Dr Manju Saini Language: Hindi 707 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr Manju Saini 2 Mar 2023 · 3 min read अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस संस्कृत में एक श्लोक है उसी से अपनी आज के विषय पर बात प्रारम्भ कर रही हूँ:- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:'। यानि कि जहाँ नारी... Hindi 1 109 Share Dr Manju Saini 2 Mar 2023 · 1 min read मैं स्त्री हूँ ****मैं स्त्री हूँ**** जी हाँ मैं स्त्री हूँ…. जो मोहब्बत सिखाये मैं वहीं हूँ हर रिश्ते को शिद्दत से निभाये वहीं हूँ कभी बेटी तो कभी बहन रूप निभाती हूँ... Hindi 196 Share Dr Manju Saini 28 Feb 2023 · 1 min read शीर्षक:फागुन की बेला —---फागुन की बेला —-- फागुन के ये हर्षित बेला सुमन सरसो महक उठे खेत हरियाली से दमक उठे फूटे ठूठ में भी नव कोंपल प्रणय निवेदन करती प्रकृति मन मनुहार... Hindi 103 Share Dr Manju Saini 26 Feb 2023 · 1 min read शीर्षक:विदा का अर्थ •●● विदा का अर्थ ●●• विदा होने का अर्थ जुदाई मात्र नही बल्कि मेरे अनुसार तो उन अप्रितम क्षणों के अधिक करीब होना हैं जो अब सिर्फ स्मृतियों में ही... Hindi 1 69 Share Dr Manju Saini 24 Feb 2023 · 2 min read शीर्षक:होलिका दहन वो कब जानती थी कि,अंत कुमति का होगा। कहाँ पता था उसको,परचम सुमति का होगा।। होली दहन प्रत्येक वर्ष फागुन माह की पूर्णिमा तिथि यानि पूर्णिमा की रात्रि को होता... Hindi 1 85 Share Dr Manju Saini 24 Feb 2023 · 1 min read शीर्षक:सुशोभित व्योम मंडल ***** सुशोभित व्योम मंडल **** आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा प्रभात की मुस्कान और बूंदों का यूँ आना खामोश सा धवल नूर शशि का यूँ देखा खग विहग सब... Hindi 1 172 Share Dr Manju Saini 18 Feb 2023 · 1 min read शीर्षक:फागुन की बयार धुंध, कुहासा छट गया सूरज भी चादर ओढ़ चला शीत भी मानो रूठ गई ठिठुरन भी थोड़ी ठिठक गई सरसों पर पीले फूल खिले पेडों पर पत्ते फूट चले सूरज... Hindi 1 192 Share Dr Manju Saini 12 Feb 2023 · 1 min read शीर्षक:कफ़न तिरंगा मैं नही किसी से बैर भाव रखती हूँ बस देश के काम आ सकूँ यही भाव रखती हूँ देश की मिट्टी माथे से लगाकर फक्र महसूस करती हूँ प्राण देश... Hindi 1 164 Share Dr Manju Saini 8 Feb 2023 · 1 min read शीर्षक:बसंत आने से बसंत आने से भीनी भीनी सुगंध फैलती है महक उठता है उपवन सारा बसंत आने से आ जाती है बहार चारों ओर होती हरियाली बसंत आने से दिल में भी... Hindi 1 212 Share Dr Manju Saini 20 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:एकाकार एकाकार… मन शांत लिए ही स्थिर सी आज बैठ गई थी मानों एकाग्रता में सोच पाऊँगी अपने को व अपने भविष्य को झांक पाऊँगी स्वयं में, अपने ठहराव को ठहराव... Hindi 2 89 Share Dr Manju Saini 19 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:जीवन तुझपर वार दूँ 🥀जीवन तुझपर वार दूँ🥀 विटप बन मैं तुझे , सुख भरी आस दूँ। आ तुझे अपनी कोमल कोमल, डालियों से बाहों के हार दूँ। अपने सारे पत्तो से सारा प्रेम,... Hindi 1 107 Share Dr Manju Saini 13 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:अश्रुपूरित नमन 🙏माँ को पुण्य तिथि पर बेटी का अश्रुपूरित नमन🙏 हां सच मे ही... मैंने मौत को बहुत पास देखा, मैंने माँ को मरते हुए देखा, हिल गई थी मेरे जीवन... Hindi 2 119 Share Dr Manju Saini 10 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:आखिर क्यों 🌱आखिर क्यों🌱 रेगिस्तान की भूमि पर सोच रही थीं मैं दूर दूर तक कोई रहने वाला नही था वहाँ पर्यटक आते व लौट जाते आखिर.. क्यों..? क्या रेत के टीले... Hindi 1 90 Share Dr Manju Saini 8 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:तब कहीं जाकर 💫तब कहीं जाकर💫 बात कर लेने मात्र से ही तो मन मे दबी भावनाएं उखड़ने लगती हैं मन पर बढ़ा हुआ भाव हल्का हो जाता हैं मन में भड़कते उद्वेग... Hindi 1 127 Share Dr Manju Saini 5 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक: प्रीत का घूँट ➿➿ प्रीत का घूँट ➿➿ प्रीत का घूँट पिला रहा हैं कोई... धीरे धीरे ही सही पर अपना बना रहा हैं कोई जाने क्यों धीरे धीरे से जिगर में बस... Hindi 1 120 Share Dr Manju Saini 4 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:हे आसमान हे आसमान तुम सुंदर लग रहे हो आज उद्बोधन हे स्वेत रूप धारण किये हुए तुम आसमान मन के शैशवकाल का आरम्भ मानो आज स्वयं आसमां का अपने ही मन... Hindi 1 93 Share Dr Manju Saini 2 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:गंगा माँ की गोद में **** गंगा माँ की गोद **** माँ गंगा की गोद मिले भरपूर आमोद.. ये पहाड़ों के बीच से निकलती जलधारा इसकी भी मदमस्त सी अपनी दुनिया हैं कलकल करती मधुर... Hindi 1 330 Share Dr Manju Saini 1 Jan 2023 · 1 min read शीर्षक:प्रकल्प मेरा संकल्प मेरा 🌹प्रकल्प मेरा संकल्प मेरा 🌹 प्रकल्प मेरा संकल्प मेरा… लेखनी से शब्द रूप मै दे पाउँ… नव प्रभात नव संचार मिलेगा खुशियों का उपहार मिलेगा कलम में मेरी धार रहेगी... Hindi 1 136 Share Dr Manju Saini 31 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:अनुभूति 📍📍अनुभूति 📍📍 आज भी वही मुलाकाते,बातें,वादे,इरादे वही आंतरिक अनुभूति की सिहरन सी मुझे स्वयं के भीतर कराती अहसास कि काश न किया होता स्वयं से समझौता आज भी वही अनुभूति... Hindi 2 177 Share Dr Manju Saini 30 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:जीवन शेष जीवन शेष तुम हमेशा रहे विशेष तुम्हारी यादों में मेरा जीवन शेष यादें ही रह गई धरोहर रूप में तेरी मेरी कहानी आज भी विशेष पर जब तक जीवन शेष... Hindi 1 100 Share Dr Manju Saini 28 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:प्रतीक्षारत ❗️प्रतीक्षारत❗️ प्रतीक्षारत...! थक जाती हैं आँखे पर नही थकती प्रतीक्षा अवचेतन में पड़ी यादें नही रहने देती चैन से मन भी रहता हैं विचलित टटोलती हैं यादें क्षण क्षण उन्ही... Hindi 1 83 Share Dr Manju Saini 22 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:अखंड खण्ड 🍂 अखंड खंड 🍂 पत्थरों के गलियारे से निकलते हुए न जाने क्यों ध्यान आकर्षित हुआ पत्थरों को तराशकर कितना खूबसूरत आकार दे दिया गया मजदूर के हाथों ने उस... Hindi 1 91 Share Dr Manju Saini 19 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:इच्छाएँ इच्छाएँ .... होती है अनंत इच्छाएँ उद्वेलित मन की जो आवेश पैदा कर उद्दण्डता लाती है मन मे पूर्ण होने पर शांत नही रहती बार बार फिर से हलचल सी... Hindi 2 1 93 Share Dr Manju Saini 13 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:ये घड़ी या वो घड़ी ▪️▪️ये घड़ी,या वो घड़ी▪️▪️ ये घड़ी जो है ना प्रेम का भी रंग बदल देती हैं साथ जीने की कसमें खाने वालों का भी समय बदल देती हैं घड़ी हैं... Hindi 1 91 Share Dr Manju Saini 12 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:तुम ही तुम तुम ही तो हो जिसके साथ अपना लम्हा लम्हा जोड़ा मैंने तुम ही तो हो जिसके लिए छोड़ आई मैं घर अपना तुम्हारे साथ जिया सुखद हर लम्हा तुम्हारे हवाले... Hindi 1 83 Share Dr Manju Saini 3 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:मुझे मना लेना तुम :मुझे मना लेना तुम मुझे बहुत पसंद है न जाने क्यो मेरा रूठना फिर तुम्हारा मुझे यूँ मनाना बस यूँ ही मुझसे लड़ना गुस्सा होना तुम मेरे आंसुओ को देख... Hindi 1 201 Share Dr Manju Saini 2 Dec 2022 · 1 min read शीर्षक:अविस्मरणीय सा प्रेम 🌱अविस्मरणीय सा प्रेम🌱 अविस्मरणीय सा प्रेम..! अनुत्तरित सा प्रेम विस्तारित सा प्रेम मानो कोई छोर नही हो उसका दूर जहाँ तक नजर जाए वहीं तक फैलाव हो मानो प्रेम जाल... Hindi 1 76 Share Dr Manju Saini 28 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:अनायास ही ⚡⚡अनायास ही⚡⚡ कभी कभी अचानक ही जीवन में आ जाता हैं मोड़ और बदल जाती हैं यात्रा फिर अचानक ही बिन सोचे ही राह भटक जाना पल भर में ही... Hindi 2 128 Share Dr Manju Saini 26 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:यादों के खंडहर ****यादों के खंडहर**** अतीत की यादों के ये खण्डहर आज भी सुनसान भुताहे से हैं मौन हैं पर बवंडर बन तड़फाते हैं खड़े यादों में सीना तान हो जाते हैं... Hindi 1 129 Share Dr Manju Saini 22 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:उन्मत्त सी मैं चल रही थी... अपनी राह शान्त... जीवन मद में निश्चल सी गति लिए... नदी सी बहती चल रही थी कर्तव्य पथ पर... आया वो पत्थर की मानिंद जीवन राह... Hindi 1 100 Share Dr Manju Saini 21 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:अंजाना सा **** अंजाना सा **** एक अनजाना सा रिश्ता मन का मीत बना और फिर बिछुड़ गया एक नश्तर बन मेरे जीवन में साथ निभाने की जो बातें हुईं छोड़ गया... Hindi 1 83 Share Dr Manju Saini 19 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:जी लूँगी जीवन यात्रा में साथी तुम बन जाते तो क्या ही बात होती। मैंने जो सपने देखे थे वो सपने सच हो जाते तो क्या ही बात होती। पर ईश्वर को... Hindi 1 99 Share Dr Manju Saini 18 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:शायद कोई नही ****शायद कोई नही**** वो पहला प्यार और उसमें उसके द्वारा इस्तेमाल कर ठुकरा देना कितना असहनीय था कितनी पीड़ा दे गया अतल तक क्या कोई उसके दर्द को महसूस कर... Hindi 2 88 Share Dr Manju Saini 12 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:सिर्फ वो ही क्यों ***सिर्फ वो ही क्यों *** स्त्री खड़ी सजी सँवरी सौम्य लगी,दिल मे उतरी तो वो उसका प्रेमी कहलाया फिर बढ़े आगे तो घर में वो राह निहारती मिली पत्नी कहलाई... Hindi 1 262 Share Dr Manju Saini 11 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:चाहती हूँ चाहती हूँ..! आज लेकर एक कोरा कागज दिख देना चाहती हूँ अपनी व्यथा या कहूँ कि मन के भीतर कुछ घुमड़ते हुए मनोभाव लगता हैं भर दूँगी पूरे कोरे कागज... Hindi 2 146 Share Dr Manju Saini 10 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:दर्द स्त्री का 🔅🔅दर्द स्त्री का🔅🔅 नहीं था पता उसे नही परख पाई थी उसकी छल भरी चाल को इच्छाओं का पिटारा जो खोल रख दिया था अपनत्व से अपना सिर्फ अपना मान... Hindi 1 99 Share Dr Manju Saini 9 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:मुक्ति मुक्ति कैसे मुक्त हो जाऊँ बोलो जब जब दर्द मिलता हैं दर्द की पीड़ा होती हैं मुझे भी.! मुक्ति मन शांत ही नही होता रह रह टीस उठती हैं यादो... Hindi 1 93 Share Dr Manju Saini 9 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:तुम्हे पता है ना तुम्हें पता है हैं ना कौन हो तुम मेरे लिए मेरा जीवन प्रवाह हो तुम बहना चाहती हूँ तुम संग प्रीत के बहाव में मेरी नाव की पतवार अब हाथों... Hindi 2 2 114 Share Dr Manju Saini 8 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:दिशा ऐ जिंदगी मैं दिशाहीन नही हूँ बस तुझे समझने को प्रयासरत हूँ कभी परिभाषित तो कभी शून्य पाती हूँ कभी खुद को खुद में समेट लेना चाहती हूँ कभी समर्थ... Hindi 1 122 Share Dr Manju Saini 6 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:पास ही महसूस आज भी पास ही महसूस होती हो बेशक नही दिखती हो घर में अब नही लगाती हो मिलने पर गले से नहीं रोती हो देख मुझें आंसुओ से मन मे... Hindi 1 98 Share Dr Manju Saini 6 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:आईना शीर्षक:आईना आईना भी तो सजाया था… ईंट ईंट कर घर सजाया था नजरबट्टू भी टँगाया गया था पर अपनी ही आँखों में चालाकी को बसाया था आइना भी निहारने को... Hindi 1 166 Share Dr Manju Saini 4 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:वो प्रतीक्षारत पत्थर ^^^^^वो प्रतीक्षारत पत्थर^^^^^ मैं खड़ी आज पत्थर पर तलाशती रही उसके अहसास क्यों हैं वह इतना कठोर आखिर क्यों पड़ा हैं एक किनारे प्रतीक्षा में मानो आये कभी उसकी याद... Hindi 1 127 Share Dr Manju Saini 3 Nov 2022 · 1 min read शीर्षक:आशायित ‼️‼️आशायित‼️‼️ आशायित हूँ अभी भी यादों की सिकुड़न लिए अस्तित्व को समेटती सी ढहते हुए यादों के मकां से शायद टूटे ढेर से रख लूं समेट यादे,वादे जो विलुप्त न... Hindi 1 95 Share Dr Manju Saini 2 Nov 2022 · 1 min read आज भी तेरी आहट शीर्षक :आज भी तेरी आहट आज भी तेरी आहट मुझमे समाहित जिस दिन महसूस किया था प्रथम बार अंदर ही अंदर एक खुशी का भाव आया जब तू मुझमे नजर... Hindi 1 201 Share Dr Manju Saini 24 Oct 2022 · 1 min read शीर्षक:दीप दिवाली में ^^^^^^^^दीप दिवाली में ^^^^^^^ दीप दिवाली में… जगमगा रहे हैं आज दीप दिवाली में रात भी जगमग आज दीपों से दिवाली में तारे भी आज खुश हुए दीप दिवाली में... Hindi 1 128 Share Dr Manju Saini 21 Oct 2022 · 1 min read शीर्षक:रात दिवाली की रात दीपावली की रात दीपावली की…! आज फिर से आई देखो रात दिवाली वाली छूट रहे हैं घर घर पटाखे और फुलझड़ी रंगों वाली आज अमावस रात अंधेरी घर घर... Hindi 1 80 Share Dr Manju Saini 20 Oct 2022 · 1 min read शीर्षक:करता चल उजियारा करता चल उजियारा----------- आज कर एक काम कमाल ये भी हो जाएगा ख़ुशहाल दिए बोल रहे हैं आज इसके छोड़ मत लेता चल हमको कुम्हार भी बोला आज यूँ मुझ... Hindi 1 68 Share Dr Manju Saini 19 Oct 2022 · 1 min read शीर्षक:दिए मिट्टी के ******दिए मिट्टी के***** ये मिट्टी के दिए…. ये मिट्टी के दिए बनाता तुम्हारे लिए मैं हूँ कुम्हार गढ़ता हूँ मिट्टी के दिये तुम्हारे लिए रूप दिए का देकर रोशन करता... Hindi 1 91 Share Dr Manju Saini 19 Oct 2022 · 1 min read शीर्षक:बेवजह ही पर रोशन दिवाली बेवजह ही पर रोशन दिवाली***** मेरी लेखनी में दर्द है गरीब दिए बनाने वाले का करना उसका जिक्र जरूरी मुझे लगा मेरी आदत सी बन गई है दर्द को उकेरने... Hindi 1 128 Share Dr Manju Saini 18 Oct 2022 · 2 min read शीर्षक:अहसास ---------अहसास--------- मैं जैसे... रख देती हूँ फिर से उठाकर तुम्हारे अनमोल अहसास अतीत की दहलीज पर, मैंने देखा हैं.. तुम में स्वयं को तुम्हारी आँखों में स्वयं का विलय आंसुओ... Hindi 1 117 Share Previous Page 2 Next