Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2023 · 1 min read

दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ

दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझने का प्रयास करना । दूसरों को समझने के लिए खुद को निष्पक्ष,तटस्थ, पूर्वाग्रहमुक्त, दुर्भावना, ईर्ष्या, जुगुप्सा से मुक्त कर प्रबल आवेगों को नियंत्रित करना होगा।स्व,अहम् और वहम् से मुक्त होना होगा। अन्यथा
जाकी रही भावना जैसी..…..

1 Like · 562 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
Vaishaligoel
बापू
बापू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हृदय कुंज  में अवतरित, हुई पिया की याद।
हृदय कुंज में अवतरित, हुई पिया की याद।
sushil sarna
कलम
कलम
शायर देव मेहरानियां
अंतरद्वंद
अंतरद्वंद
Happy sunshine Soni
Tum makhmal me palte ho ,
Tum makhmal me palte ho ,
Sakshi Tripathi
आंधी है नए गांधी
आंधी है नए गांधी
Sanjay ' शून्य'
कजरी लोक गीत
कजरी लोक गीत
लक्ष्मी सिंह
बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
Second Chance
Second Chance
Pooja Singh
शाम
शाम
N manglam
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
डॉक्टर रागिनी
मैं कवि हूं
मैं कवि हूं
Shyam Sundar Subramanian
గురు శిష్యుల బంధము
గురు శిష్యుల బంధము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मैं तो महज इंसान हूँ
मैं तो महज इंसान हूँ
VINOD CHAUHAN
🌿⚘️प्राचीन  मंदिर (मड़) ककरुआ⚘️🌿
🌿⚘️प्राचीन मंदिर (मड़) ककरुआ⚘️🌿
Ms.Ankit Halke jha
#दोहे
#दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
🙅आम सूचना🙅
🙅आम सूचना🙅
*Author प्रणय प्रभात*
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
Ravi Prakash
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
विमला महरिया मौज
2769. *पूर्णिका*
2769. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ तो बाकी है !
कुछ तो बाकी है !
Akash Yadav
💐प्रेम कौतुक-328💐
💐प्रेम कौतुक-328💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुबह की एक कप चाय,
सुबह की एक कप चाय,
Neerja Sharma
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
सत्य कुमार प्रेमी
आज हम जा रहे थे, और वह आ रही थी।
आज हम जा रहे थे, और वह आ रही थी।
SPK Sachin Lodhi
साड़ी हर नारी की शोभा
साड़ी हर नारी की शोभा
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...