Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2022 · 1 min read

आज भी तेरी आहट

शीर्षक :आज भी तेरी आहट

आज भी तेरी आहट मुझमे समाहित
जिस दिन महसूस किया था प्रथम बार
अंदर ही अंदर एक खुशी का भाव आया
जब तू मुझमे नजर आया
तभी तो तू मेरा लाल व आंखों का नूर कहलाया
आज भी तेरी आहट मुझमे समाहित
तू भीगा था चारो तरफ से पानी रूपी प्यार में
एक अंधेरी सी कोठरी रूपी मेरी कोख में
शांत सा तू अंदर ही अठखेलियां करता
हर चिंता से बेफिक्र सा तू मेरा अंश हैं तू
आज भी तेरी आहट मुझमे समाहित
मैं सम्भालती सी तुझको अपने जिस्म में
मानो रक्षक बनाया हो तुम्हारा ही मुझे
हर करवट का अहसास महसूस करती थी मैं
कैदी नही मेरी जान बसी थी तुझमे
आज भी तेरी आहट मुझमे समाहित
उस दिन जब आना था बाहों में तुझे
अचानक ही प्रसव पीड़ा का वो असहनीय दर्द
बस खुशी तो तेरे आने की तेरे सजदे करने की
तभी आई आवाज तेरे रोने की,मेरी खुशी की
आज भी तेरी आहट मुझमे समाहित
मैं लेती रही मन मे उमंग लिए
तेरे आगमन की खुशी मानो ईश्वर प्रसाद हो
प्रसव वेदना मानो तेरे रोने मात्र से ही दूर हो गई
माँ बन मैं उस दर्द को भी भूल गई
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 136 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
क्षमा अपनापन करुणा।।
क्षमा अपनापन करुणा।।
Kaushal Kishor Bhatt
World Environment Day
World Environment Day
Tushar Jagawat
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
VINOD CHAUHAN
The Nature
The Nature
Bidyadhar Mantry
....नया मोड़
....नया मोड़
Naushaba Suriya
चंचल मन
चंचल मन
Dinesh Kumar Gangwar
लोग कहते हैं खास ,क्या बुढों में भी जवानी होता है।
लोग कहते हैं खास ,क्या बुढों में भी जवानी होता है।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
Neerja Sharma
कविता: घर घर तिरंगा हो।
कविता: घर घर तिरंगा हो।
Rajesh Kumar Arjun
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
2408.पूर्णिका🌹तुम ना बदलोगे🌹
2408.पूर्णिका🌹तुम ना बदलोगे🌹
Dr.Khedu Bharti
विरक्ति
विरक्ति
swati katiyar
सिमट रहीं हैं वक्त की यादें, वक्त वो भी था जब लिख देते खत पर
सिमट रहीं हैं वक्त की यादें, वक्त वो भी था जब लिख देते खत पर
Lokesh Sharma
ज़िंदगी की उलझन;
ज़िंदगी की उलझन;
शोभा कुमारी
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
46...22 22 22 22 22 22 2
46...22 22 22 22 22 22 2
sushil yadav
" सब भाषा को प्यार करो "
DrLakshman Jha Parimal
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
आपका बुरा वक्त
आपका बुरा वक्त
Paras Nath Jha
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
Suraj kushwaha
मै भी सुना सकता हूँ
मै भी सुना सकता हूँ
Anil chobisa
जब तुम्हारे भीतर सुख के लिए जगह नही होती है तो
जब तुम्हारे भीतर सुख के लिए जगह नही होती है तो
Aarti sirsat
चाँद तारे गवाह है मेरे
चाँद तारे गवाह है मेरे
shabina. Naaz
सीनाजोरी (व्यंग्य)
सीनाजोरी (व्यंग्य)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
रिमझिम बरसो
रिमझिम बरसो
surenderpal vaidya
चिड़िया
चिड़िया
Kanchan Khanna
Loading...