Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2023 · 1 min read

शीर्षक:सुशोभित व्योम मंडल

***** सुशोभित व्योम मंडल ****

आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा
प्रभात की मुस्कान और बूंदों का यूँ आना
खामोश सा धवल नूर शशि का यूँ देखा
खग विहग सब जाग उठे नीड़ अपने खोजते
प्रभात का करती स्वागत व्योम की दामिनी

आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा
अपनी मीठी मधुर तान से दादुर भी बोल उठे
पेड़ पौधे भी धुल कर साफ़ सुथरे हो लिए
हर कली मुस्काई लताये भी इठलाने लगी
सुंदर भोर की अरूणाई और महक उठा गगन

आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा
शीतल सा नभ का सारा आंचल भीगा आज
और जग भी है हर्षित मग्न बूंदों के आगमन से
नई ऊर्जा पाने को व्याकुल प्रकृति भी ततपर
सुबह का सूर्योदय प्यारा आज ओर भी न्यारा

आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा
मेरे लिए बन जाती बारिश जीने का सहारा
उनकी यादों को वो कर जाती सदा ताजा
उन्हें देख मेरे नैनो में भर जाता प्यार भरा पानी
नई आशाओं का तराना लिए मैं हो जाती विभोर

आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा
रुक गई बूंदे तो तमतमाता सूरज सबसे कहता
तप कर मेरी तरह जग को चमका कर तो देखो
पंछियों के कलरव को सुन मन मेरा अंगड़ाई लेता
बून्द की कृति की धुन सुनने को मन करता
आज व्योम मंडल सुशोभित हो उठा

डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
छिपे दुश्मन
छिपे दुश्मन
Dr. Rajeev Jain
पहचान
पहचान
Seema gupta,Alwar
लेके फिर अवतार ,आओ प्रिय गिरिधर।
लेके फिर अवतार ,आओ प्रिय गिरिधर।
Neelam Sharma
प्यार हमें
प्यार हमें
SHAMA PARVEEN
24)”मुस्करा दो”
24)”मुस्करा दो”
Sapna Arora
ख़ून इंसानियत का
ख़ून इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
रक्षा है उस मूल्य की,
रक्षा है उस मूल्य की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
■ सामयिक आलेख-
■ सामयिक आलेख-
*प्रणय प्रभात*
*जीवन में जब कठिन समय से गुजर रहे हो,जब मन बैचेन अशांत हो गय
*जीवन में जब कठिन समय से गुजर रहे हो,जब मन बैचेन अशांत हो गय
Shashi kala vyas
मैं स्वयं को भूल गया हूं
मैं स्वयं को भूल गया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
Vindhya Prakash Mishra
सुनो रे सुनो तुम यह मतदाताओं
सुनो रे सुनो तुम यह मतदाताओं
gurudeenverma198
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उम्मीद ....
उम्मीद ....
sushil sarna
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
VINOD CHAUHAN
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
Priya princess panwar
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
Paras Nath Jha
कभी खामोशियां.. कभी मायूसिया..
कभी खामोशियां.. कभी मायूसिया..
Ravi Betulwala
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सत्य कुमार प्रेमी
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
sudhir kumar
शीर्षक:-कृपालु सदा पुरुषोत्तम राम।
शीर्षक:-कृपालु सदा पुरुषोत्तम राम।
Pratibha Pandey
लफ्ज़
लफ्ज़
Dr Parveen Thakur
"दिमाग"से बनाये हुए "रिश्ते" बाजार तक चलते है!
शेखर सिंह
2756. *पूर्णिका*
2756. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दान किसे
दान किसे
Sanjay ' शून्य'
" मन मेरा डोले कभी-कभी "
Chunnu Lal Gupta
Loading...