक्ति गीत)
श्री गणेश स्तुति (भक्ति गीत)
Ravi Prakash
2783. *पूर्णिका*
2783. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भगवन नाम
भगवन नाम
लक्ष्मी सिंह
कर्जमाफी
कर्जमाफी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी आंदोलन ही तो है
जिंदगी आंदोलन ही तो है
gurudeenverma198
सार्थक मंथन
सार्थक मंथन
Shyam Sundar Subramanian
नव संवत्सर
नव संवत्सर
Manu Vashistha
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
Srishty Bansal
युद्ध नहीं जिनके जीवन में,
युद्ध नहीं जिनके जीवन में,
Sandeep Mishra
वट सावित्री व्रत
वट सावित्री व्रत
Shashi kala vyas
वक्त वक्त की बात है आज आपका है,तो कल हमारा होगा।
वक्त वक्त की बात है आज आपका है,तो कल हमारा होगा।
पूर्वार्थ
ਦਿਲ  ਦੇ ਦਰਵਾਜੇ ਤੇ ਫਿਰ  ਦੇ ਰਿਹਾ ਦਸਤਕ ਕੋਈ ।
ਦਿਲ ਦੇ ਦਰਵਾਜੇ ਤੇ ਫਿਰ ਦੇ ਰਿਹਾ ਦਸਤਕ ਕੋਈ ।
Surinder blackpen
Loading...